लाइटकॉइन ट्रेडिंग

लाइटकॉइन खरीदें
"लाइटकॉइन एक शक्तिशाली, राजनीतिक और आर्थिक साधन है जो कोई भी, दुनियाभर में किसी और के साथ लेनदेन करने की अनुमति के बिना, कहीं भी उपयोग कर सकता है और वास्तव में वैश्विक अर्थव्यवस्था में सम्मिलित हो सकता है।"
लाइटकॉइन [LTC] बेहतर प्रदर्शन बिटकॉइन [BTC] इस कारक में
बाजार की मौजूदा मंदी के बीच, लाइटकॉइन जिसे अक्सर चांदी के रूप में बिटकॉइन के सोने के रूप में जाना जाता है, अपने निवेशकों के लिए खुशी लाने में विफल नहीं हुआ। पिछले सात दिनों में altcoin ने भारी लाभ दर्ज किया है।
एलटीसी के लिए और अच्छी खबर तब आई जब गैलेक्सी स्कोर के मामले में सिक्का को शीर्ष क्रिप्टो में सूचीबद्ध किया गया, जो एक आशाजनक तेजी का संकेत है।
इसके अतिरिक्त, लिटकोइन को ब्लॉकबैंक, एक CeFi और DeFi प्लेटफॉर्म पर भी सूचीबद्ध किया गया था। यह नई लिस्टिंग न केवल एलटीसी को अपनी पहुंच बढ़ाने में मदद करेगी, बल्कि नए निवेशकों को लिटकोइन पारिस्थितिकी तंत्र में प्रवेश करने की भी अनुमति देगी।
अब, आप पूछ सकते हैं कि क्या एलटीसी का पंप इसके पारिस्थितिकी तंत्र-केंद्रित विकास के कारण था, या यदि यह बिटकॉइन की कीमत में वृद्धि का परिणाम था। खैर, इसके मेट्रिक्स पर एक नज़र जवाब का खुलासा करेगी। लेकिन यहाँ एक बात ध्यान देने योग्य है कि a प्रेस समय के अनुसार, एलटीसी 56.52 पर कारोबार कर रहा था, जो पिछले सप्ताह की तुलना में लगभग 10% अधिक था, जो कि बिटकॉइन के 7-दिवसीय मूल्य से अधिक था।
सभी पक्ष में नहीं थे
एलटीसी ऑन-चेन मेट्रिक्स ने मामले पर कुछ स्पष्टता प्रदान की, क्योंकि उनमें से कुछ उछाल का समर्थन कर रहे थे, जबकि अन्य ट्रेंड रिवर्सल का संकेत दे रहे थे।
एलटीसी का एमवीआरवी अनुपात पिछले सप्ताह के दौरान काफी बढ़ा है, जो एक तेजी का संकेत है। इसके अलावा, सिक्के की मात्रा भी इसके समर्थन में थी क्योंकि यह एमवीआरवी अनुपात के साथ बढ़ी थी।
बहरहाल, ग्लासनोड के डेटा ने लिटकोइन के लिए एक अलग कहानी का खुलासा किया। पिछले कुछ दिनों में एलटीसी के प्राप्त पतों की संख्या लाइटकॉइन ट्रेडिंग में गिरावट दर्ज की गई, जो एक नकारात्मक संकेत है।
इतना ही नहीं, बल्कि लिटकोइन का आरक्षित जोखिम हाल ही में बढ़ा है, जो निवेशकों के कम आत्मविश्वास को दर्शाता है।
नहीं! एलटीसी का पंप असली के लिए है
निवेशक खुश हो सकते हैं एलटीसी के दैनिक चार्ट ने सुझाव दिया कि पंप केवल तेजी के बाजार का परिणाम नहीं था क्योंकि कई बाजार संकेतक एक और उत्तर की ओर आंदोलन खेल रहे थे।
रिलेटिव स्ट्रेंथ इंडेक्स (आरएसआई) और चाइकिन मनी फ्लो (फ्लो) दोनों ही न्यूट्रल पोजीशन से ऊपर मँडरा रहे थे, जो एक तेजी का संकेत है।
इसके अलावा, 20-दिवसीय एक्सपोनेंशियल मूविंग एवरेज (ईएमए) (ग्रीन) तेजी से 50-दिवसीय ईएमए (रेड) के करीब पहुंच रहा था, जिससे आने वाले दिनों में तेजी से क्रॉसओवर लाइटकॉइन ट्रेडिंग की संभावना बढ़ गई।
बोलिंगर बैंड ने खुलासा किया कि एलटीसी’ की कीमत एक उच्च अस्थिरता क्षेत्र में प्रवेश करने वाली थी। सभी बाजार संकेतकों लाइटकॉइन ट्रेडिंग को मिलाकर, कीमतों में निरंतर वृद्धि की संभावना है, जिससे निवेशकों को उत्साहित होना चाहिए।
चाय का पेमेंट लेते हैं क्रिप्टोकरेंसी में, ख़ुद को बताते हैं क्रिप्टो की दुनिया का 'राकेश झुनझुनवाला'
दुनियाभर में यूं तो क्रिप्टोकरेंसी को लेकर संशय बना हुआ है लेकिन इसका चलन भी दिन-ब-दिन बढ़ रहा है. हाल ही में देश की स्टार्टअप नगरी बेंगलुरु में एक कॉलेज ड्रॉपआउट के कारनामे ने सब का ध्यान खींचा है. शुभम सैनी नाम के युवा ने The Frustrated Drop Out नाम से चाय की दुकान शुरू की है. दिलचस्प बात ये है कि आप यहां लाइटकॉइन ट्रेडिंग चाय पीने के बाद, पेमेंट क्रिप्टोकरेंसी में भी कर सकते हैं.
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, 22 वर्षीय शुभम सैनी ने अपनी चाय की स्टाल पर क्रिप्टोकरेंसी को पेमेंट के तौर पर स्वीकार करना शुरू कर दिया. यह तब हुआ, जब ग्राहकों ने खुद बिटकॉइन जरिए चाय का पेमेंट करने की पेशकश की.
ग्राहकों के इस तरीके ने शुभम सैनी को भी हैरान कर दिया. क्योंकि वह खुद क्रिप्टोकरेंसी के प्रति उत्साही हैं. सैनी ने बताया कि, "कोई भी ग्राहक जो भुगतान करना चाहता है, उसे यूपीआई की तरह ही क्यूआर कोड को स्कैन करना होगा, INR को डॉलर में बदलना होगा और फिर क्रिप्टो में भुगतान करना होगा."
शुभम सैनी हरियाणा के रेवाड़ी से नौकरी की तलाश में बेंगलुरु पहुंचे और यहां उन्हें क्रिप्टो मार्केट के बारे में जाना. 2020 में बाजार में 60 प्रतिशत की गिरावट आई, कई अन्य निवेशकों की तरह सैनी ने अपनी सारी पॉकेट मनी क्रिप्टोकरेंसी खरीदने में लगा दी. उन्होंने कहा, "मैंने 1.5 लाख रुपये का निवेश किया था और कुछ ही महीनों में मैंने अपने पोर्टफोलियो में 1000 फीसदी का उछाल देखा. जल्द ही मेरा क्रिप्टो वॉलेट बढ़कर 30 लाख रुपये हो गया. यह मेरे लिए एक बड़ी बात थी."
इतना अच्छा मुनाफा देखते हुए, उन्होंने माता-पिता से पैसे मांगना बंद कर दिया, यहां तक कि अपने कॉलेज की फीस भी खुद ही भरने लगे और एक शानदार जीवन जीने लगे. इसके साथ ही उन्होंने आखिरी सेमेस्टर में कॉलेज छोड़ दिया और क्रिप्टो ट्रेडिंग में पूरी तरह से डूब गए.
शुभम बिट्कॉइन में ट्रेडिंग के बाद जमीन से आसमान को छूने और फिर जमीन पर गिरने की अपनी कहानी भी बताते हैं.
हालांकि, अगले साल जैसे ही बाजार नीचे आया, सैनी के क्रिप्टो पोर्टफोलियो में 90% की गिरावट आई. उन्होंने बताया, "मैं वापस वहीं आ गया, जहां से मैंने शुरू किया था. 30 लाख रुपए से सीधा 1 लाख रुपए पर. मुझे विश्वास नहीं हो रहा था कि एक रात, मेरे जीवन में इतना कुछ बदल सकती है."
उन्होंने आगे कहा, "अब यह लाइटकॉइन ट्रेडिंग स्वाभिमान की बात थी. जैसा कि मैंने तेजी से पैसा बनाने के लिए ऑनलाइन साधन खोजे, अब कुछ भी समझ में नहीं आ रहा था."
इस घटना ने शुभम को कुछ और करने के लिए मजबूर कर दिया. शुभम को अपना आईफोन बेचना पड़ा. अपने घर वालों से लाइटकॉइन ट्रेडिंग उन्होंने पैसे नहीं लिए. इसके बाद माराथल्ली में चाय का स्टॉल खोला और इसके बाद P2P पेमेंट प्लेटफॉर्म का आइडिया आया. जब ग्राहकों ने पहली बार बिटकॉइन के जरिए अपनी चाय की कीमत चुकाने की कोशिश की, तो वह हैरान भी था और परेशान भी. चाय जैसी साधारण चीज़ खरीदने के लिए क्रिप्टो का इस्तेमाल करने की लोकप्रियता ने उनके इस काम को बढ़ने में मदद की है. सैनी का दावा लाइटकॉइन ट्रेडिंग है कि औसतन, हर हफ्ते कम से कम 20 नए ग्राहक अपनी पेमेंट क्रिप्टोकरेंसी में करते हैं. उन्होंने बताया है कि वह क्रिप्टो पेमेंट लेने के लिए पैक्सफुल क्रिप्टो प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल करते हैं. उन्होंने बताया कि उन्हें लगने लगा कि वे क्रिप्टो की दुनिया के अगले राकेश झुनझुनवाला हैं. क्रिप्टो ने फिर से शुभम की जिंदगी बदलकर रख दी है.
आपको बता दें कि इससे पहले 26 साल के मैकेनिकल इंजीनियर तैयब शफीक ने ब्रिटेन का पहला ऐसा कैफे लॉन्च किया था जो 7 तरह की क्रिप्टोकरेंसी में पेमेंट एक्सेप्ट करता है. इस कैफे का नाम चाय अड्डा है. बिटकॉइन और इथेरियम जैसे बड़े कॉइन की गैस फीस और ट्रांजैक्शन फीस को कम करने के लिए, तैयब अपने लाइटकॉइन ट्रेडिंग ग्राहकों को रिपल, लाइटकॉइन, डॉजकॉइन और शीबाइनू में भी पेमेंट का ऑप्शन देते हैं।
शफीक ने बताया कि क्रिप्टोकरेंसी में पेमेंट एक्सेप्ट करने के लिए उन्होंने एक ऐप डेवलप कराया है. उन्होंने कहा, डिजिटल करेंसी अपने डिसेंट्रेलाइज्ड नेचर के कारण फ्यूचर की करेंसी है. आने वाले दिनों में विभिन्न ब्रांड और आउटलेट भी डिजिटल करेंसी अपनाएंगे.
Bitcoin ने फिर पार किया 50,000 डॉलर का स्तर, मई में आई थी बड़ी गिरावट
चीन के बिटकॉइन की माइनिंग पर सख्ती करने और क्रिप्टो करेंसीज की ट्रेडिंग पर बंदिशें लगाने से क्रिप्टो मार्केट में कुछ सप्ताह पहले काफी गिरावट आई थी।
Edited by: India TV Paisa Desk
Published on: August 23, 2021 11:54 IST
Photo:CNBC
Bitcoin breaches 50,000 dollar for the first time since May crash
नई दिल्ली। मई में भारी गिरावट के बाद तीन माह में पहली बार बिटकॉइन (Bitcoin) की कीमत 50,000 डॉलर के स्तर को पार कर गई है। दुनिया की सबसे बड़ी और सबसे लोकप्रिय क्रिप्टोकरेंसी (cryptocurrency) बिटकॉइन का वर्तमान में मूल्य 50,297.19 डॉलर है। कॉइनडेस्क के मुताबिक इस साल बिटकॉइन ने अबतक कुल 72.3 प्रतिशत रिटर्न दिया है।
क्रिप्टो करेंसी के विज्ञापनों पर दिशानिर्देशों को लेकर उच्च न्यायालय ने केंद्र, सेबी से मांगा जवाब
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भारत में इस साल के अंत तक आएगा डिजिटल करेंसी मॉडल, RBI ने दी जानकारी
बिटकॉइन का प्राइस अप्रैल में 65,000 डॉलर के रिकॉर्ड हाई से गिरा था। कॉइनडेस्क के अनुसार, ethereum ब्लॉकचेन से लिंक्ड Ether का प्राइस बढ़कर 3,342 डॉलर हो गया। यह बिटकॉइन के बाद दूसरी सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी है। इसने इस साल अबतक कुल 348 प्रतिशत का रिटर्न दिया है। Dogecoin में 1 प्रतिशत की तेजी रही और यह 0.32 डॉलर पर ट्रेड कर रहा था। इसके अलावा स्टेलर, XRP, कैरडानो और लाइटकॉइन में भी तेजी आई है।
दुनिया भर में पिछले वर्ष लाइटकॉइन ट्रेडिंग जून से इस वर्ष जुलाई के बीच क्रिप्टो की खरीदारी 880 प्रतिशत बढ़ी है। चीन के बिटकॉइन की माइनिंग पर सख्ती करने और क्रिप्टो करेंसीज की ट्रेडिंग पर बंदिशें लगाने से क्रिप्टो मार्केट में कुछ सप्ताह पहले काफी गिरावट आई थी। हालांकि, इसके बाद टेस्ला के फाउंडर एलन मस्क और आर्क इनवेस्टमेंट मैनेजमेंट की कैथी वुड के पॉजिटिव ट्वीट्स से बिटकॉइन में रिकवरी हुई थी।
क्रिप्टो करेंसीज की कुल मार्केट वैल्यू लगभग 2.17 लाख करोड़ डॉलर पर पहुंच गई है। इसमें पिछले कुछ दिनों में कैरडानो में 18 प्रतिशत और Binance Coin में 11 प्रतिशत की तेजी आने का भी योगदान है। पेपाल यूके ने कहा है कि वह ब्रिटेन में उपभोक्ताओं के लिए इस हफ्ते से बिटकॉइन और अन्य क्रिप्टोकरेंसी को खरीदने, बेचने और अपने पास रखने की सुविधा शुरू करेगी। पेपाल की क्रिप्टोकरेंसी सर्विस का अमेरिका से बाहर यह पहला अंतरराष्ट्रीय विस्तार है, जो इस नए संपत्ति वर्ग को तेजी से अपनाने में अहम भूमिका निभाएगा।
दुनियाभर में 40.3 करोड़ एक्टिव यूजर्स के साथ कैलीफोर्निया की सैन जोस बड़ी मुख्यधारा की वित्तीय कंपनी है जो उपभोक्ताओं को क्रिप्टोकरेंसी में कारोबार की सुविधा प्रदान करती है। बिटकॉइन स्वामित्व के मामले में सभी पांच प्रमुख देश एशिया में स्थित हैं। बिटकॉइन (16 प्रतिशत) सबसे लोकप्रिय कॉइन है, इसके बाद ईथेरियम और बिटकॉइन कैश (6 प्रतिशत) और रिपल (8 प्रतिशत) का स्थान है।
चाय का पेमेंट लेते हैं क्रिप्टोकरेंसी में, ख़ुद को बताते हैं क्रिप्टो की दुनिया का 'राकेश झुनझुनवाला'
दुनियाभर में यूं तो क्रिप्टोकरेंसी को लेकर संशय बना हुआ है लेकिन इसका चलन भी दिन-ब-दिन बढ़ रहा है. हाल ही में देश की स्टार्टअप नगरी बेंगलुरु में एक कॉलेज ड्रॉपआउट के कारनामे ने सब का ध्यान खींचा है. शुभम सैनी नाम के युवा ने The Frustrated Drop Out नाम से चाय की दुकान शुरू की है. दिलचस्प बात ये है कि आप यहां चाय पीने के बाद, पेमेंट क्रिप्टोकरेंसी में भी कर सकते हैं.
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, 22 वर्षीय शुभम सैनी ने अपनी चाय की स्टाल पर क्रिप्टोकरेंसी को पेमेंट के तौर पर स्वीकार करना शुरू कर दिया. यह तब हुआ, जब ग्राहकों ने खुद बिटकॉइन जरिए चाय का पेमेंट करने की पेशकश की.
ग्राहकों के इस तरीके ने शुभम सैनी को भी हैरान कर दिया. क्योंकि वह खुद क्रिप्टोकरेंसी के प्रति उत्साही हैं. सैनी ने बताया कि, "कोई भी ग्राहक जो भुगतान करना चाहता है, उसे यूपीआई की तरह ही क्यूआर कोड को स्कैन करना होगा, INR को डॉलर में बदलना होगा और फिर क्रिप्टो में भुगतान करना होगा."
शुभम सैनी हरियाणा के रेवाड़ी से नौकरी की तलाश में बेंगलुरु पहुंचे और यहां उन्हें क्रिप्टो मार्केट के बारे में जाना. 2020 में बाजार में 60 प्रतिशत की गिरावट आई, कई अन्य निवेशकों की तरह सैनी ने अपनी सारी पॉकेट मनी क्रिप्टोकरेंसी खरीदने में लगा दी. उन्होंने कहा, "मैंने 1.5 लाख रुपये का निवेश किया था और कुछ ही महीनों में मैंने अपने पोर्टफोलियो में 1000 फीसदी का उछाल देखा. जल्द ही मेरा क्रिप्टो वॉलेट बढ़कर 30 लाख रुपये हो गया. यह मेरे लिए एक बड़ी बात थी."
इतना अच्छा मुनाफा देखते हुए, उन्होंने माता-पिता से पैसे मांगना बंद कर दिया, यहां तक कि अपने कॉलेज की फीस भी खुद ही भरने लगे और एक शानदार जीवन जीने लगे. इसके साथ ही उन्होंने आखिरी सेमेस्टर में कॉलेज छोड़ दिया और क्रिप्टो ट्रेडिंग में पूरी तरह से डूब गए.
शुभम बिट्कॉइन में ट्रेडिंग के बाद जमीन से आसमान को छूने और फिर जमीन पर गिरने की अपनी कहानी लाइटकॉइन ट्रेडिंग भी बताते हैं.
हालांकि, अगले साल जैसे ही बाजार नीचे आया, सैनी के क्रिप्टो पोर्टफोलियो में 90% की गिरावट आई. उन्होंने बताया, "मैं वापस वहीं आ गया, जहां से मैंने शुरू किया था. 30 लाख रुपए से सीधा 1 लाख रुपए पर. मुझे विश्वास नहीं हो रहा था कि एक रात, मेरे जीवन में इतना कुछ बदल सकती है."
उन्होंने आगे कहा, "अब यह स्वाभिमान की बात थी. जैसा कि मैंने तेजी से पैसा बनाने के लिए ऑनलाइन साधन खोजे, अब कुछ भी समझ में नहीं आ रहा था."
इस घटना ने शुभम को कुछ और करने के लिए मजबूर कर दिया. शुभम को अपना आईफोन बेचना पड़ा. अपने घर वालों से उन्होंने पैसे नहीं लिए. इसके बाद माराथल्ली में चाय का स्टॉल खोला और इसके बाद P2P पेमेंट प्लेटफॉर्म का आइडिया आया. जब ग्राहकों ने पहली बार बिटकॉइन के जरिए अपनी चाय की कीमत चुकाने की कोशिश की, तो वह हैरान भी था और परेशान भी. चाय जैसी साधारण चीज़ खरीदने के लिए क्रिप्टो का इस्तेमाल करने की लोकप्रियता ने उनके इस काम को बढ़ने में मदद की है. सैनी का दावा है कि औसतन, हर हफ्ते कम से कम 20 नए ग्राहक अपनी पेमेंट क्रिप्टोकरेंसी में करते हैं. उन्होंने बताया है कि वह क्रिप्टो पेमेंट लेने के लिए पैक्सफुल क्रिप्टो प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल करते हैं. उन्होंने बताया कि उन्हें लगने लगा कि वे क्रिप्टो की दुनिया के अगले राकेश झुनझुनवाला हैं. क्रिप्टो ने फिर से शुभम लाइटकॉइन ट्रेडिंग की जिंदगी बदलकर रख दी है.
आपको बता दें कि इससे पहले 26 साल के मैकेनिकल इंजीनियर तैयब शफीक ने ब्रिटेन का पहला ऐसा कैफे लॉन्च किया था जो 7 तरह की क्रिप्टोकरेंसी में पेमेंट एक्सेप्ट करता है. इस कैफे का नाम चाय अड्डा है. बिटकॉइन और इथेरियम जैसे बड़े कॉइन की गैस फीस और ट्रांजैक्शन फीस को कम करने के लिए, तैयब अपने ग्राहकों को रिपल, लाइटकॉइन, डॉजकॉइन और शीबाइनू में भी पेमेंट का ऑप्शन देते हैं।
शफीक ने बताया कि क्रिप्टोकरेंसी में पेमेंट एक्सेप्ट करने के लिए उन्होंने एक ऐप डेवलप कराया है. उन्होंने कहा, डिजिटल करेंसी अपने डिसेंट्रेलाइज्ड नेचर के कारण फ्यूचर की करेंसी है. आने वाले दिनों में विभिन्न ब्रांड और आउटलेट भी डिजिटल करेंसी अपनाएंगे.