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बाजार का रुझान

बाजार का रुझान

बाजार में रुझान बदलने का तत्काल कोई कारण मौजूद नहीं

जुलाई में बजट के बाद बाजार में आई तेज गिरावट के बाद बाजार अब स्थिर होकर सीमित दायरे में कारोबार करने की तरफ बढ़ रहा है। एमके ग्लोबल फाइनैंशियल सर्विसेस के प्रबंध निदेशक प्रकाश कचोलिया का कहना है कि पिछले तीन महीने के दौरान तेजी से उभरते बाजारों के मुकाबले भारत का कमजोर प्रदर्शन अब धीरे-धीरे थमता दिख रहा है। पुनीत वाधवा ने उनसे बाजार से जुड़े विभिन्न मुद्दों पर बात की। पेश हैं संपादित अंश:

पिछले कुछ महीने में तेजी से उभरते बाजारों में बिकवाली का दौर जरूर रहा है और भारत का प्रदर्शन अन्य तेजी से उभरते बाजारों की तुलना में 4 से 5 प्रतिशत कमजोर रहा है। बजट में कोई बड़ी घोषणा नहीं होने से बाजार में जमकर गिरावट का दौर शुरू हो गया था। कंपनियों में बैंकों के और कर्ज फंसने, नकदी की लगातार कमी और वाहन क्षेत्र में सुस्ती से चारों तरफ हताशा का माहौल पैदा हुआ है। इन हालात के बीच बाजार में मौजूदा रुझान पलटने के लिए तत्काल कोई कारण भी नहीं दिख रहा है। राजकोषीय तंगी से सरकार के लिए भी वृद्धि दर को बढ़ावा देना मुमकिन नहीं हो रहा है।

बाजार को लेकर हमारा रवैया सतर्क एवं सुरक्षात्मक रहेगा। हम आईटी सेवाओं, इंजीनियरिंग और बीमा खंडों को लेकर उत्साहित हैं। वाहन, गैर-बैंकिंग वित्त कंपनियों (एनबीएफसी) और एफएमसीजी क्षेत्र को लेकर हमारा नजरिया मजबूत नहीं है। एचसीएल टेक, आईसीआईसीआई बैंक, एलऐंडटी, मैरिको और एनटीपीसी चुनिंदा शेयरों में शामिल बाजार का रुझान हैं।

हमारा मानना है कि निफ्टी से उम्मीदें अब भी अधिक हैं। हमारी नजर में वृहद स्तर पर सुधार की फिलहाल उम्मीद नहीं लग रही है, इसलिए छोटे एवं मझोले शेयरों शेयरों में कुछ खास शेयरों का चयन करना चाहिए। बेहतर कंपनी संचालन और वृद्धि दर के अनुमानों के मद्देनजर निवेश को लेकर फैसला करना चाहिए।

अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव करीब 14 महीने रह गए हैं। ऐसे में वैश्विक स्तर पर संरक्षणवादी रवैया बरकरार रह सकता है, जिससे लोग जोखिम लेने से लोग परहेज करेंगे। तेजी से उभरते बाजारों से निवेश निकलने से यह बात साबित भी हो रही है। हालांकि पिछले तीन महीने में तेजी से उभरते बाजारों के मुकाबले निवेश प्रवाह और बाजार प्रदर्शन दोनों के लिहाज से भारत का प्रदर्शन आने वाले समय में सुधरता जाएगा। इस वजह से पिछले तीन महीने की तुलना में भारतीय बाजार से निवेश निकासी की रफ्तार धीमी पड़ सकती है।

सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों का विलय एक सही कदम है। इसके साथ ही सरकार से अतिरिक्त पूंजी मिलने के बाद इन बैंकों के लिए एक मजबूत शुरुआत की बुनियाद तैयार हो गई है। हालांकि विलय प्रक्रिया पेचीदा होती है और इसका असर दिखने में समय लगता बाजार का रुझान है। अंतरिम अवधि में हम वित्तीय क्षेत्र में उच्च गुणवत्ता वाले निजी बैंक और बीमा कंपनियों पर दांव लगाने की सलाह दे रहे हैं।

आरबीआई से नकदी अधिशेष मिलने के बाद भी सरकार का गणित सुदृढ होता नहीं दिख रहा है। कमजोर बाजार में विनिवेश लक्ष्य पूरा करना और कठिन हो जाएगा। सरकार शेयर पुनर्खरीद के जरिये कुछ सार्वजनिक उपक्रमों पर दांव आजमाएगी या किसी एक उपक्रम की हिस्सेदारी दूसरे सरकारी उपक्रम में बेचने का विकल्प चुन कर विनिवेश का लक्ष्य पूरा करने की कोशिश कर सकती है। निजीकरण जैसे वास्तविक सुधार बाजार पसंद करेगा, लेकिन यह राजनीतिक रूप से कठिन होगा। हालात और कठिन होने पर सरकार खर्च में कटौती कर राजकोषीय आंकड़ा दुरुस्त रखेगी ना कि राजकोषीय घाटा सीमित रखने के लक्ष्य से विचलित होगी।

अब तक जो संकेत मिले हैं उनसे दूसरी तिमाही के बहुत अलग होने की उम्मीद नहीं लग रही है। हमारा मानना है कि सरकार द्वारा व्यय बढ़ाने से वित्त वर्ष 2020 की दूसरी छमाही पहली छमाही के मुकाबले बेहतर होगी। वर्ष 2020 के लिए आय अनुमान करीब 10 प्रतिशत कम रह सकता है। मौजूदा मूल्यांकन के मद्देनजर बाजार में यह बड़ी तेजी पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकता है।

Share Market: कैसा रहेगा आज बाजार, विदेशी मार्केट का भी जानें हाल?

Stock Market: इंडियन शेयर मार्केट के लिए रिजर्व बैंक का फैसला सही नहीं साबित हो रहा है.

Share Market: कैसा रहेगा आज बाजार, विदेशी मार्केट का भी जानें हाल?

सोमवार, 8 अगस्त को शेयर बाजार (Share Market) के लाल रंग में खुलने की उम्मीद है क्योंकि SGX निफ्टी में रुझान 83 अंकों के नुकसान के साथ भारत में व्यापक सूचकांक के लिए नकारात्मक शुरुआत का संकेत दे रहे हैं. बीएसई सेंसेक्स 89 प्वाइंट बढ़कर 58,388 पर पहुंच गया, जबकि निफ्टी सिर्फ 15 प्वाइंट की बढ़ोतरी के साथ 17,397 पर पहुंच गया. इंडियन शेयर मार्केट के लिए रिजर्व बैंक का फैसला सही नहीं साबित हो रहा है.

पिछले सप्‍ताह शुक्रवार को रेपो रेट में 0.50 फीसदी की बढ़ोतरी के बाद बाजार आज पहले दिन खुल रहा है और निवेशक इस सप्‍ताह की शुरुआत बिकवाली के साथ कर सकते हैं.

एशियाई मार्केट का हाल

सोमवार की सुबह के फेड में बाजार का रुझान जापानी निक्केई 0.13 फीसदी, हैंग सेंग 0.14 फीसदी और चीनी शंघाई 0.01 फीसदी की गिरावट के साथ बंद हुआ. सोमवार को सुबह के सौदों में एसजीएक्स निफ्टी 67 प्वाइंट की गिरावट के साथ 17,356 के स्तर पर है. आईआईएफएल सिक्योरिटीज के उपाध्यक्ष अनुज गुप्ता ने कहा कि आज एसजीएक्स निफ्टी की छोटी रेंज 17,200 से 17,520 के स्तर पर है, जबकि सूचकांक की व्यापक रेंज 16,980 से 17,680 प्वाइंट के आस-पास है.

विदेशी इन्वेस्टर्स की खरीदारी जारी

इंडियन शेयर मार्केट पर विदेशी निवेशकों का भरोसा एक बार फिर दिख रहा है और वो लगातार इन्वेस्ट कर रहे हैं. पिछले सत्र में भी विदेशी संस्‍थागत निवेशकों ने बाजार में 1,605.81 करोड़ रुपये का इन्वेस्ट किया, जबकि इसी दौरान घरेलू संस्‍थागत निवेशकों ने 495.94 करोड़ रुपये के शेयरों की बिकवाली की. हालांकि, विदेशी निवेशकों की पैसे लगाने की वजह से मार्केट में बढ़त बाजार का रुझान देखने को मिल रही है.

तिमाही नतीजों और वैश्विक रूझानों से तय होगी शेयर बाजार की चाल!

घरेलू शेयर बाजारों की दिशा इस सप्ताह घोषित होने वाले तिमाही नतीजों और वैश्विक रुझानों से तय होगी। इसके अलावा विदेशी पूंजी का प्रवाह भी बाजार की दिशा तय करने में अहम भूमिका निभाएगा। विश्लेषकों ने यह राय जताई है। उन्होंने कहा कि रुपये में उतार-चढ़ाव और अंतरराष्ट्रीय तेल मानक ब्रेंट क्रूड में रुझान भी कारोबार को प्रभावित करेंगे।

वित्तीय और सीमेंट कंपनियां जारी कर सकती है दूसरी तिमाही के नतीजे

स्वस्तिका इन्वेस्टमेंट लिमिटेड में शोध प्रमुख संतोष मीणा ने कहा, ‘बाजार की नजर दूसरी तिमाही के नतीजों और वैश्विक रुझानों पर होगी। इस हफ्ते कई वित्तीय कंपनियों और सीमेंट कंपनियों के दूसरी तिमाही के परिणाम जारी होने वाले हैं। वैश्विक बाजारों में अस्थिरता बहुत है जिसका प्रभाव हमारे बाजार पर भी पड़ सकता है।’

उन्होंने कहा कि वैश्विक स्तर पर अमेरिका और चीन के व्यापक आंकड़े महत्वपूर्ण होंगे। इसके अलावा डॉलर सूचकांक, कच्चा तेल और अमेरिकी बांड के परिणामों पर भी नजर रखनी होगी। रेलिगेयर ब्रोकिंग के उपाध्यक्ष-शोध अजित मिश्रा ने कहा, ‘एसीसी, अल्ट्राटेक सीमेंट, इंडसइंड बैंक, एक्सिस बैंक, एशियन पेंट्स, बजाज फाइनेंस, आईटीसी और हिंदुस्तान यूनिलीवर जैसी बड़ी कंपनियां और कई अन्य कंपनियां नतीजे घोषित करने वाली हैं।’

एचडीएफसी बैंक ने शनिवार को सितंबर तिमाही के नतीजे घोषित किए जिनके मुताबिक फंसे कर्ज के लिए प्रावधान घटाने से उसका समेकित शुद्ध लाभ 22.30 फीसदी बढ़कर 11,125.21 करोड़ रुपये हो गया है। सैमको सिक्योरिटीज के बाजार परिप्रेक्ष्य प्रमुख अपूर्व सेठ ने कहा कि इस हफ्ते सारा ध्यान कंपनियों के तिमाही नतीजों पर रहेगा तथा भावी आय वृद्धि के बारे में जानना दिलचस्प रहने वाला है।

मिले-जुले रुझानों के बीच हरे निशान पर खुला बाजार, सेंसेक्स-निफ्टी में मामूली बढ़त

नई दिल्लीः वैश्विक बाजार से मिले-जुले रुझान के बीच घरेलू बाजार सपाट ढंग से खुले। हफ्ते के दूसरे कारोबारी फिलहाल सेंसेक्स 54.67 अंकों की बढ़त के साथ 61199 अंकों के लेवल पर कारोबार करता दिख रहा है। वहीं दूसरी ओर, निफ्टी भी 17.85 अंकों की मामूली बढ़त के साथ 18177.80 अंकों के लेवल पर कारोकर रहा है।

सेंसेक्स 18 अंकों की गिरावट के साथ 61126 पर खुला, जबकि निफ्टी 19 अंकों की तेजी के साथ 18179 के स्तर पर ओपनप हुआ। बैंक निफ्टी 120 अंकों की मजबूती के साथ 42467 अंकों पर कारोबार करता दिखा। मंगलवार के कारोबारी सेशन में LT, बजाज फाइनेंशियल सर्विसेज, मारुती, डॉ रेड्डी जैसे शेयरों में मजबूती दिख रही है। वहीं, टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज, पावर ग्रिड, नेस्ले इंडिया और टाटा स्टील में कमजोरी है। बीते दिन सोमवार को सेंसेक्स अंकों तक टूट गया था।

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