भारत में फॉरेक्स ट्रेडिंग केसे करे

क्रूड ऑइल रोजाना 50 से 70 पॉइंट का मूव देता है अगर आप 1 लोट क्रूडऑयल का खरीदकर उस पर 10 पॉइंट का भी मुनाफा कमाते है तो आप 1000 रुपये एक लोट पर कमा सकते है। क्रूड के 1 लोट को खरीदने के लिये सिर्फ भारत में फॉरेक्स ट्रेडिंग केसे करे 55000 रुपये की जरुरत होती है। सिर्फ 55000 रुपये लगा कर दिन का 1000 रुपये कमा सकते है।
forex trading in hindi.फोरेक्स ट्रेडिंग क्या होता है ?
मनस्ते दोस्तों। आज हम जानने वाले है की forex trading in hindi में क्या होता है। और कैसे हम फोरेक्स ट्रेडिंग कर सकते है। क्या हम फोरेक्स ट्रेडिंग कर के भी अच्छा खासे पैसे कमा सकते है भी या नहीं।और क्या फोरेक्स ट्रेडिंग भारत में की जा सकती है या नहीं। की जा सकती है तो फिर किस माध्यम से की जा सकती है। इन सब के बारे में आज हम सीखने वाले है।
forex trading in hindi.फोरेक्स ट्रेडिंग क्या होता है ?
forex trading का मतलब होता है की बाहर की देशो के जो मुद्राये होती है। यानि की करेंसी उनकी जो खरेदी बिक्री की जाती है। उसेही forex trading in hindi में कहा जाता है। forex ये शब्द foreign +exchange से आया है। हम कोई भी देश की मुद्रा यानि की करेंसी हमारी करेन्सी में डिजिटली खरीद या बेच सकते है। उसेही फोरेक्स ट्रेडिंग कहा जाता है।
forex trading भी ये हमरे शेयर बाजार की तरह ही होता है। लेकिन इसका जो मूल्य है यानि की valume जो होता है वो हमारे शेयर बाजार से ज्यादा होता है। क्युकी इसमें स्टॉक की ट्रेडिंग नहीं होती। इसमें होती है मुद्रा यानि करेंसी की ट्रेडिंग। जो पुरे देश में चलती है। यानि फोरेक्स ट्रेडिंग पूरा देश में की जाती है। इसीलिए इसका मूल्य हमारे शेयर बाजार से कई गुना ज्यादा होता है।
forex trading in india
जैसे की मैंने आपको बताया फोरेक्स ट्रेडिंग शेयर बाजार जैसे होती है। भारत भारत में फॉरेक्स ट्रेडिंग केसे करे में फोरेक्स ट्रेडिंग करने के लिए सेबी रजिस्टर ब्रोकर के पास अपना ट्रेडिंग अकाउंट खुलवाना पड़ता है। अगर आपका शेयर बाजार का पहले से ही ट्रेडिंग अकाउंट है तो आप उसमेंही फोरेक्स ट्रेडिंग कर सकते है।
भारत में हम ७ पेयर्स में फोरेक्स ट्रेडिंग कर सकते है। पहले तो सिर्फ चार ही पेयर्स थे लेकिन अभी हम साथ पेयर्स में भारत में ट्रेडिंग कर सकते है। भारत में फोरेक्स ट्रेडिंग हमेश जोड़ो में की जाती है। और हर मुद्रा के मुद्रा से जोड़कर की जनि वाले ट्रेडिंग को ही फोरेक्स ट्रेडिंग करते है। जैसे की –
इनमे से सबसे बड़ी करेंसी है USD .और जिस जोड़ी में INR लगा है।उस पेयर्स में हम भारत में फोरेक्स ट्रेडिंग कर सकता है। वो भी हमारे भारत के सेबी रजिस्टर ब्रोकर के माध्यम से। और अगर आपको और भी पियर्स में ट्रेडिंग करनी है तो आपको अंतररास्ट्रीय प्लेटफार्म पर अपना ट्रेडिंग अकाउंट खुलवाना पड़ता है।
forex trading kaise kare for begginers
आप अपने भारत सेबी रजिस्टर ब्रोकर से अपना ट्रेडिंग अकाउंट खुलवा लीजिये। और जैसे की मैंने कहा आप चार पेयर्स में भारत में ट्रेडिंग कर सकते है। भारत में आप future & option में फोरेक्स ट्रेडिंग कर सकते हो। आपको पहले कोनसा भी पेयर्स का चयन करना होगा।
फोरेक्स ट्रेडिंग करने के लिए हमें ब्रोकर्स से अच्छा मार्जिन मिलता है। जो हम ट्रेडिंग के लिए इस्तेमाल कर सकते है। जैसे की हमने USD/INR में ट्रेडिंग करनी है। तो हम USD/INR का लॉट खरीदेंगे। जैसे निचे दिखाए गए इमेज में आप देख सकते है।
forex trading in hindi
आपको आपके वॉचलिस्ट में टाइप करना है USD/INR आपको अगर option trading करनी है तो आप एक्सपायरी देख कर लॉट खरीद सकते है।
Forex ट्रेडिंग क्या है (What is Forex in Hindi)
फॉरेक्स का अर्थ होता है विदेशी मुद्रा का विनिमय विदेशी मुद्रा की खरीदारी करना और ट्रेडिंग का अर्थ होता है किसी भी चीज़ का बिज़नेस करना.
फॉरेक्स ट्रेनिंग एक ऐसी ट्रेडिंग होती है जिसमे हम किसी भी दूसरे देश की करेंसी का एक जोड़ा खरीदते हैं बस जोड़े में दो करेंसी होती है इन करेंसीज का मार्केट में मूल्य घटता और बढ़ता रहता है तो ऐसे में फॉरेस्ट ट्रेडिंग करने वाला व्यक्ति टेक्निकल एनालिसिस करके अंदाजा लगाता है की आज कनसी किस रेट में नीचे जाने वाला है और किस रेट में ये ऊपर आने वाला है फॉरेक्स ट्रेडिंग में हम अच्छा पैसा लगाकर इनकम भी कमा सकते हैं फ़ॉरेक्स ट्रेडिंग दुनिया की सबसे बड़ी मार्केट है जहाँ दुनिया की सभी करेंसी की ट्रेडिंग होती है। जहाँ तक बात भारत फॉरेक्स ट्रेडिंग की है तो यहाँ निवेशकों के मन में फॉरेक्स ट्रेडिंग की वैधता (लीगल) को को लेकर जरूर संदेह है.
फॉरेक्स ट्रेडिंग कैसे काम करता है
जिस तरह से इक्विटी ट्रेडिंग में हमारे प्रॉफिट और लॉस के लिए हमारे द्वारा लिए गए किसी भी शेयर के मूल्य बहुत ही ज्यादा महत्वपूर्ण होते हैं ठीक उसी प्रकार से फॉरेक्स ट्रेडिंग भी हमारे देश के शेयर मार्केट में होने वाले इक्विटी ट्रेडिंग के जैसा ही होता है
फोरेक्स ट्रेडिंग में हमारे फायदे और नुकसान के लिए किसी भी विदेशी करेंसी का एक्सचेंज रेट या अंतर्राष्ट्रीय बाजार में उसके घटते बढ़ते हुए मोहल्ले इसका बहुत मायने रखते हैं उदाहरण मन कोई व्यक्ति हैं जो फॉरेक्स ट्रेडिंग करता है और वह डॉलर के बढ़ते हुए मूल्य में अच्छा प्रॉफिट लेना चाहते हैं तो मान लीजिये की उसने 70 के हिसाब से 1000 यूएस डॉलर खरीद लिये जिनकी वैल्यू 7000 रूपये होती है और ये मान लीजिए कि कल उनमें 300 की वृद्धि हो रही है और जब वो उन $1000 का बेचता है तब उसे 73000 रूपये मिलते हैं फॉरेक्स ट्रेडिंग में अच्छा प्रॉफिट कमाने के लिए उसे अच्छी तरह से एक्सचेंज रेट का टेक्निकल लाइन से करना होगा.
फॉरेक्स ट्रेडिंग के लिए बेस्ट करेंसी कौन सी है
फॉरेक्स ट्रेडिंग करने के लिए सभी देशों की मुद्राएं में से सबसे अच्छी करेंसी है
इन देशों की करंसी मैं अगर आप फॉरेक्स ट्रेडिंग करते हैं तो यह आपके लिए काफी बेनिफिट वाला हो सकता है.
हमारे देश भारत में फॉरेक्स ट्रेडिंग कैसे करें?
हमारे देश में बहुत से लोग शेयर मार्केट में इन्वेस्टमेंट करते हैं लेकिन उन्हें फॉरेक्स ट्रेडिंग के बारे में बहुत ज्यादा जानकारी न होने के कारण वह फॉरेक्स ट्रेडिंग नहीं कर पाते हैं हमारे भारत देश में बहुत सारी बड़ी बड़ी कंपनियां हैं और बड़े बड़े बैंक हैं जो फॉरेक्स ट्रेडिंग करते है और अच्छा प्रॉफिट भी कमाते हैं फॉरेक्स ट्रेडिंग में इन्वेस्टमेंट कर कोई भी अच्छी इनकम कमा सकता है जैसे कि आप शेयर मार्केट में करते हुए इसमें बहुत ही कम रिस्क होता है पर ये आपको अच्छा प्रॉफिट भी देता है जिसके लिए आपको ब्रोकर आपको अच्छा मार्जिन भी देते हैं जिस कारण से अब कम इन्वेस्टमेंट करते हैं अधिक से अधिक फॉरेक्स ट्रेडिंग कर सकते हैं
फ़ॉरेक्स ट्रेडिंग करने के लिए आपको ये सावधानियां रखना जरूरी है-
- फॉरेक्स ट्रेडिंग करने के लिए आपको इसके बारे में अच्छी जानकारी होनी चाहिए
- फॉरेक्स ट्रेडिंग करने के लिए आप पहले से ही मार्केट में एक इन्वेस्टर ग्रुप में काम कर रहे हो तो आप इसमें अच्छा प्रॉफिट कमा सकते हैं
- आज के टाइम में तो फर्स्ट थिंग करने के लिए बहुत से कोर्स भी आते हैं आप उन कोशिशों कर सकते हैं
- अगर आप फॉरेस्ट ट्रेडिंग करना चाहते हैं तो उसके लिए आपको टेक्निकल एनालिसिस का अच्छा ज्ञान होना चाहिए और आप को मार्केट का पूर्वानुमान लगाना भी आना चाहिए
- फॉरेक्स ट्रेडिंग शुरू करने के लिए आपके पास एक अच्छा बैंक बैलेंस भी होना चाहिए जिससे अगर आपको कभी ट्रेडिंग करने में कोई घाटा हो तो आप उसे कवर कर सकते हैं.
Forex Trading Kya Hai: क्या है फॉरेक्स ट्रेडिंग, जानें यहां कैसे कमा सकते हैं पैसे
- फॉरेक्स करंसी ट्रेडिंग के ग्लोबल मार्केट के लिए इस्तेमाल किया जाने वाला टर्म है
- 5.3 ट्रिलियन डॉलर के दैनिक लेनदेन के साथ है दुनिया का सबसे बड़ा फाइनैंशल मार्केट
- फॉरेक्स मार्केट में आप भी पैसे कमा सकते हैं, उसके लिए बस एक ट्रेडिंग अकाउंट चाहिए
आप भी कर सकते हैं फॉरेक्स ट्रेडिंग
फॉरेक्स ट्रेडिंग कोई रॉकेट साइंस नहीं है और आज इंटरनेट की मदद से आप भी इसे घर बैठे कर सकते हैं। बिल्कुल बड़े-बड़े बैंक और फाइनैंशल ऑर्गनाइजेशन्स की तरह। बस आपको इंटरनेट कनेक्शन के साथ एक कंप्यूटर चाहिए और एक फॉरेक्स ब्रोकर के साथ ट्रेडिंग अकाउंट।
Share Market ने पूरे किए सपने, नौकरी छोड़ आधी दुनिया की सैर कर चुकी है ये लड़की
aajtak.in
- नई दिल्ली,
- 06 जून 2022,
- (अपडेटेड 06 जून 2022, 12:58 PM IST)
- दुनिया घूमने के लिए छोड़ी बैंकर की नौकरी
- शेयर मार्केट में ट्रेड कर कमाती हैं पैसे
अच्छी-खासी सैलरी वाली बैंकर (Banker) की नौकरी को भला कौन छोड़ना चाहता है. हालांकि दुनिया में ऐसे भी लोग होते हैं, जिनका सपना अलग होता है. कोलकाता (Kolkata) की रहने वाली राजर्षिता सुर (Rajarshita Sur) की कहानी भी ऐसी ही है. राजर्षिता का सपना दुनिया घूमने का था और इस कारण उन्होंने बैंकर की नौकरी की परवाह नहीं की. सुर के सपने को पूरा करने में मददगार बना शेयर मार्केट (Share Market).
सम्बंधित ख़बरें
11 रुपये वाला शेयर 86000 के पार, जानिए MRF क्यों है भारत का सबसे महंगा स्टॉक!
कल हो सकती है इस IPO की भारत में फॉरेक्स ट्रेडिंग केसे करे लिस्टिंग, ग्रे मार्केट में शेयर का धमाल
दिवाली के दिन खुलेगा स्टॉक मार्केट, ये शेयर खरीदना हो सकता शुभ!
Tata Steel, IndusInd के शेयर चढ़े, बाजार ने की ठोस शुरुआत
RIL, HDFC के शेयर हुए धड़ाम. वोलेटाइल ट्रेड में छठे दिन भी गिरा बाजार
सम्बंधित ख़बरें
ऐसे की शेयर मार्केट में शुरुआत
राजर्षिता सुर ने बैंक की नौकरी छोड़ने के बाद इंडीपेंडेंट तरीके से स्टॉक मार्केट में ट्रेड (Stock Market Trading) करने लगीं. शुरुआत में उन्होंने एक कॉरपोरेट फर्म के साथ तीन साल तक प्रॉपरायटरी इक्विटी ट्रेडर के रूप में काम किया. इस नौकरी के साथ-साथ वह अपना ट्रेड भी करती रहीं. धीरे-धीरे राजर्षिता को शेयर मार्केट की चाल समझ आने लगी और उन्होंने ठीक-ठाक फंड भी बना लिया. बस फिर क्या था, उन्होंने ये नौकरी भी छोड़ दी और दुनिया घूमने निकल पड़ीं.
कर चुकीं दुनिया के इन हिस्सों की सैर
आज राजर्षिता सुर की पहचान एक इन्वेस्टमेंट गुरू (Investment Guru) के रूप में बन चुकी है. उन्हें शेयर मार्केट में ट्रेड करते हुए आठ साल हो चुके हैं. राजर्षिता सुर अभी तक ब्रिटेन (Britain), तुर्की (Turkey), दक्षिण पूर्वी एशिया (South East Asia) और लगभग 70 फीसदी यूरोप (Europe) की सैर कर चुकी हैं. अभी-अभी उन्होंने नेपाल (Nepal) का ट्रिप पूरा किया है और अब केन्या (Kenya) व आइसलैंड (Iceland) जाने की तैयारी में हैं. राजर्षिता हर साल विदेश की सैर करने के लिए कम-से-कम 10 लाख रुपये अलग रख दिया करती हैं. उनका कहना है कि वह हर महीने 3-4 फीसदी फायदा कमाने का टारगेट रखती हैं. जैसे ही ये टारगेट अचीव होता है, वह ट्रेडिंग बंद कर सैर करने निकल पड़ती हैं.
कमोडिटी ट्रेडिंग कैसे करें – How To Start Commodity Trading In India
कमोडिटी ट्रेडिंग कैसे करें, Commodity Trading Kaise Kare: कमोडिटी ट्रेडिंग शुरू करने के लिए किसी भी ब्रोकर के पास ट्रेडिंग अकाउंट खुलवाना होता है। ट्रेडिंग अकाउंट ओपन करवाने के लिये बैंक अकाउंट, पैन कार्ड और एड्रेस प्रूफ चाहिये होता है उसके बाद अपने ट्रेडिंग अकाउंट में पैसे ऐड करके Commodity Market में ट्रेडिंग शुरू कर सकते है।
इससे पहले मैंने एक पोस्ट लिखी थी जिसमें मैंने बताया था कमोडिटी ट्रेडिंग क्या है – What Is Commodity Trading In Hindi अगर अब आपने उस पोस्ट को नहीं पढ़ा है तो उसे जरूर पढ़िये। इस पोस्ट में कमोडिटी ट्रेडिंग कैसे करें – How To Start Commodity Trading In India उसके बारे में जानेंगे।
कमोडिटी ट्रेडिंग शुरू करने के लिए कितने पैसों की जरुरत होती है
MCX में ट्रेडिंग 5000 रुपये से भी शुरू की जा सकती है लेकिन NCDEX में ट्रेडिंग शुरू करने के लिये 30000 रुपये तक की जरुरत होती है।
Margin: किसी भी कमोडिटी को खरीदने को लिये पुरे पैसे नहीं देने होते है, बस कुछ मार्जिन जमा करवाना होता है। जैसे: 1 किलो चांदी खरीदने के लिये सिर्फ 5000 रुपये का मार्जिन देना होता है। आम तौर पर ब्रोकर दवारा लिवरेज मिलती है लिवरेज एक उधार होता है जिससे ट्रेडर किसी भी कमोडिटी को खरीद सकता है और ट्रेड कम्पलीट होने के बाद उस उधार को ब्रोकर वापिस ले लेता है।
Lot Size: किसी भी कमोडिटी को अपने मन मुताबिक मात्रा में नहीं खरीद सकते है बल्कि पहले से ही निर्धारित Lot Size में खरीदना और बेचा जाता है जैसे: चांदी मिनी के 1 लोट में 1 किलो चांदी होती है अगर आपको 2 किलो चांदी खरीदनी है तो कमोडिटी एक्सचेंज पर चांदी के 2 लोट खरीदने होंगे।(How To Do Commodity Trading In India In Hindi)
ट्रेडिंग के लिये 5 सबसे बढ़िया कमोडिटी (Top Commodity To Trade In India)
- Crude Oil: क्रूड ऑइल सिर्फ भारत में ही नहीं बल्कि दुनिया की सबसे ज्यादा ट्रेड होने वाली कमोडिटी में से एक है। क्रूडऑयल के 1 Lot को डिलीवरी पर खरीदने के लिये लगभग 55000 रुपयों की जरुरत होती है।
- Silver: सिल्वर एक Precious Metal है 5 Kg. सिल्वर के 1 Lot को डिलीवरी पर खरीदने के लिये लगभग 25000 रुपयों की जरुरत होती है और 1 Kg Silver Mic के 1 Lot डिलीवरी पर को खरीदने के लिये लगभग 5000 रूपये मार्जिन देना होता है।
- Gold: Gold इस दुनिया की सबसे पुरानी करेंसी कमोडिटी में से एक है। 100 ग्राम सोने के 1 लोट को डिलीवरी पर खरीदने के लिये लगभग 35000 रुपये निवेश करने होते है। 4. Natural Gas: नेचुरल गैस एक Environment फ्रेंडली फ्यूल है समय के साथ इसकी डिमांड भी बढ़ रही है। नेचुरल गैस के 1 Lot को डिलीवरी पर खरीदने के लिये लगभग 23500 रुपयों की जरुरत होती है।
कमोडिटी ट्रेडिंग में प्रॉफिट कैसे कैलकुलेट करते है
मान लीजिये आपने Crude Oil Future का 1 Lot को 3410 रुपये पर ख़रीदा, जिसकी एक्सपायरी 1 महीने बाद है और एक्सपायरी के समय उसकी प्राइस 3510 रुपये हो जाती है तो आपका प्रॉफिट होगा (3510-3410) = 100 Rupee Per Unit
Actual Profit = 100*100 = 10000 Rupee Profit
इसे भी पढ़े:
Commodity Market में किसी कमोडिटी की प्राइस डिमांड और सप्लाई पर तय होती है। यदि किसी कमोडिटी की Market Demand बढ़ जाये लेकिन उसकी सप्लाई न बढे तो उस कमोडिटी की प्राइस भी बढ़ जाती है। और अगर कमोडिटी की सप्लाई डिमांड से ज्यादा हो तो उस कमोडिटी की प्राइस घट जाती है। डिमांड और सप्लाई के अलावा Volume, Commodity Usage, Liquidity से भी कमोडिटी की प्राइस घटती – बढ़ती है।
कमोडिटी ट्रेडिंग में अनुशासन का होना जरूरी है इसलिये एक अच्छी ट्रेडिंग स्ट्रेटेजी बनाये जिसमे मनी मैनेजमेंट, स्टॉप लोस्स, टारगेट, रिस्क मैनेजमेंट, एंट्री – एग्जिट पॉइंट इन सभी बातों का ध्यान रखा गया हो। डर या लालच में आकर ख़रीदे या बेचें नहीं।कमोडिटी ट्रेडिंग कैसे करें – How To Start Commodity Trading In India