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व्यापार विदेशी मुद्रा नासिक

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अब देश में ही बने कागज पर छपेंगे 1000 रुपये के नोट (फोटो: भाषा)

विश्वविद्यालय द्वारपाल सेवाएं

आपको जिन कुछ दस्तावेज़ों की आवश्यकता होगी, उनमें ट्रांसक्रिप्ट शामिल हैं जो आपके द्वारा अब तक किए गए सभी पाठ्यक्रमों की मार्कशीट हैं, जिसमें व्यापार विदेशी मुद्रा नासिक आपके ग्रेड, क्रेडिट और आपको प्राप्त की गई डिग्री का विवरण शामिल है।

आपको अकादमिक दस्तावेजों को शामिल करना होगा जिसमें स्कूल या स्नातक स्तर पर आपके द्वारा अध्ययन किए गए पाठ्यक्रमों और मॉड्यूल और आपको प्राप्त ग्रेड के बारे में विवरण शामिल होंगे। आप जिन विश्वविद्यालयों में आवेदन करते हैं, वे आपसे इन दस्तावेजों की आधिकारिक प्रतियां जमा करने की अपेक्षा करेंगे, न कि कोई स्क्रीनशॉट या प्रिंटआउट।

ये अकादमिक प्रतिलेख महत्वपूर्ण हैं क्योंकि वे इस बात का प्रमाण हैं कि आपने जिस पाठ्यक्रम के लिए आवेदन किया है उसे करने के लिए आपके पास आवश्यक शैक्षणिक योग्यताएं हैं।

आपने जिस विश्वविद्यालय के लिए आवेदन किया है, उसकी आवश्यकताओं के आधार पर सभी मार्कशीट की मूल या प्रमाणित प्रतियां, उन सभी संस्थानों से डिग्री प्रमाण पत्र शामिल व्यापार विदेशी मुद्रा नासिक करना चाहिए, जिनमें आपने अपनी माध्यमिक शिक्षा के बाद अध्ययन किया है।

जब आप आवेदन प्रक्रिया शुरू करते हैं तो आपके पास सभी आवश्यक टेप नहीं हो सकते हैं। उन्हें प्राप्त करने में बहुत समय और ऊर्जा खर्च हो सकती है। यह आपके प्रयासों को आवेदन प्रक्रिया के अन्य महत्वपूर्ण पहलुओं से हटा सकता है।

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Supreme Court: ईडी को है संपत्ति की जांच, जब्ती और गिरफ्तारी का अधिकार: सुप्रीम कोर्ट

ईडी के अधिकारों के बाबत दायर 240 याचिकाओं पर सर्वोच्च अदालत का बड़ा फैसला

Supreme court on Covid Vaccine

सुप्रीम कोर्ट का कोविड वैक्सीन को लेकर जनादेश

New Delhi: नई दिल्ली। देश की सर्वोच्च अदालत ने इंफोर्समेंट डायरेक्टरेट (ईडी) के अधिकारों को लेकर बड़ा फैसला दिया है। इस बाबत दायर 240 याचिकाओं पर सुप्रीम कोर्ट का फैसला आया है। इसमें कोर्ट ने प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग (पीएमएलए) एक्ट के तहत संपत्ति की जांच, गिरफ्तारी और कुर्की करने की प्रवर्तन निदेशालय की शक्ति को बरकरार रखा है। न्यायमूर्ति एएम खानविलकर की अगुवाई वाली पीठ ने ईडी द्वारा की गई गिरफ्तारी, जब्ती और जांच की प्रक्रिया को चुनौती देने वाली याचिकाओं के एक बैच पर फैसला सुनाया। ये फैसला ऐसे समय में आया है, जब सोनिया गांधी से ईडी की पूछताछ के विरोध में कांग्रेस देशभर में प्रदर्शन कर रही है। इससे पहले भी चाहे वो केजरीवाल सरकार के मंत्री हों या महाविकास अघाड़ी के नेता। ईडी की तरफ से की जा रही कार्रवाई को राजनीति की भावना से प्रेरित बताकर विपक्षी दलों की ओर से ईडी और केंद्र सरकार पर निशाना साधा जाता रहा है।

धन शोधन निवारण अधिनियम को 2002 में अधिनियमित किया गया था और इसे 2005 में लागू किया गया। इस कानून का मुख्य उद्देश्य काले धन को सफेद में बदलने की प्रक्रिया (मनी लॉन्ड्रिंग) से लड़ना है। मनी लॉन्ड्रिंग को रोकना, अवैध गतिविधियों और आर्थिक अपराधों में काले धन के उपयोग को रोकना, मनी लॉन्ड्रिंग में शामिल या उससे प्राप्त संपत्ति को जब्त करना और मनी लॉन्ड्रिंग के जुड़े अन्य प्रकार के संबंधित अपराधों को रोकने का प्रयास करना है।

प्रवर्तन निदेशालय, जिसे अंग्रेजी में इन्फोर्समेंट डॉयरेक्टरेट यानी ईडी कहा जाता है। भारत सरकार के वित्त मंत्रालय के राजस्व विभाग के अधीन यह विशेष वित्तीय जांच व्यापार विदेशी मुद्रा नासिक एजेंसी है। ईडी प्रमुख तौर पर फेमा 1999 के उल्लंघन से संबंधित मामलों जैसे हवाला, लेनदेन, फॉरेन एक्सचेंज रैकेटियरिंग के मामलों की जांच करती है। ईडी विदेशी मुद्रा का अवैध व्यापार, विदेशों में संपत्ति की खरीद, भारी मात्रा में विदेशी मुद्रा के कब्जे से जुड़े मामले में जांच करता है।

ईडी ने जनवरी 2021 में जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला और अक्टूबर 2018 में पूर्व केंद्रीय मंत्री और वरिष्ठ कांग्रेस नेता पी. चिदंबरम के बेटे शिवगंगा के सांसद कार्ति चिदंबरम सहित अन्य राजनेताओं के खिलाफ भी इसी तरह की कार्रवाई की है। फारूक के मामले में (जम्मू और कश्मीर क्रिकेट एसोसिएशन से संबंधित एक मामले में कथित मनी लॉन्ड्रिंग की जांच से संबंधित), कुर्क की गई संपत्तियों में श्रीनगर में उसका गुप्कर रोड स्थित निवास, जहां वो उस वक्त रह रहे थे। पीएमएलए के तहत ईडी की तरफ से शिवसेना नेता संजय राउत से जुड़ी जमीन के टुकड़े (भूखंड) और फ्लैट को फ्रीज करने के लिए एक अस्थायी कुर्क के आदेश जारी किए हैं। यह कुर्की मुंबई में एक ‘चॉल’ के पुनर्विकास से संबंधित 1,034 करोड़ रुपये के भूमि घोटाले से जुड़ी मनी लॉन्ड्रिंग जांच से जुड़ी है। पश्चिम बंगाल सरकार में मंत्री पार्थ चटर्जी पर भी ईडी की कार्रवाई लगातार जारी है।

सबसे बड़ा सवाल कि क्या इसका मतलब यह है कि राउत, जैन या किसी और व्यक्तियों को तुरंत घरों व्यापार विदेशी मुद्रा नासिक या कार्यालयों से बाहर कर दिया जाता है? जरूरी नहीं है कि ठीक ऐसा ही हो। ईडी द्वारा जारी अनंतिम कुर्की आदेश किसी संपत्ति को तत्काल सील करने का कारण नहीं बनता है। उदाहरण के लिए फारूक अब्दुल्ला ने अपने घर में रहना जारी रखा, जबकि मामला अदालतों में लंबित रहा। चिदम्बरम परिवार ने भी नई दिल्ली में अपनी संपत्ति का 50 प्रतिशत कुर्क होने के बाद भी उसका आनंद लेना जारी रखा।

Economics Questions Quiz in Hindi

अर्थशास्त्र के अति महत्वपूर्ण प्रश्नोत्तर – विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं में अर्थशास्त्र (Economics )पर आधारित काफी प्रश्न पूछे जाते है .इसलिए जो उम्मीदवार Banking ,SSC ,Police ,IAS/PCS/ रेलवे इत्यादि अन्य परीक्षाओं की तैयारी कर रहे है तो ,उन्हें अर्थशास्त्र से रिलेटिड जानकारी होनी चाहिए .इस पोस्ट में नीचे अर्थशास्त्र प्रश्नोत्तरी PDF ,Economics GK Questions दिए गए है .जो पहले प्रतियोगी परीक्षाओं में पूछे जा चुके है .इसलिए इन्हें आप ध्यानपूर्वक पढ़े ,यह आपकी परीक्षाओं के लिए फायदेमंद रहेंगे .

(a) बैंकों के पास माँग जमा
(b) चलन में मुद्रा
(c) बैंकों के पास सावधिक जमा
(d) गैर-बैंकीय वित्तीय संस्थाओं के पास जमा

देश में ही बने कागज पर छपेंगे 1000 रुपए के नोट

आपकी आँखों मे चमक और जेब मे वजन लाने वाले हजार और पांच सौ रूपये के नोट अब देशी कागज पर छप कर मिलेंगे। आज होशंगाबाद में वित्त मंत्री अरुण जेटली ने सिक्योरिटी पेपर मिल मे इस पेपर को तैयार करने वाली यूनिट का उद्घाटन किया और इस खास पेपर की पहली खेप नासिक के लिए रवाना की जहाँ पांच सौ और हजार रूपये के नोट इस स्वदेशी कागज पर छ्पेंगें।

देश में ही बने कागज पर छपेंगे 1000 रुपए के नोट

अब देश में ही बने कागज पर छपेंगे 1000 रुपये के नोट (फोटो: भाषा)

आपकी आँखों मे चमक और जेब मे वजन लाने वाले हजार और पांच सौ रूपये के नोट अब देशी कागज पर छप कर मिलेंगे। आज होशंगाबाद में वित्त मंत्री अरुण जेटली ने सिक्योरिटी पेपर मिल मे इस पेपर को तैयार करने वाली यूनिट का उद्घाटन किया और इस खास पेपर की पहली खेप नासिक के लिए रवाना की जहाँ पांच सौ और हजार रूपये के नोट इस स्वदेशी कागज पर छ्पेंगें।

अब तक ये बड़े नोट विदेश से आयात कागज पर छपते थे जिनके आयात पर बड़ा पैसा खर्च होता था. होशंगाबाद के प्रतिभूति कागज कारखाना मे आज सुबह जब वित्त मंत्री अरुण जेटली ने जब नए बैंक नोट कागज लाईन की यूनिट का उदघाटन किया व्यापार विदेशी मुद्रा नासिक तो उनके चेहरे पर संतोष दिख रहा था।

करीब 500 करोड़ रूपये की इस यूनिट से हर साल दस हजार टन बेहतरीन कागज बनेगा जिसका उपयोग हजार और पांच सौं के नोट छापने मे किया जायेगा।

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अब तक इन बड़े नोट छापने के लिए कागज आयत किया जाता था जिसमे बड़ी विदेशी मुद्रा खर्च होती थी. साथ ही नोट पर बनने वाले सुरक्षा निशान भी विदेशी कागज के अनुसार बनाना पड़ते थे। वित्त मंत्री ने कहा की अब बड़े नोटों पर दस नए सुरक्षा निशान भी भारतीय कागज के अनुसार बनेगें जिससे नकली मुद्रा के व्यापार विदेशी मुद्रा नासिक चलन पर भी रोक लगेगी।

अरुण जेटली ने इसे अपनी सरकार के मेक इन इंडिया पालिसी के तहत उठाया कदम बताया. नोट के कागज बनाने के इस नए प्लांट मे अत्याधुनिक मशीनों से कअगज के निरीक्षण और गुणवत्ता पर नजर राखी जायेगी।

इससे बनने वाला कागज थ्री डी वाटर मार्क बैंक नोट कागज होगा जिसकी देश मे मांग 25 हजार मीट्रिक टन है मगर देश मे इसका उत्पादन बेहद कम है नई यूनिट ये कमी पूरी करेगी. वित्त मंत्री ने इस मोके पर इस खास कागज से भरे चार वेगन की ट्रेन को नासिक के लिए हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।

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