विदेशी मुद्रा वेब व्यापारी

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डायनर्स कार्ड
डायनर कार्ड उन कई विदेशी मुद्रा कार्डों में से एक है जो एक्सिस बैंक द्वारा पेश किए जाते हैं। डायनर कार्ड की एक विशेषता यह है कि यह विश्व स्तर पर स्वीकार किया जाता है। एटीएम हमले या डकैती के लिए अतिरिक्त कवर के साथ 3,00,000 इंश्योरेंस कवर भी है। कार्ड को जल्दी से 24 घंटे के भीतर फिर से लोड किया जा सकता है। प्रीपेड डायनर कार्ड की एक विशेषता यह है कि इसमें कोई बैलेंस लॉस नहीं होता है। आप ऑनलाइन खरीदारी करने के लिए कार्ड का उपयोग कर सकते हैं, ट्रांसफर कर सकते हैं, अनुपयोगी बैलेंस रख सकते हैं या कार्ड का उपयोग कर सकते हैं! जारी करने और समाप्ति की तारीख के बीच में, आप जितनी बार चाहें उतनी बार कार्ड का उपयोग कर सकते हैं। कार्ड को आपकी बाद की यात्राओं के लिए भी रिफिल किया जा सकता है। एसएमएस अलर्ट सदस्यता भी आपको वास्तविक समय में अपनी खरीद का ट्रैक रखने की अनुमति देती है, और यदि कोई धोखाधड़ी शुल्क है तो आपको एक बार में सूचित किया जाता है।
विशेषतायें एवं फायदे
- एक्सिस बैंक फॉरेक्स कार्ड एक प्रीपेड फॉरेक्स कार्ड है, जो वर्तमान में अमेरिकी डॉलर के मूल्यवर्ग में उपलब्ध है
- कार्ड आपके नजदीकी एक्सिस बैंक शाखा में उपलब्ध है, FFMCs का चयन करें। आपको केवल प्रासंगिक दस्तावेजों के साथ एक साधारण आवेदन पत्र भरना है और आप विदेशी मुद्रा की आवश्यक राशि के साथ लोड किए गए कार्ड को अपने विदेशी मुद्रा वेब व्यापारी हाथ में लेकर चल सकते हैं
- कार्ड पर लोड की जाने वाली विदेशी मुद्रा की अधिकतम मात्रा भारतीय रिजर्व बैंक के मौजूदा दिशानिर्देशों के अनुसार है
- फॉरेक्स कार्ड का इस्तेमाल दुनिया भर के 22 लाख से अधिक मर्चेंट आउटलेट्स पर 1 मिलियन डायनर एटीएम से नकदी निकालने और लेनदेन करने के लिए किया जा सकता है
- फॉरेक्स कार्ड आपको अपने धन को अपने इच्छित डोमिनेशन्स में ले जाने और उपयोग करने देता है। आप अपने कार्ड स्वाइप करके सिर्फ डायनर स्वीकार करने वाले व्यापारियों में से किसी पर भी खरीदारी कर सकते हैं। दुनिया भर के किसी भी डायनर एटीएम से नकदी निकाल सकते हैं। आपको अब किसी भी तरह का लूज़ चेंज ले जाने की ज़रूरत नहीं, बस आप अपने ट्रैवलर चेक को एनकैश करें
- इसके अलावा, आप दिन या रात किसी भी समय अपने पैसे तक 24X7 पहुंच सकते हैं। आपको अपने ट्रैवलर चेक को एनकैश करने के लिए पैसे के बदलाव की तलाश में अपना कीमती समय बर्बाद नहीं करना होगा। फॉरेक्स कार्ड से आप सभी डायनर इनेबल्ड मर्चेंट आउटलेट्स पर सीधे भुगतान कर सकते हैं
सुरक्षा
इंश्योरेंस कवर: हम आपके गुम हुए / चोरी हुए / जाली कार्डों के कारण आपके ट्रैवल करेंसी कार्ड पर किसी भी धोखाधड़ी के उपयोग से आपको सुरक्षित रखने के लिए इंश्योरेंस कवर प्रदान करते हैं। इंश्योरेंस कवर ₹1,50,000/- तक प्रदान किया जाता है, खो जाने या चोरी हो जाने की स्थिति में एटीएम से निकासी मौजूदा पॉलिसी के तहत कवर नहीं की जाती है।
एटीएम हमला और डकैती: हम ₹60,000/- तक का कवर प्रदान करते हैं, जिसमें चिकित्सा उपचार खर्च शामिल है। एटीएम हमले और डकैती के दावे के लिए एफआईआर अनिवार्य है।
कवरेज की अवधि
लॉस्ट कार्ड के लिए
- प्री – रिपोर्टिंग – 38 दिन
- पोस्ट – रिपोर्टिंग –3 दिन
- नकली / स्किम्ड कार्ड के लिए
- प्री – रिपोर्टिंग – 38 दिन
- पोस्ट – रिपोर्टिंग – 3 दिन
श्रीनगर हवाई अड्डे से प्रीपेड टैक्सी के लिए किराया
श्रीनगर हवाई अड्डे से प्रीपेड टैक्सी के लिए किराया
प्रयोक्ता जम्मू और कश्मीर सहकारिता विभाग के बारे में विस्तृत जानकारी का उपयोग कर सकते हैं। विभाग, गतिविधियां, नीतियां, विभाजन, योजनाएं और नीतियों पर सूचना दी गई है। कृषि क्षेत्र, क्रेडिट क्षेत्र और उपभोक्ता क्षेत्र आदि के विवरण प्रदान किए गए हैं।
ड्यूटी के भुगतान के बिना उत्पाद शुल्क योग्य वस्तुओं के निर्यात के लिए हटाने के लिए ज़मानत / सुरक्षा के साथ जनरल बॉन्ड के लिए आवेदन प्रपत्र
ड्यूटी के भुगतान के बिना उत्पाद शुल्क योग्य वस्तुओं के निर्यात के लिए हटाने के लिए ज़मानत / सुरक्षा के साथ जनरल बॉन्ड के लिए आवेदन प्रपत्र
श्रीनगर में सामाजिक और शैक्षिक रूप से विदेशी मुद्रा वेब व्यापारी पिछड़े वर्ग के लिए प्रमाण पत्र हेतु आवेदन पत्र प्राप्त करे सकते हैं। आवेदन करने हेतु विस्तृत विवरण, पात्रता, आवेदन किसे करें, आवश्यकता आदि का विवरण उपलब्ध हैं।
जिला सांबा की प्रोफ़ाइल
जम्मू और कश्मीर के सांबा जिला के बारे में जानकारी प्राप्त करें। उपयोगकर्ता जिले के इतिहास, स्थान, जलवायु, भूगोल और जनसंख्या से संबंधित जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।
रोजगार में अक्षम लोगों के लिए उपलब्ध सुविधाएं
मॉनिटरी पॉलिसी कमिटी की बैठक से पहले विदेशी मुद्रा भंडार में आया बड़ा उछाल, आंकड़ा फिर से हुआ 600 बिलियन डॉलर के पार
TV9 Bharatvarsh | Edited By: शशांक शेखर
Updated on: Jun 04, 2022 | 9:53 AM
अगले सप्ताह रिजर्व बैंक की मॉनिटरी पॉलिसी कमिटी (RBI MPC Meeting) की अहम बैठक होने वाली है. उससे पहले 27 मई को समाप्त सप्ताह में देश के विदेशी मुद्रा भंडार (Foreign exchange reserves) में 3.854 बिलियन डॉलर की तेजी दर्ज की गई जिसकी मदद से यह फिर से 601.363 बिलियन डॉलर के स्तर पर पहुंच गया. RBI के आंकड़ों के अनुसार यह वृद्धि विदेशी मुद्रा परिसंपत्तियों (foreign currency assets) में हुई बढ़ोतरी के कारण हुई है. इससे पिछले सप्ताह, विदेशी मुद्रा भंडार 4.230 बिलियन डॉलर बढ़कर 597.509 बिलियन डॉलर हो गया था. रिजर्व बैंक के आंकड़ों के अनुसार, समीक्षाधीन सप्ताह में विदेशी मुद्रा भंडार में वृद्धि का कारण विदेशी मुद्रा आस्तियों में वृद्धि होना है जो कुल मुद्रा भंडार का एक महत्वपूर्ण घटक है. आंकड़ों के अनुसार विदेशी मुद्रा आस्तियां (एफसीए) 3.61 बिलियन डॉलर बढ़कर 536.988 बिलियन डॉलर हो गई.
डॉलर के मुकाबले रुपया फिसला
इधर स्थानीय शेयर बाजारों में कमजोर रुख के बीच शुक्रवार को विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में अमेरिकी मुद्रा के मुकाबले रुपया छह पैसे की गिरावट के साथ 77.66 प्रति डॉलर पर बंद हुआ. बाजार सूत्रों ने कहा कि विदेशी मुद्रा बाजार से निरंतर विदेशी कोषों की धन निकासी तथा बढ़ते व्यापार घाटे के कारण रुपया नीचे आया. अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपए में एक सीमित दायरे में कारोबार हुआ. डॉलर के मुकाबले रुपया 77.47 पर खुला. दिन के कारोबार में नीचे में 77.66 और ऊंचे में 77.47 तक गया. अंत में अपने पिछले बंद भाव के मुकाबले छह पैसे की गिरावट के साथ 77.66 प्रति डॉलर पर बंद हुआ. गुरुवार को रुपया 77.60 प्रति डॉलर पर बंद हुआ था.
एचडीएफसी सिक्योरिटीज के विश्लेषक दिलीप परमार ने कहा, शेयर बाजार में गिरावट और कच्चे तेल की कीमतों में मजबूती के कारण रुपए का आरंभिक लाभ कायम नहीं रह पाया. विदेशी संस्थागत निवेशकों की पूंजी निकासी और व्यापार घाटा बढ़ने के कारण रुपए की धारणा प्रभावित हुई.
मई में गुड्स एक्सपोर्ट 37.29 बिलियन डॉलर
गुरुवार को जारी सरकारी आंकड़ों के अनुसार, मई में भारत का वस्तु निर्यात 15.46 फीसदी बढ़कर 37.29 बिलियन डॉलर हो गया जो पिछले 15 महीनों में सबसे धीमी वृद्धि है. जबकि देश का व्यापार घाटा बढ़कर 23.33 बिलियन डॉलर का हो गया.
इस बीच, छह प्रमुख मुद्राओं की तुलना में अमेरिकी डॉलर की स्थिति को दर्शाने वाला डॉलर सूचकांक 0.03 फीसदी घटकर 101.79 रह गया. वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड वायदा 0.47 फीसदी घटकर 117.06 डॉलर प्रति बैरल रह गया. शेयर बाजार के आंकड़ों के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशक पूंजी बाजार में शुद्ध बिकवाल रहे. उन्होंने शुक्रवार को शुद्ध रूप से 3,770.51 करोड़ रुपए के शेयर बेचे.
विदेशी मुद्रा भंडार ने फिर लगाया गोता, सात दिनों में 3.007 अरब डॉलर की आई गिरावट, समझें पूरी बात
Foreign Exchange Reserves of India: विदेशी मुद्रा भंडार (Foreign Exchange Reserve) में महत्वपूर्ण हिस्सा रखने वाली विदेशी मुद्रा परिसंपत्तियों (एफसीए) में गिरावट से कुल मुद्रा भंडार नीचे आया.
Foreign Exchange Reserves of India: देश का विदेशी मुद्रा भंडार 26 अगस्त को समाप्त सप्ताह के दौरान 3.007 अरब डॉलर घटकर 561.046 अरब डॉलर रह गया भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के आंकड़ों से यह जानकारी मिली है. इससे पिछले 19 अगस्त को खत्म हुए सप्ताह में विदेशी मुद्रा भंडार 6.687 अरब डॉलर घटकर 564.053 अरब डॉलर रहा था. पीटीआई की खबर के मुताबिक, विदेशी मुद्रा भंडार (Foreign Exchange Reserve) में महत्वपूर्ण हिस्सा रखने वाली विदेशी मुद्रा परिसंपत्तियों (एफसीए) में गिरावट से कुल मुद्रा भंडार नीचे आया. समीक्षाधीन सप्ताह में विदेशी मुद्रा परिसंपत्तियां 2.571 अरब डॉलर घटकर 498.645 अरब डॉलर रह गईं. आंकड़ों के मुताबिक, स्वर्ण भंडार (gold विदेशी मुद्रा वेब व्यापारी reserve of India August 2022) भी 27.1 करोड़ डॉलर घटकर 39.643 अरब डॉलर पर आ गया.
इस वजह से आई गिरावट
भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा शुक्रवार को जारी साप्ताहिक आंकड़े के मुताबिक, 26 अगस्त को खत्म समीक्षाधीन सप्ताह के दौरान भंडार में गिरावट विदेशी मुद्रा आस्तियों (FCA), समग्र भंडार (Foreign Exchange Reserves of India) का एक प्रमुख घटक और स्वर्ण भंडार में गिरावट के कारण थी. समीक्षाधीन सप्ताह में FCA 2.571 बिलियन अमरीकी डॉलर घटकर 498.645 बिलियन अमरीकी डॉलर हो गया. आईएमएफ (IMF) के साथ देश की स्थिति भी समीक्षाधीन सप्ताह में 10 मिलियन अमरीकी डॉलर घटकर 4.926 बिलियन अमरीकी डॉलर हो गई.
भारतीय रिजर्व बैंक के मुताबिक, निरपेक्ष रूप से 2008-09 के वैश्विक वित्तीय संकट के चलते मुद्रा भंडार (foreign exchange reserves of india) में 70 अरब अमेरिकी डॉलर की गिरावट आई. जबकि कोविड-19 अवधि के दौरान इसमें 17 अरब डॉलर की ही कमी हुई. वहीं रूस-यूक्रेन युद्ध के चलते इस वर्ष 29 जुलाई 2022 तक 56 अरब डॉलर की कमी (Foreign Exchange Reserves) आई है.
भारतीय अर्थव्यवस्था
भारत जीडीपी के संदर्भ में विदेशी मुद्रा वेब व्यापारी विश्व की नवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है । यह अपने भौगोलिक आकार के संदर्भ में विश्व में सातवां सबसे बड़ा देश है और जनसंख्या की दृष्टि से दूसरा सबसे बड़ा देश है । हाल के वर्षों में भारत गरीबी और बेरोजगारी से संबंधित मुद्दों के बावजूद विश्व में सबसे तेजी से उभरती हुई अर्थव्यवस्थाओं में से एक के रूप में उभरा है । महत्वपूर्ण समावेशी विकास प्राप्त करने की दृष्टि से भारत सरकार द्वारा कई गरीबी उन्मूलन और रोजगार उत्पन्न करने वाले कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं ।
इतिहास
ऐतिहासिक रूप से भारत एक बहुत विकसित आर्थिक व्यवस्था थी जिसके विश्व के अन्य भागों के साथ मजबूत व्यापारिक संबंध थे । औपनिवेशिक युग ( 1773-1947 ) के दौरान ब्रिटिश भारत से सस्ती दरों पर कच्ची सामग्री खरीदा करते थे और तैयार माल भारतीय बाजारों में सामान्य मूल्य से कहीं अधिक उच्चतर कीमत पर बेचा जाता था जिसके परिणामस्वरूप स्रोतों का द्धिमार्गी ह्रास होता था । इस अवधि के दौरान विश्व की आय विदेशी मुद्रा वेब व्यापारी में भारत का हिस्सा 1700 ए डी के 22.3 प्रतिशत से गिरकर 1952 में 3.8 प्रतिशत रह गया । 1947 में भारत के स्वतंत्रता प्राप्ति के पश्चात अर्थव्यवस्था की पुननिर्माण प्रक्रिया प्रारंभ हुई । इस उद्देश्य से विभिन्न नीतियॉं और योजनाऍं बनाई गयीं और पंचवर्षीय योजनाओं के माध्यम से कार्यान्वित की गयी ।