रणनीति विदेशी मुद्रा

India Forex Reserves: भारत के लिए अच्छी खबर, विदेशी मुद्रा भंडार में आया 14.72 अरब डॉलर का उछाल
RBI Data: एक ही रणनीति विदेशी मुद्रा हफ्ते में विदेशी मुद्रा भंडार में ये सबसे बड़ा इजाफा देखने को मिला है और ये बढ़कर 545 अरब डॉलर के करीब जा पहुंचा है.
By: ABP Live | Updated at : 18 Nov 2022 06:08 PM (IST)
प्रतिकात्मक फोटो ( Image Source : Getty )
India Foreign Currecy Reserves: भारत के लिए अच्छी खबर है. विदेशी मुंद्रा भंडार (India Forex Reserves) में जबरदस्त उछाल आया है. 11 नवंबर, 2022 को खत्म हफ्ते में विदेशी मुद्रा भंडार में 14.72 अरब डॉलर का उछाल आया है. आरबीआई ( Reserve Bank Of India) के मुताबिक विदेशी मुद्रा भंडार 14.72 अरब डॉलर बढ़कर 544.715 अरब डॉलर पर जा पहुंचा है. इससे पहले 4 नवंबर को समाप्त हुए सप्ताह में विदेशी मुद्रा भंडार 1.रणनीति विदेशी मुद्रा 09 अरब डॉलर घटकर 529.99 अरब डॉलर रह गया था. विदेशी करेंसी एसेट्स जो कुल रिजर्व का प्रमुख हिस्सा माना जाता है वो 11.8 अरब डॉलर बढ़कर 482.53 अरब डॉलर रहा है. गोल्ड रिजर्व 2.64 अरब डॉलर बढ़कर 39.70 अरब डॉलर पर जा पहुंचा है.
भारत के विदेशी मुद्रा भंडार में बड़े इजाफे की वजहों पर नजर डालें तो माना जा रहा है कि हाल के दिनों में आरबीआई ने डॉलर की जबरदस्त खरीदारी की है. तो अमेरिकी डॉलर में मजबूती पर ब्रेक लगा है ऐसे में रिवैल्यूशन गेन के चलते भी विदेशी मुद्रा भंडार में इजाफा हुआ है. इससे पहले 28 अक्टूबर, 2022 को खत्म हुए हफ्ते में विदेशी मुद्रा भंडार में 6.56 अरब डॉलर का इजाफा हुआ था और ये बढ़कर 531.08 अरब डॉलर पर जा पहुंचा था जो सितंबर 2021 के बाद सबसे बड़ा उछाल था.
भारत का विदेशी मुद्रा भंडार इस वर्ष मार्च में 607 अरब डॉलर था जो 3 सितंबर 2021 के 642.45 अरब डॉलर से 97.73 अरब डॉलर कम है. हालांकि 21 अक्टूबर को खत्म हुए हफ्ते में 117.93 अरब डॉलर की गिरावट आ चुकी थी जब विदेशी मुद्रा भंडार घटकर 524.52 अरब डॉलर पर जा पहुंचा था. और उन लेवल से रिजर्व में सुधार देखा जा रहा है. बीते 13 हफ्ते में से 11 हफ्ते में विदेशी मुद्रा भंडार में गिरावट दर्ज की गई है. महंगे आयात और रूस यूक्रेन युद्ध के बाद से लगातार विदेशी मुद्रा भंडार में गिरावट देखने को मिली थी.
दरअसल डॉलर के मुकाबले रुपये को गिरने से बचाने के लिए रणनीति विदेशी मुद्रा आरबीआई को दखल देते हुए डॉलर बेचना पड़ा था इसके चलते विदेशी मुद्रा भंडार में कमी आई थी. हालांकि अमेरिकी फेडरल रिजर्व महंगाई पर नकेस कसने के लिए ब्याज दरें बढ़ाता रहा है तो डॉलर इससे मजबूत होता जाएगा. कई जानकारों का मानना है कि विदेशी मुद्रा भंडार घटकर 510 अरब डॉलर तक गिर सकता है.
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Published at : 18 Nov 2022 06:05 PM (IST) Tags: RBI Data रणनीति विदेशी मुद्रा India Forex Reserves India Foreign Currecy Reserves हिंदी समाचार, ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें abp News पर। सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट एबीपी न्यूज़ पर पढ़ें बॉलीवुड, खेल जगत, कोरोना Vaccine से जुड़ी ख़बरें। For more related stories, follow: Business News in Hindi
डेली अपडेट्स
मुद्रास्फीति दर: बाज़ार मुद्रास्फीति में परिवर्तन मुद्रा विनिमय दरों में परिवर्तन का कारण बनता है। उदाहरण के लिये दूसरे देश की तुलना में कम मुद्रास्फीति दर वाले देश की मुद्रा के मूल्य में वृद्धि देखी जाती है।
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इसमें निर्यात, आयात, ऋण आदि सहित कुल लेन-देन शामिल हैं।
उत्पादों के आयात पर अपने विदेशी मुद्रा कोअधिक खर्च करने के कारण चालू खाते में घाटा, निर्यात की बिक्री से होने वाली आय से मूल्यह्रास का कारण बनता रणनीति विदेशी मुद्रा है और यह किसी देश की घरेलू मुद्रा की विनिमय दर में उतार-चढ़ाव को बढ़ावा देता है।
सरकारी ऋण: सरकारी ऋण केंद्र सरकार के स्वामित्व वाला ऋण है। बड़े सरकारी कर्ज वाले देश में विदेशी पूंजी प्राप्त करने की संभावना कम होती है, जिससे मुद्रास्फीति बढ़ जाती है।
इस मामले में,विदेशी निवेशक अपने बॅाण्ड की विक्री खुले बाज़ार में करेंगे, यदि बाज़ार किसी निश्चित देश के भीतर सरकारी ऋण का अनुमान लगाता है। परिणामतः इसकी विनिमय दर के मूल्य में कमी आएगी।
UPSC सिविल सेवा परीक्षा, विगत वर्ष के प्रश्न
प्रिलिम्स:
प्रश्न. भुगतान रणनीति विदेशी मुद्रा सन्तुलन के संदर्भ में निम्नलिखित में से किससे/किनसे चालू खाता बनता है? (2014)
- व्यापार संतुलन
- विदेशी संपत्ति
- अदृश्य का संतुलन
- विशेष आहरण अधिकार
नीचे दिये गए कूट का प्रयोग कर सही उत्तर चुनिये:
(a) केवल 1
(b) केवल 2 और 3
(c) केवल 1 और 3
(d) केवल 1, 2 और 4
उत्तर: (c)
व्याख्या:
- भुगतान संतुलन (BoP) दो मुख्य पहलुओं से बना है: चालू खाता और पूंजी खाता।
- BoP का चालू खाता वस्तुओं, सेवाओं, निवेश आय और हस्तांतरण भुगतानों के प्रवाह व बहिर्वाह को मापता है। सेवाओं में व्यापार (अदृश्य); माल के रूप में व्यापार (दृश्यमान); एकतरफा स्थानांतरण; विदेशों से प्रेषण; अंतर्राष्ट्रीय सहायता चालू खाते के कुछ मुख्य घटक हैं। जब सभी वस्तुओं और सेवाओं को संयुक्त किया जाता है, तो वे एक साथ मिलकर किसी देश का व्यापार संतुलन (BoT) को दर्शाता है। अतः कथन 1 और 3 सही हैं।
- BoP का पूंजी खाता किसी देश के निवासियों और बाकी दुनिया के बीच उन सभी लेनदेन को रिकॉर्ड करता है, जो देश के निवासियों या उसकी सरकार की संपत्ति या देनदारियों में बदलाव का कारण बनते हैं
- निजी अथवा सार्वजनिक क्षेत्रों द्वारा ऋण और उधार; निवेश; विदेशी मुद्रा भंडार में परिवर्तन पूंजी खाते के घटकों के कुछ उदाहरण हैं। अतः कथन 2 और 4 सही नहीं हैं। इसलिये विकल्प (c) सही उत्तर है।
मेन्स:
प्रश्न.भारतीय अर्थव्यवस्था के विकास के लिये प्रत्यक्ष विदेशी निवेश की आवश्यकता का औचित्य सिद्ध कीजिये। हस्ताक्षरित समझौता ज्ञापनों और वास्तविक एफडीआई के बीच अंतर क्यों है? भारत में वास्तविक एफडीआई बढ़ाने के लिये उठाए जाने वाले उपचारात्मक कदमों का सुझाव दीजिये।
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एक विदेशी मुद्रा व्यापार रणनीति जो एक तश्तरी पैटर्न की उपस्थिति से संकेतित प्रवृत्ति परिवर्तन से लाभ की तलाश करती है, जिसे राउंडिंग तल के रूप में भी जाना जाता है, सावधान चार्ट विश्लेषण और ट्रेडिंग वॉल्यूम मार्केट रिवर्सल के पैटर्न के संकेत की पुष्टि करने के लिए
तश्तरी का पैटर्न मूल रूप से यू के आकार में होता है, जो आमतौर पर एक लंबे, निरंतर डाउनट्रेन्ड के अंत में होता है। चूंकि पैटर्न आमतौर पर अन्य बाजार-तल के निर्माण के साथ तुलना करने के लिए अपेक्षाकृत लंबा समय लगता है, इसलिए इसे पहचानना मुश्किल हो सकता है। पैटर्न का मूल्य निम्न गति से बहुत धीमी गति से किया जाता है जिससे वह धीरे-धीरे बढ़ता जा सकता है। एक अच्छी ट्रेडिंग रणनीति को लागू करने के लिए, व्यापारियों को तश्तरी के शुरुआती बिंदु की पहचान करने के लिए पैटर्न के पूरा होने के बिंदु को प्रक्षेपित करना चाहिए, जब मूल्य शुरुआती बिंदु मूल्य से ऊपर वापस ले जाएगा बाजार में इस बिंदु से अक्सर एक नाटकीय उल्टा ब्रेकआउट अनुभव होता है, और इस तरह के ब्रेकआउट होने से पहले व्यापारियों को बाजार में लंबे स्थान पर रखा जाना फायदेमंद होता है। एक साधारण व्यापारिक रणनीति पैटर्न के अनुमानित पूरा होने के निकट खरीदना है, पैटर्न के आधे रास्ते के नीचे स्थित प्रारंभिक रोक-नुकसान के साथ।
दो कारक व्यापारियों को पैटर्न और इसके संभावित पूरा बिंदु दोनों को पहचानने में मदद कर सकते हैं, जो उन्हें अच्छे व्यापार प्रवेश बिंदु की पहचान करने में भी मदद करता है। वॉल्यूम आमतौर पर पैटर्न के पहले छमाही के दौरान घट जाती है और फिर कीमत बढ़ने के साथ-साथ लगातार बढ़ती जाती है। इस तरह के एक वॉल्यूम पैटर्न अक्सर केवल अस्थायी रिट्रेसमेंट से कीमत में तश्तरी की चाल को अलग करता है। पैटर्न को मान्यता मिलने के बाद, व्यापारी समय सीमा को देखते हैं, जब पैटर्न के पहले छमाही का गठन हुआ। चूंकि तश्तरी पैटर्न आमतौर पर काफी सममित आकार के होते हैं, व्यापारियों ने पैटर्न को पूरा करने के लिए अपेक्षित संभावित समय सीमा की गणना कर सकते हैं और उस समय के दौरान होने वाले अच्छे व्यापार प्रविष्टि बिंदु के लिए देख सकते हैं। अतिरिक्त तकनीकी संकेतक जो आगे जा रहे समर्थन स्तरों को हल करने के लिए उपयोग किए जा सकते हैं, फिबोनैचि रेट्रेसमेंट्स और प्रमुख चलती औसत
एक रणनीति विदेशी मुद्रा भगोड़ा गैप पैटर्न खोलते समय मैं एक विदेशी मुद्रा रणनीति कैसे लागू करूँ? | इन्वेस्टोपेडिया
विदेशी मुद्रा बाजार में भगोड़ा अंतर पैटर्न को खोलने के बाद विचार करने के लिए कुछ रणनीतियों के बारे में पढ़ें, जिसमें उन्हें थकावट अंतराल से अंतर कैसे करना है।
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एक आम विदेशी मुद्रा व्यापारिक रणनीति सीखें, जो व्यापारियों का उपयोग तीन काले कौवे कैंडलस्टिक पैटर्न द्वारा दी गई मंदी के बाजार में उलट संकेतन पर भुनाने के लिए करते हैं।
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एक गोलाकार तल पैटर्न के गठन को पहचानने के आधार पर लाभदायक विदेशी मुद्रा व्यापार रणनीति को लागू करने के लिए प्रमुख कारकों को समझें।
आर्थिक संकट में घिरे पाकिस्तान का विदेशी मुद्रा भंडार समाप्त होने के कगार पर, दुनिया उसकी ओर से खींच रही हाथ
Pakistan Economic Crisis पाकिस्तान पिछले कुछ समय से भयावह आर्थिक संकट में फंसा हुआ है। उसका विदेशी मुद्रा भंडार समाप्त होने के कगार पर है तो दुनिया उसकी ओर से हाथ खींच रही है। रणनीति दीर्घकाल में अब पाकिस्तान के लिए नुकसानदेह साबित होती दिख रही है।
डा. लक्ष्मी शंकर यादव। पिछले लंबे समय से आर्थिक संकट से जूझ रहे पाकिस्तान में डीजल-पेट्रोल के दाम ऊंचाई के रिकार्ड स्तर पर पहुंच चुके हैं। साथ ही बिजली की कटौती भी बढ़ गई है। पेट्रोलियम उत्पादों पर सब्सिडी खत्म कर दी गई है और गैर जरूरी सामानों के आयात पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। नगदी की कमी से संकटग्रस्त पाकिस्तान भारी महंगाई, रुपये की कीमत में गिरावट और कठिन वैश्विक वित्तीय दशाओं से जूझ रहा है।
ऐसे में दिवालिया होने की कगार पर खड़े पाकिस्तान ने 30 अरब पाकिस्तानी रुपये का अतिरिक्त कर लगाने का निर्णय किया है। तेल और गैस के भुगतान में चूक से बचने के लिए सरकार 100 अरब पाकिस्तानी रुपये जुटाने का प्रयास कर रही है। इस संबंध में उसने आइएमएफ से एक समझौता कर लिया है। इस बीच पाकिस्तान सरकार ने डीजल व पेट्रोल के रणनीति विदेशी मुद्रा दाम बढ़ा दिए हैं। बढ़ोतरी के बाद डीजल 245 और पेट्रोल 277 रुपये प्रति लीटर हो गया है। पाकिस्तान की बिगड़ती आर्थिक स्थिति का रणनीति विदेशी मुद्रा अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि बीते 11 महीने में देश के कर्ज में 15 प्रतिशत से ज्यादा की वृद्धि हुई है। अमेरिका स्थित एक रेटिंग एजेंसी ने 28 जुलाई को पाकिस्तान की दीर्घकालिक रेटिंग को स्थिर से घटाकर नकारात्मक कर दिया है। इस दिन पाकिस्तानी रुपया अमेरिकी डालर के मुकाबले रिकार्ड निचले स्तर पर जाकर 240 पर बंद हुआ था। अगर स्थिति में सुधार नहीं हुआ तो आगे हालात और खराब हो जाएंगे।
आइएमएफ से मदद की गुहार
आर्थिक संकट से निपटने के लिए पाकिस्तान के सेना प्रमुख ने अपने देश की खातिर आइएमएफ यानी अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष से 1.7 अरब डालर की धनराशि जल्द जारी कराने के लिए अमेरिका से मदद मांगी है। विदित हो कि पाकिस्तान और आइएमएफ ने मूलरूप से वर्ष 2019 में बेलआउट समझौते पर हस्ताक्षर किए थे, लेकिन 1.7 अरब डालर की किस्त पर इस साल के आरंभ में रोक लगा दी गई थी। अब पाक सेना प्रमुख ने अमेरिकी उपविदेशमंत्री वेंडी शरमन के साथ इस मामले पर चर्चा करके पाकिस्तान की मदद के लिए आइएमएफ में अपने प्रभाव का उपयोग करने की अपील की। सेना प्रमुख द्वारा इस तरह की अपील करना विशेष मायने रखता है।
पाकिस्तान की सेना ने अब तक 75 साल के इतिहास में आधे से अधिक समय तक देश पर शासन किया है और इस दौर में अमेरिका के साथ मिलकर काम किया है। शायद यही पुराना सहयोग काम करवा सके। जबकि हाल के वर्षो में मुख्य रूप से अफगानिस्तान के मामले को लेकर दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ गया था। इमरान खान के कार्यकाल में दोनों देशों के मध्य संबंध तनावपूर्ण रहे।
पाकिस्तान इस स्थिति से उबरने के लिए चालू वित्त वर्ष में विश्व बैंक, एशियाई विकास बैंक तथा इस्लामी विकास बैंक सहित अन्य बहुपक्षीय लेनदारों से लगभग 10 अरब डालर का कर्ज जुटाने की योजना बना रहा है। वर्तमान में पाकिस्तान की जो स्थिति बन गई है, ऐसे में आर्थिक संकट से उबरने के लिए वह कुछ भी करने को तैयार है। चीन पाकिस्तान इकोनमिक कारिडोर परियोजना के लिए पाकिस्तान की 7.9 अरब रुपये चीन से मांगने की योजना है। इसके लिए आइएमएफ की अनुशंसा की जरूरत होगी, जबकि वह इसके लिए राजी नहीं है। पाकिस्तान सरकार की तरफ से तीनों सेनाओं के विकास के लिए जारी रकम में से 72 अरब रुपये घटा दिए हैं। यह रकम कुल सैन्य बजट का पांचवा हिस्सा है। आइएमएफ का इरादा पाकिस्तान को चीन से ज्यादा कर्ज लेने से रोक लगाने का है। पाकिस्तान के 3950 अरब रुपये के बजट का 40 प्रतिशत हिस्सा कर्ज पर टिका है जो पिछले वर्ष की तुलना में 29 प्रतिशत ज्यादा है।
विदेश से उधार लेकर कर्ज तले दबा पाकिस्तान अब कर्ज के लिए अपने कुछ इलाकों और कंपनियों को दांव पर लगाने की तैयारी में है। पाकिस्तान यूएई का दो अरब डालर का कर्जदार बना हुआ है। इस कर्ज की परिपक्वता अवधि भी बीत चुकी है और पाकिस्तान इसकी अदायगी नहीं कर पाया है। यूएई ने इसकी अदायगी की अवधि को मार्च 2022 में एक साल के लिए बढ़ाकर मार्च 2023 कर दिया है। दूसरी तरफ चीन द्वारा दिए गए कर्ज को पाकिस्तान को 27 जून से 23 जुलाई के बीच अदा करना था। पाकिस्तान को दो अरब रणनीति विदेशी मुद्रा डालर के कर्ज का भुगतान चीन को करना है। फिलहाल कुछ समय के लिए चीन ने इसे स्थगित कर दिया है जो पाकिस्तान के लिए राहत की बात है। चीन ने इस परिपक्वता धनराशि की अदायगी के लिए अतिरिक्त समय दे दिया है। विदेशी मुद्रा भंडार बचाने एवं नगदी के संकट से जूझ रहे पाकिस्तान को हाल ही में चीन ने एक बार फिर 2.3 अरब डालर का ऋण मुहैया कराया है। इससे पहले भी चीन ने 4.5 अरब डालर का कर्ज दिया था। पाक की अर्थव्यवस्था को बढ़ाने, आजीविका में सुधार और वित्तीय स्थिरता बनाए रखने के लिए चीन पाकिस्तान का समर्थन करता है। परंतु यह रणनीति दीर्घकाल में अब पाकिस्तान के लिए नुकसानदेह साबित होती दिख रही है। चूंकि भारत उसका निकटतम पड़ोसी है, लिहाजा उसे वहां की अर्थव्यवस्था की बदहाली को देखते हुए पहले से ही सतर्क हो जाना चाहिए।