इंट्राडे ट्रेडिंग में स्टॉक का चुनाव कैसे करें

Best Share Market Books In Hindi In 2022 | शेयर मार्किट बुक्स
आज हम इस आर्टिकल में आपको Share Market Books for Beginners in Hindi के बारे में बताएंगे दोस्तों शेयर मार्केट में लोगों की रुचि दिन पर दिन बढ़ती जा रही है और कुछ नए इन्वेस्टर या फिर जो इन्वेस्ट करना चाहते है उनके लिए इसे समझना थोड़ा चुनौती पूर्ण होता है क्योंकि उन्हें शेयर मार्केट के बारे में सही नॉलेज नहीं होती और वो किसी के बहकावे में आकर स्टॉक्स में इन्वेस्ट कर देते है फिर बाद में उनका पैसा डूब जाता है ऐसे में आपको पहले शेयर मार्किट में लर्निंग की जरूरत होती है इसलिए आज हम आपको शेयर मार्केट से जुड़ी Share Market Books In Hindi के बारे में बताएंगे और इन बुक्स को आपको जरूर पढ़ना चाहिए
Best Share Market Books In Hindi
आइए जानते हैं Share Market Books for Beginners in Hindi शेयर मार्केट लर्निंग के लिए बेस्ट बुक्स के बारे में और अगर आपको शेयर मार्केट में नए हैं या फिर आप शेयर मार्केट के बारे में जानना चाहते हैं तो मैं आपको ऐसे ही Best Share Market Books In Hindi के बारे में बताऊंगा
1. The intelligent Investor | द इंटेलिजेंट इन्वेस्टर
यदि आप शेयर मार्केट के बारे में अच्छे से जानना चाहते हैं तो मैं आपसे सिफारिश करूंगा कि आप द इंटेलीजेंट इन्वेस्टर बुक का चयन करें क्योंकि इस बुक्स में शेयर मार्केट के बारे में एक दम बेसिक से जानकारी दी गई है और यह अब तक की बेस्ट शेयर मार्केट लर्निंग बुक्स भी है और यह बुक शेयर मार्केट की बाइबिल के रूप में जानी जाती है और यह बुक महान इन्वेस्टर बेंजामिन ग्राहम के द्वारा लिखी गई है
आप इस बुक में शेयर मार्केट की संपूर्ण जानकारी और अपने लाभ को कैसे बढ़ाया जाए और आप अपने इमोशन पर काबू कैसे रखें और फाइनेंस विश्लेषण के बारे में अच्छे से जानकारी प्राप्त कर पायेंगे
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2. Rich Dad’s Guide to Investing | रिच डैड्स गाइड टू इन्वेस्टिंग
दोस्तों इस बुक को रॉबर्ट कियोसकी द्वारा लिखा गया है और रॉबर्ट कियोसकी एक ऐसे व्यक्ति हैं जो अपनी इन्वेस्टिंग के स्ट्रेटजी के दम पर ना सिर्फ अपनी जिंदगी बल्कि लाखों लोगों की लाइफ में बदलाव लाया है और वह एक महान इन्वेस्टर व बिजनेस कोच भी रह चुके हैं और रॉबर्ट कियोसकी रिच डैड गाइड इन्वेस्टिंग बुक्स के फाउंडर भी है
इस बुक में आपको इन्वेस्टिंग करने के बेहतरीन टिप्स व आप अपना रिच माइंडसेट कैसे बना सकते हैं और यह भी जाने को मिलेगा कि अमीर कैसे बना जा सकता है और इस बुक से शेयर मार्केट समझ में पहले बेहतरी होगी
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3. Intraday Trading Ki Pehchan
यह बुक भी शेयर मार्केट सीखने के लिए महत्वपूर्ण है क्योंकि बहुत से इन्वेस्टर इंट्राडे ट्रेडिंग के द्वारा ही शेयर बाजार में इन्वेस्ट करते हैं और यह जल्दी पैसे कमाने का शेयर मार्किट में अच्छा विकल्प होता है
दोस्तों इंट्राडे ट्रेडिंग करने के लिए आपको टिप्स और ट्रिक्स के बारे में पता होना चाहिए क्योंकि जब आपको इनके तरीके के बारे में पता होगा तभी आप इसमें लाभ कमाने के लिए ज्यादा अवसर मिलेंगे और उतना ही पैसे डूबने की संभावना कम होंगी
इस बुक में आपको इंट्राडे ट्रेडिंग और मार्केट सिक्योरिटी के बारे में और इसके अलावा रिस्क कंट्रोल और पोर्टफोलियो मैनेजमेंट में के बारे में सीखने को मिलेगा
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4. Kaise Stock Market Mein Nivesh Kare
इस बुक को सीएनबीसी आवाज टीवी चैनल द्वारा लांच किया गया है और इस बुक में आपको भारतीय शेयर मार्केट के बारे में ओर अच्छे से समझ पाएंगे क्योंकि इसमें शेयर इंट्राडे ट्रेडिंग में स्टॉक का चुनाव कैसे करें मार्केट से जुड़ी सारी बातें सारी बुनियादी बातों को सरल व आसान शब्दों में समझाया गया है
इस बुक के द्वारा आप शेयर मार्किट का विश्लेषण करना सीख पाएंगे और किसी स्टॉक में निवेश करने से पहले क्या ध्यान रखना चाहिए इसके अलावा शेयर मार्केट में निवेश के दौरान होने वाली गलतियों कैसे बचे और यह कैसे काम करता है इसके बारे में ओर अच्छे से समझ पाएंगे
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5. ट्रेडनीति – कैसे बने सफल प्रोफेशनल ट्रेडर
Share Market Books for Beginners in Hindi – यह बुक शेयर बाजार में रूचि रखने वाले व नए इन्वेस्टर के लिए सबसे बेस्ट बुक मानी जाती है क्योंकि यह बुक भारतीय लेखक द्वारा लिखी गयी है और इनका नाम युवराज कलशेट्टी है और इस बुक की खास बात यह भी है कि इसमें आपको एक ही बुक में शेयर बाजार से जुड़ी सारी जानकारी सरल व आसान भाषा में मिल जाएगी जिससे नए इन्वेस्टर को शेयर बाजार से जुड़ी चीजों को समझना बहुत ही आसान हो जाएगा
इस बुक में आप सीखेंगे कि सही स्टॉक को चुनाव व शेयर बाजार के रिस्क को कैसे समझ सकेंगे और सही समय पर स्टॉक चुनना सीखेंगे और इसके अलावा यह भी सीखेंगे फंडामेंटल एनालिसिस कैसे करे व टेक्निकल एनालिसिस के बारे में भी सीखेंगे
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6. रिच डैड पुअर डैड
दोस्तों यह बुक नए इन्वेस्टर के लिए या फिर जो लोग इन्वेस्ट करना चाहते है उनके लिए यह बुक बहुत महत्वपूर्ण मानी जाती है क्योकि इस बुक में पैसों का मैनेजमेंट करने के लिए अच्छे तरीके बताए गए हैं और इस बुक के लेखक के रूप में सर्वाधिक विख्यात रॉबर्ट कियोसाकी ने पूरे संसार के करोड़ों लोगों से पैसे संबंधी सोच को चुनौती दी और उनके सोचने के नज़रिये को बदल दिया और उन्होंने इस बुक को 1997 में लेखा था रिच डैड पुअर डैड की बुक अंतरराष्ट्रीय बेस्ट सेलर के लिस्ट में शामिल रही है
आप इस बुक को पढ़कर आपको पैसे के समझ अच्छे से आ जाएगी जिससे आप जान पाएंगे कि पैसों को अपने लिए इस्तेमाल करके अमीर कैसे बन सकते है जिससे कि भविष्य में आपको पैसे से संबंधित किसी प्रकार की समस्या नहीं होगी और इस बुक में फाइनेंस से जुड़ी सारी बातें अच्छे से बताई गई है इसलिए आपको इस बुक को एक बार जरूर पढ़ना चाहिए
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NOTE – दोस्तों मनी सेविंग हिंदी साइट पर आपको सिर्फ बेस्ट शेयर मार्केट बुक्स के बारे में सजेस्ट किया गया है वो भी सिर्फ एजुकेशनल परपज के लिए उपलब्ध की गयी है जिससे कि आपको Share Market की बेस्ट बुक्स आसानी से उपलब्ध हो पाए
मै आशा करता हूँ कि आपको Best Share Market Books In Hindi इसे आर्टिकल से सम्बंधित जानकरी पसंद आई होगी इस आर्टिकल में बताई गई शेयर मार्किट की सभी बुक्स अच्छे लेखक द्वारा लिखी गयी है आपको इन बुक्स को पढ़ने के बाद शेयर मार्केट की समझ काफी हद तक आ जाएगी
शेयर मार्केट सीखने के लिए बेस्ट बुक कौन सी है?
Ans. 1. द इंटेलिजेंट इन्वेस्टर, 2. रिच डैड्स गाइड टू इन्वेस्टिंग, 3. ट्रेडनीति,
Best Indicator By Market Ki Pathshala
Best Indicator By Market Ki Pathshala | Best Indicators for Stock Market | Which Indicators Are Best For Trading | Which Indicators Are Best For Intraday Trading | Best Indicator kaun se hain | Stock Market Ke Liye Best Indicator
अगर आप इंट्राडे ट्रेडिंग के लिए बेस्ट इंडिकेटर (Best Indicators) को इंटरनेट पर सर्च कर रहे हैं तो आप बिलकुल सही जगह पर आये हैं यहां आपकी तलाश ख़त्म होती है और मै आज आपको कुछ ऐसे इंडिकेटर के बारे में बताउंगी जो इंट्राडे में बिलकुल सटीक इंट्राडे ट्रेडिंग में स्टॉक का चुनाव कैसे करें काम करता है।
किन्तु इससे पहले कि आप अतिउत्साहित हों मै आपको पुनः याद दिला दूँ कि शेयर मार्किट में कोई भी व्यक्ति १००% सही नहीं हो सकता किन्तु हाँ आप बेस्ट इंडिकेटर के प्रयोग से अपनी एक्यूरेसी को जरूर बढ़ा सकते हैं बस आपको इन्हे सीखना और समझना आना चाहिए जो कि ज्यादा मुश्किल नहीं है आप मेरे साथ बने रहें मै आपको सरल भाषा में समझाने की कोशिश करुँगी।
वैसे तो मार्किट में सैकड़ों इंडीकेटर्स मौजूद हैं और जब कोई बिगिनर टेक्निकल एनालिसिस सीखने की शुरुआत करता है तो उसके सामने सबसे बड़ी समस्या और सवाल यही होता है कि इन इंडीकेटर्स में सबसे बढ़िया कौन सा है क्योंकि इन सारे इंडीकेटर्स को समझना और इन्हे चार्ट पर एक साथ लगाना सम्भव भी नहीं है।
तो आज मै इनमे से सिर्फ ३ इंडिकेटर को लेकर आयी हूँ जिन्हे मै उदहारण के साथ बताउंगी कि ये क्यों औरों से बढ़िया हैं इन्हे आप चार्ट पर लगा कर अपने प्रॉफिट को बढ़ा सकते हैं लेकिन मै फिर भी आपको सलाह दूंगी कि अगर आपको इंडिकेटर और फंडामेंटल बढ़िया लगे तो स्टॉक को होल्ड करें और जब तक कोई बेचने का सिग्नल न मिले तब तक न बेचें
तो चलिए शुरू करते हैं।
Best Indicator By Market Ki Pathshala
1. रिलेटिव स्ट्रेंथ इंडेक्स (RSI)
2. मूविंग एवरेज कन्वर्जेन्स डाइवर्जेन्स (MACD)
1. रिलेटिव स्ट्रेंथ इंडेक्स (RSI)
FOR FULL DETAIL RSI का पूरा नाम Relative Strength Index है और इसकी पहचान टेक्निकल एनालिसिस में ट्रेड रिवेर्सल को पहचानने के लिए किया जाता है शेयर मार्किट में सबसे ज्यादा अगर किसी इंडिकेटर का उपयोग होता है शार्ट टर्म या इंट्राडे के लिए तो वो RSI Indicator ही है।
RSI Indicator साइड वेज़ मार्किट में भी काफी सही संकेत देता है कि स्टॉक को कब लेना है या कब बेचना है RSI ० से १०० अंक के बिच घूमता रहता है इसको आप लोअर साइड २० और अप साइड ८० पर सेट कर सकते हैं और जब ये २० के स्तर के करीब हो या इससे नीचे ट्रेड करने लगे तो ये एक ओवर सोल्ड का संकेत होता है और ऐसे में आपको खरीदारी के मौके ढूंढने चाहिए।
इसी प्रकार जब ये ८० या इससे ऊपर ट्रेड करने लगे तो ऐसे में आपको बिकवाली करनी चाहिए किन्तु ये ध्यान रखें कि आपको इंट्राडे में काम हमेशा स्टॉप लॉस के साथ करना है ताकि अगर आपका सौदा गलत पद जाये तो आपका नुक्सान सीमित रहे।
मै यहां इसका आपको एक चित्र दिखाती हूँ जिससे आप इसे अच्छे से समझ जाएँ चूँकि यहां मै आपको इंट्राडे के बारे में बता रही हूँ इसलिए मैंने ये चार्ट 15 मिनट का लिया है :-
आप इस चार्ट में ओवर बॉट और ओवर सोल्ड को अच्छे से समझ सकते हैं और अगर कहीं कोई दुविधा हो तो आप कमेंट सेक्शन में पूछ सकते हैं।
2. मूविंग एवरेज कन्वर्जेन्स डाइवर्जेन्स (MACD)
MACD Line टेक्निकल एनालिसिस में प्रयोग होने वाला बहुत महत्वपूर्ण Indicator है और इसका भी लगभग सभी ट्रेडर्स इस्तेमाल करते हैं ये ट्रेड के रुझान और अवधि के बारे में जानकारी देता है पहले आप चार्ट को देखें
जैसा कि आप चार्ट में देख सकते हैं मैंने यहाँ नीले और लाल रंग की लाइन का उपयोग किया है और जैसे ही नीली लाइन लाल रंग की लाइन को काटती है वैसे ही शेयर की चाल में बदलाव आ जाता है और ये गैप जितना बड़ा होता है मोमेंटम उतना ही बड़ा होता है।
चार्ट बनाने के लिए आप किसी भी साइट चाहे वो moneycontrol की हो या inveting.com की हो आपको ये सारी सुविधा मिल जाती है और आप इंडिकेटर अपने आप से इंट्राडे ट्रेडिंग में स्टॉक का चुनाव कैसे करें लगा सकते हैं।
Best Indicator For Intraday Trading
३. बोलिंगर बैंड (Bollinger Bands)
अगर आप ट्रेडिंग करते हो तो बोलिंगर बैंड (Bollinger Bands) का नाम आपने अवश्य सुना होगा बल्कि मै जिन - जिन इंडिकेटर के बारे में आपको बता रही हूँ उन सभी का नाम आपने सुना होगा अगर आपने इंटरनेट पर Best Indicator For Intraday सर्च किया होगा तो वहाँ आपको लोग ८ से 10 इंडिकेटर के बारे में बताएँगे
किन्तु आप सिर्फ 4 से 5 Indicators का इस्तेमाल करके अच्छा पैसा बना सकते हैं बस आपको इसे अच्छे से समझना होगा और आप मेरे साथ बने रहें मै आपको यहां विस्तार से समझाउंगी
बोलिंगर बैंड एक अत्यधिक प्रचलित इंडिकेटर है जिसका ट्रेडर्स और इन्वेस्टर्स दोनों इस्तेमाल करते हैं इस इंडिकेटर में स्टॉक की प्राइस इंडिकेटर की दोनों लाइन्स के बिच में रहती है इसमें ऊपर वाली लाइन को अपर बैंड और नीचे की लाइन को लोअर बैंड कहते हैं।
जब स्टॉक की कीमत अपर बैंड की तरफ जाती है या उसके करीब होती है तो वो ओवर बॉट और जब स्टॉक की कीमत लोअर बैंड की तरफ जाती है या उसके करीब होती है तो वो ओवर सोल्ड की पोजीशन होती है और ऐसे में खरीदारी के मौके को तलाशना होता है।
जैसा कि आप जानते ही हैं कि Bollinger Band को ट्रेडर्स और इन्वेस्टर दोनों पसंद करते हैं और वैसे मै सभी लोगों को हमेशा लम्बी अवधि के लिए ही इन्वेस्ट करने के लिए सलाह देती हूँ यह काफी लोकप्रिय रणनीति है किन्तु इस रणनीति को समझने के लिए आपको इसे अच्छे से समझना होगा
बोलिंगर बैंड का उपयोग ओवर बॉट और ओवर सोल्ड देखने के लिए किया जाता है तो चलते हैं और पहले इसको अच्छे से समझते हैं
यह तीन बैंड से मिलकर बनता है मिडिल बैंड एक सिंपल मूविंग एवरेज तथा अपर एवं लोअर बैंड मिडिल लाइन से २ डेविएशन की दूरी पर है इसका उपयोग इंट्राडे या स्विंग ट्रेडिंग में इस प्रकार करते हैं।
१. अपर बैंड को छूने के लिए आपको कीमत का इंतज़ार करना पड़ेगा ताकि आप कन्फर्म हो सकें की स्टॉक की कीमत ओवरबॉट हो गयी हैं।
२. जब बोलिंगर बैंड अपर बैंड को छूटा है तो आपको स्टॉक की कीमत को नीचे आने की प्रतीक्षा करनी है ताकि आप कन्फर्म हो सके कि ये सही काम कर रहा है।
३. ट्रेड लेने से पहले सबसे महत्वपूर्ण होता है स्टॉक का चुनाव, कैंडल स्टिक, और चार्ट को अच्छे से समझना इससे आपको एंट्री और एग्जिट दोनों में डबल कन्फर्मेशन मिल जाएगी और आपके द्वारा लिए गये ट्रेड को और बल मिलेगा
जैसा ऊपर के चित्र में दिखाया गया है आपको वैसे ही सेट करना है नीले गोले में जाके आप अपने हिसाब से रंग का चुनाव भी कर सकते हैं
इसी प्रकार एक और बंद आपको प्लाट करना है थोड़े बदलाव के साथ
अब आपका चार्ट कुछ इस प्रकार दिखेगा
मार्किट में वैसे तो बहुत सारे इंडिकेटर होते हैं और सभी अपनी - अपनी जगह सही काम करते हैं बस जो जिसमे पारंगत हो गया वो उसी का उपयोग करता है
मुझे उम्मीद है कि आप इनसभी को अच्छे से समझ गए होंगे और अगर आपका कोई सवाल हो तो आप कमेंट सेक्शन में पूछ सकते हैं उम्मीद करती हूँ कि आप और आपका इन्वेस्टमेंट हमेशा सुरक्षित रहे - धन्यवाद्
Intraday Trading For Beginners – Intraday Trading Kaise Kare In Hindi
दोस्तों अगर आप Intraday Trading करना चाहते है और शेयर मार्केट से पैसा कमाना चाहते हो तो यहाँ हम आपको इंट्रा डे ट्रेडिंग की बेजिक जानकारी देंगे, की इंट्राडे ट्रेडिंग केसे की जाती है, इंट्राडे ट्रेडिंग करते समय किन बातो क्या ध्यान रखना चाहिए?
What is Intraday Trading?
(Intraday Trading) इंट्राडे ट्रेडिंग, जिसे डे ट्रेडिंग (Day trading) के रूप में भी जाना जाता है, एक ही दिन में स्टॉक और अन्य वित्तीय साधनों की खरीद और बिक्री है।अधिक सरल शब्दों में, यदि आप सुबह शेयर खरीदते हैं और शाम को बेचते हैं, तो इस ट्रेडिंग को इंट्राडे ट्रेडिंग के रूप में जाना जाता है।
इंट्राडे ट्रेडिंग की कुछ लाभ भी होते है और कुछ नुकसान भी हो सकता है। इसके लिए आपको शेयर मार्केट की जानकारी होनी चाहिए।
इंट्राडे ट्रेडिंग में आप एक दिन के अन्दर पैसा कमा सकते हो, आपको लम्बे समय तक राह नहीं देखनी पड़ती। आप आज पैसा लगायेंगे और आज ही कमाएंगे अगर आपको सही knowage हो तो। मान लो आपने अभी शेयर ख़रीदा और उसकी कीमत 5 मिनिट में बड गई और आप ने वो शेयर बेच डाला तो आपको तुरंत profit हो जायेगा अगर शेयर की प्राइस कम हो गई तो आपको नुकसान भी हो सकता है।
अगर आप कोई नोकरी करते हो या कोई और काम करते हो और शयेर मार्केट से पैसा कमाना चाहते हो तो Intraday Trading एक सही विकल्प है। लेकिन उसके लिए आपको knowage होना चाहिए वरना आपका नुकसान भी हो सकता है।
Intraday Trading Ki Basic Jankari In Hindi – Intraday Trading Beginners Guide
यह व्यापार किसी भी बाजार में हो सकता है लेकिन शेयर और विदेशी मुद्रा बाजार में नियमित रूप से किया जाता है। तो, इसका मतलब है कि इंट्राडे ट्रेडिंग में, बाजार के दिन के बंद होने से पहले सभी इंट्राडे ट्रेडिंग में स्टॉक का चुनाव कैसे करें पदों का निपटान किया जाता है। इस वजह से, ट्रेडों के परिणामस्वरूप शेयरों के स्वामित्व में कोई परिवर्तन नहीं होता है।
अगर सही तरीके से किया जाए, तो इंट्राडे ट्रेडिंग एक बहुत ही आर्थिक रूप से मजबूत करियर विकल्प हो सकता है, भले ही आप समय-समय पर किसी न किसी पैच को हिट कर सकते हैं। हालांकि, शुरुआती लोगों के लिए इंट्राडे ट्रेडिंग थोड़ी अधिक चुनौतीपूर्ण होती है, और आपको शुरू करने से पहले गहन शोध और एक अच्छी रणनीति की आवश्यकता होती है।
हालांकि बाजार की अस्थिरता के कारण यह व्यापार काफी जोखिम भरा है, अगर वह बाजार की स्थितियों को जानता है और हर गुजरते सेकंड के साथ सतर्क रहता है तो वह भारी मुनाफा कमा सकता है।
आज, डे ट्रेडिंग शुरू करना बहुत आसान है। यदि आप आरंभ करना चाहते हैं, तो इंट्राडे ट्रेडिंग की मूल बातें समझने के लिए पढ़ें:
How to Make Intraday Trading Successful – इंट्राडे ट्रेडिंग को कैसे सफल बनाये
Knowledge and experience – ज्ञान और अनुभव –
Professional day traders के पास market-place का अच्छा ज्ञान होता है। यदि आप बुनियादी बातों को समझे बिना दिन के व्यापार का प्रयास करते हैं, तो आप पैसे खोने का जोखिम उठाते हैं।
जिन शेयरों का आप व्यापार करना चाहते हैं, उनकी एक इच्छा सूची बनाएं और अपने आप को चयनित कंपनियों और सामान्य बाजारों के बारे में सूचित रखें। व्यावसायिक समाचार स्कैन करें और विश्वसनीय वित्तीय वेबसाइटों पर जाएं।
जबकि तकनीकी विश्लेषण कौशल और चार्ट पढ़ने की क्षमता आसान कौशल हैं, विश्लेषण के माध्यम से प्राप्त आंकड़ों को समझने के लिए आपको बाजार को समझने की जरूरत है। आप जिस उत्पाद का व्यापार कर रहे हैं उसकी प्रकृति को लगन से समझने के लिए समय निकालें।
Start Small – शरुआत में छोटे शेयर या थोड़े शयेर ख़रीदे
शुरू करने के लिए, एक सत्र के दौरान अधिकतम एक से दो शेयरों पर ध्यान दें। केवल कुछ स्टॉक के साथ ट्रैकिंग और स्पॉटिंग के अवसर आसान हैं। अगर आप नए है और पहेली बार इंट्राडे ट्रेडिंग में काम करना चाहते हो तो आपको शरुआत के दोरान छोटे शेयर या कम शेयर ख़रीदे उससे आपको profit कम मिलेंगा और इंट्राडे ट्रेडिंग में स्टॉक का चुनाव कैसे करें अगर नुकसान हुआ तो वो भी कम हुयेगा।
Stop-Loss – स्टॉप लॉस
इंट्राडे ट्रेडिंग में स्टॉप लॉस जरूर लगाएं। मार्केट में उछाल और गिरावट तेजी से आते है, पैसा लगाने के पहले उसका लक्ष्य और स्टॉप लॉस जरूर तय कर लेना चाहिए. जिससे टारगेट पूरा होते देख स्टॉक को सही समय पर बेचा जा सके.
इंट्रा डे ट्रेडिंग को सफल बनाने के लिए आपको निचे दी गई बाते ध्यान मं रखनी चाहिए
- इंट्रा डे में बहुत ज्यादा स्टॉक की जगह अच्छे 2-3 शेयर्स का चुनाव करना चाहिए.
- शेयर चुनते वक्त बाजार का ट्रेंड देखना चाहिए. इसके बाद कंपनी की पोर्टफोलियो चेक करें.
- इसमे उछाल और गिरावट तेजी से आते है, पैसा लगाने के पहले उसका लक्ष्य और स्टॉप लॉस जरूर तय कर लेना चाहिए. जिससे टारगेट पूरा होते देख स्टॉक को सही समय पर बेचा जा सके.
Intraday Trading Kaise Kare In Hindi
How to Get Started – शुरुआत कैसे करें
शेयर बाजार में ट्रेडिंग शुरू करने के लिए आपको एक ट्रेडिंग अकाउंट और एक डीमैट अकाउंट बनाना होगा। खाता बनाने के बाद, आपको इंट्राडे ट्रेडिंग में मदद करने के लिए कुछ टूल मिल सकते हैं। ट्रेडिंग शुरू करने से पहले, आपको दैनिक चार्ट्स की जांच करने में कुछ समय बिताना चाहिए ताकि आप मूल्य आंदोलन पैटर्न से खुद को परिचित कर सकें। ऐसे कई उपकरण हैं जो तकनीकी विश्लेषण प्रदान करते हैं और ये उपयोगी भी साबित हो सकते हैं।
आप ऑनलाइन खुद से ट्रेडिंग कर सकते हैं या ब्रोकर को ऑर्डर देकर शेयर का कारोबार कर सकते इंट्राडे ट्रेडिंग में स्टॉक का चुनाव कैसे करें हैं। आप Trading App जरिये अपने मोबाइल में अपना डीमैट अकाउंट खोल सकते है। मार्केट की कई सारे Trading App है जैसे की Moneycontrol App, Stock Edge app, Zerodha Kite, IIFL Markets, Upstox PRO और कई सारे है। यहाँ क्लिक करके आप Best Share Market App in India | टॉप स्टॉक मार्केटिंग ऐप के बारे में भी जन सकते हो।
आइये जानते है ट्रेडिंग अकाउंट क्या है? कैसे करें ऑनलाइन ट्रेडिंग
What is trading account in hindi
- ऐसे खोले ऑनलाइन शेयर ट्रेडिंग अकाउंट
- Trading Account ऐसे करता है काम
- ऑनलाइन ट्रेडिंग कैसे करे?
ट्रेडिंग अकाउंट क्या है: शेयर बाजार में निवेश करने या फिर ट्रेडिंग करने के लिए ट्रेडिंग अकाउंट की आवश्यकता होती है।
स्टॉक मार्केट में ट्रेडिंग अकाउंट के माध्यम से यही शेयर को खरीदा और बेचा जाता है। इसमें ट्रेडर अपने Buy या Sell करने के आर्डर को ब्रोकर को कॉल करके बता देता है। या फिर ऑनलाइन ट्रेडिंग के माध्यम से खुद ही अपना आर्डर करता है।
ऑनलाइन शेयर ट्रेडिंग में ट्रेडर्स ब्रोकर के माध्यम से ही शेयर को खरीदता और बेचता है। ऑनलाइन ट्रेडिंग में ट्रेडर ब्रोकर की वेबसाइट की सुविधा के द्वारा इस प्रक्रिया को करता है। इसके लिए ट्रेडर को KYC और ट्रेडर का रजिस्ट्रेशन का फॉर्म भरना होता है। इसके बाद ऑनलाइन शेयर ट्रेडिंग का अकाउंट खुल जाता है। इसके बाद ब्रोकर अपने ग्राहक को एक यूजर आईडी और पासवर्ड देता है। इसको डाल कर ट्रेडर लॉगिन करके शेयर को खरीद या बेच सकता है। ट्रेडिंग एकाउंट को डीमैट अकाउंट से जोड़ दिया जाता है जिससे शेयर खरीदे जाने पर वह डीमैट अकाउंट में चला जाता है।
ऐसे खोले ऑनलाइन शेयर ट्रेडिंग अकाउंट
ऑनलाइन शेयर ट्रेडिंग अकाउंट खोलना बेहद आसान प्रक्रिया है। इसके लिए ब्रोकर की वेबसाइट पर रजिस्ट्रेशन करना होता है। ऑनलाइन ट्रेडिंग अकाउंट खोलने के लिए निम्नलिखित डॉक्यूमेंट की इंट्राडे ट्रेडिंग में स्टॉक का चुनाव कैसे करें जरूरत पड़ती है। –
- पासपोर्ट साइज फोटो
- नॉमिनी की फोटो
- एड्रेस प्रूफ जैसे आधार कार्ड, पैन कार्ड, वोटर आईडी,
- कैंसिल चेक और लेटेस्ट बैंक स्टेटमेंट
- डीमैट अकाउंट की डिटेल
Trading Account ऐसे करता है काम –
ट्रेडिंग अकाउंट में सबसे पहले निवेशक इसी ट्रेडिंग एकाउंट में पैसा जमा करता है उसके बाद जिस शेयर को खरीदना या बेचना है उसके दाम को चेक करता है और आर्डर करता है। यह आर्डर स्टॉक एक्सचेंज के पास जाता है। इस ऑर्डर को काउंटर ऑर्डर मिल जाने के बाद यह एग्जीक्यूट (Execute) हो जाता है। इस दौरान पैसे पर लगने वाले टैक्स या फिर चार्ज ट्रेडिंग अकाउंट से ही काटे जाते हैं। इसके बाद शेयर 2 दिन में डीमैट अकाउंट में जमा हो जाते हैं। लेकिन यदि शेयर को बेचने का ऑर्डर किया गया रहता है तो शेयर का पैसा टैक्स और ब्रोकरेज कट होने के बाद ट्रेडिंग अकाउंट में जमा हो जाता है।
ट्रेडिंग अकाउंट होने से ऑनलाइन चैटिंग की सुविधा आसान हो जाती है शेयर को खरीद कर पैसे कटाना और बेचने पर पैसे जमा होना, यह सारी प्रक्रिया अपने आप ऑटोमेटिक होती है। इसके लिए किसी लिखित पेपर या कॉल की जरूरत नहीं पड़ती है। ऑर्डर बहुत जल्दी ही पूरा हो जाता है। मोबाइल के द्वारा भी किसी भी जगह से शेयर को खरीदा और बेचा जा सकता है।
ऑनलाइन ट्रेडिंग कैसे करे?
ऑनलाइन ट्रेडिंग करने के लिए सबसे पहले एक ट्रेडिंग का चयन करना होगा। जिसके साथ अपना ट्रेडिंग डिमैट अकाउंट ओपन करना होता है। शेयर मार्केट में कई प्रकार की ट्रेडिंग होती है। इसके इंट्राडे ट्रेडिंग, स्विप ट्रेडिंग, पोजीशनल ट्रेडिंग आदि है। इनमें से किसी भी ट्रेडिंग का चुनाव करके ट्रेडिंग की जा सकती है।
ट्रेडिंग स्टाइल के चयन के बाद ट्रेडिंग प्लस और मनी मैनेजमेंट की बारी आती है। इसमें ट्रेडिंग प्लस में कौन सा शेयर खरीदना है और कब खरीदना है जैसी बातें शामिल होती है।
वही मनी मैनेजमेंट में कितने रुपए का निवेश करना है टारगेट क्या होगा?, ऐसी बातों का ध्यान दिया जाता है।
शेयर मार्केट में ट्रेडिंग को दो भागों में बांटते हैं। इंट्राडे ट्रेडिंग और डिलीवरी बेस्ड ट्रेडिंग
इंट्राडे ट्रेडिंग में शेयर को एक ही दिन में खरीद कर उसे बेचना होता है। इसमें शेयर को वास्तविकता में नहीं खरीदा जाता बल्कि ब्रोकर को कुछ मार्जिन देखा शेयर के भाव में उतार-चढ़ाव जब आता है तो उसका फायदा उठाया जाता है। डिलीवरी बेस्ड ट्रेडिंग में शेयर को वास्तव में खरीदा जाता है और जितने भी शेयर लिए जाते है, उनका पूरा पैसा चुकाना होता है। डिलीवरी बेस्ट ट्रेडिंग में आप शेयर को जब तक चाहे अपने पास रख सकते हैं।
Stock Market Pre-Open Kya Hai ? स्टॉक मार्केट वर्किंग टाइम कितना है ?
हॅलो दोस्तों, Stock Market में हम एक-साथ आकर ट्रेडिंग करतें है। इसका वक्त तय होता है। आज हम जानेंगे की, "Stock Market प्री-ओपन क्या है ? इन हिंदी। Stock Market वर्किंग टाइम कितना है ?" तो आइए शुरू करते है।
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Stock Market Pre Open Timing in Hindi. |
स्टॉक मार्केट में काम करने के लिए सबसे पहले हमें यह जानकारी होनी चाहिए की इसका कामकाज कितने बजे शुरू होता है। और कितने बजे क्लोज होता है। सही है ?
स्टॉक मार्केट प्री-ओपन
"प्री-ओपन याने की शेअर बाजार खुलने से पहले।" आसान है ? इंडिया के स्टॉक मार्केट में ओपनिंग बेल सुबह 9:00 AM को बजतीं है। 9:00 AM to 9:08 AM तक शेअर बाजार में थोडीसी हलचल होती है। और सात मिनट शांत रहता है। उसे " प्री- ओपन मार्केट" कहते है। " प्री-ओपन समय 15 मिनट का होता है।" स्टॉक मार्केट 9:15 AM को ओपन होता है।
स्टॉक मार्केट प्री-ओपन क्यों होता है ?
स्टॉक मार्केट खुलते ही शुरू गया तो, शुरुवाती ट्रेड्स के जोरदार आगमन से झटके लग सकतें है। यहां झटकों से मतलब है की, कीमतों में जोरदार उठा-पटक हो सकतीं है। इससे "Stock Exchanges" को ट्रेड्स के मिलान में दिक्कत आ सकती है। प्री-ओपन सत्र के कारण, "शुरूआती अस्थिरता कम होती है।"
स्टॉक मार्केट पिछले दिन बंद होने के बाद कोई समाचार याने की "News" आती है तो, सुबह जोरदार एक्शन को हो जाने के लिए यह सत्र महत्वपूर्ण होता है।
कई बार कंपनियां, स्टॉक मार्केट बंद हो जाने के बाद अपने "रिजल्ट" जाहिर करतीं है। इसका असर दूसरे दिन प्री-ओपन सेशन में होकर ट्रेडिंग शुरू करने के लिए कीमत तय होती है।
प्री-ओपन सत्र में क्या होता है ?
1 ) "9:00 AM से 9:08 AM" तक के शुरूआती "आठ मिनटों में" ट्रेड्स जो की डाले गए है, उनका संग्रह होता है। सही कीमतों का संशोधन होता है। इस वक्त में डाले गए ऑर्डर्स को रद्द भी किया जा सकता है।
2 ) इसके बाद "9:08 AM से 9:12 AM" तक के समय में, कीमतों का मिलान याने की,"ऑर्डर्स मैचिंग" करके, ओपन के लिए कीमत प्रस्तावित की जाती है। इसे संतुलित कीमत का चुनाव करने का वक्त माना जाता है।
3 ) और "9:12 AM से 9:15 AM" तक का अवकाश लिया जाता है। इससे स्टॉक मार्केट "प्री-ओपन से - सामान्य कामकाज के लिए" तैयार होता है।
प्री-ओपन सत्र में कौन-से ट्रेड्स होतें है ?
इसमें ज्यादा दूर की कीमतें लगाईं जातीं है। जैसे की, स्टॉप-लॉस लगाए जातें है। अगर पिछले दिन शेअर्स लिए है तो, हम सुबह बेच सकते है। या फिर अगर हमें कोई शेअर्स खरीदने है तो, हम प्री-ओपन सेशन में खरीद सकतें है। "प्राइस मैच होते ही ट्रेड पूरा हो जाता है।"
इसमें हम, (1) "मार्केट ऑर्डर" के जरिये ट्रेड ले सकते है। मार्केट ऑर्डर में, जो प्राइस उपलब्ध है यानि चल रही है। उसपर ट्रेड होता है।
(2) हम "लिमिट ऑर्डर" के जरिये भी ट्रेड ले सकते है। लिमिट ऑर्डर में हम कीमत सेट करते है। "कीमत मैच हुई तो ट्रेड होता है।"
प्री-ओपन सेशन सिर्फ सुबह की भीड़ को सुचारु ढंग में लाने के लिए होता है। प्री-ओपन सत्र में फ्यूचर और ऑप्शंस के व्यवहार नहीं होतें है।
प्री-ओपन सत्र में ट्रेडिंग की जोखिम
प्री-ओपन सेशन में नॅशनल और इंटर-नॅशनल "न्यूज़ का प्रभाव" होता है। एक अकेले ट्रेडिंग करने वाले ट्रेडर को इन सारी चीजों को ध्यान में लेना मुश्किल होता है।
प्री-ओपन सेशन में टेक्निकल इंडीकेटर्स लगाना भी मुश्किल होता है। इस सेशन में "ट्रेडिंग वॉल्यूम कम होता है।"
कई बार ट्रेड्स मैच ना होकर "पेंडिंग ऑर्डर्स" बन जातें है। फिर मार्केट शुरू होने पर, उनको कैंसिल करके नये ऑर्डर्स डालने तक समय लग जाता है।
स्टॉक मार्केट वर्किंग टाइम कितना है ?
इंडियन स्टॉक मार्केट का वर्किंग टाइम "सुबह 9:00 AM बजे से दोपहर 3:30 PM तक" याने की " 6 घंटे,30 मिनट" का होता है। इस समय को "ट्रेडिंग सेशन" भी कहा जाता है।
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Stock Market Timing in Hindi. |
1 ) फर्स्ट हाफ
2 ) सेकंड हाफ
स्टॉक मार्केट में काम करने के लिए सुविधा हो इसीलिए इसलिए यह रचना की गई है। और अगर हम ध्यान से देखें तो हमे यह समझ में आता है कि, स्टॉक मार्केट में फर्स्ट हाफ में 11:00 am बजे तक ज्यादा एक्टिविटी रहती है। और तकरीबन एक से डेढ़ घंटे तक मार्केट शांत रहता है।
फिर 12:30 pm बजे के बाद से स्टॉक मार्केट में अगला मुव्हमेंट आता है। यह मुव्हमेंट तकरीबन 2:30 pm बजे तक चलता है। इसके बाद में "क्लोजिंग की तैयारियां" शुरू हो जाती है। 2:30 बजे से 3:30 बजे तक के टाइम में "अगले दिन की पोजीशन बनाने की तैयारियां" भी होती है। स्टॉक मार्केट को क्लोजली वॉच करने से हमें यह जानकारी मिलती है।
स्टॉक मार्केट वर्किंग डेज, "मंडे से फ्राइडे" तक, हप्ते में पाँच होतें है। स्टॉक मार्केट डेरिवेटिव्ज की एक्सपायरी थर्सडे को होती है। सैटरडे और संडे को स्टॉक मार्केट बंद रहता है। अगर किसी छुटटी के कारण स्टॉक मार्केट बंद हों तो, इसकी जानकारी N.S.E. की वेब साइट पर होतीं है।
इंट्राडे ट्रेडिंग वैसे तो हम वर्किंग टाइम में कभी भी कर सकतें है। लेकिन गौर से देखने पर हम समझ जायेंगे की सुबह "फर्स्ट हाफ में 9:15 am से 11:00 am तक" के टाइम में और "सेकंड हाफ में 12 :30 pm से 2 :30 pm तक" के टाइम में इंट्राडे ट्रेडिंग करना अच्छा होता है। इस टाइमिंग में चार्ट पर टेक्नीकल एनालिसिस के अनुसार स्टॉप लॉस लगाकर हम ट्रेडिंग कर सकतें है।
इसके अलावा किसी खास न्यूज़ के चलते इंट्राडे ट्रेडिंग कर सकतें है। उदाहरण के तौर पर देश का बजट या किसी कंपनी का रिजल्ट आने वाला हो तो इस कारण से हम सुबह 11:00 am बजे के आसपास ट्रेड लें सकतें है।