विदेशी मुद्रा मुद्रा दावणगेरे

कन्याकुमारी लोकसभा चुनाव/इलेक्शन २०१९ | Kanniyakumari, Tamil Nadu
कन्याकुमारी एक लोकसभा सीट है, जो तमिलनाडु में है. कन्याकुमारी लोकसभा सीट सामान्य के लिए विदेशी मुद्रा मुद्रा दावणगेरे आरक्षित है.
यह एक Semi-Urban संसदीय क्षेत्र है जहां साक्षरता दर 91.75% के करीब है. 2014 के डेटा के मुताबिक यहां 14,67,796 मतदाता हैं, जिनमें से 7,43,378 पुरुष और 7,24,348 महिलाएं मतदाता हैं. 70 मतदाता अन्य अथवा थर्ड जेंडर हैं.
2014 चुनाव में इस सीट पर INC को हराकर (alliance: NDA) के प्रत्याशी Radhakrishnan P विजयी रहे. कुल मतों 9,90,742 में से 3,72,906 मत हासिल कर BJP ने जीत दर्ज की. 2009 लोकसभा चुनाव में DMK ने इस सीट पर जीत दर्ज की थी.
17वीं लोकसभा चुनने के लिए Thursday, April 18, 2019 को हो रहे 2019 आम चुनाव के 2 चरण में कन्याकुमारी सीट पर मतदान होगा. इस सीट के चुनाव परिणाम गुरुवार, 23 मई 2019 को घोषित होना निर्धारित है.
करेंट अफेयर्स – 25 फरवरी 2022
बैंगनी क्रांति (Purple Revolution) –
केंद्र सरकार ने जम्मू-कश्मीर के रामबन जिले में लैवेंडर (lavender) की खेती को बढ़ावा देने के लिए ‘बैंगनी क्रांति’ शुरू करने की योजना बनाई है। यह विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय के माध्यम से CSIR-IIIM के अरोमा मिशन (Aroma Mission) के तहत तैयार एक योजना है जो युवाओं की आय के स्रोत बढ़ाने में मदद करेगी। इसे
डोडा और रियासी की तर्ज पर शुरू किया जा रहा है। डोडा और रियासी में अभी तक 500 से अधिक युवाओं ने बैंगनी क्रांति का लाभ उठाया और अपनी आय में वृद्धि की है। बैंगनी क्रांति के तहत जम्मू-कश्मीर के डोडा जिले में पहली बार किसानों को मुफ्त में लैवेंडर के पौधे दिए गए। पहले लैवेंडर की खेती कर चुके लोगों को 5-6 की दर से प्रति पौधा दिया गया। आयातित सुगंधित तेलों से घरेलू किस्मों की ओर बढ़ते हुए घरेलू सुगंधित फसल पर आधारित कृषि अर्थव्यवस्था को समर्थन देने के लिए यह क्रांति शुरू की गई थी। भारतीय एकीकृत चिकित्सा संस्थान, IIIM जम्मू तथा वैज्ञानिक और औद्योगिक अनुसंधान परिषद (CSIR) ने इस योजना में संयुक्त रुप से महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
अंतर्राष्ट्रीय रबड़ अध्ययन समूह के नए अध्यक्ष –
हाल ही में विदेशी मुद्रा मुद्रा दावणगेरे अंतर्राष्ट्रीय रबड़ अध्ययन समूह (IRSG) के अध्यक्ष पद पर भारतीय रबड़ बोर्ड के कार्यकारी निदेशक, के.एन. राघवन (K.N. Raghavan) को चयनित किया गया है। अध्यक्ष के रूप में राघवन अगले दो सालों तक IRSG में सेवाएँ देंगे। वह इस वर्ष की 31 मार्च को सिंगापुर में होने वाले प्रतिनिधिमंडल के प्रमुखों की बैठक की अध्यक्षता करेंगे। भारत रबड़ का उत्पादक होने के साथ-साथ उपभोक्ता भी है।
अंतर्राष्ट्रीय रबड़ अध्ययन समूह (IRSG) के बारे में:
यह प्राकृतिक और सिंथेटिक रबड़ उत्पादक और उपभोग करने वाले देशों का विदेशी मुद्रा मुद्रा दावणगेरे एक अंतर सरकारी संगठन है। इस समूह का गठन वर्ष 1944 में हुआ था। इसका मुख्यालय सिंगापुर में स्थित है। अंतर्राष्ट्रीय रबड़ अध्ययन समूह, प्राकृतिक रबड़ (NR) और सिंथेटिक रबड़ (SR) उत्पादकों और उपभोक्ताओं के लिए विश्व स्तर पर रबड़ उद्योग के मामलों पर चर्चा करने व सरकार और उद्योग के बीच एक इंटरफेस के रूप में कार्य करने का मंच है। कैमरून, कोटे डी आइवर, यूरोपीय संघ, भारत, नाइजीरिया, रूस, सिंगापुर और श्रीलंका अंतर्राष्ट्रीय रबड़ अध्ययन समूह के सदस्य है। वर्तमान में सल्वाटोर पिनिज़ोटो अंतर्राष्ट्रीय रबड़ अध्ययन समूह के महासचिव है।
RBI के केंद्रीय बोर्ड के नए निदेशक –
हाल ही में केंद्र ने वित्त मंत्रालय के वित्तीय सेवा विभाग (DFS) के सचिव संजय मल्होत्रा (Sanjay Malhotra) को भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के केंद्रीय बोर्ड में निदेशक के रूप में नामित किया है। मल्होत्रा राजस्थान कैडर के 1990 बैच के आईएएस अधिकारी है। मल्होत्रा की यह नियुक्ति 16 फरवरी, 2022 से अगले आदेश तक प्रभावी है। इससे पहले वे आरईसी लिमिटेड के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक थे। मल्होत्रा से पहले देबाशीष पांडा (Debashish Panda) इस पद पर कार्यरत थे, उन्होंने दिनांक 31 जनवरी, 2022 को अपना कार्यकाल पूरा किया।
RBI के केंद्रीय बोर्ड के बारे में:
रिजर्व बैंक का पूरा कार्य RBI के केंद्रीय बोर्ड के निर्देशकों की देख-रेख में होता है। बोर्ड का गठन केंद्रीय सरकार के द्वारा रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया एक्ट के तहत किया जाता है। सरकार द्वारा निर्देशक की नियुक्ति 4 साल के लिए होती है। रिजर्व बैंक बैंकों विदेशी मुद्रा मुद्रा दावणगेरे के कामकाज को सुचारू रुप से चलाने, वित्तीय बाजारों का विकास और विनियमन, बैंकों के बैंक और सरकारी बैंकर के रूप में कार्य, विदेशी मुद्रा का प्रबंधन, कर्ज प्रबंधन जैसे कार्यों को RBI बोर्ड की मदद से पूरा करता है।
PMAYG का dashboard लॉन्च किया गया –
केंद्रीय ग्रामीण विकास और पंचायती राज मंत्री श्री गिरिराज सिंह ने दिनांक 22 फरवरी, 2022 को प्रधानमंत्री आवास योजना – ग्रामीण (PMAYG) का डैशबोर्ड लॉन्च किया। PMAYG के हितधारकों द्वारा योजना की निगरानी और प्रबंधन के लिए इस डैशबोर्ड का उपयोग किया जाएगा। यह योजना पर कड़ी निगरानी रखने में मदद करेगा।
योजना के क्रियान्वयन में यह डैशबोर्ड पूर्ण पारदर्शिता प्रदान करेगा। योजना की निगरानी के लिए गाँवों के सरपंचों से लेकर निर्वाचन क्षेत्रों के सांसदों तक इस डैशबोर्ड का लिंक उपलब्ध करा दिया जाएगा।
प्रधानमंत्री आवास योजना – ग्रामीण (PMAY-G) के बारे में:
वर्ष 2024 तक सभी को आवास” प्रदान करने के उद्देश्य से अप्रैल, 2016 में प्रधानमंत्री आवास योजना-ग्रामीण (PMAY-G) को अप्रैल, 2016 में शुरू किया गया था। सभी बुनियादी सुविधाओं के साथ यह योजना 2 करोड़ से अधिक PMAY-G घरों का लक्ष्य ले कर चल रही है। वर्तमान तक घरों के आवंटित संचयी लक्ष्य में से कुल 1.73 करोड़ PMAY-G घरों को पूरा किया जा चुका है।
कर्नाटक में कोरोना संक्रमण रिकवरी दर 84% से अधिक हुई
बेंगलूरु । राज्य में सोमवार को कोविड के नए मरीजों की संख्या 5,018 रही और 8,005 मरीज डिस्चार्ज हुए। प्रदेश में अब तक संक्रमित 7,70,604 मरीजों में से 6,53,829 मरीजों ने कोविड से जिंदगी की जंग जीती है। 1,06,214 मरीज अब भी उपचाराधीन हैं। कोविड से कुल 10,542 मरीजों की मौत हुई है। इनमें से 64 मौतों की पुष्टि सोमवार को हुई। राज्य में 932 मरीज आइसीयू में भर्ती हैं। तुमकूरु और बेंगलूरु शहरी जिले के छोड़ प्रदेश के सभी जिलों में नए मरीजों की संख्या 200 से कम रही।
इस मामले में ताजा जानकारी के अनुसार प्रदेश के विभिन्न हवाई अड्डों पर सोमवार को 664 यात्रियों को जांचा गया। गत दो सप्ताह में 5,48,811 प्राइमरी और 5,06,424 सेकेंडरी संपर्क की पहचान हुई है। बीते एक सप्ताह के दौरान राज्य में कुल 1,01,047 लोगों को होम क्वारंटाइन किया गया है।
वहीं, गत 24 घंटे में 12,767 रैपिड एंटीजन और 65,814 आरटी-पीसीआर जांच सहित कुल 78,581 सैंपल जांचे गए हैं। प्रदेश में अब तक कुल 65,46,358 कोविड सैंपल जांचे गए हैं। नए संक्रमितों में से 2,481 संक्रमित बेंगलूरु शहर से हैं। कुल 3,10,021 मरीजों में से 2,41,942 मरीज कोविड से उबर चुके हैं। 64,536 मरीजों का उपचार जारी है। कोविड से 3,542 मरीजों की मौत हुई है। बेंगलूरु शहर में रिकवरी दर 78.04 फीसदी और मृत्यु दर 1.14 फीसदी पहुंची है। प्रदेश में सोमवार तक रिकवरी दर 84.84 फीसदी और मृत्यु दर 1.36 फीसदी रही।
जिलों में कोरोना स्थिति
राज्य के बागलकोट जिले में 94, बल्लारी जिले में 186, बेलगावी जिले में 79, बेंगलूरु ग्रामीण जिले में 173, बीदर जिले में 06, चामराजनगर जिले में 54, चिकबल्लापुर जिले में 193, चिकमगलूरु जिले में 69, चित्रदुर्ग जिले में 106, दक्षिण कन्नड़ जिले में 107, दावणगेरे जिले में 104, धारवाड़ जिले में 84, गदग जिले में 19, हासन जिले में 105, हावेरी जिले में 69, कलबुर्गी जिले में 75, कोडुगू जिले में 32, कोलार जिले में 41, कोप्पल जिले में 106, मंड्या जिले में 130, मैसूरु जिले में 151, रायचुर जिले में 38, रामनगर जिले में 11, शिवमोग्गा जिले में 64, तुमकुरु जिले में 253, उडुपी जिले में 101, उत्तर कन्नड़ जिले में 28, विजयपुर जिले में 44 और यादगीर जिले में 15 मरीजों की पुष्टि हुई।
अंधविश्वास : खजाने के लिए डॉक्टर पति ने दे दी अपनी ही पत्नी की बलि, इंजेक्शन देकर ले ली जान…
दावणगेरे | Superstition Treasure Murder Doctor : भारत में अंधविश्वास का ऐसा बाजार है कि पढ़े-लिखे लोग भी इससे अछूते नहीं हैं. एक बार फिर से कर्नाटक के दावणगेरे जिले से चौंकाने वाला एक मामला सामने आया है. बताया जा रहा है कि आज से 9 महीना पहले एक महिला की मौत हो गई थी. पुलिस ने भी सामान्य मौत समझकर केस रफा-दफा कर दिया था. इस बात के 9 महीने बाद जो खुलासे हुए हैं वह हैरतअंगेज करने वाला है. बताया गया है कि महिला की हत्या उसके पति ने ही की थी जो पेशे से डॉक्टर है. इस हत्या के पीछे अंधविश्वास और काला जादू की बदौलत खजाना प्राप्त करने का लालच था. आरोपी डॉक्टर ने ही लालच में पड़कर अपनी पत्नी की हत्या इंजेक्शन देकर कर दी थी. मामले का खुलासा होने के बाद पुलिस ने आरोपी डॉक्टर को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है.
इंजेक्शन का दिया ओवरडोज
Superstition Treasure Murder Doctor :विदेशी मुद्रा मुद्रा दावणगेरे रामेश्वर गांव के रहने वाले डॉक्टर चन्नकेशपा की पत्नी शिल्पा को लो ब्लड प्रेशर की बीमारी थी. वह अक्सर देक्शामैथासेन का इंजेक्शन रहती थी. पत्नी के बीमार होने पर आरोपी डॉक्टर ने उसे इंजेक्शन तो दिया लेकिन जानबूझकर उसकी डोज काफी बढ़ा दी. इसके कारण महिला की अस्पताल ले जाते समय ही मौत हो गई. शिल्पा की मौत के बाद माता-पिता ने कुछ गड़बड़ी होने का अंदेशा जताते हुए पुलिस में शिकायत की थी. शुरुआती जांच में पुलिस के हाथ कुछ नहीं लगा और पति को क्लीन चिट दे दी गई.
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7 महीने बाद ऐसे हुआ खुलासा
Superstition Treasure Murder Doctor : इस पूरे मामले का खुलासा तब हुआ जब फॉरेंसिक जांच की रिपोर्ट सामने आई. रिपोर्ट में यह स्पष्ट हो गया कि महिला की मौत इंजेक्शन के ओवरडोज के कारण हुई है. शक होने पर पुलिस ने महिला के पति को गिरफ्तार किया और सच पूछताछ के बाद उसने सारी सच्चाई सामने रख दी. आरोपी डॉक्टर ने अपने कबूलनामे में कहा कि उसे किसी तांत्रिक ने कहा था कि यदि वह अपनी पत्नी की बलि देगा तो उसे खजाना मिलेगा. उसने बताया कि उसे शुरू से ही तांत्रिकों और काला जादू में काफी रुचि रही है. इसी वजह से उसने अपनी पत्नी के इंजेक्शन में डोज बढ़ा दी जिससे उसकी मौत हो गई.