शेयर्स को कैसे खरीदा और बेचा जाता है?

नेशनल स्टॉक एक्सचेंज और मुंबई स्टॉक एक्सचेंज में भारी कारोबार हुआ SENSEX 52100 और निफ्टी 15700 के आसपास अपना स्कोर बना चुकी है
शेयर बाजार क्या है और कैसे काम करता हैं?
हर सिक्के के दो पहलू होते हैं, वैसे ही शेयर मार्केट में भी ऐसा ही है। एक तरफ शेयर मार्केट में जहां लोग अच्छा मुनाफा कमा कर करोड़पति बन रहे हैं। वहीं दूसरी तरफ शेयर मार्केट में काफी नुकसान भी झेल रहे हैं, लेकिन अगर आप भी शेयर मार्केट में पैसा लगा रहे हैं तो आप भी इसके नुकसान से बच सकते हैं लेकिन इसके लिए आपको इसकी पूरी जानकारी होना बेहद आवश्यक हैं।
क्योंकि बिना जानकारी के अगर आप शेयर मार्केट से पैसा कमाने चाहते हैं तो हो सकता है आप किस्मत वाले ही होंगे कि आपको मुनाफा मिलेगा अन्यथा ये काफी नुकसानदायक साबित होता है।
वहीं अगर आप ये सोच रहें कि शेयर बाजार में मोटा मुनाफा कमाने के लिए किसी योग्यता की जरूरत होगी तो ऐसा बिल्कुल भी नहीं है, इसके लिए जरूरी है तो बस अच्छी जानकारी और समझदारी की। तभी आप इस क्षेत्र में पैसा लगाकर सफल हो सकेंगे।
शेयर बाजार क्या है और कैसे काम करता हैं? – What is Stock Market
शेयर मार्केट या स्टॉक मार्केट (Stock Market) वह जगह होती है, जहां पर शेयर, डिबेन्चर्स, म्यूचुअल फंड्स, डेरिवेटिव्स और अन्य सेक्योरिटी (Shares, Debentures, Mutual Funds, Derivatives और अन्य Securities) को ख़रीदा और बेचा जाता हैं। आपको बता दें कि, शेयर्स को मुख्य रुप से स्टॉक एक्सचेंज के माध्यम से ख़रीदा और बेचा जाता हैं।
वहीं अगर दूसरे शब्दों में कहें तो शेयर बाजार वास्तव में कम्प्यूटरों का नेटवर्क है, जहां पर शेयर खरीदे या बेचे जाते हैं। ब्रोकरों के द्धारा शेयर खरीदे और बेचे जाते हैं। इसके साथ ही उच्च श्रेणी के सॉफ्टवेयर द्वारा तेज गति से मिलान भी किया जाता है। भारत के प्रमुख शेयर बाजार हैं –
BSE बॉम्वे स्टॉक एक्सचेंज (Bombay Stock Exchange) और NSE नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (National Stock Exchange)।
शेयर मार्केट के प्रकार – Types of Stock Market
शेयर मार्केट दो तरह के होते हैं
- प्राइमरी शेयर मार्केट (Primary share market)
- सेकेंडरी शेयर मार्केट (Secondary share market)
प्राइमरी शेयर मार्केट (Primary Share Market)
प्राइमरी शेयर मार्केट में भी शेयर खरीदे और बेचे जाते हैं। वहीं इसके तहत कोई भी कंपनी बाजार में धन जुटाने के लिए प्राइमरी शेयर मार्केट में प्रवेश करती है। इसके तहत कंपनी जनता को शेयर जारी करने और पैसे जुटाने के लिए रजिस्टर्ड हो जाती हैं।
कंपनियां आम तौर पर प्राथमिक बाजार मार्ग के माध्यम से स्टॉक एक्सचेंज पर सूचीबद्ध होती हैं। वहीं अगर कोई कंपनी पहली बार शेयर बेच रही है, तो इसे प्रारंभिक सार्वजनिक पेशकश (Initial Public Offering) या आईपीओ कहा जाता है, जिसके बाद कंपनी सार्वजनिक हो जाती है।
आईपीओ के लिए जाने के दौरान, कंपनी को अपने बारे में ब्योरा देना होगा, कंपनी को अपने वित्तीय, प्रमोटर, कारोबार, जो शेयर कंपनी द्धारा जारी किए जा रहे हैं समेत मूल्य बैंड की भी जानकारी देनी होगी।
आइए अब समझिए आखिर शेयर क्या होता है ? – What is Share
शेयर मार्केट में जो शेयर आप खरीदते या फिर बेचते हैं उन Share का अर्थ होता हैं -“हिस्सा” वहीं स्टॉक मार्केट की भाषा में “शेयर” का मतलब हैं – “कंपनियों में हिस्सा” । वहीं जब आप किसी कंपनी के शेयर खरीदते हैं तो कंपनी के हिस्सेदार बन जाते हैं। वहीं अगर आपके पास किसी कंपनी के शेयर हैं तो आप उस कंपनी के उतने हिस्से के मालिक बन जाते हैं।
आपको ये भी बता दें कि शेयर को हिंदी में अंश कहते हैं और शेयर होल्डर को अंशधारक कहते हैं। शेयर बाजार से शेयर खरीद कर आप भी वहां लिस्टेड किसी भी कंपनी के मालिक बन सकते हैं।
सभी शेयर कंपनी द्वारा घोषित किये गए सभी डिविडेंड (Dividend) अथवा बोनस शेयर के अधिकारी भी होते हैं। किसी कंपनी के शेयर खरीद लेने से आपको भी वो सब अधिकार मिल जाते हैं जो शेयर होल्डर के आधिकार होते हैं।
उदाहरण के तौर पर अगर समझे तों, अगर किसी कंपनी ने शेयर्स को कैसे खरीदा और बेचा जाता है? कुल 1 लाख शेयर issue किए हैं और आपने उसमें से 10 हजार Shares खरीद लिए हैं तो आप उस कंपनी के 10% हिस्सेदार बन जाते हैं और आप जब चाहें तब इन शेयर्स को स्टॉक मार्केट में बेच सकते हैं।
शेयर बाजार में निवेश करने के लिए क्या करना होता है? 8 बुनियादी सवालों के जवाब
किसी कंपनी को चलाने के लिए पूंजी यानी कैपिटल की जरूरत पड़ती है. अब कंपनी को चलाने के लिए मालिक बाजार से पैसा उठाना चाहता है तो वह कैपिटल को हिस्सों में बांट देता है यही हिस्से कहलाते हैं शेयर. जैसे किसी कंपनी की कैपिटल 100 रुपये है. अब कंपनी इसे 100 हिस्सों में बांट दें तो वे 100 हिस्से शेयर्स कहलाएंगे और एक शेयर एक रुपये का होगा. अब इसी कैपिटल को दो या 5 हिस्सों में भी बांटा जा सकता है. यानी कंपनी की एक यूनिट एक शेयर के बराबर होती है.
अब आप किसी कंपनी का हिस्सा बनना चाहते हैं तो उसके शेयर खरीद सकते हैं. इन्हीं शेयर्स की जब आप खरीदी बिक्री करने जिस बाजार में जाएंगे उसे कहते हैं शेयर बाजार.
शेयर खरीदने के लिए क्या करना होगा?
शेयर बाजार में पांव रखने से पहले आपको चाहिए डिमैट अकाउंट. जैसे बैंक में बचत, एफडी में निवेश के लिए बैंक अकाउंट चाहिए वैसे ही शेयर मार्केट में निवेश के लिए डिमैट अकाउंट होना जरूरी है. डीमैट के जरिए ही शेयर्स को खरीदा-बेचा जाता है, होल्ड किया जाता है. यह एक तरह से शेयर्स का डिजिटल अकाउंट है.
डीमैट अकाउंट मतलब- डीमटेरियलाइज्ड यानी किसी भी फिजिकल शेयर्स को कैसे खरीदा और बेचा जाता है? चीज का डिजिटलाइज होना. डिमैट अकाउंट आप चंद सैकेंड में खोल सकते हैं. आधार कार्ड, पैन कार्ड जैसी केवाईसी डॉक्यूमेंट लगती हैं. इसके लिए ब्रोकर की जरूरत होती है. अब ब्रोकर कोई व्यक्ति भी हो सकता है और कंपनी भी. ब्रोकर की वेबसाइट या एप पर जाकर डिमैट अकाउंट आसानी से खोला जा सकता है. अगर आप नेटबैंकिंग करते हैं तो आपके बैंक की वेबसाइट या एप पर भी डिमैट अकाउंट खोल सकते हैं. आमतौर पर इसकी लिए कोई फीस नहीं देनी होती लेकिन यह कंपनी पर निर्भर करता है कि वे डिमैट के लिए कितना वसूलना चाहते हैं.
किस कंपनी का शेयर खरीदें?
जवाब है किसी अच्छी कंपनी है, क्योंकि अच्छी कंपनी के शेयर्स अच्छा रिटर्न देते हैं. अच्छी कंपनी मतलब जिसका प्रॉफिट, प्रोडक्ट, भविष्य अच्छा हो. शेयर मार्केट की भाषा में इसे कंपनी के फंडामेंटल्स यानी बुनियादी बातें कहते हैं, कंपनी के फंडामेंटल्स अच्छे हैं तो कंपनी का भविष्य अच्छा माना जाता है. इसके लिए आपको कंपनी की सालाना बैलेंस शीट पर नजर रखनी होती है. यानी कंपनी कितना कमा रही है, कितना कर्ज है, कितना मुनाफा हो रहा है? कंपनी के शेयर्स ने पहले कैसा प्रदर्शन किया है. ये सब देखना होता है. कई बार खबरें भी कंपनी के शेयर्स को प्रभावित करती हैं. जैसे कि जब दुनिया के सबसे अमीर आदमी ईलॉन मस्क ने ट्विटर को खरीदने का ऐलान किया तो निवेशकों में ट्विटर के शेयर्स को खरीदने की होड़ लग गई. लेकिन निवेशक केवल कंपनी के फंडामेंटल्स पर ध्यान दें तो भी काम बन सकता है. सबसे पहले ऐसे शेयर में निवेश करें जो सुरक्षित हैं. यानी उन बड़ी कंपनियों के शेयर्स खरीदें जो दशकों पुरानी हैं, प्रॉफिट में रहती है और आगे भी रहेंगी. इससे आप नुकसान में नहीं रहेंगे. जब इसमें निवेश कर लें तो शेयर्स को स्टडी करना सीखें, कंपनी की बैलेंस शीट पढ़ना सीखें.
ट्रेडिंग या निवेश?
एक्सपर्ट कहते हैं कि 5 साल, 10 साल या उससे भी ज्यादा समय के लिए निवेश करने वाले फायदे में रहते हैं. यानी लॉन्ग टर्म इंवेस्टमेंट. अब शेयर बाजार को गहनता से समझने वाले और रिस्क उठा सकने वाले ही शॉर्ट टर्म या हर रोज शेयर्स को कैसे खरीदा और बेचा जाता है? शेयर बाजार में निवेश कर सकते हैं. कितना और कितने समय के लिए निवेश? अब सबसे पहले आप ये तय करें कि निवेश कितना करना है और कितने समय के लिए. फिर तय करें कि आप निवेश करना क्यों चाहते हैं यानी कि आपका उद्देश्य क्या है. जैसे, शिक्षा, शादी या घर खरीदने जैसे गोल्स. इसी अनुसार आप आगे शेयर्स को कैसे खरीदा और बेचा जाता है? बढ़ते हैं और तभी आप फैसला ले पाएंगे कि आपको किस शेयर में निवेश करना है. शेयर मार्केट में शुरुआत धीमी रखें.
अगर आपके पास इन सब के लिए समय नहीं है या समझ नहीं है तो ऐसी स्थिति में आप किसी फाइनेंशियल एक्सपर्ट से ही सलाह लें, एक्सपर्ट को बताएं कि आप कितना खर्च करना चाहते हैं और कितने समय के लिए. आपका निवेश का उद्दश्य क्या है और आप निवेश से कितने रिटर्न की अपेक्षा रखते हैं. एक उपाय म्यूचुअल फंड भी हैं. जिसमें कुछ एक्सपर्ट आपके जैसे कई निवशकों के पैसे को कहां लगाना है ये तय करते हैं.
क्लियरिंग और सेटलमेंट की प्रक्रिया
वैसे तो क्लियरिंग और सेटलमेंट बहुत ही सैधान्तिक विषय है लेकिन इसके पीछे की प्रक्रिया को समझना महत्वपूर्ण है। एक ट्रेडर या निवेशक के तौर पर आपको ये चिंता करने की ज़रूरत नहीं होती कि आपका सौदा कैसे क्लियर या सेटल हो रहा है, क्योंकि एक अच्छा इंटरमीडियरी यानी मध्यस्थ ये काम कर रहा होता है और आपको ये पता भी नहीं चलता।
लेकिन अगर आप इसको नहीं समझेंगे तो आपकी जानकारी शेयर्स को कैसे खरीदा और बेचा जाता है? अधूरी रहेगी इसलिए हम विषय को समझने की कोशिश करेंगे कि शेयर खरीदने से लेकर आपके डीमैट अकाउंट (DEMAT account) में आने तक क्या होता है।
10.2 क्या होता है जब आप शेयर खरीदते हैं?
दिवस 1/ पहला दिन- सौदे का दिन (T Day), सोमवार
मान लीजिए आपने 23 जून 2014 (सोमवार) को रिलायंस इंडस्ट्रीज के 100 शेयर 1000 रुपये के भाव पर खरीदे। आपके सौदे की कुल कीमत हुई 1 लाख रुपये (100*1000)। जिस दिन आप ये सौदा करते हैं उसे ट्रेड डे या टी डे (T Day) कहते हैं।
दिन के अंत होने तक आपका ब्रोकर एक लाख रुपये और जो भी फीस होगी, वो आपसे ले लेगा। मान लीजिए आपने ये सौदा ज़ेरोधा पर किया, तो आपको निम्नलिखित फीस या चार्जेज देनी होगी:
क्रमांक | कितने तरह के चार्जेज | कितना चार्ज | रकम |
---|---|---|---|
1 | ब्रोकरेज | 0.03% या 20 रुपये- इनमें से जो भी इंट्राडे ट्रेड के लिए कम हो | 0 |
2 | सिक्योरिटी ट्रांजैक्शन चार्ज | टर्नओवर का 0.1% | 100/- |
3 | ट्रांजैक्शन चार्ज | टर्नओवर का 0.00325% | 3.25/- |
4 | GST | ब्रोकरेज का 18% + ट्रांजैक्शन चार्ज | 0.585/- |
5 | SEBI चार्ज | 10 रुपये प्रति एक करोड़ के ट्रांजैक्शन पर | 0.1/- |
कुल | 103.93/- |
Share Market Business Kaise Shuru Kare
इंडिया मे “NSE (National Stock Exchange)” और “BSE (Bombay Stock Exchange)” यह दो प्रमुख स्टॉक एक्सचेंजेस (Stock Exchanges) है जो की सेबी (सिक्युरिटीज एंड एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया) द्वारा विनियमित हैं ।
शेयर मार्केट से शेयर्स कैसे खरीदे :
शेयर्स खरीदने के लिए आपके पास ट्रैडिंग अकाउंट और डिमेट अकाउंट होना चाहिए ।
ट्रैडिंग अकाउंट हमे शेयर की खरीद बिक्री के काम आता शेयर्स को कैसे खरीदा और बेचा जाता है? है और डिमेट अकाउंट उन खरीदे हुए शेयर्स को रखने के लिए काम आता है ।
जैसे की पैसे रखने के शेयर्स को कैसे खरीदा और बेचा जाता है? लिए बैंक अकाउंट होता है वैसे ही खरीदे हुए शेयर्स रखने के लिए डिमेट अकाउंट होता है ।
यह दो अकाउंट आप किसी भी स्टॉक ब्रोकर के पास ओपन कर सकते है ।
स्टॉक ब्रोकर मतलब एक तरह से खरीदने और बेचने वाले के बीच का दलाल होता है जो की दोनों को खरीद बिक्री के लिए मदत करता है और उसके बदले कमीशन (Brokerage) लेता है ।
शेयर कैसे खरीदे और बेचे जाते हैं
शेयर मार्केट में शुरुआती दिनों में निवेश ₹ 5000 से ₹10000 के बीच करना चाहिए शेयर खरीदने और बेचने का तरीका और शेयर मार्केट की जानकारी होने के बाद निवेश की राशि बढ़ा सकते हैं .
यदि आप शेयर खरीदते और बेचते हैं तो आप मुनाफा कमा शेयर्स को कैसे खरीदा और बेचा जाता है? सकते हैं लेकन उसके लिए आपको शेयर मार्केट की जानकारी होना अति आवश्यक है मौजूदा समय में शेयर बाजार में लोग निवेशकर रहे हैं
शेयर बाजार जोखिमों के अधीन होता है यदि बाजार में गिरावट आई तो द्वारा खरीदे गए शेयरों में पैसे घटने के आसार बढ़ जाते हैं और यदि बाज़ार में बढ़त है तो आपके शेयर आपको मुनाफा देंगे