भारत में सबसे महंगे शेयर

कच्चे तेल की कीमतें भी लगातार बढ़ रही हैं. जुलाई भारत में सबसे महंगे शेयर 2015 के बाद से ये उच्चतम स्तर पर पहुंच गई हैं. कच्चे तेल की बढ़ी कीमतें शेयर बाजार पर असर डालती हैं. भारत अपनी खपत के काफी ज्यादा हिस्से का आयात करता है. इसलिए कीमतों में इजाफा घरेलू बाजार के लिए शुभ समाचार नहीं है.
11 रुपये भारत में सबसे महंगे शेयर वाला शेयर 86000 के पार, जानिए MRF क्यों है भारत का सबसे महंगा स्टॉक!
शेयर बाजार (Share Market) में निवेश कर हर कोई करोड़पति बनना चाहता है. अक्सर लोगों को लगता है कि शेयर बाजार पैसे बनाने की मशीन है, और इसी वजह से 90 फीसदी रिटेल निवेशक पैसे बना नहीं पाते हैं. इसके अलावा सस्ते शेयर के चक्कर में फंस जाते हैं और अपनी गाढ़ी कमाई गवां देते हैं. अधिकतर रिटेल निवेशक महंगे शेयर खरीदने से कतराते हैं. लेकिन रिटर्न देने में महंगे शेयर पीछे नहीं रहते. आज हम आपको देश के सबसे महंगे शेयर के बारे में बताने वाले हैं. हालांकि देश के सबसे महंगे शेयर MRF के भाव में भारी गिरावट देखने को मिल रही है. गुरुवार यानी 10 नवंबर को इसका शेयर करीब 9 फीसदी तक टूटकर 87470 रुपये पर बंद हुआ था. दरअसल इस गिरावट की वजह कंपनी के दूसरी तिमाही के नतीजे हैं.
ये है दुनिया का सबसे महंगा Share, एक शेयर के लिए देने होंगे 4,00,47,282 रुपये
डीएनए हिंदी: स्टॉक मार्केट में कुछ शेयर ऐसे होते हैं जो कि बेहद कम कीमत पर मिलते हैं लेकिन क्या आपको पता है कि आखिर सबसे महंगा शेयर (World's Most Expensive Share) कौन सा भारत में सबसे महंगे शेयर है. अगर नहीं पता तो यह खबर आपके काम की है. जानकारी के मुताबिक इस वक्त दुनिया का सबसे महंगा शेयर बर्कशायर हैथवे इंक (Berkshire Hathaway Inc.) का है. इस शेयर की कीमत 4 करोड़ रुपये है.
वॉरेन बफेट की है कंपनी
आपको बता दें कि बर्कशायर हैथवे शेयर मार्केट (Warren Buffett) के दिग्गज निवेशक वॉरेन बफेट की कंपनी है. खास बात यह है कि आज से नहीं बल्कि पिछले कई सालों से दुनिया का सबसे महंगा स्टॉक बना हुआ है. वर्तमान भारत में सबसे महंगे शेयर में फोर्ब्स रियल टाइम डेटा के मुताबिक, कंपनी के एक शेयर की कीमत 52,5045 अमेरिकी डॉलर के आसपास है. इसे भारतीय करेंसी में आंकें तो कीमत लगभग 4,00,47,282 रुपये है.
वहीं इस सबसे महंगे शेयर वाली कंपनी के काम काज की बात करें तो बर्कशायर हैथवे प्रॉपर्टी व कैजुएलिटी इंश्योरेंस और रिइंश्योरेंस, यूटिलिटीज व एनर्जी, फ्रेट रेल ट्रान्सपोर्टेशन, फाइनेंस, मैन्युफैक्चरिंग, रिटेलिंग और सर्विसेज देती है. यह मूल रूप से अमेरिकी कंपनी है जिसका हेडक्वार्टर ओमाहा में है. इसकी शुरुआत 1939 में हुई थी. बफे ने 1965 में बर्कशायर हैथवे को खरीदा था. वॉरेन बफेट बर्कशायर हैथवे के चेयरमैन व सीईओ हैं. मई भारत में सबसे महंगे शेयर 2021 तक के आंकड़ों के मुताबिक, कंपनी में 3.60 लाख इंप्लॉई थे. वॉरेन बफेट की नेटवर्थ इस वक्त 126 अरब डॉलर है.
दुनिया के सबसे महंगे शहरों में सिंगापुर और न्यूयॉर्क रहा अव्वल, यहां देखें पूरी लिस्ट
TV9 Bharatvarsh | Edited By: Neeraj Patel
Updated on: Dec 02, 2022 | 8:48 AM
Most Expensive Cities : दुनियाभर में रहने के हिसाब से सिंगापुर (Singapore) और न्यूयॉर्क (New York) संयुक्त रूप से सबसे महंगे शहर माने जाते हैं. लंदन की इकोनॉमिस्ट इंटेलिजेंस यूनिट के ‘वर्ल्डवाइड कॉस्ट ऑफ लिविंग सर्वे’ (Worldwide Cost of Living Survey) के अनुसार, दुनिया के सबसे महंगे शहर संयुक्त रूप से न्यूयॉर्क और सिंगापुर हैं. ऐसा भारत में सबसे महंगे शेयर पहली बार हुआ है जब न्यूयॉर्क ने रैंकिंग में शीर्ष स्थान हासिल भारत में सबसे महंगे शेयर किया है. दुनिया के सबसे बड़े शहरों में रहने की औसत लागत इस साल 8.1% बढ़ी है. वहीं यूक्रेन में युद्ध और आपूर्ति श्रृंखलाओं पर कोविड के प्रभाव को वृद्धि के पीछे कारकों के रूप में पहचाना गया.
रूसी शहरों ने लगाई सबसे बड़ी छलांग
वैश्विक सर्वे में जारी रैंकिंग में इजरायल के शहर तेल अवीव (Tel Aviv) पिछले साल शीर्ष पर था, जो अब तीसरे स्थान पर आ गया है. सबसे बड़ा बदलाव रूसी शहर मॉस्को (Moscow) और सेंट पीटर्सबर्ग (St Petersburg) की रैंकिंग में हुआ है. चरम महंगाई के मामले में दोनों की रैंकिंग क्रमश: 88 और 70 अंक ऊपर खिसकी है.
असल में यूक्रेन में युद्ध, रूस पर पश्चिमी प्रतिबंधों और चीन की जीरो-कोविड नीतियों ने आपूर्ति-शृंखला की समस्याओं को बढ़ावा दिया है. साथ ही ब्याज दरों में वृद्धि और विनिमय दर में बदलावों से दुनियाभर में रहने की लागत का संकट खड़ा हो गया. इससे पूरी दुनिया में महंगाई तेजी से बढ़ती हुई देखी गई है.
सूची में तीन भारतीय शहर भी शामिल
रिपोर्ट के अनुसार, दुनिया के सबसे सस्ते शहर सीरिया की राजधानी दमिश्क और लीबिया की त्रिपोली हैं. यह स्थिति इन देशों की कमजोर अर्थव्यवस्थाओं और मुद्राओं को दर्शाती है. निचले पायदान पर मौजूद प्रमुख 10 स्थानों में तीन भारतीय शहर भी शामिल हैं. इनमें बेंगलूरु 161वें, चेन्नई 164वें और अहमदाबाद 165वें स्थान पर हैं. इस साल अगस्त से सितंबर के बीच हुए इस सर्वे में दुनियाभर के शहरों में 200 से अधिक वस्तुओं और सेवाओं की कीमतों का आंकलन किया गया है.
रैंक और शहर 1 – न्यूयॉर्क 1 – सिंगापुर 3 – तेल अवीव 4 – हांगकांग 4 – लॉस एंजिल्स 6 – ज्यूरिख 7 – जिनेवा 8 – सैन फ्रांसिस्को 9 – पेरिस 10 – सिडनी 10 – कोपेनहेगन
सबसे कम खर्चीले शहर
रैंक और शहर 161 – कोलंबो 161 – बैंगलोर 161 – अल्जीयर्स 164 – चेन्नई 165 – अहमदाबाद 166 – अल्माटी 167 – कराची 168 – ताशकंद 169 – ट्यूनिस 170 – तेहरान 171 – त्रिपोली 172 – दमिश्क
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दुनिया का सबसे महंगा शेयर बाजार बना भारत, जानिए कैसे?
इसके चलते भारतीय शेयर बाजार प्राइस-टू-अर्निंग रेशियो (पीई अनुपात) के अनुसार दुनिया का सबसे महंगा बाजार हो गया है. सेंसेक्स 24.53 गुना के पीई भारत में सबसे महंगे शेयर अनुपात पर कारोबार कर रहा है. अमेरिका का डाओ जोन्स 19.67 गुना, यूके 23.32 गुना और शंघाई कंपोजिट 17.04 गुना पर है.
रुपया 15 पैसे या 0.23 फीसदी की मजबूती के साथ 64.60 रुपये प्रति डॉलर के स्तर पर बंद हुआ, जो 20 सितंबर के बाद उसका सबसे मजबूत स्तर है. मुद्रा बाजार विशेषज्ञों का कहना है कि यदि रिजर्व बैंक ने दखल दिया होता, तो इसमें और सुधार संभव था.
Cost of Living survey : मुंबई भारत में सबसे महंगा; जानिए किस शहर की क्या है रैंकिंग
Mercers 2022 Cost of Living survey के मुताबिक रहन-सहन और खान-पान के मामले में मुंबई भारत का सबसे महंगा शहर है। उसके बाद नई दिल्ली का स्थान है। हालांकि दुनिया के बड़े शहरों के मुकाबले अब भी इन शहरों में कीमतें कम हैं।
नई दिल्ली, पीटीआइ/बिजनेस डेस्क। मुंबई (Mumbai) की चमक-दमक के किस्से तो दुनियाभर में मशहूर हैं, लेकिन यहां जिंदगी गुजारना आसान नहीं है। Mercer's 2022 Cost of Living survey में पता चला है कि बाहर से आने वाले प्रवासियों के लिए यह भारत का सबसे महंगा शहर है। खाने-पीने और रहन-सहन की ऊंची लागत के चलते मुंबई को सबसे महंगे शहर का दर्जा मिला है। दूसरा स्थान नई दिल्ली का है। हालांकि सर्वे में यह बात भी सामने आई है कि ये दोनों मेट्रो शहर दुनिया के दूसरे शहरों के मुकाबले अब भी काफी सस्ते हैं।