घंटों के अनुसार ट्रेड लगाना

China 🇨🇳 has built the world’s fastest train
600 km per hour
ट्रेडिंग क्या है और ट्रेडिंग कैसे सीखे 2022 में | Trading Kya Hai
Trader Kaise Bane : आज बहुत से युवा Share Market और Trading में अपनी दिलचस्वी दिखा रहे है और बहुत से युवा को शेयर मार्किट और ट्रेडिंग में अपना करियर भी बनाने में दिलचस्वी दिखा रहे है, वैसे में बात आती है ट्रेडिंग के प्रॉपर जानकारी की आज के इस लेख में हम यही जानेंगे की शेयर मार्किट और ट्रेडिंग में अपना करियर कैसे बनाये
बहुत से युवा को इस क्षेत्र के बारे में जानकारी ही नहीं है एक रिपोर्ट अनुसार इस क्षेत्र में करियर बनाने वाले की काफी कमी है ट्रेडिंग बहुत से लोगो को लगता है यह एक गेमलिंग है, जुआ है इसमें पैसा लगाने पर डूब जाते है अगर आप अपने घर में अपना पापा, मम्मी या किसी अन्य व्यक्ति से ट्रेडिंग के बारे में पूछते है तो आपको यही सलाह देते है ट्रेडिंग एक जुआ है इसमें अच्छा तुम अपना घंटों के अनुसार ट्रेड लगाना पैसा FD में इन्वेस्ट करो इसमें कोई रिस्क नहीं है पर उनको कौन समझाए ,FD तो बस एक पानी का बून्द है और ट्रेडिंग समुन्द्र जहां जितना चाहो उतना पैसा कमा सकते हो लेकिन प्रॉपर स्किल के साथ तो चलिए में आज आपको Trading Kya Hai से जुडी पूरी जानकारी देता हूँ की Trading Kaise Sikhe, Professional Trader Kaise Bane, ट्रेडिंग से कैसे लॉन्ग टर्म तक पैसे कमाए, ट्रेडिंग के लिए बेस्ट कोर्स कौन से है, ट्रेडिंग बुक और ऐसे ही बहुत सारे जानकारी आज के इस लेख में आप जानेंगे तो चलिए बिना देर किये शुरू करते है
Table of Contents
ट्रेडिंग क्या है? (Trading Kya Hai)
ट्रेडिंग को आसान शब्दों में कहे तो किसी प्रोडक्ट या सेवा को कम दाम में खरीदना और उच्च दाम पर बेंच देना ट्रेडिंग कहलाता है, ट्रेडिंग का मतलब किसी स्टॉक की खरीदना और बेंचना भी ट्रेडिंग कहलाता है ट्रेडिंग का मुख्य मकशद कम दाम में खरीदना और उच्च दाम पर बेंच देना
ट्रेडिंग के प्रकार (Types of Trading in Hindi)
स्टॉक मार्किट में ट्रेडिंग को मुख्य चार भागो में विभाजित किया गया है
- स्कल्पिंग ट्रेडिंग
- इंट्राडे ट्रेडिंग
- स्विंग ट्रेडिंग
- पोसिशनल ट्रेडिंग
स्कल्पिंग ट्रेडिंग : वह ट्रेड जो कुछ सेकंड या मिनट के लिए ट्रेड किया जाता है इस टाइप की ट्रेडिंग काफी रिस्की होती है इस ट्रेडिंग को करने के लिए काफी एकग्रता की आवश्यकता है इस ट्रेड को अधिकतर प्रोफेशनल ट्रेडर ही ट्रेड करते है
इंट्राडे ट्रेडिंग : यह टाइप ट्रेडिंग एक दिन के लिए किया जाता है अर्थात वह ट्रेडर जो मार्किट खुलने के बाद ट्रेड करते है और मार्किट क्लोज होने से पहले बंद करते है इस तरह के ट्रेडिंग में रिस्क काम होता है.
ट्रेडिंग करने वाले व्यक्ति ट्रेडर कहलाते है ट्रेडिंग करने के लिए मार्किट 9:15 के खुलने के बाद मार्किट 3:30 होने तक बंद हो जाता है इस तरह के ट्रेडिंग को इंट्राडे ट्रेडिंग भी कहा जाता है.
स्विंग ट्रेडिंग : वैसे ट्रेडर जो कुछ समय के लिए नहीं कुछ दिन के लिए ट्रेड करते है वैसी ट्रेडिंग स्विंग ट्रेडिंग कहलाता है, इस टाइप के ट्रेडिंग उनलोगो ले किये है वो जॉब करते है, स्टूडेंट है
पोस्टशनल ट्रेडिंग : वह ट्रेड जो कुछ समय, कुछ घंटे या कुछ दिन के लिए नहीं कुछ महीने के लिए ताड़े किया जाता है, इस तरह के ट्रेडिंग लॉन्ग टर्म को कैप्चर करने के लिए जाता है इस ट्रेड में अन्य के तुलना काफी कम रिस्क होता है.
ट्रेडिंग मीनिंग इन हिंदी (Trading Meaning in Hindi)
ट्रेडिंग का मतलब हिंदी में व्यपार होता है आसान शब्दों में ट्रेडिंग खरीदने और बेंचने का व्यपार
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और इसमें अपना करियर कैसे बनाए
ट्रेडर कैसे बने (Trader Kaise Bane)
ट्रेडर बनने के लिए पहले आपके पास बेसिक स्किल होना अति आवश्यक है जैसे शेयर मार्किट क्या है? और शेयर मार्किट में कैसे इन्वेस्ट किया जाता है उसके बाद ट्रेडिंग क बारे में भी कुछ जानकारी होनी चाहिए जैसे ट्रेडिंग त्रादंग कितने प्रकार के होते है और ट्रेड कैसे किया जाता है.
ट्रेडिंग करने के लिए आपके पास पहले एक डीमैट अकाउंट होना अतिआवश्यक है जिस प्रकार बैंक में पैसा जमा निकाशी के लिए सेविंग और करंट अकाउंट खुलवाते है उसी प्रकार शेयर मार्किट में निवेश और ट्रेडिंग के लिए डीमैट अकाउंट क आवश्यकता घंटों के अनुसार ट्रेड लगाना होती है.
डीमैट खाता आप अपने घर से बस 5 मिनट में अपना अकाउंट बना सकते है ऐसे बहुत सरे मार्किट में ब्रोकर है जो डीमैट खाता खोलते है जैसे उपस्टेक्स, एंजेल वन , ग्रो और बहुत सारे
अगर अपने अभी तक अपना डीमैट खाता नहीं खोला है तो आप Upstox में अपना अकाउंट बना सकते है इसकी सर्विस काफी अच्छी होने के साथ इसका इंटरफ़ेस इंटरफ़ेस यूजर फ्रेंडली है इसका इस्तेमाल में करीब 5 साल से कर रहा हूँ.
उसके बाद आप ट्रेडिंग करना शुरू कर सकते है
ट्रेडिंग कैसे सीखे (Trading Kaise Sikhe)
ट्रेडिंग सिखने के लिए आज बहूत सारे तरीके है आप ट्रेडिंग घर बैठे ऑनलाइन सिख सकते है आज ऐसे भूत सरे प्लेटफॉर्म है जिसके माध्यम से आप ट्रेडिंग सिख सकते है
यूट्यूब : आज ऐसे हजारो चैनल है जो फ्री में ट्रेडिंग सिखाते है लेकिन में आपको निचे पांच ऐसे चैनल के नाम बता रहा हूँ जिसमे मेने भी बहुत कुछ सिका और आप भी सिख सकते है
01 | Vivek Bajaj |
02 | Neeraj Joshi |
03 | Fin Baba |
04 | Puskar Raj Thakur |
अगर आप ट्रेडिंग की शुरुवात करना चाहते है तो आप Upstox में अपना अकाउंट बना सकते है इसका इस्तेमाल में पिछले 5 साल से कर रहा हूँ
अमरीका आैर चीन की वजह से भारत के 72 घंटे में डुब गए 3.63 लाख करोड़ रुपए
नर्इ दिल्ली। जहां एक आेर अमरीका आैर चीन के बीच ट्रेड वाॅर की लड़ार्इ चल रही है। वहीं दूसरी आेर इस लड़ार्इ का नुकसान भारत को उठाना पड़ रहा है। 14 सितंबर से अब तक भारत को साढ़े तीन लाख करोड़ रुपए से ज्यादा का नुकसान हो चुका है। जानकारों के अनुसार ट्रेड वाॅर का असर ग्लोबल शेयर मार्केट में देखने को मिल रहा है। जिसका दुष्प्रभाव घरेलू शेयर मार्केट पर पड़ रहा है। वहीं दूसरी आेर रुपए में लगातार गिरावट भी निवेशकों को डुबाने का काम कर रही है। आइए आपको भी बताते हैं कि आखिर भारत को किस तरह से नुकसान उठाना पड़ रहा है।
चीन आैर अमरीका के बीच ट्रेड वाॅर
अमरीका आैर चीन के बीच का ट्रेड वाॅर दोनों देशों को नुकसान पहुंचा ही रहा है। वहीं दूसरी आेर भारत पर भी इसका दुष्प्रभाव पड़ रहा है। आंकड़ों की मानें तो अमरीका द्वारा चीन के सामान पर 200 अरब डॉलर का नया टैरिफ लगाया था। जिसके जवाब में चीन ने अमरीकी इम्पोर्ट पर 60 अरब डॉलर की ड्यूटी लगाने की घोषणा कर दी। अमरीका पर 24 सितंबर से चीन का टैरिफ लागू होगा। जिसके बाद इसका चीन आैर एशियार्इ मार्केट पर भी पड़ा है। चीन के पलटावर के बावजूद मंगलवार को अमेरिकी बाजारों में बढ़त दिखी। डाओ जोंस 185 अंक की उछाल के साथ 26,247 के स्तर पर बंद हुआ। नैस्डैक 60 अंक की मजबूती के साथ 7,956 के स्तर पर बंद हुआ। एसएंडपी 500 इंडेक्स 0.50 फीसदी की तेजी के साथ 2,904 के स्तर पर बंद हुआ।
रुपए में लगातार गिरावट
वहीं दूसरी आेर डाॅलर के मुकाबले रुपए के लगातार गिरने की वजह से भारत के घरेलू बाजार के निवेशकों को नुकसान उठाना पड़ रहा है। रुपया 73 के स्तर को छू चुका है। वैसे बुधवार को बाजार बंद होने तक डाॅलर के मुकाबले 61 पैसे की बढ़त देखने को मिली थी। जिसके बाद रुपया 72.37 के स्तर पर बंद हुआ था। लेकिन पिछले कुछ दिनों के हालात को देखा जाए तो रुपए के गिरने की वजह से घरेलू शेयर बाजार को नुकसान हुआ है। एेसे में देश में निवेशकोें को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा है।
3.63 लाख करोड़ रुपए का हुआ नुकसान
अमरीका-चीन ट्रेड वाॅर आैर रुपए की गिरावट के कारण स्थानीय निवेशकों को 14 सितंबर से अब तक 3.63 लाख करोड़ रुपए का नुकसान हो चुका है। 14 सितंबर को बीएसई पर लिस्टेड कुल कंपनियों का मार्केट कैप 1,56,37,019.15 करोड़ रुपए था। वहीं बुधवार यानी 19 सितंबर को मार्केट कैप 1,52,73,265 करोड़ रुपए था। अगर दोनों के बीच अंतर को निकाल लिया जाए तो 3,63,754 करोड़ रुपए है। जो स्थानीय निवेशकों का नुकसान है। यह नुकसान भारत को 72 घंटे में हुआ है। यानी भारत को हर घंटे पांच हजार करोड़ रुपए से ज्यादा का नुकसान हुआ है।
चीन ने बनाई 600 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ़्तार वाली मैग्लेव ट्रेन
चीन जो की आधुनिक टेक्नोलॉजी के लिए पहले दूसरे देशों पर निर्भर करता था आज दुनिया की सबसे तेज़ स्पीड वाली ट्रेन में कामयाबी हासिल कर चुका है. यहाँ पढें पूरी जानकारी.
चीन, वह देश जो की आधुनिक टेक्नोलॉजी के लिए पहले दूसरे देशों पर निर्भर रहा करता था , ने आज एक ऐसी ट्रेन बनाने में कामयाबी हासिल कर ली है जिसकी स्पीड 600 किलोमीटर प्रति घंटे की होगी. ज्ञात हुई जानकारी घंटों के अनुसार ट्रेड लगाना के अनुसार यह ज़मीन पर सबसे तेज़ गति से चलने वाली ट्रेन हैं.
चीन की ट्रेन निर्माता कम्पनी CRRC ने बर्लिन ,जर्मनी में रेलवे इंडस्ट्री ट्रेड मेले में इस ट्रेन का विमोचन किया. ट्रेन निर्माता कम्पनी के अनुसार यह ट्रेन चीन द्वारा खोजी गयी चीनी तकनीक से बनाई गयी है. कम्पनी का कहना है की इस ट्रेन के प्रोटोटाइप का सफलतापूर्वक प्रशिक्षण पहले ही कर लिया गया था.
China 🇨🇳 has built the world’s fastest train
600 km per hour
मैग्लेव का इस्तेमाल पहले से ही चीन के शंघाई में किया जाता है जो की शहर को एयरपोर्ट से जोड़ता है .मैग्लेव या मैग्नेटिक लेविटेशन इलेक्ट्रोमैग्नेटिक बल के ज़रिये पूरी ट्रेन को ट्रैक से ऊपर रखने ताकि रेल और बॉडी के बीच में कोई भी भौतिक सम्बन्ध न होने के लिए उत्तोलित करता है .
यह ट्रेन अपनी उच्चतम स्पीड के ज़रिये ड्रैगन एडमिनिस्ट्रेशन कैपिटल और फाइनेंशियल कैपिटल के बीच का रास्ता महज़ 2.5 घंटे में पूरा कर सकती है. इतनी तेज़ स्पीड वाली ट्रेन को लेकर शंघाई और चेंगदु पहले से ही शोध में लग गये हैं की कैसे यह तेज़ गति वाली ट्रेन अंतर -शहर और अंतर -प्रांत की यात्रा को बढ़ाएंगे. यह शहर अल्ट्रा फास्ट लॉन्ग डिस्टेंस के परिवहन की व्यवहार्यता का पता लगाने के प्रयास में हैं . जबकि अन्य देश ड्रैगन द्वारा प्राप्त की गयी वेलोसिटी को प्राप्त करने में जुटे हैं जबकि चीन ने पहले ही मैगलेव कारों का प्रयोग करना शुरू कर घंटों के अनुसार ट्रेड लगाना दिया हैं .
चीन के शोधकर्ताओं ने मैगलेव टेक्नोलॉजी को कारों में इस्तेमाल के लिए भी प्रयास शुरू कर दिये हैं. हाल ही में शिचुआन प्रांत के चेंगदु में साउथवेस्ट जियओतोंग विश्वविद्यालयों के शोधकर्ताओं ने संशोधित यात्री कारों के लिए एक सड़क प्रशिक्षण किया जो कंडक्टर रेल से 35 किलोमीटर ऊपर उड़ने के लिए मैगनेट का इस्तेमाल करता है.
शेयर बाजार में मुहूर्त ट्रेडिंग के बारे में यहां जानिए सब कुछ
शेयर बाजार में मुहूर्त ट्रेडिंग का खास महत्व है. इस एक घंटे के सत्र को हिंदू लेखा वर्ष की शुरुआत के लिए शुभ माना जाता है.
दिवाली को लक्ष्मी का त्योहार माना जाता है. इसी वजह से छुट्टी होने के बावजूद इस दिन शेयर बाजार कुछ समय के लिए खुलता है.
मुहूर्त ट्रेडिंग के समय में कारोबारी मुनाफे या घाटे की बहुत ज्यादा चिंता नहीं करते हैं. कोई अपना पैसा निकालने की कोशिश नहीं करता. बस एक परंपरा को निभाने के लिए बाजार में सौदे करते हैं. हर दिन हजारों करोड़ों रुपए का ट्रेड करने वाले शेयर बाजार ने सालों से अपनी इस परंपरा को सहेज कर रखा है.
क्या होती है मुहूर्त ट्रेडिंग?
दिवाली के साथ नए संवत की शुरुआत होती है. भारतीय परंपरा के अनुसार देश के कई हिस्सों में दिवाली के साथ ही नए वित्त वर्ष की शुरुआत होती है. इस शुभ मुहूर्त पर शेयर बाजार के कारोबारी विशेष शेयर ट्रेडिंग करते हैं. इसे मुहूर्त ट्रेडिंग कहा जाता है.
क्या है मुहूर्त ट्रेडिंग का समय?घंटों के अनुसार ट्रेड लगाना
महुर्त ट्रेडिंग का समय बहुत पहले से निर्धारित नहीं होता. बीएसई और एनएसई दिवाली से कुछ दिन पहले शुभ मुहर्त का आधार पर इसका ऐलान करते हैं. पूरा सत्र एक घंटे का होता है. इस दौरान शेयरों की खरीद-फरोख्त सामान्य रूप से की जाती है. खास बात यह है मुहर्त ट्रेडिंग कारोबारी घंटों के इतर भी हो सकती है.
दोनों एक्सचेंज में पूजा के बाद ट्रेडिंग
आम निवेशक भी मुहूर्त ट्रेडिंग में कारोबार कर सकते हैं. इस दौरान बीएसई पर टॉप वॉल्यूम वाले शेयरों का सम्मान किया जाता है. फिर लक्ष्मी पूजन होता है. इसके बाद ट्रेडिंग शुरू होती. दोनों ही एक्सचेजों का स्पेशल मुहर्त ट्रेडिंग सत्र एक साथ शुरू होता है और साथ ही बंद होता है.
शुभ माना जाता है निवेश
एक्सपर्ट कहते है कि मुहूर्त ट्रेडिंग के दिन शेयर बाजार में पैसा लगाना शुभ माना जाता है. खासकर अमीर लोग इस दिन जरूर निवेश करते है. ऐसे में वो छोटे निवेश पर लाखों रुपए कमा लेते है.
दिवाली पर खास मुहूर्त पर ट्रेडिंग की शुरुआत कर निवेशक नए फाइनेंशियल ईयर के अच्छे रहने की कामना करते हैं. एक्सपर्ट्स बताते हैं कि मुहूर्त ट्रेडिंग पूरी तरह परंपरा से जुड़ी है. अधिकांश लोग इस दिन शेयर खरीदते हैं. हालांकि, ये निवेश काफी छोटा और प्रतीकात्मक होता है.
क्यों होती है मुहूर्त ट्रेडिंग?
बाजार के घंटों के अनुसार ट्रेड लगाना घंटों के अनुसार ट्रेड लगाना जानकारों के मुताबिक, मुहूर्त ट्रेडिंग के दिन कारोबारी निवेश की सोच के साथ बाजार में उतरते हैं. परंपराओं को मानने वाले पहला ऑर्डर अक्सर खरीद का देते हैं. दलाल स्ट्रीट के कुछ निवेशक अब भी मानते हैं कि इस दिन खरीदे गए शेयरों को बनाए रखना चाहिए ताकि इन्हें अगली पीढ़ी को ट्रांसफर किया जा सके.
क्या है मुहूर्त ट्रेडिंग का इतिहास?
एशिया का सबसे पुराना स्टॉक एक्सचेंज बीएसई 1957 से घंटों के अनुसार ट्रेड लगाना मुहूर्त ट्रेडिंग का आयोजन करता आया है. एनएसई में 1992 से यह परंपरा चली आ रही है. बीते सालों में इस दौरान मार्केट के प्रदर्शन पर नजर डालें तो, अधिकांश मौकों पर मुहूर्त ट्रेडिंग के दिन स्टॉक मार्केट दायरे में ही रहा है.
सत्र का लेखा-जोखा
मुहूर्त ट्रेडिंग के दौरान कारोबार सामान्य सत्र की तरह ही होता है. बाजार खुलने से पहले के 15 मिनट प्री-ओपनिंग सेशन होता है. इस दौरान सातवें से आठवें मिनट के बीच में बाजार सेटल होता है और फिर तय समय पर सामान्य कारोबार खुलता है.
प्री-ओपनिंग सेशन से 15 मिनट तक ब्लॉक डील सेशन किये जाते हैं, जिसमें बड़े-बड़े सौदे किए जाते हैं. एक घंटे के सत्र के सामान्य सत्र के अंतिम मिनट में रैंडम क्लोजिंग दी जाती है. इस दिन इंट्राडे सौदे भी किए जाते हैं, मगर अमूमन इससे परहेज किया जाता है.
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