इक्विटी फंड्स क्या हैं?

NFO: सिर्फ 500 रुपए से शुरू कर सकते हैं SIP, जानिए एडलवाइज के MF में क्या है खास
फोकस्ड इक्विटी फंड्स ऐसे इक्वीट फंड को कहते हैं, जो अपने कुल एसेट का कम से कम 65 फीसदी शेयरों या शेयरों से जुड़े इंस्ट्रूमेंट में करते हैं। यह अधिकतम 30 कंपनियों के शेयर में इनवेस्ट कर सकते हैं
इस NFO में 12 जुलाई से 25 जुलाई तक इनवेस्ट किया जा सकता है। इस स्कीम में डायरेक्ट और रेगुलर दोनों ऑप्शन उपलब्ध हैं।
Edelweiss Mutual Fund ने मंगलवार (12 जुलाई) को एक फोकस्ड इक्विटी फंड लॉन्च किया। यह स्कीम 25 से 30 कंपनियों के शेयरों में निवेश करेगी। इनमें बिजनेस-टू-बिजनेस और बिजनेस-टू-कस्टमर सेगमेंट की कंपनियां भी शामिल होंगी। इस NFO में 12 जुलाई से 25 जुलाई तक इनवेस्ट किया जा सकता है। इस स्कीम में डायरेक्ट और रेगुलर दोनों ऑप्शन उपलब्ध हैं।
यह स्कीम पहले से मजबूत ब्रांड्स के साथ ही उभरते ब्रांड वाली कंपनियों के शेयरों में इनवेस्टमेंट के मौके तलाशेगी। यह मार्केट लीडर्स, इनोवेटिव कंपनियों और उभरते मार्केट में बाजार हिस्सेदारी बढ़ाने वाली कंपनियों के शेयरों में भी इनवेस्ट करेगी।
एडलवाइज म्यूचुअल फंड की मैनेजिंग डायरेक्टर और सीईओ राधिका गुप्ता ने कहा, "इंडिया में बिजनेस ग्रोथ और ट्रांसफॉर्मेशन के लिए समय बहुत अच्छा दिख रहा है। इसे आबादी में युवाओं की ज्यादा हिस्सेदारी, मजबूत रेगुलेशन, मैन्युफैक्चरिंग पर जोर और तेजी से बढ़ते डिजिटाइजेशन का फायदा मिलेगा।"
आपके फायदे की बात: कम रिस्क के साथ चाहिए FD से ज्यादा रिटर्न तो लार्ज कैप फंड्स में करें निवेश, बीते 1 साल में दिया 60% तक का रिटर्न
कई लोग म्यूचुअल फंड्स में निवेश करना तो चाहते हैं लेकिन रिस्क के कारण इसमें निवेश से बचते हैं। ऐसे लोग लार्ज-कैप फंड के जरिए म्यूचुअल फंड में निवेश की शुरुआत कर सकते हैं। इसमें म्यूचुअल फंड की अन्य कैटेगिरी की तुलना में रिस्क कम रहती है। लार्ज-कैप फंड ने बीते 1 साल इक्विटी फंड्स क्या हैं? में 60% तक का रिटर्न दिया है, जो FD से कई गुना ज्यादा है। यहां 2 एक्सपर्ट आपको बता रहें हैं कि लार्ज-कैप फंड में किसे और कैसे निवेश करना चाहिए।
सबसे पहले समझें लार्ज-कैप फंड क्या हैं?
लार्ज कैप म्यूचुअल फंड स्कीमों के लिए निवेशकों से जुटाई गई राशि का कम से कम 80% टॉप 100 कंपनियों में निवेश करना जरूरी होता है। माना जाता कि इनके शेयरों में उतार चढ़ाव कम होता है, इसलिए इनमें पैसा लगाने पर नुकसान की संभवना, खासतौर पर लंबे समय में कम ही रहती है।
इसमें उन निवेशकों को पैसा लगाने की सलाह दी जाती है, जो कम जोखिम के साथ शेयर बाजार में प्रवेश करना चाहते हैं। इक्विटी म्यूचुअल फंड में लार्ज-कैप में निवेश ज्यादा सुरक्षित समझा जाता है।
लॉर्ज कैप फंड स्थिरता प्रदान करते हैं
निवेशकों को यह ध्यान रखना चाहिए कि लॉर्ज कैप इक्विटी फंड्स क्या हैं? फंड स्थिरता प्रदान करते हैं और इनमें कम उतार-चढ़ाव रहता है। जबकि इन फंड्स का रिटर्न एक औसत हो सकता है लेकिन ये लगातार रिटर्न देते रहते हैं। लंबी अवधि के नजरिए से अलग-अलग मार्केट साइकल में ये फंड कंपाउंडिंग के आधार पर बेहतर रिटर्न प्रदान करते हैं।
इसमें किसे करना चाहिए निवेश?
अगर आपकी उम्र ज्यादा है और डेब्ट फंड्स से ज्यादा रिटर्न चाहते हैं लेकिन ज्यादा इन्वेस्टमेंट रिस्क नहीं लेना चाहते हैं तो आप लार्ज-कैप फंड्स में पैसा लगा सकते हैं। ये अस्थिर मार्केट में स्थिर रिटर्न दे सकते हैं। इनमें कम रिस्क होती है जिससे ये मिड और स्मॉल-कैप इक्विटी में ज्यादा एक्सपोजर वाले फंड्स की तुलना में मध्यम रिटर्न देते हैं। यदि आप रिटायरमेंट के करीब हैं या आप ज्यादा रिस्क नहीं ले सकते हैं तो टॉप-रेटेड लार्ज-कैप फंड्स में निवेश कर सकते हैं।
इनमें लम्बे समय के लिए निवेश करना सही
पर्सनल फाइनेंस एक्सपर्ट और ऑप्टिमा मनी मैनेजर्स के संस्थापक व CEO पंकज मठपाल कहते हैं कि इन स्कीमों में कम से कम 5 साल के टाइम पीरियड को ध्यान में रख कर निवेश करना चाहिए। ध्यान रहे कि छोटे समय में शेयर बाजार में उतार चढ़ाव का असर आपके निवेश पर ज्यादा पड़ सकता है जबकि लंबे समय मे यह खतरा कम हो जाता है।
SIP के जरिए निवेश करना रहेगा सही
रूंगटा सिक्योरिटीज के CFP और पर्सनल फाइनेंस एक्सपर्ट हर्षवर्धन रूंगटा कहते हैं कि म्यूचुअल फंड में एक साथ पैसा लगाने की बजाए सिस्टमेटिक इन्वेस्टमेंट प्लान यानी SIP द्वारा निवेश करना चाहिए। SIP के जरिए आप हर महीने एक निश्चित अमाउंट इसमें लगाते हैं। इससे इक्विटी फंड्स क्या हैं? रिस्क और कम हो जाता है क्योंकि इस पर बाजार के उतार चढ़ाव का ज्यादा असर नहीं पड़ता।
इक्विटी Mutual Fund कितने तरह के होते हैं?
निवेशकों का पैसा किन-किन कंपनियों के शेयरों में लगाना है. यह पता लगाने के लिए एक रिसर्च टीम होती है
अगर आप कम समय में अपने निवेश पर बेहतर रिटर्न कमाना चाहते हैं तो आप फंड मैनेजर को यह अधिकार देते हैं कि वह दुनिया के किसी भी शेयर बाजार में आपकी रकम निवेश करे.
अगर आप अपनी बचत के कुछ हिस्से का निवेश विदेशी शेयर बाजार में करना चाहते हैं, तो आपको किसी International Equity Fund को चुनना चाहिए.
2. ग्लोबल इक्विटी फंड: ग्लोबल इक्विटी फंड वास्तव में घरेलू और विदेशी, किसी भी शेयर बाजार में निवेशकों के पैसे लगा सकते हैं. कुल फंड का 80% विदेशी शेयर बाजार और 20 फीसदी तक घरेलू शेयर बाजार में लगाने वाले फंड ग्लोबल इक्विटी फंड के दायरे में आते हैं.
3. वर्ल्डवाइड इक्विटी फंड: अगर आप कम समय में अपने निवेश पर बेहतर रिटर्न कमाना चाहते हैं तो आप फंड मैनेजर को यह अधिकार देते हैं कि वह दुनिया के किसी भी शेयर बाजार में आपकी रकम निवेश करे. फंड मैनेजर दुनिया के किसी भी देश के शेयर बाजार में निवेश कर अच्छा रिटर्न हासिल करने की कोशिश करता है.
4. घरेलू इक्विटी फंड: ये इक्विटी फंड निवेशकों की रकम केवल घरेलू शेयर बाजार में लिस्टेड कंपनियों के शेयरों में लगाते हैं. इस समय देश में ज्यादातर इक्विटी फंड इसी कैटेगरी की हैं.
अगर हम मार्केट कैप के हिसाब से बात करें इस हिसाब से इक्विटी Mutual Fund को 5 कैटेगरी में बांटा जा सकता है:
1.लार्ज कैप इक्विटी फंड: घरेलू शेयर बाजार में लिस्टेड लार्ज कैप के शेयरों में बहुत बदलाव नहीं होता है. मार्केट कैप के हिसाब से ये कंपनियां वास्तव में शेयर बाजार के उतार-चढ़ाव से कम प्रभावित होती हैं. जो लोग अधिक जोखिम नहीं लेना चाहते वे लार्ज कैप इक्विटी फंड में निवेश करते हैं.
2.मल्टी कैप इक्विटी फंड: वास्तव में मल्टी कैप इक्विटी फंड अधिकतर लार्ज कैप और कुछ मिड कैप कंपनियों के शेयरों में निवेश करती हैं. इससे फंड मैनेजर वास्तव में निवेशकों के लिए ज्यादा रिटर्न कमाने में सफल होता है.
3. मिड कैप इक्विटी फंड: शेयर बाजार में लिस्टेड उन कंपनियों में यह फंड निवेश करता है जिसमें वास्तव में लार्ज कैप बनने की संभावनाएं हैं. इसका मतलब यह है कि माध्यम आकार की वे कंपनियां जिनका बैलेंस शीट ठीक है, मुनाफा बढ़िया है और जिनके पास काफी ऑर्डर हैं. मिड इक्विटी फंड्स क्या हैं? कैप इक्विटी फंड वास्तव में थोड़े जोखिम के साथ निवेश करने की संभावनाओं वाले निवेशक के लिए है.
4.स्मॉल कैप इक्विटी फंड: स्मॉल कैप इक्विटी फंड वास्तव में बहुत अधिक जोखिम उठाने की क्षमता रखने वाले उन निवेशकों के लिए है जो 10 साल से अधिक की अवधि के लिए निवेश करना चाहते हैं. बिना वित्तीय सलाहकार के स्मॉल कैप Mutual Fund में निवेश नहीं करना चाहिए.
5.माइक्रो कैप इक्विटी फंड: बाजार पूंजीकरण के हिसाब से बहुत ही छोटी कंपनियों में निवेश करने वाला MF माइक्रो कैप इक्विटी फंड कहा जाता है. इन MF स्कीम के फंड मैनेजर अपने फंड का ज्यादातर हिस्सा उभरती हुई बहुत छोटी कंपनियों में लगाते हैं.
इस इक्विटी फंड्स क्या हैं? तरह के इक्विटी MF में किया गया निवेश सबसे ज्यादा जोखिम भरा होता है. इनसे मिलने वाला रिटर्न भी किसी भी अन्य इक्विटी MF स्कीम की तुलना में कई गुना ज्यादा हो सकता है.
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आपके फायदे की बात: कम रिस्क के साथ चाहिए FD से ज्यादा रिटर्न तो लार्ज कैप फंड्स में करें निवेश, बीते 1 साल में दिया 60% तक का रिटर्न
कई लोग म्यूचुअल फंड्स में निवेश करना तो चाहते हैं लेकिन रिस्क के कारण इसमें निवेश से बचते हैं। ऐसे लोग लार्ज-कैप फंड के जरिए म्यूचुअल फंड में निवेश की शुरुआत कर सकते हैं। इसमें म्यूचुअल फंड की अन्य कैटेगिरी की तुलना में रिस्क कम रहती है। लार्ज-कैप फंड ने बीते 1 साल में 60% तक का रिटर्न दिया है, जो FD से कई गुना ज्यादा है। यहां 2 एक्सपर्ट आपको बता रहें हैं कि लार्ज-कैप फंड में किसे और कैसे निवेश करना चाहिए।
सबसे पहले समझें लार्ज-कैप फंड क्या हैं?
लार्ज कैप म्यूचुअल फंड स्कीमों के लिए निवेशकों से जुटाई गई राशि का कम से कम 80% टॉप 100 कंपनियों में निवेश करना जरूरी होता है। माना जाता कि इनके शेयरों में उतार चढ़ाव कम होता है, इसलिए इनमें पैसा लगाने पर नुकसान की संभवना, खासतौर पर लंबे समय में कम ही रहती है।
इसमें इक्विटी फंड्स क्या हैं? उन निवेशकों को पैसा लगाने की सलाह दी जाती है, जो कम जोखिम के साथ शेयर बाजार में प्रवेश करना चाहते हैं। इक्विटी इक्विटी फंड्स क्या हैं? म्यूचुअल फंड में लार्ज-कैप में निवेश ज्यादा सुरक्षित समझा जाता है।
लॉर्ज कैप फंड स्थिरता प्रदान करते हैं
निवेशकों को यह ध्यान रखना चाहिए कि लॉर्ज कैप फंड स्थिरता प्रदान करते हैं और इनमें कम उतार-चढ़ाव रहता है। जबकि इन फंड्स का रिटर्न एक औसत हो सकता है लेकिन ये लगातार रिटर्न देते रहते हैं। लंबी अवधि के नजरिए से अलग-अलग मार्केट साइकल में ये फंड कंपाउंडिंग के आधार पर बेहतर रिटर्न प्रदान करते हैं।
इसमें किसे करना चाहिए निवेश?
अगर आपकी उम्र ज्यादा है और डेब्ट फंड्स से ज्यादा रिटर्न चाहते हैं लेकिन ज्यादा इन्वेस्टमेंट रिस्क नहीं लेना चाहते हैं तो आप लार्ज-कैप फंड्स में पैसा लगा सकते हैं। ये अस्थिर मार्केट में स्थिर रिटर्न दे सकते हैं। इनमें कम रिस्क होती है जिससे ये मिड और स्मॉल-कैप इक्विटी में ज्यादा एक्सपोजर वाले फंड्स की तुलना में मध्यम रिटर्न देते हैं। यदि आप रिटायरमेंट के करीब हैं या आप ज्यादा रिस्क नहीं ले सकते हैं तो टॉप-रेटेड लार्ज-कैप फंड्स में निवेश कर सकते हैं।
इनमें लम्बे समय के लिए निवेश करना सही
पर्सनल फाइनेंस एक्सपर्ट और ऑप्टिमा मनी मैनेजर्स के संस्थापक व CEO पंकज मठपाल कहते हैं कि इन स्कीमों में कम से कम 5 साल के टाइम पीरियड को ध्यान में रख कर निवेश करना चाहिए। ध्यान रहे कि छोटे समय में शेयर बाजार में उतार चढ़ाव का असर आपके निवेश पर ज्यादा पड़ सकता है जबकि लंबे समय मे यह खतरा कम हो जाता है।
SIP के जरिए निवेश करना रहेगा सही
रूंगटा सिक्योरिटीज के CFP और पर्सनल फाइनेंस एक्सपर्ट हर्षवर्धन रूंगटा कहते हैं कि म्यूचुअल फंड में एक साथ पैसा इक्विटी फंड्स क्या हैं? लगाने की बजाए सिस्टमेटिक इन्वेस्टमेंट प्लान यानी SIP द्वारा निवेश करना चाहिए। SIP के जरिए आप हर महीने एक निश्चित अमाउंट इसमें लगाते हैं। इससे रिस्क और कम हो जाता है क्योंकि इस पर बाजार के उतार चढ़ाव का ज्यादा असर नहीं पड़ता।
कमाल के हैं ये तीन 5-स्टार रेटिंग इक्विटी म्यूचुअल फंड्स: 10000 रुपये के SIP को बना दिया ₹10.05 लाख
हम आपको तीन 5-स्टार-रेटेड इक्विटी म्यूचुअल फंड के बारे में बता रहे हैं, जिन्होंने ₹10,000 के मासिक एसआईपी को केवल तीन सालों में ₹10 लाख तक कर दिया है।
Mutual funds investment: जब इक्विटी म्यूचुअल फंड (equity mutual funds) की बात आती है तो निवेशकों को जोखिम के कारण केवल हाई रिटर्न के बजाय लंबी अवधि के लिए निवेश करने के बारे में सोचना चाहिए। जानकारों के अनुसार, इक्विटी म्युचुअल फंड में एक निवेशक को कम से कम 5 सालों के लिए निवेश करना चाहिए हैं। इक्विटी म्यूचुअल फंड आपके पोर्टफोलियो में विविधता लाने का एक शानदार तरीका है। इसकी सबसे इक्विटी फंड्स क्या हैं? अच्छी बात यह है कि इक्विटी फंड पर महंगाई का भी असर नहीं पड़ता, उसमें भी यह हाई रिटर्न (Mutual funds return) देने इक्विटी फंड्स क्या हैं? की क्षमता रखता है। हम आपको तीन 5-स्टार-रेटेड इक्विटी म्यूचुअल फंड के बारे में बता रहे हैं, जिन्होंने ₹10,000 के मासिक एसआईपी को केवल तीन सालों में ₹10 लाख तक कर दिया है।
1. क्वांट टैक्स प्लान-डायरेक्ट प्लान (Quant Tax Plan - Direct Plan)
यह फंड 1 जनवरी 2013 को लाॅन्च किया गया था और इसे वैल्यू रिसर्च और मॉर्निंगस्टार से 5-स्टार रेटिंग मिली है। नतीजतन, यह फंड लगभग 9 सालों से अधिक समय से लागू है। वैल्यू रिसर्च के आंकड़ों के मुताबिक, पिछले तीन सालों में फंड ने 47 फीसदी का सालाना रिटर्न दिया है। नतीजतन, यदि किसी निवेशक ने तीन साल पहले ₹1 लाख का शुरुआती निवेश और ₹10,000 का मासिक एसआईपी निवेश किया होता, तो आज यह निवेश ₹10,05,531 का होता।
2. बैंक ऑफ इंडिया स्मॉल कैप फंड-डायरेक्ट प्लान (Bank of India Small Cap Fund - Direct Plan)
इस फंड को 19 दिसंबर 2018 को पेश किया गया था और फिलहाल, वैल्यू रिसर्च ने इसे 5-स्टार रेटिंग दी है। यह फंड तीन साल से काम कर रहा है। 30 जून, 2022 तक बैंक ऑफ इंडिया स्मॉल कैप फंड डायरेक्ट - ग्रोथ के पास प्रबंधन के तहत संपत्ति (एयूएम) ₹353.51 करोड़ थी, और 16 सितंबर, 2022 तक, फंड का एनएवी ₹29.01 था। फंड के लिए व्यय अनुपात 1.12% है, जो कि उसी श्रेणी के अन्य फंडों के मुकाबले अधिक मजबूत है। वैल्यू रिसर्च के इक्विटी फंड्स क्या हैं? आंकड़ों के मुताबिक, फंड ने पिछले 3 सालों में 43.25 फीसदी का सालाना रिटर्न दिया है। पिछले तीन वर्षों में निवेशक के निवेश का कुल मूल्य ₹9,45,874 होता अगर उसने तीन साल पहले हर महीने एक ₹10,000 का मंथली एसआईपी किया होता।
3. केनरा रोबेको स्मॉल कैप फंड-डायरेक्ट प्लान (Canara Robeco Small Cap Fund - Direct Plan)
इस फंड को 15 फरवरी 2019 को पेश किया गया था और वैल्यू रिसर्च ने इसे 5-स्टार रेटिंग दिया है। यह फंड 3 साल से अधिक समय से काम कर रहा है। केनरा रोबेको स्मॉल कैप फंड डायरेक्ट के लिए एसेट अंडर मैनेजमेंट (एयूएम) - ग्रोथ 30 जून, 2022 तक ₹3455.06 करोड़ करोड़ थी, जबकि फंड का एनएवी 16 सितंबर, 2022 को ₹26.9 था। अगर तीन साल पहले ₹1 लाख का एक अग्रिम या प्रारंभिक निवेश और ₹10,000 का मासिक एसआईपी किया गया होता, तो यह अब बढ़कर ₹9,82,585 हो गया होता। फंड का सालाना रिटर्न 45.46% है।