ट्रेडिंग फॉरेक्स के लाभ

Intraday Stocks में क्या नहीं होना चाहिए

Intraday Stocks में क्या नहीं होना चाहिए
इंट्रा-डे ट्रेड के लिए स्टॉक्स का चुनाव कैसे करें

Share market में Intraday trading क्या होता है?

अगर आप शेयर बाजार पर अपने शेयर को buy या sell करते रहते हैं। तो, आप में से बहुत सारे लोगों ने Intraday ट्रेडिंग के बारे में तो जरूर सुना होगा। आपने से बहुत सारे लोग Intraday trading के बारे में जानकारी भी रखते होंगे।

लेकिन, आज का हमारा यह पोस्ट उन सारे लोगों के लिए है जो intraday ट्रेडिंग के बारे में नहीं जानते हैं।या उन्हें शेयर मार्केट के बारे में इतनी अधिक जानकारी नहीं है। वास्तव में Intraday trading का अर्थ शेयर मार्केट में एक ही दिन में शेयर खरीद करके उसे बेचना होता है।

आज के हमारे इस पोस्ट में हम आप लोगों को Intraday trading क्या होती है? इसके कौन-कौन से जोखिम हो सकते हैं? इनके बारे में जानकारी उपलब्ध करा रहे हैं।

Intraday Trading क्या होता है? – What is Intraday Trading in Hindi

Intraday Trading का अर्थ एक ही दिन के भीतर शेयर या स्टॉक खरीद-फरोख्त करना यानी कि share को खरीद करके बेचना शामिल होता है।

Intraday trading में निवेशक एक ही दिन के भीतर में stock या share खरीदते हैं। उसके बाद Stock Exchange बंद होने से पहले उसे बेचनी होती है। इस तरह की trading को Intraday ट्रेडिंग कहा जाता है।

संक्षेप में समझे तो जिस दिन आपने day trading के लिए stock या शेयर खरीदते हो, तो आपको वह शेयर उसी दिन मार्केट बंद होने से पहले square off यानी कि बेचना होता है। साधारण दिनों में day trading सुबह 9:15 से शुरू हो करके शाम में 3:30 बजे तक किया जा सकता है।

Intraday trading करने का मुख्य उद्देश्य, किसी भी तरह के स्टॉक किया शेयर में निवेश करना नहीं होता है। बल्कि, डे ट्रेडिंग के दौरान शेयर खरीद करके Stock Exchange के index पर होने वाले तेजी और मंदी से मुनाफा कमाना होता है। क्योंकि शेयर मार्केट दिन भर के अंतराल में कई बार ऊपर और नीचे चढ़ता एवं उतरता है। इसमें आप सुबह शेयर खरीद करके शाम तक उसे बेच सकते हैं। इस तरह से आप Intraday Trading के जरिए मुनाफा कमा सकते हो। हमसे एक उदाहरण के जरिए समझाना चाहते हैं।

मान गया कि कोई कंपनी XYZ के शेयर सुबह 9:15 पर ₹101 प्रति शेयर पर खुलती है। आपने Intraday Trading के जरिए एक ही दिन में शेयर खरीदने एवं बेचने का फैसला किया है। आपने 10 शेयर खरीदे। जिसकी कीमत 10×101 = 1010₹ होती है, लेकिन day trading के दौरान XYZ कंपनी के शेयरों में उछाल आता है। और किसी भी अंतराल पर उस कंपनी के शेयर की कीमत ₹120 तक पहुंच जाते हैं। तो , आप मुनाफे के साथ इसे बेच सकते हैं। इस संदर्भ में आपको 10×120 = 1200₹ मिलते हैं आपका लाभ 1200₹-1010₹=₹190 होता है।

यानी कि 1 दिन में होने वाले share trading के दौरान ही आपको अपने पूरे शेयर जिसे आपने खरीदा है उसे बेचने होते हैं। Stock Exchange 3:30 बजे तक खुला हुआ होता है। आपको स्टॉक एक्सचेंज बंद होने से पहले उसे बेचना होता है। अगर आप ऐसा नहीं कर पाते हैं तो यह ऑटोमेटिक closing कीमत पर बिक जाती है। और आपके पैसे आपके अकाउंट पर ट्रांसफर हो जाते हैं।

इसके अलावा भी दूसरे सारे बहुत से विकल्प मौजूद है, जैसे कि मान लिया जिस दिन आपने शेयर खरीदा है। उस दिन शेयर की कीमत लगातार घटती जा रही हो। और आप उससे मुनाफा कमाने के बारे में सोच रहे हैं। आपने जो शेयर खरीदा Intraday Stocks में क्या नहीं होना चाहिए है वह intraday trading के लिए खरीदा है। ऐसे में बहुत से broker अपने निवेशकों को यह सुविधा देते हैं कि वह अपने शेयर को holdings पर रख सकते हैं। जब उनकी कीमतों पर सुधार हो तब उन्हें दोबारा से बेच सकते हैं।

Intraday Trading करने के लिए किन-किन चीजों की जरूरत होती है?

Intraday Trading करने के लिए आपको शेयर मार्केट की निम्नलिखित चीजों की जरूरत पड़ सकती है। जिसे हमने सूचीबद्ध तरीके से नीचे बताने की कोशिश की है।

  • SEBI के दिशा निर्देश अनुसार शेयर खरीदने और बेचने के लिए आपके पास में Demat account होना जरूरी है। account के साथ-साथ आपके पास में trading account होना भी जरूरी है।
  • Trading account लेते वक्त इस बात का ध्यान रखें कि, आपके ब्रोकर द्वारा intraday trading के दौरान खरीदी के शेयर को होल्डिंग में रखने की सुविधा प्रदान करती हो।
  • मुनाफे को अपने बैंक अकाउंट पर ट्रांसफर करने के लिए आपके ट्रेडिंग अकाउंट के साथ आपका बैंक अकाउंट नंबर जुड़ा हुआ होना चाहिए।

ऐसे तो नियमित शेयर बाजार में निवेश करने के मुकाबले intraday trading ज्यादा जोखिम भरा होता है। क्योंकि इस सौदे में आपको आपके द्वारा खरीदे गए शेयर को एक ही दिन के अंदर में खरीदना और बेचना होता है। चाहे इस सौदे में आपको फायदा हो या नुकसान।आपको डे ट्रेडिंग करने से पहले इसके बारे में पूरी जानकारी होना आवश्यक है, नुकसान से बचने के लिए आपको विशेष रूप से इस तरह की ट्रेडिंग की बुनियादी बातों को समझना जरूरी होता है।

Technical analysis – तकनीकी विश्लेषण का उपयोग

अधिकतर लोग जो Intraday trading करते हैं, वे लोग ज्यादातर तकनीकी विश्लेषण का इस्तेमाल करते हैं। यह निर्धारित करने के लिए कि कब मार्केट की स्थिति के मुताबिक अपनी पोजीशन लॉन्ग या शॉर्ट (buy and sell) करना है, इसके बारे में शोध एवं तकनीकी विश्लेषण का इस्तेमाल करते हैं।

जब intraday trading पर लाभ कमाने की बात आती है तो आपको बहुत से शोध की आवश्यकता होती है। सूट के लिए आपको कुछ indicator chart का पालन करना होता है। Indicator chart से हमारा मतलब है, की intraday trading ग्राफ चार्ट, जिसमें आप किसी भी शेयर के उतार चढ़ाव यानी कि तेजी और मंदी शेयर के मूल्य में होने वाली गिरावट एवं तेजी की स्थिति को दर्शाता है। हालांकि यह indicator chart पूरी तरह से सही जानकारी उपलब्ध तो नहीं कराता है। लेकिन आप पुराने डाटा का इस्तेमाल करके शेयर की कीमत में होने वाले उतार-चढ़ाव का आकलन आसानी से कर सकते हैं।

निष्कर्ष

आज के हमारे इस पोस्ट से आपने यह सीखा कि share market पर Intraday Trading क्या होती है? Intraday Trading पर आपको कौन-कौन से जोखिम उठाने पड़ सकते हैं? इसके अलावा इंट्राडे ट्रेडिंग करने के लिए आपको कौन-कौन सी चीजों की जरूरत पड़ सकती है।Intraday trading आप किस तरह से कर सकते हैं? इसके बारे में हमने आप सभी को जानकारी दी है। उम्मीद करता हूं कि आपको हमारे द्वारा दी गई है जानकारी पसंद आई होगी, अगर आपको हमारे द्वारा दी गई यह जानकारी पसंद आई है तो आप इसे अपने दोस्तों के साथ, रिश्तेदारों के साथ, और कलीग्स के साथ social media पर शेयर भी कर सकते हैं। इससे संबंधित अगर आपकी कुछ सवाल है तो आप ही से कमेंट बॉक्स पर कमेंट करके पूछ सकते हैं।

Admin Desk हम हिंदी भाषा में यहां सरल शब्दों में आपको ज्ञानवर्धक जानकारियां उपलब्ध कराने की कोशिश करते हैं। ज्यादातर जानकारी है इंटरनेट पर अंग्रेजी भाषा में मौजूद है। हमारा उद्देश्य आपको हिंदी भाषा में बेहतर और अच्छी जानकारी उपलब्ध कराना है।

इंट्रा-डे ट्रेड के लिए स्टॉक्स का चुनाव कैसे करें

शेयर बाजार (Share Bazaar) में इंट्रा-डे (Intra day) या एक ही दिन में खरीद-बिक्री करने का चलन बढ़ ही रहा है। डे-ट्रेडर (Day Trader) के लिए सही शेयरों का चयन सबसे महत्वपूर्ण है। इसमें यदि थोड़ी-सी चूक हो जाए तो कुछ ही घंटों में भारी नुकसान उठाना पड़ सकता है। ऐसे समय, शेयरों का सही विकल्प आपको औसत रिटर्न आन इनवेस्टमेंट आरओआई से अधिक कमाने में मदद कर सकता है।

how to choose stocks for intra-day trade

इंट्रा-डे ट्रेड के लिए स्टॉक्स का चुनाव कैसे करें

प्ले इट सेफ- लिक्विड स्टॉक्स में ही ट्रेड करें

कभी सोचा है कि किसी खास दिन सही शेयर लेने के लिए एक ट्रेडर को दी गई सबसे अच्छी टिप क्या हो सकती है? आप इसे एक शब्द में लिख सकते हैं - लिक्विडिटी! लिक्विड स्टॉक का लाभ यह है कि आप उन्हें बड़ी मात्रा में खरीद सकते हैं और कीमत पर बहुत ज्यादा प्रभाव पड़े बिना भी बेच सकते हैं। अक्सर ऐसा होता है कि कम लिक्विड स्टॉक को खरीदने वालों की संख्या ज्यादा नहीं होती और इसलिए अधिक मात्रा में खरीदने और बेचने का मौका नहीं मिल पाता। हालांकि, कुछ ट्रेडर्स का मानना है कि तेजी से कीमतों में बदलाव के कारण कम लिक्विड या जो शेयर लिक्विड नहीं होते, उनमें अधिक अवसर मिलते हैं। आंकड़े ऐसा नहीं कहते। यदि स्टॉक्स लिक्विड नहीं हैं तो कम अवधि में चालें बनती हैं। अधिकांश लाभ का फायदा नहीं उठा पाते और यह शेयर इसी तरह डाउनसाइड भी तेजी से फिसलते हैं।

अच्छे सहसंबंध वाले शेयरों में ट्रेडिंग करें

ऐसे शेयर चुनें जिनका प्रमुख सेक्टरों और सूचकांकों के साथ ज्यादा संबंध है। यह सलाह इंट्रा-डे ट्रेडर के लिए सबसे अच्छे सुझावों में से एक है। सही स्टॉक वे हैं जिनका प्रमुख क्षेत्रों और सूचकांकों के साथ उच्च सह-संबंध होता है। आप देखें, शेयर की कीमत इंडेक्स या सेक्टर के ऊपर जाने पर बढ़ती है। यह बताता है कि ग्रुप की भावना के साथ कदम बढ़ाने वाले और सह-संबंध रखने वाले स्टॉक विश्वसनीय होते हैं और सेक्टर के अपेक्षित मूवमेंट को फॉलो करते हैं। उदाहरण के लिए, यदि भारतीय रुपया डॉलर के मुकाबले मजबूत होता है, तो यह अमेरिकी बाजारों पर निर्भर सभी इंफर्मेशन टेक्नोलॉजी (आईटी) कंपनियों को प्रभावित करेगा। मजबूत रुपया आईटी कंपनियों के लिए कम कमाई का संकेत देता है। तद्नुसार, कमजोर रुपए का अर्थ है कि ऊपर उल्लेखित कंपनियों के लिए हायर एक्सपोर्ट इनकम।

रिसर्च के बाद ही चुनें अपने स्टॉक्स

क्वालिटी रिसर्च सही स्टॉक लेने के लिए बेहद महत्वपूर्ण है। आप जिन शेयरों को ट्रेड करने जा रहे हैं, उनके बारे Intraday Stocks में क्या नहीं होना चाहिए में जानने से ज्यादा भरोसेमंद कुछ नहीं हो सकता। दुर्भाग्य से, अधिकांश ट्रेडर स्टॉक चुनने से पहले पर्याप्त रिसर्च नहीं करते। यह या तो रिसर्च के महत्व के प्रति अज्ञानता के कारण हैं या लापरवाही की वजह से। ज्यादातर मामलों में ये दोनों कारण हैं। यदि आपके पास पर्याप्त जानकारी हो तो आपके ट्रेड की स्पीड बढ़ जाती है। आपकी क्षमता बढ़ जाती है। इंट्रा-डे ट्रेडर के रूप में आप निश्चित ट्रेडिंग घंटों में छोटे मूल्य में उतार-चढ़ाव का लाभ उठाकर संपत्ति बना सकते हैं। इस प्रकार, एक अच्छा आरओआई हासिल करने के लिए त्वरित निर्णय लेना अत्यधिक महत्वपूर्ण है।

खुद ही चार्ट पढ़ने की क्षमता विकसित करें

आपको पता है कि इंट्रा-डे ट्रेडर के तौर पर कारोबार शुरू करने के लिए आपको पहले दिन से ही टेक्निकल चार्ट्स पर निर्भर रहना होगा और यदि आप उन चार्ट्स को खुद ही पढ़ने लगते हैं तो यह आपके लिए बहुत फायदेमंद होगा। बिजनेस की इस लाइन में आप चार्ट के माध्यम से मुश्किल फैसले ले सकते हैं। चार्ट यह समझने के लिए बैरोमीटर का काम करते हैं कि क्या हो रहा है, क्या काम करता है और क्या नहीं। इस तरह, चार्ट पढ़ने की क्षमता एक बहुत ही महत्वपूर्ण स्किलसेट है। यह ध्यान में रखते हुए कि आपने चार्ट पढ़ने और समझने का कौशल विकसित किया है, यह सुनिश्चित करना अत्यंत महत्वपूर्ण है कि जिन शेयरों पर आपने नजर रखी है, वह निश्चित चार्ट पैटर्न प्रोजेक्ट करते हैं। ऐसे स्टॉक में ट्रेड करना उचित नहीं है जिसके बारे में पर्याप्त इतिहास न हो और न ही आपको ऐसे शेयरों का विकल्प चुनना चाहिए जो एक स्पष्ट पैटर्न नहीं दिखाते हो। लंबे इतिहास वाले स्टॉक आपको किसी पैटर्न के दोहराने के पैटर्न और ट्रेड में मदद कर सकते हैं।

बाजार को चुनौती न दें- उस दिन के ट्रेंड के साथ चलें

बड़ी संख्या में व्यापारी विरोधाभासी परिदृश्यों को फॉलो कर सकते हैं। लेकिन, अधिकांश व्यापारिक दुनिया बाजार की लहरों की सवारी पसंद करती है। इस प्रक्रिया में बाजार में किसी ट्रेंड को पहचानकर और उसकी सवारी करके की जाती है। आपको एक स्पष्ट तस्वीर देने के लिए, जब आप नोटिस करते हैं कि मार्केट बढ़ रहा है, तो आपको उन शेयरों को चुनना चाहिए जो आपको अधिक विस्तारित अवधि के लिए अपनी पोजिशन होल्ड रखने की अनुमति देते हैं। इसके विपरीत, यदि बाजार गिर रहा है, तो आपको छोटी पोजिशन पर विचार करना चाहिए।

इंट्रा डे ट्रेडिंग अलग तरह का है गेम

इंट्रा-डे ट्रेडिंग बिल्कुल ही अलग तरह का खेल है। टॉप पर बाहर आने के लिए, आपको उन नियमों और Intraday Stocks में क्या नहीं होना चाहिए ट्रेंड्स को जानना होगा जो बाजार को परिभाषित करते हैं। सदियों पुरानी विद्या कहती है कि निरंतर ज्ञान हासिल करने की कोशिश आपके कौशल और जागरूकता को बढ़ाती है। संपूर्ण ट्रेड निष्पादित करने के लिए ज्ञान और कौशल का होना महत्वपूर्ण है। आखिरकार, आप मुनाफा कमाने के लिए ट्रेडिंग कर रहे हैं। जैसे, यह सुनिश्चित करने का पक्का तरीका है कि आप उन शेयरों के बारे में सब कुछ जान लें जो आप खरीदने और ट्रेड करने जा रहे हैं।

Intraday के लिए Stock कैसे चुने intraday Stock Kaise Select Kare

आज बहुत से इन्वेस्टर इंट्राडे ट्रेडिंग करते है क्योकि इसके अन्दर अच्छा पैसा कमाया जा सकता है और यही सोच कर बहुत से इन्वेस्टर इसके अन्दर ट्रेडिंग करते है लेकिन बहुत से इन्वेस्टर बिना सोचे स्टॉक सेलेक्ट करते है लोस में चले जाते है और अपना पैसा डूबा देते है

intraday Stock Seletion Tips

इसलिए सबसे पहले मार्किट रिसर्च करनी चाहिए जिस पैसे कमाने के ज्यादा चांस हो और डुबाने के कम चांस हो इस आर्टिकल में हम आपको कुछ टिप्स बतायेंगे जिस से इंट्राडे स्टॉक सेलेक्ट करके अच्छे पैसे कमा सकते है |

इंट्राडे ट्रेडिंग क्या होती है intraday Stock Seletion Tips

इंट्राडे trading का मतलब है शेयर का एक ही दिन में खरीद कर उसी दिन बेच देना. जैसे की शेयर मार्केटिंग में शेयर को कम पैसो में खरीद के ज़्यादा पैसो में बेचना होता है. वैसे ही intraday trading में आपको शेयर को खरीदना है और कम time में पैसे बढ़ने पर शेयर को उसी दिन बेच देना होता है. intraday Stock Seletion Tips

Intraday trading risky है, आपने जो शेयर ख़रीदा उसके पैसे Intraday Stocks में क्या नहीं होना चाहिए उस दिन बढ़ेंगे या नहीं ये कोई नहीं कह सकता. इसलिए Intraday trading करने वाले ज़्यादातर full time investor होते है. जो हर वक़्त monitor पर निगहा रख, शेयर के prices को predict करने की कोशिश करते है.

Intraday के लिए Stock कैसे चुने

इंट्राडे Stock Selecton :-

अधिक VOLATILITY वाले शेयर खरीदना :- इंट्राडे ट्रेडिंग के लिए ज्यादा VOLATILITY वाले शेयर सही रहते है क्योकि Volatility का मतलब है शेयर के पैसो का जल्दी जल्दी कम या ज़्यादा होते रहना और Intraday trading में आप तभी फ़ायदा उठा सकते है जब शेयर का पीछे बहुत ज्यादा कम ज्यादा होता हो

और इसमें आप दोनों साइड रुपये कमा सकते है इसमें प्राइस कम होता है तो भी और बढ़ते है तो भी इसलिए आज बहुत से लोग Intraday के अंदर अच्छे पैसे कमाते है |

अच्छी Liquidity वाले शेयर ख़रीदे :- जिस शेयर में अच्छी Liquidity होती है उस शेयर से इन्वेस्टर अच्छे पैसे कमाते है क्योकि Liquidity से मतलब है की बहुत सारे share का market में available होना जिस से आसानी से उस शेयर को बेच सकते है और खरीद सकते है और अच्छे पैसे कमा सकते है

गर खरीदार और बेचनेवाले कम होंगे तब हो चकता है जिस वक्त आप शेयर को Sell करना चाहते हो उस वक्त आपको खरीदार ही ना मिले। इसलिए आपको Intraday के लिए ज्यादा Liquidity स्टॉक में ही ट्रेडिंग करना चाहिए।

ज्यादातर जो कंपनी बड़ी होती है उसमे उतना ही ज्यादा Buyer और Seller मजूद होता है। इसलिए आपको Large cap Stocks को सेलेक्ट करना चाहिए। इसमें आपको हर सेकंड पर खरीदार और बेचनेवाले मिल जायेंगे।

Top Gainers/ Top Loosers स्टॉक चुने :- इंट्राडे ट्रेडिंग में ऐसे स्टॉक को सेलेक्ट करे जो या तो बहुत ज्यादा ऊपर हो या फिर बहुत ज्यादा डाउन हो यानि आपको Top Gainers/ Top Loosers स्टॉक चुने चाहिए तो पिछले दिन के Gainers और Loosers स्टॉक के Chart को देखना चाहिए। अगर कोई स्टॉक ऊपर या नीचे जाने का पहला दिन हैं। तो आपको एसी स्टॉक को Intraday के लिए लेना चाहिए।

सेक्टर के आधार पर स्टॉक चुने :– ज्यादा VOLATILITY वाले सेक्टर सही रहते है आप ध्यान रखे मार्केट में पिछले दिन किन सेक्टर में ज्यादा ऊपर नीचे हुआ है। आपको उसमे नजर रखनी चाहिए और उसी सेक्टर के स्टॉक सेलेक्ट करे |

FIX PROFIT लेकर शेयर बेच दे :- इसके अन्दर ज्यादा लालच न करे और एक फिक्स प्रॉफिट लेके शेयर सेल करे |

इंट्रा डे के लिए सबसे अधिक volatile शेयर एनएसई

Most volatile stock NSE for intraday :- जिस शेयर में प्राइस का मूवमेंट ज्यादा होता हैं उसको ही इंट्राडे के लिए सबसे बढ़िया शेयर माना जाता हैं |

  • mahindra and mahindra – इस कंपनी का शेयर में आप बड़े आसानी से इंट्राडे का सौदा ले सकते हैं इसमें हर दिन 5 से 30 रूपए का मूवमेंट बना रहता हैं इसलिए आप आसानी से रोज इसमें आधा से 1% तक का मुनाफा कमा सकते हैं और इसका रोज का वॉल्यूम 5 से 20 लाख का है ।
  • bajajfinsv – इस शेयर में रोज आप आसानी से केवल एक शेयर में पैसा लगाकर 100 रूपया तक कमा सकते हैं और इसमें यदि एक महीने की एवरेज वॉल्यूम की बात करे तो 2 से 5 लाख तक का हैं ।
  • bajajfinance – इसमें रोज 10 से 25 लाख का वॉल्यूम आता है जिसके कारण यह शेयर ज्यादा मोलेटाइल रहता हैं और इसके प्राइस में मेभी उतार चढ़ाव ज्यादा रहता हैं ।
  • maruti – इसके रोज प्राइस में 50 से 300 रूपए तक के मूवमेंट रहती हैं और वॉल्यूम 5 से 10 लाख के बीच है और इस लिहाज से आप इसको भी अस्थिर शेयर नसे मान सकते हैं ।
  • hdfc – इसमें वॉल्यूम 30 से 50 लाख रोज का आता हैं और यह कम प्राइस का शेयर होने के कारण इसके प्राइस का मूवमेंट 50 से 100 रूपए तक हैं ।
  • icici bank – इसमें प्राइस का अंतर 20 से 100 रुपये तक का रहता हैं और वॉल्यूम इसमें 1 से 3 करोड़ तक रोज का है जो की सबसे ज्यादा हैं ।
  • jswsteel – इस शेयर में रोज 80 लाख से 5 करोड़ तक का वॉल्यूम आसानी से देखने को मिल जाता है और इस वजह से आप इसमें भी इंट्राडे के लिए शेयर को खरीद सकते हैं , इसकी प्राइस वॉल्यूम में डिफरेंस 20 से 100 तक का रहता है इस कारण इसमें आप 1 से 3 % का मुनाफा रोज कमा सकते हैं ।
  • sbi – यह एक बैंक सेक्टर का शेयर है जिसका वॉल्यूम इंट्राडे के दौरान 3 से 5 करोड़ हैं और प्राइस में मूवमेंट 10 से 30 रूपए तक रहता हैं इसमें भी आप रोज इंट्राडे का दाव खेल सकते हैं ।
  • heromotoco – यह ऑटोसेक्टर का दमदार शेयर हैं जिसकी रोज की वॉल्यूम 7 से 15 लाख रहती हैं और इसके प्राइस मूवमेंट में 20 से 100 रूपया तक का अंतर रहता है और इसमें आप रोजाना 1 % का मुनाफा आराम से कमा सकते हैं ।
  • kotakbank – यह प्राइवेट बैंक का सबसे बढ़िया शेयर हैं जिसका रोज का ओलुमे 30 से 50 लाख के बिच रहता हैं और कम प्राइस का शेयर होने के कारण इसमें 20 से 100 रूपए का अंतर रोज देखने को मिल जाता हैं इस शेयर में आप रोज 1 से 3 % का मुनाफा आराम सेबना सकते हैं बस आपको थोड़ा आपने स्ट्रेटेजी पर म्हणत करने की जरुरत पड़ेगी ।

इंट्राडे ट्रेडिंग नई रूल्स 2021 intraday Stock Seletion Tips

Intraday Trading New Rules 2021 :-एक मार्च 2021 से इंट्राडे के लिए नए नियम लागू हुए है जिसमे यदि आप अपने पैसे से इंट्राडे करना चाहते हैं तो कोई बात नहीं है लेकिन आप कोई लवरेज के द्वारा इंट्राडे में कोई सौदा खरीदना चाहते हैं तो आपके अकॉउंट में 10 % अमाउंट होना जरुरी हैं ।

यदि आपको यह intraday Stock Seletion Tips Hindi की जानकारी पसंद आई या कुछ सीखने को मिला तब कृपया इस पोस्ट को Social Networks जैसे कि Facebook, Twitter और दुसरे Social media sites share कीजिये |

सेबी के नए मार्जिन नियम आज से लागू, यहां जानिए अपने हर सवाल का जवाब

कैश मार्केट में मार्जिन से जुड़े ने नियम 1 सितंबर से लागू हो गए हैं. सेबी ने इसे कुछ समय टालने की अपील ठुकरा दी है

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सेबी मार्जिन के दो तरह के नियमों को लागू करना चाहता है. पहला नियम कैश मार्केट में अपफ्रंट मार्जिन से संबंधित है.

मैं मार्जिन को पूरी तरह से नहीं समझता, क्या मुझे इसके बारे में विस्तार से बता सकते हैं?
मार्जिन का मतलब उस रकम से है, जो आपके ट्रेडिंग अकाउंट में होती है. सामान्य रूप से निवेशक को अपने ट्रेडिंग अकाउंट में जमा रकम से शेयर खरीदने की इजाजत होनी चाहिए. लेकिन, व्यवहार में मामला थोड़ा अलग है. कई ब्रोकिंग कंपनियां अपने क्लाइंट को शेयर खरीदने के लिए रकम उधार देती हैं. इसे लिवरेज या मार्जिन ट्रेडिंग कहते हैं. इंट्राडे ट्रेडिंग में यह ज्यादा देखने को मिलता है.

फिर, 1 सितंबर से क्या बदलने जा रहा है?
पहले हम यह समझते हैं कि शेयरों की डिलीवरी किस तरह होती है. अभी बाजार में डिलीवरी के लिए टी+2 (ट्रेडिंग प्लस दो दिन) मॉडल का पालन होता है. इसका मतलब है कि अगर आप सोमवार को शेयर खरीदते या बेचते हैं तो यह बुधवार को डेबिट या क्रेडिट होगा. इसी तरह शेयर का पैसा भी बुधवार को आपके अकाउंट में आएगा या उससे जाएगा. इस मॉडल में ब्रोकर्स क्लाइंट के अकाउंट में पैसा नहीं होने पर भी शेयर खरीदने की इजाजत देते हैं. यह इस शर्त पर किया जाता है कि आप पैसा टी+1 या टी+2 दिन में चुका देंगे.

अब सेबी ने जो नया नियम बनाया है, उसमें ब्रोकर को सौदे की कुल वैल्यू का 20 फीसदी क्लाइंट से अपफ्रंट लेना होगा. इसका मतलब यह है कि सौदे के वक्त क्लाइंट (रिटेल निवेशक) को 20 फीसदी रकम चुकाना होगा. उदाहरण के लिए अगर रिटेल निवेशक रिलायंस इंडस्ट्रीज के एक लाख रुपये मूल्य के शेयर खरीदता है तो ऑर्डर प्लेस करने से पहले उसके ट्रेडिंग अकाउंट में कम से कम 20,000 रुपये होने चाहिए. बाकी पैसा वह टी+1 या टी+2 दिन में या ब्रोकर के निर्देश के मुताबिक चुका सकता है. सेबी के नए नियम के मुताबिक शेयर बेचते वक्त भी आपके ट्रेडिंग अकाउंट में मार्जिन होना चाहिए.

शेयर बेचने के लिए मेरे ट्रेडिंग अकाउंट में मार्जिन क्यों होना चाहिए?
सेबी ने सोच-समझकर यह नियम लागू किया है. इसे एक उदाहरण से समझ सकते हैं. मान लीजिए आप सोमवार को 100 शेयर बेचते हैं. ये शेयर आपको अकाउंट से बुधवार को डेबिट होंगे. लेकिन, अगर आप मंगलवार (डेबिट होने से पहले) को इन शेयरों को किसी दूसरे को ट्रांसफर कर देते हैं तो सेटलमेंट सिस्टम में जोखिम पैदा हो जाएगा.

ब्रोकिंग कंपनियों के पास ऐसा होने से रोकने के लिए हथियार होते हैं. 95 फीसदी मामलों में ऐसा नहीं होता है. सेबी ने यह नियम इसलिए लागू किया है कि 5 फीसदी मामलों में भी ऐसा न हो.

यह नियम कुछ ज्यादा सख्त लगता है, क्या इसका कोई दूसरा तरीका नहीं है?
इसका दूसरा तरीका है. सेबी ने बगैर मार्जिन शेयर बेचने की इजाजत दी है. लेकिन, इसमें शर्त यह है कि ब्रोकर के पास ऐसा सिस्टम होना चाहिए, जिसमें शेयर बेचने के दिन वह शेयरों को क्लाइंट के अकाउंट से अपने अकाउंट में ट्रांस्फर कर लें. लेकिन, इसमें कुछ ऑपरेशनल दिक्कतें हैं.

इस नियम का बाजार पर क्या असर पड़ेगा?
विश्लेषकों और इंडस्ट्री के जानकारों का कहना है कि नए नियमों से ट्रेडिंग वॉल्यूम घटेगा. लेकिन, कुछ लोगों का मानना है कि पिछले 25 साल में जब भी नए नियम लागू किए गए, बाजार ने उसके हिसाब से खुद को ढाल लिया. नए नियम बाजार में जोखिम घटाने और निवेशकों के हितों की सुरक्षा के लिए लागू किए जाते हैं.

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Intraday Trading क्या है Intraday Trading Start कैसे करे ? 2021

हेलो दोस्तों आज मैं आपको बताऊंगा की Intraday Trading In Hindi क्या है Intraday Trading से हम पैसे कैसे कमा सकते हैं इंट्राडे ट्रेडिंग में स्टोक्स का सिलेक्शन कैसे करें या फिर Intraday Trading strategies कैसे बनाएं ये कुछ ऐसे सवाल है

जो हर एक इन्वेस्टर के मन में जरूर एक एक ना एक बार आता है क्योंकि हर कोई यह जरूर जानना चाहता है कि वह अपनी एक नई इनकम सोर्स कैसे जनरेट करें

तो आइए हम बात करते हैं Intraday Trading In Hindi बारे में यह एक नए इनकम सोर्स का भी जरिया हो सकता है यदि आप सावधानी और सतर्कता से और अपनी भावनाओं पर धैर्य बनाकर इंट्राडे ट्रेडिंग करते हैं तो

लॉकडाउन ने बहुत से लोग को शेयर मार्केट और इंट्राडे ट्रेडिंग की तरफ आकर्षित किया है क्योंकि हर कोई आजकल अपनी एक नई Income Source बनाना चाहता है और Intraday Trading करके आप कैसे पैसे कमा सकते हैं या फिर एक सफल ट्रेडर कैसे बन सकते हैं इसके बारे में पूरी जानकारी इस ब्लॉग पोस्ट के जरिए मैं आपको देना चाहता हूं तो चलिए सबसे पहले जानते है की Intraday Trading क्या है।

Table of Contents

Intraday trading क्या हैं

Intraday Trading में आप मार्केट टाइम के अंदर ही शेर को खरीदते या बेचते हैं या फिर बेचते और खरीदते है इसका मतलब यह है कि आपको शेयर को 9:15 से 3:30 के बीच में ही बेचना और खरीदना होता है।

इंट्राडे ट्रेडिंग में 9:15 से 9:30 के बीच में ही शेयर को बेचना या खरीदना होता है क्योंकि जब मार्केट बंद हो जाता है तो मार्केट को POSITION को पूरी तरह से NILL दिखाना होता है ताकि मार्केट बंद होने के बाद कोई भी Trade or Transaction बाकी ना रहे।

Intraday Trading जो कि देखने में बहुत ही आसान लगती है लेकिन इसका कड़वा सच यह है कि सिर्फ 10% लोग ही इंट्राडे ट्रेडिंग से पैसे बना पाते हैं और वह भी regular income के तौर पर नहीं तो बाकी 90% लोग अक्सर लालच में आकर Intraday Trading के माध्यम से शेयर बाजार में अपने पैसों को गंवा बैठते हैं कड़वा है लेकिन 101% सच है।

Advantages of intraday trading (इंट्राडे ट्रेडिंग के फायदे)

Advantages of intraday trading in hindi या intraday trading के कौन-कौन से फायदे हैं जो ज्यादातर लोगों को अपनी तरफ आकर्षित करते हैं इंट्राडे में ऐसी खूबियां है जो आम निवेशकों को इंट्राडे ट्रेडिंग करने के लिए इच्छुक बनाती हैं जैसे कि

1.DAILY INCOME :- इंट्राडे ट्रेडिंग के द्वारा आप अपनी लगभग daily income भी बना सकते हैं मेरा कहने का मतलब यह है कि भले ही आप एक या 2 दिन घाटे में जा सकते हैं लेकिन अपनी पूरी कोशिश रखनी है कि आप ज्यादा से ज्यादा दिन मुनाफे में रहे तभी आप daily income मना पाएंगे। इंट्राडे ट्रेडिंग से लोग लगभग 1 घंटे में अपनी रोजमर्रा की जरूरतों को पूरा करने जितना पैसा बना लेते हैं।

2.NO BOSS :- इंट्राडे ट्रेडिंग का दूसरा फायदा यह होता है कि आपका कोई BOSS नहीं होता जो आपको दबाव बनाए| मतलब आप अपनी इच्छा के अनुसार जीवन जीते हैं आपको किसी के भी ORDER सुनने की आवश्यकता नहीं होती है आपको सिर्फ मार्केट को समझने की आवश्यकता।

3.NO PLACE RESTRICTION :- यदि आप इंट्राडे ट्रेडिंग करते हैं तो आपको यह पता होगा कि अब दुनिया के किसी भी कोने में बैठ कर आराम से ट्रेडिंग कर सकते हैं बस आपको एक मोबाइल या लैपटॉप और एक अच्छा इंटरनेट नेटवर्क चाहिए होगा जिसकी वजह से आप दुनिया में कहीं पर किसी भी तरह बैठ कर पैसा बना सकते हैं।

Intraday Trading के कुछ और भी फायदे हैं जो कि मार्केट से से संबंध रखते हैं जैसे कि

1. Intraday Trading में आप शेयर की PRICE बढ़ने पर अर्थात BULL MARKET और शेयर की PRICE घटने अर्थात BEAR MARKET दोनों ही तरह की MARKET FLUCTUATIONS मैं पैसे बना सकते हैं या TRADE कर सकते हैं।

2. Intraday Trading में ब्रोकर आपको 20 गुना तक का MARGIN भी देता है जिससे कि आप कम Intraday Stocks में क्या नहीं होना चाहिए CAPITAL लेकर भी पैसा कमा सकते हैं।

3. क्योंकि इंट्राडे ट्रेडिंग के दौरान ही TRADE खत्म हो जाती है जिससे कि आपको मार्केट बंद होने के बाद उस शहर के बढ़ने या घटने से ना तो कोई डर रहता है और ना ही कोई प्रसन्नता या चिंता।

DISADVANTAGES OF INTRADAY TRADING ( इंट्राडे ट्रेडिंग के नुकसान)

DISADVANTAGES OF INTRADAY TRADING IN HINDI इंट्राडे ट्रेडिंग में आम व्यक्ति को या फिर आम निवेशक को उसके पैसों को खोने के लिए बहुत ही मुख्य रूप से जिम्मेदार है जैसे कि

1. LOSS:-इंट्राडे ट्रेडिंग में LOSS होने के बहुत से कारण होते हैं अगर आप इन कारणों पर ध्यान नहीं देंगे और उन गलतियों को नहीं सुधरेंगे तो आप भी शायद उन 90% लोगों में से एक होंगे क्योंकि यही सच है।

2.ADDICTION:- इंट्राडे ट्रेडिंग का सबसे बड़ा नुकसान यह होता है कि हम और आप जैसे लोगों को इसकी आदत लग जाती है जो की बहुत ही घातक है क्योंकि हर कोई अगर प्रॉफिट होता है और ज्यादा प्रॉफिट बनाने की सोचता है, और अगर LOSS होता है तो उस LOSS को cover करने की सोचता है जिससे कि वह कई बार हद से ज्यादा हतोत्साहित भी हो जाते हैं।

3.HEALTH ISSUE:-अगर आप पूरा दिन अपने COMPUTER SCREEN के सामने बैठे रहते हैं और मार्केट को UP OR DOWN देखते रहते हैं तो यह आपकी health पर बहुत ही घटिया प्रभाव डालता है जिससे कि आप depression ,stress और tension के मरीज बन जाते हो।

Intraday Trading में loss होने के कई मुख्य कारण हो सकते हैं

1.No Risk Management:- इंट्राडे ट्रेडिंग बंद होने का सबसे मुख्य कारण हो सकता है कि आपका गलत risk management plan जिससे कि आप ज्यादा प्रॉफिट बनाने की चाह में risk पर risk लेते रहते हैं और अपनी पूंजी को भी डूबा बैठते हैं।

2.No Money management:- दूसरा कारण हो सकता है कि इंट्राडे ट्रेडिंग करने से पहले आप अपने पैसों का अच्छी तरह से मैनेजमेंट नहीं कर पाते हैं कि आपको आज कितने पैसों से कितने ट्रेड खरीदने हैं और कितने क्वांटिटी पर ट्रेड करना है| जिससे कि आप अपने ज्यादा से ज्यादा पैसों को कई बार अत्यधिक रिस्क पर लगा बैठते हैं और खो बैठते हैं।

3. Sightless trading:- जब आप कुछ बिना सोचे समझे मार्केट में रेड करते हैं तो आप मार्केट में ट्रेड करने नहीं जा रहे हैं आप मार्केट में सट्टा लगाने जा रहे हैं जो की आंख बंद करके किया जाता है जिसमें आपका हारना लगभग तय होता है| इसलिए अपने पैसों को सुरक्षित करने के लिए आपको मार्केट के trend के बारे में और basics के बारे में जानकारी ले लेनी चाहिए।

4. जब आप मार्केट में किसी के द्वारा दी गई TIPS या किसी के द्वारा सुझाए गए स्टॉक्स या फिर गलत TRADE NEWS पर Trade करते हैं इस मामले में आपके पैसों का जोखिम से निकल पाना या फिर डूबना 100% तय है।

Mistakes In intraday Trading

1 Intraday Trading में पहली सबसे बड़ी गलती जो कि हम अक्सर ट्रेडिंग करते वक्त करते हैं वह होती किसी भी तरह के SYSTEM OR RULE या STRATEGIES को FOLLOW ना करना और अपने मनमाने तरीके या ढंग से स्टॉक मार्केट में ट्रेडिंग करते रहना| लोगों को यह क्यों नहीं समझ आता कि बिना STRATEGIES के स्टॉक मार्केट में पैसा नहीं बनाया जा सकता।

2. Intraday Trading करने के लिए एक अच्छे MINDSET का होना बहुत जरूरी होता है यदि आप कल के हुए लोग को कवर करने के लिए आज PRESSURE के साथ ट्रेडिंग करते हैं या फिर खराब MOOD के साथ ट्रेडिंग करते हैं तो यह आपको ट्रेडिंग में LOSS का सामना करा सकता है जिससे कि आप भविष्य में पैसों को खोकर दोबारा शेयर बाजार की तरफ नहीं देखते हैं जो कि बहुत ही गलत है।

3 तीसरे सबसे बड़ी गलती जो हम किसी ट्रेडिंग के दौरान करते हैं वो यह होती है कि हम किसी की TIPS OR ADVISE के according trade करते हैं और आपको तो पता ही होगा कि बिना जानकारी के या फिर बिना मेहनत के मिलने वाली टिप्स आप को भारी नुकसान पहुंचा सकती हैं और शायद पहुंचाया भी होगा।

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