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गोल्ड और ईटीएफ

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कोरोना काल में तेजी से बढ़ा सोने में निवेश, गोल्ड गोल्ड और ईटीएफ ईटीएफ में आया 3500 करोड़ रुपये

कोरोना काल और लॉकडाउन ने सब कुछ बदलकर रख दिया है। जहां ज्यादातर लोगों के काम धाम बंद होने से लेकर कमाई पर भारी असर पडा है। वहीं लोग निवेश के लिए (Gold Exchange Trend Fund) गोल्ड एक्सचेंज ट्रेडेड फंड (ETF) को चुन रहे हैं। यही वजह है कि इस साल 2020 की पहली छमाही में ईटीएफ में शुद्ध रूप से 3,500 करोड़ रुपये का निवेश आया है। एसोसिएशन ऑफ म्यूचुअल फंड्स इन इंडिया (एम्फी) के आंकड़ों से यह जानकारी मिली है।

कोरोना काल के बीच लोगों ने जोखिम वाली संपत्तियों से अपना रुपया निकालकर (Save Investment) सुरक्षित निवेश विकल्पों में बढाया है। इसी के कारण (GOLD ETF) गोल्ड ईटीएफ का आकर्षण बढ़ा है। इससे पिछले साल की समान छमाही यानी जनवरी-जून, 2018 के दौरान निवेशकों ने गोल्ड ईटीएफ से 160 करोड़ रुपये की निकासी की थी। पिछले करीब एक साल से यह इस श्रेणी का प्रदर्शन अच्छा रहा है।

Gold ETF में सात साल का रिकॉर्ड निवेश

Gold ETF में सात साल का रिकॉर्ड निवेश

नई दिल्ली (एजेंसी)। गोल्ड एक्सचेंज ट्रेडेड फंड (ईटीएफ) में जनवरी के दौरान 200 करोड़ रुपए का शुद्ध निवेश किया गया है। यह सात साल का सबसे ऊंचा स्तर है। दुनिया के विभिन्न हिस्सों में भू-राजनीतिक तनाव और वैश्विक अर्थव्यवस्था में सुस्ती को देखते हुए निवेशक सुरक्षित एसेट क्लास का रुख कर रहे हैं।

एसोसिएशन ऑफ म्यूचुअल फंड्स इन इंडिया (एंफी) के आंकड़ों से मिली जानकारी के मुताबिक जनवरी में गोल्ड ईटीएफ में 202 करोड़ रुपए का जनवरी लगातार तीसरा महीना रहा, जब गोल्ड ईटीएफ में शुद्ध निवेश हुआ है। इससे पिछले महीने यह निवेश 27 करोड़ रुपए रहा था। नवंबर में इसमें 7.68 करोड़ रुपए का निवेश हुआ था। हालांकि, अक्टूबर में गोलड ईटीएफ से 31.45 करोड़ रुपए की निकासी की गई थी। गोल्ड ईटीएफ में शुद्ध निवेश होने और लगातार तीसरे महीने ऐसी स्थिति गोल्ड और ईटीएफ रहने के कारण ये साल के सबसे उच्चतम स्तर पर पहुंच गया है।

Gold ETF: निवेशकों का सोने से मोह नहीं हुआ भंग, जून तिमाही में गोल्ड ईटीएफ में निवेश किए 1328 करोड़ रुपये

पेपर गोल्ड (Paper Gold) में निवेश (Investment) करने का सबसे अच्छा तरीका गोल्ड ईटीएफ (Gold ETF) खरीदना है।

निवेशकों ने गोल्ड एक्सचेंज ट्रेडेड फंड्स (गोल्ड ईटीएफ) में जून 2021 को समाप्त तिमाही में 1328 करोड़ रुपये का निवेश किया है। विशेषज्ञों का मानना है कि चालू वित्त वर्ष के शेष महीनों में निवेश का यह प्रवाह जारी रहेगा।

नई दिल्ली, पीटीआइ। निवेशकों ने गोल्ड एक्सचेंज ट्रेडेड फंड्स (गोल्ड ईटीएफ) में जून, 2021 को समाप्त तिमाही में 1,328 करोड़ रुपये का निवेश किया है। विशेषज्ञों का मानना है कि चालू वित्त वर्ष के शेष महीनों में निवेश का यह प्रवाह जारी रहेगा। एसोसिएशन आफ म्यूचुअल फंड्स इन इंडिया के आंकड़ों से यह जानकारी मिली। बता दें कि पिछले वर्ष समान तिमाही में गोल्ड ईटीएफ में निवेश का गोल्ड और ईटीएफ आंकड़ा 2,040 करोड़ रुपये रहा था।

आधार के बिना नहीं खरीद पाएंगे सोना-चांदी! सरकार ला सकती है नए नियम

नई दिल्ली/टीम डिजिटल। मनी लॉन्ड्रिंग (Money laundering) और काले धन (Black Money) पर लगाम कसने के लिए सरकार जल्द ही सोने-चांदी की बड़ी खरीदारी के लिए पैन (Pan) की बजाय आधार नंबर (Aadhar Number) को अनिवार्य बना सकती है। इस संबंध में वित्त मंत्रालय (Ministry of Finance) में प्रस्ताव तैयार हो रहा है। वित्त मंत्रालय कई विकल्पों पर विचार कर रहा है जिसमें आधार या अन्य आईडी प्रूफ (ID Proof) भी शामिल हो सकता है। एक रिपोर्ट के अनुसार पैन नंबर के स्थान पर आधार नंबर को प्राथमिकता दी जा रही है।

OTP वेरिफिकेशन के बाद ही कर पाएंगे खरीदारी
नवंबर 2019 में नोटबंदी (Demonetisation) और जुलाई 2017 में वस्तु एवं सेवा कर (गोल्ड और ईटीएफ GST) लागू होने के बाद सरकार सभी वाणिज्यिक गतिविधियों पर कड़ी नजर रखी जा रही है। इसके बावजूद वाणिज्यिक गोल्ड और ईटीएफ गतिविधियों के संबंध में लागू नियमों की समीक्षा की जरूरत महसूस की जा रही है। पिछले कुछ महीनों में कई ज्वेलरी सौदों में पैन नंबर के गलत इस्तेमाल गोल्ड और ईटीएफ के बाद ऐसे सौदों के लिए आधार नंबर को ओटीपी वेरिफिकेशन (OTP Verification) के साथ अनिवार्य बनाने का प्रस्ताव तैयार किया गया है। 1 फरवरी को पेश किए जाने वाले बजट में इसकी घोषणा हो सकती है। गोल्ड और ईटीएफ जुलाई 2019 में पेश किए गए बजट में सोना-चांदी पर आयात शुल्क को 10 से बढ़ाकर 12.5 प्रतिशत किया गया है। इसका ज्वेलर्स ने विरोध किया था जिसका परिणाम यह निकला कि सोना-चांदी की तस्करी बढ़ गई है।

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