शेयर बाजार की मूल बातें

Swing Trading कैसे करे

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Scalping trading कैसे करे

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शेयर मार्किट में ट्रेडिंग करने के लिए ट्रेडिंग सेटअप (Trading Setup) के बारे में जानकारी होना बहोत ही जरुरी है | कोई भी ट्रेडिंग सेटअप बिना जानकारी पूरा नहीं जो सकता | इस आर्टिकल में आप एक ऐसे ट्रेडिंग सेटअप (Trading Setup) के बारे में जानेंगे जो आपकी शेयर मार्किट ट्रेडिंग को आसान बना देगा |हर किसी को पता है की शेयर मार्किट में बिना जानकारी हासिल किये ट्रेड करना मतलब Swing Trading कैसे करे अपने पैसे का नुकसान करना |अगर हम सहीसे अध्ययन करके ट्रेडिंग करे तो किसी भी नुकसान की संभावना कम रहती है |

आज हम एक ऐसे ही ट्रेडिंग सेटअप (Trading Setup monitors) के बारे में बात करेंगे जिसकी वजह से आप अगले दिन की ट्रेडिंग दिन के लिए बिलकुल तैयार रहेंगे |आपको कुछ चींजो का ख्याल रखना होगा ताकि आपको अगले दिन की मार्किट का हालचाल का अंदाजा आ जाये |इस ट्रेडिंग सेटअप को हम दिन का ट्रेडिंग सेटअप (Day Trading Setup) भी कह सकते है|

आपको पता है की काफी सारे ट्रेडर्स मार्किट की पूरी जानकारी न होने के कारन बिना जानकारी ट्रेडिंग करते है और भारी नुकसान उठाते है | ट्रेडिंग एक ऐसा प्लेटफॉर्म है जहा पे सेलर्स और बायर्स रहते है और यहाँ पे जो पेशेवर खिलाडी होते है वो पूरी तरह नए ट्रेडर्स का फायदा उठाते है | इसीलिए इस आर्टिकल में आपको एक सरल ट्रेडिंग सेटअप (Simple Trading Setup)) के बारे में जानकारी मिलेगी जिससे आप एक दिन पहले ही अगले दिन की ट्रेडिंग के लिए तैयार रहेंगे |

इसमें हम कुछ ऐसी बाते जानेंगे जिसका आप थोडासा ध्यान रखेंगे तो कोई भी गलत ट्रेड लेने से आप खुद को बचा सकते है | इसमें निचे दिए गए तीन चीजोंका ध्यान रखना बहोत जरुरी है|अगले दिन का मार्किट चालू होने से पहले अगर आप इन तीनो चीजों पे ध्यान रखोगे तो आपकी ट्रेडिंग लाभदायक होने से कोई Swing Trading कैसे करे नहीं रोक सकता |

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ग्लोबल मार्किट सेनारिओ (Global Market Scenario for Trading Setup)

आपको पता होगा की ग्लोबल मार्किट का बहुत बड़ा असर हमरे इंडियन मार्किट पे पड़ता है | इसीलिए हमें ग्लोबल मार्किट की हलचल के बारे में पता होना चाहिए | हमें ग्लोबल मार्किट के तरफ हमेशा नज़र रखनी चाहिए की वहा पे बड़ी हलचल या कोई नया समाचार तो नहीं है | इससे हमें थोड़ा सा अंदाजा आजाता है की इंडियन शेयर मार्किट की कल की ओपनिंग किस तरफ होने वाली है और फिर हम उसी तरह के शेयर्स अगले दिन के अगले दिन के ट्रेडिंग सेटअप (Trading Setup) के लिए चुन सकते है|

दोस्तों हमारा मार्किट हर दिन ३.३० मिनट में बंद हो जाता है | उसी दिन शाम को ७.३० मिनट पर अमेरिका और बाकी मार्किट चालू हो जाते है | तभी हमें ग्लोबल मार्किट की हालचाल पर नज़र रखनी है | हमें ध्यान रखना है की ग्लोबल मार्किट का प्रारम्भ सकारात्मक है या नकारात्मक | हमें शाम के ९.३० मिनट पर ग्लोबल मार्किट सेनारिओ की जाँच करनी है ताकि हमें ग्लोबल मार्किट की दिशा पता चले | अगर दोस्तों ९.३० मिनट पर ग्लोबल मार्किट सकारात्मक है तो हमारा कल का मार्किट भी सकारात्मक हो सकता है, और अगर ग्लोबल मार्किट नकारात्मक है तो इंडियन मार्किट भी कल नकारात्मक हो सकता है|

स्टॉक्स का चुनाव (Stock Selection)

आपको हर दिन मार्किट बंद होने के बाद End Of The Day Study करनी होगी | आपको शेयर के बारे में जानना होगा | कुछ शेयर आपको चुनने होंगे जो आपको कल की ट्रेडिंग में सकारात्मक मूवमेंट दे | कल के दिन ट्रेडिंग करने के लिए अपने पास शेयर की जानकारी पहले से ही होंनी चाहिए | आपके सारे शेयर की सूचि आपके पास तैयार होनी चाहिए ताकि कल जब मार्किट चालू हो तो आप अच्छेसे ट्रेडिंग कर सके |

शेयर का चुनाव एक बहुत ही जरुरी बिंदु है ट्रेडिंग में | आप की ग्लोबल मार्किट की अभ्यास के बाद आप अपने शेयर का चुनाव करके रखे,उन शेयर की सपोर्ट और रेसिस्टेन्स लेवल आपके पास होनी चाहिए ताकि आप उन शेयर में सही टाइम पे प्रवेश या निकास ले सके और मुनाफा कमा सके |

आप इस बात का ध्यान रखे की अगले दिन हमें उन्ही शेयर में ट्रेडिंग करना है जो आपने चुने हुवे है ताकि ट्रेडिंग लाभदायक हो | कोई भी बिना जानकारी वाला ट्रेड न ले जिसके बारे में पता नहीं है , नहीं तो वो ट्रेड नुकसान दिला सकता है |

बाजार का रुख (Market Trend) :

काफी सरे लोग है जो मार्किट के खिलाफ ट्रेड करते है और नुकसान उठाते रहते है | ये एक सरल सी बात है और हर कोई जनता है की अगर मार्किट ऊपर जा रहा है तो हमें BUY करना चाहिए और जब मार्किट निचे जा रहा है तो हमें SELL करना चाहिए | मगर ये एक मनोवैज्ञानिक समस्या बन जाती है की मै तो मार्किट में SELL ही करूँगा और मार्किट ऊपर जाते हुवे भी वो लोग SELL करने लगते है और भारी नुकसान उठाते है |

दोस्तों इस समस्या से बाहर आईये और मार्किट ट्रेंड के साथ ट्रेड कीजिये ताकि मार्किट में आपका नुकसान ना हो, अगर आप मार्किट में ट्रेंड के साथ चलोगे तो आपको मार्किट में मुनाफा कमाने से कोई नहीं रोक सकता !

निष्कर्ष :

ऊपर बताई सारी बाते एक परिपूर्ण ट्रेडिंग सेटअप (Complete Trading Setup) को दर्शाती है जो की आपको मुनाफे की तरफ लेके जायेगा | अगर आप ऊपर बताये हुवे चीजोंका ध्यान रखेंगे तो आपकी अगले दिन की ट्रेडिंग लाभदायक होने से कोई नहीं रोक सकता |

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जरुरी संपर्क (LINKS) इन शेयर मार्किट – NSE & BSE INDIA : IMPORTANT LINKS

trading kaise kare in hindi ट्रेडिंग कैसे करे

trading kaise kare in hindi आर्टिकल में आप जानकारी प्राप्त करने वाले है की शेयर मार्किट में ट्रेडिंग कैसे करते है. काफी लोगो को जानकारी नहीं होती है की शेयर मार्किट से शेयर कैसे खरीदते है.शेयर मार्केट में ट्रेडिंग करने के लिए सबसे पहले आपके पास Demat Account और Trading Account होना जरुरी है. आप किसी भी ब्रोकर के पास अपना डीमैट अकाउंट और ट्रेडिंग अकाउंट ओपन कर सकते है.

डीमैट अकाउंट और ट्रेडिंग अकाउंट साथ में ही खुलते है आपको अलग अलग से ओपन करने की जरुरत नहीं होती है. ब्रोकर आपके दोनों अकाउंट साथ में ही ओपन कर देते है.

डीमैट अकाउंट और ट्रेडिंग अकाउंट ओपन करने के बाद आप अपना ट्रेडिंग सुरु कर सकते है.

share market me trading kaise kare in hindi आर्टिकल में आपको ये भी जानकारी मिलने वाली है की शेयर मार्किट में trading kaise kare.

trading kaise kare -शेयर मार्किट में ट्रेडिंग कैसे करे-

Table of Contents

शेयर मार्किट से शेयर खरीदने और बेचने की प्रक्रिया को ट्रेडिंग कहते है. शेयर मार्किट में ट्रेडिंग करने के लिए कई मेथड है. जैसे की Intraday Trading, Swing Trading, Future and option Trading,Investmetn अब में trading kaise kare in hindi आर्टिकल में आपको ट्रेडिंग के इस प्रकार के बारे में डिटेल में जानकारी देता हु.

इंट्राडे ट्रेडिंग क्या है? What is intraday trading in hindi

शेयर मार्किट में इंट्राडे ट्रेडिंग काफी लोकप्रिय है. इंट्राडे ट्रेडिंग में आपको शेयर खरीदने और बेचने के लिए एक दिन का समय मिलता है. इंट्राडे ट्रेडिंग में आप एक से ज्यादा दिन के लिए शेयर नहीं रख सकते है.

शेयर मार्किट ओपन होने के बाद ख़रीदे गए शेयर को आपको उसी दिन मार्किट बंध होने से पहले बेच देना पड़ता है. आपको लोस हो या प्रॉफिट हो आपको शेयर उसी दिन ही बेचने पड़ते है.

जैसे की अगर आज आपने रिलायंस के शेयर १००० के भाव से १०० शेयर सुबह ख़रीदे और अभी मार्किट बंध होने से पहले इनका भाव १०२० चल रहा है तो आप मुनाफा वसूल करके बेच सकते है.

१०० शेयर के हिसाब से आपको २००० मुनाफा होगा. उसी तरह अगर रिलायंस शेयर का भाव कम भी चल रहा है तो भी आपको ये बेचने पड़ेंगे चाहे लोस क्यों ना हो रहा हो.

इंट्राडे ट्रेडिंग में आपको मार्जिन मनी मिलती है. मार्जिन मनी का मतलब होता है की अगर आपके पास 10000 रुपये है तो आप ब्रोकर के हिसाब से 50000-100000 तक के शेयर खरीद सकते है. भारत में कई सारे ब्रोकर्स है जो मार्जिन मनी की सुविधा देते है.

इंट्राडे ट्रेडिंग जोखमी ट्रेडिंग होता है क्यूंकि आपको इसमें शेयर रखने के लिए सिर्फ एक दिन का समय मिलता है. अगर आप गलत साबित हुए तो लोस होने का पूरा खतरा रहता है. अनुभव और शेयर मार्किट के बारे में पूरी जानकारी प्राप्त करने के बाद ही इंट्राडे ट्रेडिंग करना चाहिए.

What is swing trading in hindi स्विंग ट्रेडिंग क्या है?

शेयर मार्किट में स्विंग ट्रेडिंग भी बहुत लोकप्रिय ट्रेडिंग है. स्विंग ट्रेडिंग का मतलब होता है शेयर में आ रहे उछाल और गिरावट का फायदा उठाके कम समय में ज्यादा रिटर्न्स पाना.

शेयर मार्किट के इस ट्रेडिंग प्रकार में आप का आशय कम समय में ज्यादा मुनाफा कमाना होता है. इंट्राडे ट्रेडिंग और स्विंग ट्रेडिंग में ये तफावत होता है की इंट्राडे ट्रेडिंग में आपको ख़रीदे हुए शेयर उसी दिन बेच देने पड़ते है जबकि स्विंग ट्रेडिंग में आप अपने शेयर २-३ दिन से लेकर महीने तक रख सकते है. आपको ये शेयर कितने समय तक रखना है ये आपके ऊपर निर्भर करता है.

फ्यूचर एंड आप्शन ट्रेडिंग क्या है- What is future and option Trading hindi

फ्यूचर एंड आप्शन ट्रेडिंग में आपको शेयर खरीदने के लिए निश्चित समय अवधि मिलती है. आपको इन समय अवधि के दरम्यान शेयर खरीदने और बेचने पड़ते है.

Future and option Trading hindi में आपको जानकारी देना चाहता हु की ये ट्रेडिंग भारत में सिर्फ एन.एस.इ स्टॉक एक्सचेंज में ही होती है. भारत के बी.एस.इ स्टॉक एक्सचेंज में आप फ्यूचर एंड आप्शन के सौदे नहीं कर सकते है.

फ्यूचर एंड आप्शन में आप ज्यादा से ज्यादा ३ महीने के लिए शेयर खरीद या बेच सकते है. फ्यूचर एंड आप्शन को डेरिवेटिव कहते है. भारत में हाल ही में आप्शन में Weakly आप्शन समय अवधि सुरु हुई है जिसमे आप आप्शन एक विक से लेकर ३ महीने की समय अवधि के लिए खरीद या बेच सकते है.

इंट्राडे ट्रेडिंग और स्विंग ट्रेडिंग से फ्यूचर एंड आप्शन का तफावत ये है की आप यंहा पर जो शेयर खरीदते है वो लोट के हिसाब से ख़रीदे जाते है. लोट का मतलब होता है किसी भी कंपनी के द्वारा निश्चित की गयी शेयर्स की संख्या. जैसे की निफ्टी का लोट ७५ का होता है अगर आप निफ्टी फ्यूचर लेना चाहते है तो आप को एक लोट याने की ७५ की संख्या में निफ्टी खरीदनी पड़ेगी.

फ्यूचर एंड आप्शन में आप्शन भी एक डेरिवेटिव है जिनका उपयोग अपने पोर्टफोलियो को हेज करने याने की सुरक्षित करने के लिए किया जाता है. आप्शन के बारे में डिटेल में जान ने के लिए आप्शन क्या है इन आर्टिकल को मेरी वेबसाइट पर पढियेगा.

trading kaise kare in hindi-Trading Strategies in hindi

शेयर मार्किट में ट्रेडिंग करने के लिए कई स्ट्रेटजी है. आप इन स्ट्रेटजी का उपयोग करके आप अच्छा मुनाफा कमा सकते है.इंट्राडे ट्रेडिंग, स्विंग ट्रेडिंग, फ्यूचर एंड आप्शन में ट्रेडिंग करने की कई स्ट्रेटजी है जिस के बारे में आपको trading kaise kar e इस आर्टिकल में जानकारी देने वाला हु.

  • कैंडलस्टिक चार्ट पैटर्न्स का उपयोग
  • मूविंग एवरेज का उपयोग
  • आर.एस.आई इंडिकेटर का उपयोग
  • एम्.ए.सि.डी इंडिकेटर का उपयोग
  • सपोर्ट एंड रेसिस्टेंट लेवल का उपयोग
  • चार्ट पैटर्न का उपयोग आदि.

ऊपर दी गयी टेक्निक का उपयोग करने को शेयर मार्किट में टेक्निकल एनालिसिस कहा जाता है. सफल ट्रेडिंग करने के लिए आपको टेक्नीकल एनालिसिस सीखना चाहिए. टेक्निकल एनालिसिस से आपको ये पता चलता है की कौन सा शेयर खरीदना चाहिए, कब खरीदना चाहिए, शेयर के भाव में कितनी बढ़ोतरी या गिरावट आ सकती है इनका पता आपको टेक्नीकल एनालिसिस के जरिये चलता है.टेक्निकल एनालिसिस सिखने के लिए मैंने मेरी वेबसाइट पर कई आर्टिकल पोस्ट किये है जिसे आप पढके टेक्निकल एनालिसिस सिख सकते है.

ट्रेडिंग करते समय किन बातो का ख्याल रखे:

share market me trading kaise kare in hindi आर्टिकल में अब में आपको जानकारी देना चाहता हु की ट्रेडिंग करते समय किन बातो का ख्याल आपको रखना चाहिए.

  • अपने कैपिसिटी की हिसाब से शेयर ख़रीदे.
  • शेयर में मिल रहे प्रॉफिट को बुक करते रहे
  • ज्यादा लालच न रखे
  • अपनी भावनाओ पर काबू रखे
  • भय पर काबू रखे
  • ट्रेडिंग में स्टॉपलोस का उपयोग करे
  • सही समय का इंतजार करे
  • रिसर्च करके शेयर ख़रीदे
  • शेयर मार्किट के बारे में नोलेज प्राप्त करे
  • आवेश में आकर ट्रेडिंग ना करे

निष्कर्ष :

trading kaise kare इन आर्टिकल में हमने सिखा की ट्रेडिंग क्या है. ट्रेडिंग के कितने प्रकार है. टेक्नीकल एनालिसिस कैसे करे. ट्रेडिंग के अलग अलग प्रकार में क्या तफावत है. ट्रेडिंग में सफल होने के लिए क्या जरुरी है.

आर्टिकल से जुड़े कोई भी प्रश्न के लिए आप कमेंट बॉक्स में कमेंट करे. hindisafar.net को विजिट जरुर करे. आशा करता हु आपको मेरा आर्टिकल trading kaise kare in hindi पसंद आया होगा.

अच्छी ट्रेडिंग के 06 नियम जाने। Know the 06 rules of good trading

अच्छी ट्रेडिंग के 06 नियम जाने। Know the 06 rules of good trading

ट्रेडिंग (Trading) नियम ट्रेडरो को प्रॉफिट कराते हैं। जब नए लोग शेयर मार्केट में आते हैं, तो उनके पास प्रोफेसनल ट्रेडरो की तुलना में पूरी तरह से अलग सोच और नियम होते है। यही कारण है कि ज्यादातर नए ट्रेडर ( Trader) पैसे गंवाकर शुरुआत करते हैं।

आज के इस पोस्ट के माध्यम से जानेंगे की अच्छी ट्रेडिंग ( Trading) के कौन से वो 06 नियम है जिनको हर नए ट्रेडरों को जानने की जरूरत है और इन नियमों को जान कर अगर आप लोग ट्रेडिंग में अप्लाई करते है तो आप अपनी ट्रेडिंग ( Trading) को बेहतर कर सकते है जिससे आप लोगो को अधिक लॉस न हो शेयर मार्केट में।तो चलिए जानते है इन नियमों को जो इस प्रकार से है।

1.पोजिशन साइज के हिसाब से अपना ट्रेडिंग (Trading) स्टॉपलॉस सेट करे ।

2.पहले से ही अपने दिमाग में लॉस को स्वीकार करे ।

3.ट्रेड को पर्याप्त समय दे।

4. ट्रेडिंग (Trading) में कुछ न करना भी एक कला है।

5.ट्रेड लेने के बाद आप जो भी एक्शन लेते है उसे लिखे।

6.ट्रेडिंग (Trading) से कुछ समय के लिए ब्रेक ले।

1.पोजिशन साइज के हिसाब से अपना ट्रेडिंग (Trading) स्टॉपलॉस सेट करे :

आपलोग ट्रेडिंग (Trading) करते समय अपने स्टॉपलॉस को बड़े अक्षरों में लिखे, तथा टारगेट को छोटा लिखे ताकी आप लोग टारगेट के पीछे गुम न हो जाए। ट्रेडिंग में बहुत अधिक रुपए कमाने का एक मात्र ही गुप्त नियम है की आप को अधिक रुपए यानी बड़ा लॉस नही करना है।

अगर आप लोग इसे सीख गए और ट्रेडिंग ( Trading) में बड़ा लॉस नही कर रहे है तो आप लोग ट्रेडिंग से बहुत रुपए कमाएगे इस लिए ट्रेड लेने से पहले अपने स्टॉपलॉस को देखे और उसी हिसाब से अपनी पोजिशन साइज सेट करे, ताकी अगर आप का स्टॉपलॉस हिट होगा तो आप बड़े नुकसान से बच जायेगे।

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2.पहले से ही अपने दिमाग में ट्रेडिंग (Trading) लॉस को स्वीकार करे।

जब आप लोग ट्रेड लेने से पहले ही लॉस को स्वीकार कर लेते है तो आप को अंदर से शान्ती रहती है,आप को पता होता है की अगर ये ट्रेड मेरी ओर नही चली तो मैं इतने ही रूपए खोऊगा ।

यदि आप पहले से ही लॉस को नही स्वीकार करते है तो आप को हमेशा अपनी सभी ट्रेडो से लाभ की अपेक्षा रहेगी और अगर उस ट्रेड में आप को लाभ नही हुवा तो आपने अंदर की शांती भंग होगी और आप लोग पैनिक करने लगोगे इसी वजह से आप लोग पहले से ही लॉस को स्वीकार कर ले और अपनी ट्रेडिंग (Trading) जर्नी को सफल बनाए।

3.ट्रेड को पर्याप्त समय दे :

जब आप का स्टॉपलॉस छोटा और टारगेट काफी बड़ा होता है तो आप को अपनी ट्रेड को समय देना पड़ेगा। आप का स्टॉपलॉस भी अधिक बार हिट होगा ।

इसके लिए आप तैयार रहना पड़ेगा स्टॉपलॉस से घबराए नही ये ट्रेडिंग ( Trading)का एक हिस्सा है प्रॉफिट और लॉस तो लगा ही रहता है ।

ट्रेड में,लेकिन जब आप अपना धैर्य खो देते है ट्रेड करते समय जब आप को पुलबैक दिखता है लगता है ट्रेड को एग्जिट करदे आप को इसके लिए भी तैयार होना पड़ेगा पहले से ही, आराम से अपनी ट्रेड को पूरा समय दे और अपनी ट्रेडिंग जर्नी को एंजॉय करे।

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4. ट्रेडिंग (Trading) में कुछ न करना भी एक कला है :

जब आप लोग किसी ट्रेड में इंटर करते है तो ज्यादातर समय आप को कुछ नही करना होता है ।

उस और ही आप को ध्यान देना है जो आप ने अपने टेक्निकल एनालिसिस में अपना टारगेट और स्टॉपलॉस लेवल निकले है।

एक बार टारगेट और स्टॉपलॉस सेट करने के बाद आप को तब तक कोई एक्शन नहीं लेना है जब तक आप टारगेट या स्टॉपलॉस में से एक हिट नही हो जाता है।

अगर आप अपने लेवल इधर उधर करेंगे, तो ट्रेडिंग सिस्टम खराब होता है। यदि आप ये करते है तो आपको और अधिक टेक्निकल एनालिसिस पर ध्यान देने की आवश्कता Swing Trading कैसे करे है।

5.ट्रेड लेने के बाद आप जो भी एक्शन लेते है उसे लिखे :

आप जब ट्रेड लेते है और जब तक ट्रेड खत्म नही होती इसके बीच में जो भी ख्याल आते है उसे लिखे वो जो करने का मन करता है,या जो एक्शन लिए सभ कुछ अब इससे होगा क्या?

लिखने से आप को पता चले गए जब आप की ट्रेड में लाभ होता है तो आप क्या करते है और जब आप को लॉस Swing Trading कैसे करे होता है तो आप क्या करते है। आप क्या सोचते है ट्रेडिंग (Trading) करते समय तथा आप क्या गलत करते हो।

जब आप को समय मिले इसे पढ़े ताकी आप ने जो गलती की उससे सीखे और अपनी ट्रेडिंग को बेहतर बनाए इससे आप को अपने बारे में बहुत अधिक जानने को मिले गा जो आप के स्टोर्ंग प्वाइंट्स है और जो आप के कमजोर प्वाइंट्स है अपनी कमजोरी को सुधारे और ट्रेडिंग ( Trading) की दुनिया में अपना नाम बनाए।

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6.ट्रेडिंग (Trading) से कुछ समय के लिए ब्रेक ले:

जब आप कोई ट्रेड लेते है उस समय आप का दिमाग बहुत अधिक एक्टिव होता है इसी लिए ट्रेडिंग में आप लोगो को एक छोटा ब्रेक लेना चाहिए यह आप के लिए बहुत अच्छा होता है।

आप दिन भर स्क्रीन के सामने बैठे हुवे है और ट्रेड किए जा रहे है उससे अच्छा है की एक ट्रेड खत्म हो जाने के बाद जब आप दूसरी ट्रेड ले उससे पहले आप लोग थोड़ा सा टाइम ब्रेक ले और अपने मन तथा शरीर को शांत करे ।

ये थे वो 06 तरीके जिससे आप अपनी ट्रेडिंग ( Trading) को बेहतर बना सकते है यदि आप इनका पालन करते हो तो आप की ट्रेडिंग स्किल अच्छी होगी तथा लॉस कम और प्रॉफिट अधिक होगा।

यदि आप लोगो को ये पोस्ट पसंद आई तो सोशल मीडिया में इसे अपने दोस्तो के साथ शेयर करे, अगर आप लोगो के में में कोई सवाल हो हमसे कमेंट्स कर के पूछ सकते है।

Learn2Trade with Mr. Vivek Bajaj

This series is for anyone who wants to enter the stock market as a trader, or has recently started trading in the stock market as a beginner. Through this series, watch Mr. Vivek Bajaj introduce the basic concepts of trading and discuss the various stock market indicators.

Scalping Trading Kya Hai? Scalping trading कर के मिनटों में पैसे कैसे कमाये?

Scalping Trading द्वारा स्टॉक मार्केट में अधिक तेजी से पैसे कमाया जा सकता है किंतु इसमें जोखिम भी उतना ही होता है
स्क्रेपिंग ट्रेडिंग की सहायता से आप कुछ ही मिनटों में स्टॉक मार्केट से अधिक पैसे कमा सकते हैं

किंतु अधिक पैसे कमाने के लिए आपको सही रणनीति और Scalping Trading kya hai का संपूर्ण ज्ञान होना चाहिए

क्योंकि इसमें अधिक पैसे की आवश्यकता होती है और कुछ ही मिनटों में बहुत से निर्णय लेने होते हैं निर्णय न लेने से आप को भारी नुकसान उठाना पड़ सकता है

तो चलिए जानते हैं sculping trading क्या है

Scalping trading कैसे करे

Table of Contents

Scalping trading kya hai?

एक ही दिन के अंदर कुछ ही मिनटों में शेयर को कम दामों में खरीद कर अधिक दामों में बेचकर मुनाफा प्राप्त करना Scalping trading कहलाता है।

Scalping trading strategy

स्टॉक मार्केट में ट्रेडिंग से पैसा कमाने के लिए एक स्ट्रैटेजी होनी चाहिए

बिना स्ट्रैटेजी के आप स्टॉक मार्केट में ट्रेडिंग से पैसा नहीं कमा सकेंगे बल्कि उसके विपरीत आपका सिर्फ नुकसान ही होगा

इसीलिए चाहे वह Scalping Trading हो या Swing trading हो ,Positional Trading या Intraday Trading स्ट्रेटजी की आवश्यकता होती है।

Scalping trading करने के लिए सबसे पहले किसी भी कंपनी के शेयर को अपने ट्रेडिंग अकाउंट में Add करते हैं।

तथा उसके प्रीवियस डे के परफॉर्मेंस को देखते हैं तथा प्रीवियस डे के परफॉर्मेंस के हिसाब से हम अपना स्ट्रैटेजी फॉलो करते हैं

यदि स्ट्रैटेजी में हमें buy का सिग्नल दिखा रहा है तो हम शेयर को buy करते हैं । और यदि sell का सिग्नल दिखा रहा है तो कंफर्मेशन कर सेल करते हैं.।

Scalping trading In Hindi

इसको उदाहरण की सहायता से समझते हैं:-

मान लीजिए कि आपने एक शेयर चुना है और उस शेयर का प्राइस 30 मिनट में 50 पैसे या 1.50 रुपए का उतार-चढ़ाव होता है।

तो जैसे ही मार्केट खुलता है तो उस शेयर को अपने ट्रेडिंग अकाउंट में ऐड कर मार्केट खुलते ही उसे खरीद लेते हैं।

क्योंकि हम स्काल्पिंग ट्रेडिंग कर रहे हैं तो इसमें अधिक पैसे की आवश्यकता होती है और अधिक से अधिक शेयर खरीद लेते हैं।

Scalping ट्रेडिंग करने के लिए Trading account आपको मार्जिन का भी सहायता प्रदान करता है ।जिससे आप कम पैसों में भी अधिक शेयर खरीद सकते हैं।

मान लीजिए आपने किसी कंपनी के शेयर को ₹100 में खरीदा हाय तथा खरीदने के तुरंत बाद भी आपने उसमें 99.50 रुपए का स्टॉपलॉस लगा दिया तथा तुरंत बाद ही ₹101 का टारगेट जैसे ही शेयर का प्राइस ₹101 होता है तो आप शेयर सेल कर देते हैं तथा आप अपने अकाउंट में मुनाफा प्राप्त कर लेते हैं

Scalping Trading Tips

  • Trading करते समय पूरी मार्जिन का उपयोग ना करें।
  • स्टॉप लॉस जरूर लगाएं ताकि नुकसान कम हो।
  • ज्यादा लालच ना करें और बड़ा टारगेट ना लगाएं।
  • किसी के कहने पर स्कैपिंग ट्रेडिंग ना करें।
  • किसी एक ही कंपनी के शेयर पर बार-बार ट्रेडिंग ना करें।
  • Over Trading न करे।

सभी बातों का पालन करने से आपको ट्रेडिंग में नुकसान नहीं होगा

Scalping ट्रेडिंग के फायदे और नुकसान

स्केटिंग ट्रेडिंग करने से आप कम समय में अधिक पैसा कमा सकते हैं। किंतु सही नॉलेज नहीं होने के कारण आप बहुत जल्दी पैसा गवा भी सकते हैं

आज हमने क्या सीखा ?
आज हमने सीखा कि Scalping trading kya hai. इसे हम कैसे कर सकते हैं इसके फायदे और नुकसान scalping ट्रेडिंग टिप्स scalping ट्रेडिंग स्ट्रेटजी।

मैं आशा करता हूं की आपको यह पोस्ट ट्रेडिंग क्या है पढ़कर scalping trading से जुड़े सारे सवालों के जवाब मिल गए होंगे और मैंने पूरी कोशिश की है कि आपके मन में शेयर से लेकर जो सवाल है वो सब इस पोस्ट के माध्यम से आप तक पहुँचा सकूँ।
यदि आपके मन में कुछ सवाल है तो आप कमेंट बॉक्स में अपने सवाल पूछ सकते है मैं आपके सवालों के जवाब देने की पूरी कोशिश करूंगा और इस पोस्ट को जितना हो सके उतना शेयर करें ताकि सभी लोगों को स्टॉक मार्केट और उससे जुड़ी सभी जानकारियां सभी तक पहुंचते रहें और सभी आप अपना प्यार ऐसे ही बनाए रखें

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