ट्रेडिंग फॉरेक्स के लाभ

क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज क्या है?

क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज क्या है?
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टैक्स चोरी के शक में क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज कंपनियों पर DGGI की रेड

DGGI यानी डायरेक्टरेट जनरल ऑफ जीएसटी इंटेलिजेंस ने शनिवार, 1 जनवरी को देश की कुछ बड़ी क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज कंपनियों के खिलाफ कार्रवाई की. जांच एजेंसी को अंदेशा था कि इन कंपनियों ने टैक्स चोरी की है, इसी कारण से इन कंपनियों के दफ्तरों और परिसरों पर छापे मारे गए. इसके साथ ही DGGI इस समय CoinSwitch Kuber, CoinDCX, BuyUCoin और UnoCoin जैसे ब्रांड नाम से क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज (Cryptocurrency Exchange) चलाने वाली कंपनियों की जांच कर रही है.

करोड़ों की टैक्स चोरी का अंदेशा!

न्यूज एजेंसी ANI के मुताबिक गुड्स एंड सर्विस टैक्स इंटेलिजेंस महानिदेशालय (DGGI) ने WazirX नाम की एक कंपनी पर आधा दर्जन दफ्तरों पर छापे मारे हैं. WazirX एक क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज सर्विस प्रोवाइडर कंपनी है. DGGI के मुताबिक इस कंपनी ने बड़े स्तर पर टैक्स चोरी की, इस कारण से कंपनी पर 49.20 करोड़ रुपये का जुर्माना लगाया है. जीएसटी विभाग की मुंबई टीम (CGST Mumbai) भी लंबे समय से WazirX की कारोबारी गतिविधियों पर नजर क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज क्या है? बनाए हुए थी, उस वक्त मुंबई टीम ने इस कंपनी की 40.5 करोड़ रुपये की जीएसटी चोरी पकड़ी थी. जांच एजेंसी ने एक बयान में कहा कि जुर्माना और ब्याज के रूप में WazirX से कुल 49.20 करोड़ रुपये की वसूली की गई है. इसके अलावा भी DGGI ने कई और क्रिप्टोकरेंसी सर्विस प्रोवाइडर्स कंपनियों के करीब आधा दर्जन दफ्तरों पर छापे मारे हैं. सूत्रों का मानना है कि टैक्स की ये कथित चोरी करीब 70 करोड़ रुपये तक की हो सकती है. ANI के मुताबिक ये सर्विस प्रोवाइडर्स क्रिप्टोकरेंसी वॉलेट और एक्सचेंज प्लेटफॉर्म की सुविधा देते हैं. जहां ट्रेडर्स, मर्चेंट और आम लोग Bitcoin, Ethereum, Ripple जैसी कई क्रिप्टोकरेंसी जैसे अन्य डिजिटल एसेट में ट्रेडिंग कर सकते हैं. क्रिप्टोकरेंसी ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी पर बनी एक सुरक्षित क्रिप्टोग्राफी होती है, जो असल में एक काफी जटिल सॉफ्टवेयर कोडिंग होती है.

क्रिप्टोकरेंसी मार्केट पर कसेगा सरकार का शिकंजा

पिछले कुछ सालों में युवाओं का रुझान क्रिप्टोकरेंसी में निवेश को लेकर काफी बढ़ा है. फिलहाल देश का क्रिप्टोकरेंसी मार्केट सरकार के रेग्युलेशन के दायरों से बाहर है. सरकार इसके रेग्युलेशन के लिए बिल तैयार कर रही है. भारत सरकार ने देश में क्रिप्टोकरेंसी मार्केट को रेग्युलेट करने के इस फैसले के कुछ महीनों बाद ही DGGI ने क्रिप्टोकरेंसी सर्विस प्रोवाइडर्स (Cryptocurrency Service Providers) के खिलाफ इतनी बड़ी कार्रवाई की है. वीडियो:इनकम टैक्स और GST राउंड अप 2021: टैक्स ढांचे और दरों के वो 21 बदलाव जो पूरे साल चर्चा में रहे

Crypto Exchange: क्रिप्टो एक्सचेंज की हालत देख भारत में भी भय, नहीं है मान्यता

Crypto Exchange: पिछले कुछ सालों में दुनियाभर में क्रिप्टकरेंसी Cryptocurrency का चलन बहुत तेजी से बढ़ा है। इस दौरान इस सेक्टर में कई बार उतार चढ़ाव का दौर भी नजर आया है। वहीं क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज एफटीएक्स Cryptocurrency Exchange FTX के प्रमुख सैम बैंकमैन-फ्राइड Sam Bankman-Fried दो दिन पहले तक टेक की दुनिया के सुपरस्टार Superstar थे। उन्हें क्रिप्टो का रक्षक, डेमोक्रेटिक राजनीति में नवीनतम शक्ति और संभावित रूप से दुनिया के पहले खरबपति जैसे विशेषणों से नवाजा जाता था, लेकिन आज वह क्रिप्टो जगत Crypto World के सबसे बड़े खलनायक हैं।

30 वर्षीय बैंकमैन-फ्राइड द्वारा चलाया जा रहा क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज Cryptocurrency Exchange शुक्रवार को दिवालिया Bankrupt हो गया और निवेशकों और ग्राहकों Investors and Clients ने खुद को ठगा महसूस किया। अगर आप भी क्रिप्टो में निवेश के बारे में सोच रहे हैं तो अच्छी तरह से जान लें कि आप एक ऐसी अंधी गली में प्रवेश कर रहे हैं, जिसमें कब क्या हो जाए किसी को नहीं मालूम। गुरुग्राम Gurugram के इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियर ब्रजेश शर्मा Electronics Engineer Brajesh Sharma ने पांच साल पहले क्रिप्टोकरेंसी में दो लाख रुपए का निवेश किया था।

पिछले साल तक वह निवेश से काफी उत्साहित थे, लेकिन अब उनको डर सताने लगा है। ऐसा ही कुछ बंगलूरू Bangalore में सॉफ्टवेयर इंजीनियर रितेश कुमार Software Engineer Ritesh Kumar का सोचना है। उनका कहना है कि भारत में क्रिप्टोकरेंसी को न तो मान्यता है और न ही क्रिप्टो एक्सचेंज चलाने वाली कंपनियां अपने बारे में कुछ खुलकर बताती हैं। ऐसे में अगर पैसा डूबा तो हम कोई दरवाजा भी नहीं खटखटा सकते। हैं। जानकारों की मानें तो, पहले से मंदे बाजार को अब इस नई अनिश्चितता से निपटना होगा।

वहीं एफटीएक्स के ढहने के बाद मार्केट में नकदी का संकट पैदा हो सकता है, जिसका खामियाजा दूसरी क्रिप्टोकरेंसी को भुगतना पड़ेगा। जबकि भारत के सबसे बड़े क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज वजीरएक्स Cryptocurrency Exchange WazirX के उपाध्यक्ष राजगोपाल मेनन Vice President Rajagopal Menon को डर है कि सबसे बुरा दौर अभी खत्म नहीं हुआ है और कुछ भी हो सकता है। उन्होंने कहा कि पहले से मंदे बाजार को इस नई अनिश्चितता से निपटना होगा।

क्रिप्टो मार्केट क्या है? यह शेयर बाजार से कैसे अलग है? (What Is A Crypto Market? How Is It Different From the Stock Market?)

वर्तमान परिदृश्य में क्रिप्टो बाजार प्रचलन में है। ज्यादा लाभ के कारण कई लोगों ने क्रिप्टोकरेंसी में गहरी रुचि दिखाई है। क्रिप्टोकरेंसी ट्रेडिंग सीएफडी (CFD) अकाउंट के माध्यम से क्रिप्टो की कीमतों में उतार चढ़ाव या क्रिप्टो एक्सचेंजों के माध्यम से क्रिप्टोकरेंसी की खरीद और बिक्री का अनुमान लगाता है। क्रिप्टोकरेंसी बाजार अत्यधिक अस्थिर होता है। इस अस्थिरता के कारण ही इसकी तुलना अक्सर शेयर बाजारों से की जाती है। अक्सर लोग इन दोनों के बीच का अंतर नहीं समझ पाते।

लेकिन चिंता न करें, क्योंकि हमने आपको कवर कर लिया है! यहां शेयर बाजार और क्रिप्टो मार्केट के बीच के अंतर पर एक विस्तृत गाइड दी गई है, इसलिए अगली बार जब आपके मित्र आपके साथ क्रिप्टो के बारे में बात करेंगे तो आपके पास भी अपने विचार होंगे। पढ़ते रहें!

क्रिप्टो बाजार क्या है?

आइए हम आपको बुनियादी बातें बताते हैं। बाजार एक ऐसी जगह है जहां माल का व्यापार, खरीद और बिक्री होती है। तो यह सीधी सी बात है कि क्रिप्टो बाजार एक ऐसा बाजार है जहां क्रिप्टोकरेंसी का कारोबार किया जाएगा। हालांकि, यह थोड़ा अलग है। ये वास्तव में भौतिक रूप से नहीं होते। वे केवल आपकी स्क्रीन पर मौजूद होते हैं और ब्लॉकचेन पर संचालित होते हैं।

क्रिप्टो नेटवर्क विकेंद्रीकृत होते हैं, जिसका अर्थ है कि वे सरकार जैसे किसी केंद्रीय प्राधिकरण द्वारा प्रशासित या समर्थित नहीं होते। बल्कि, वे कंप्यूटर के नेटवर्क पर चलते हैं। हालांकि, क्रिप्टोकरेंसी को क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंजों के माध्यम से खरीदा और बेचा जा सकता है। उन्हें ‘वॉलेट’ में भी स्टोर किया जा सकता है, आप WazirX पर इन दोनों का लाभ उठा सकते हैं।

पारंपरिक मुद्राओं के विपरीत, क्रिप्टोकरेंसी केवल एक ब्लॉकचेन पर संग्रहीत स्वामित्व के साझा डिजिटल रिकॉर्ड के रूप में होती है। जब कोई उपयोगकर्ता किसी अन्य उपयोगकर्ता को क्रिप्टोकरेंसी क्वाइंस भेजना चाहता है, तो वे इसे उनके डिजिटल वॉलेट में भेज देते हैं। लेन-देन को तब तक पूरा नहीं माना जाता जब तक कि इसे माइनिंग के माध्यम से ब्लॉकचेन में सुनिश्चित और संवर्धित नहीं किया जाता है। इस प्रक्रिया का उपयोग नए क्रिप्टोकरेंसी टोकन बनाने के लिए भी किया जाता है।चूंकि हम कई बार ब्लॉकचेन का जिक्र कर रहे हैं, आपके मन में ये सवाल उठ सकता है कि यह ब्लॉकचेन वास्तव में क्या है? क्या आपको लेगो ब्लॉक्स याद हैं जिनके साथ आप बचपन में खेलते थे? उन्हें आपस में जोड़कर आप टावर कैसे बनाते थे?

ब्लॉकचेन भी काफी हद तक यही काम करता है। बस इस मामले में, लेगो ब्लॉक के बदले डेटा के ब्लॉक का उपयोग किया जाता है। ब्लॉकचेन ‘ब्लॉक’ में लेन-देन का दस्तावेजीकरण करता है और चेन के सामने नए ब्लॉक को जोड़ देता है।

पहले यह माना जाता थाकि कि क्रिप्टोकरेंसी क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज क्या है? अपराधियों और मनी लॉन्ड्रिंग के उपयोग के लिए थी लेकिन अब स्थिति काफी बदल चुकी है। आज यह अनुमान लगाया जा रहा है कि क्रिप्टोकरेंसी गेमिंग उद्योग, मीडिया क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज क्या है? और यहां तक ​​कि स्वास्थ्य सेवा में भी क्रांति ला सकती है।

हालांकि, क्रिप्टो बाजार शेयर बाजार से काफी अलग है। यदि आप क्रिप्टो बाजार में नौसिखिया हैं, लेकिन स्टॉक में काफी अनुभवी हैं, तो यह आपके लिए एक कठिन क्षेत्र हो सकता है। स्टॉक और क्रिप्टो के बीच सबसे बड़ा अंतर यह है कि इनका मूल्यांकन कैसे किया जाता है। स्टॉक को वैध कंपनियों द्वारा समर्थित किया जाता है जिनसे लाभ कमाने की उम्मीद की जाती है। वे अपने मूल्यांकन के हिस्से के रूप में भौतिक संपत्ति को शामिल करते हैं। वास्तव में, यदि आप गणित में अच्छे हैं तो आप शेयरों की कीमत का अनुमान लगा सकते हैं।

दूसरी ओर, क्रिप्टोकरेंसी ज्यादातर मामलों में संपत्ति द्वारा समर्थित नहीं होती हैं। उनका अनुमान ज्यादातर उनके प्रचार के आधार पर लगाया जाता है, हालांकि कुछ को उनकी कार्यक्षमता के आधार पर भी मूल्य वृद्धि मिलती है। नतीजतन, यह एक अधिक व्यक्तिपरक मूल्यांकन है। इसलिए, यह भविष्यवाणी करना हमेशा आसान नहीं होता है कि कोई विशेष मुद्रा इसके लायक है या नहीं।

शेयर बाजार और क्रिप्टो मार्केट में अंतर

ऊपर बताए गए मूल्यांकन में अंतर के अलावा, दोनों बाजारों के बीच कई अन्य मूलभूत अंतर हैं। आइए उनकी चर्चा करें।

#1 विकेंद्रीकृत बनाम केंद्रीकृत एक्सचेंज

जैसा कि पहले उल्लेख किया गया है, क्रिप्टोकरेंसी विकेंद्रीकृत होते हैं, जबकि स्टॉक केंद्रीकृत संरचना के तहत होते हैं। इसका मतलब है कि क्रिप्टो संचालन और लेनदेन किसी केंद्रीय बैंक या किसी अन्य केंद्रीय प्राधिकरण द्वारा नियंत्रित नहीं होते। यह विकेंद्रीकरण क्रिप्टो उपयोगकर्ताओं को अत्यधिक पारदर्शिता और नियंत्रण प्रदान करता है। हालांकि, स्टॉक और क्रिप्टो द्वारा अर्जित लाभ कर के अधीन होते हैं।

इस अनियमित प्रकृति का एक नुकसान यह है कि क्रिप्टो बाजार में धोखाधड़ी का खतरा अधिक हो सकता है। भारत में शेयर बाजार केंद्रीकृत विनियमन के तहत काम करता है। यह कुप्रबंधन और धोखाधड़ी को रोकने के लिए भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) और भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (SEBI) द्वारा विनियमित होता है।

#2 अस्थिरता

स्टॉक और क्रिप्टोकरेंसी दोनों को कभी-कभी एक जैसा माना जाता है क्योंकि ये बाजार परिवर्तन के अधीन होते हैं। हालांकि, उनकी अस्थिरता बहुत अलग होती है। क्रिप्टो एक्सचेंज एक अत्यधिक आकर्षक ट्रेडिंग विकल्प है क्योंकि उभरते बाजार के कारण इसमें ज्यादा जोखिम होता है।

यह क्रिप्टो बाजार को बेहद अस्थिर बनाता है और इसके कारण त्वरित और उच्च लाभ भी होता है। इसकी तुलना में, शेयर बाजार अत्यधिक स्थिर, कुछ अर्थों में पारंपरिक भी होता है और विविध व्यापारिक विकल्प प्रदान करता है। शेयर बाजार में निवेश पर लाभ का अनुमान करना अपेक्षाकृत आसान होता है।

#3 लाभ को नियंत्रित करने वाले कारक

शेयर बाजार और क्रिप्टो मार्केट दोनों ही मांग और आपूर्ति द्वारा नियंत्रित होते हैं। हालांकि, इस मांग और आपूर्ति को प्रभावित करने वाले प्रमुख कारक अलग-अलग होते हैं। शेयर बाजार राजनीतिक स्थिति, स्टॉक से संबंधित कंपनी के बारे में समाचार, प्राकृतिक आपदाओं आदि द्वारा प्रभावित होता है।

दूसरी ओर, क्रिप्टो की कीमतें आम तौर पर इसकी चर्चा द्वारा नियंत्रित होती हैं। हम आपको एक निष्पक्ष चेतावनी दें, कि यह एलोन मस्क के ट्वीट की तरह साधारण भी हो सकता है। कभी-कभी क्रिप्टोकरेंसी के मूल्य में उतार-चढ़ाव इसकी कार्यक्षमता पर भी निर्भर करता है।

निष्कर्ष

स्वाभाविक रूप से, लोग अपने पैसे को बढ़ाने के लिए एक अच्छे स्रोत में निवेश करना चाहते हैं। सभी तरह के निवेश विकल्प में कुछ निश्चित जोखिम होते ही हैं। हालांकि, प्रत्येक निवेश अस्थिरता के मामले में भिन्न होता है, और कुछ बड़े पैमाने पर आर्थिक आघात को आसानी से झेल सकते हैं।

इसी कारण, क्रिप्टोकरेंसी और शेयर बाजार 21 वीं सदी में शीर्ष निवेश विकल्प के रूप में उभरे हैं। इसने क्रिप्टो मार्केट बनाम शेयर बाजार पर एक बड़ी बहस को प्रेरित किया है। कोई भी अपनी जोखिम क्षमता के आधार पर, दोनों में से किसी में या दोनों में निवेश करना चुन सकता है। आप कई लोकप्रिय क्रिप्टो एक्सचेंजों को देखकर क्रिप्टो में सुरक्षित रूप से निवेश कर सकते हैं, WazirX उनमें से एक है।

अन्य लेख:

अस्वीकरण: क्रिप्टोकुरेंसी कानूनी निविदा नहीं है और वर्तमान में अनियमित है। कृपया सुनिश्चित करें कि आप क्रिप्टोकरेंसी का व्यापार करते समय पर्याप्त जोखिम मूल्यांकन करते हैं क्योंकि वे अक्सर उच्च मूल्य अस्थिरता के अधीन होते हैं। इस खंड में दी गई जानकारी किसी निवेश सलाह या वज़ीरएक्स की आधिकारिक स्थिति का प्रतिनिधित्व नहीं करती है। वज़ीरएक्स अपने विवेकाधिकार में इस ब्लॉग पोस्ट को किसी भी समय और बिना किसी पूर्व सूचना के किसी भी कारण से संशोधित करने या बदलने का अधिकार सुरक्षित रखता है।

क्रिप्टोकरेंसी बैंकिंग के क्या हैं फायदे और नुकसान, सब कुछ जानें

क्रिप्टोकरेंसी बैंकिंग ज्यादातर लोगों को अपने फंड को डिजिटल वॉलेट में रखने या इसे पारंपरिक पैसे खर्च करने की तरह खर्च करने की अनुमति देती है. लोग एक्सचेंज प्लेटफॉर्म पर अपने क्रिप्टोकरेंसी बैलेंस का प्रबंधन कर सकते हैं.

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  • नई दिल्ली,
  • 14 नवंबर 2021,
  • (Updated 14 नवंबर 2021, 11:59 AM IST)

क्या है क्रिप्टोकरेंसी

मदद के लिए कई डिजिटल प्लैटफॉर्म उपलब्ध

क्या है क्रिप्टोकरेंसी बैंकिंग

क्रिप्टो डेबिट कार्ड के जरिये कर सकते हैं खरीदारी

यूजर का वेरिफिकेशन जरूरी

देश में क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency) का क्रेज बड़ी तेजी से बढ़ रहा है. आकर्षक मुनाफा पाने की चाहत में बड़ी संख्या में लोग क्रिप्टोकरेंसी में निवेश कर रहे हैं. इसे देखते हुए शनिवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने क्रिप्टो ट्रेड’ विषय पर एक व्यापक बैठक की. आखिर क्या है क्रिप्टो करेंसी और लोग इसकी तरफ क्यों आकर्षित हो रहे हैं, आइये जानते हैं.

क्या है क्रिप्टोकरेंसी

मार्केट कैप के लिहाज से दुनिया की सबसे बड़ी और सबसे लोकप्रिय क्रिप्टोकरेंसी बिटकॉइन को वर्चुअल वॉलेट में रखा जाता है,जिनकी यूनीक कीज होती है. बिटकॉइन और अन्य डिजिटल सिक्के नकदी के बराबर हैं, लेकिन ये इलेक्ट्रॉनिक फॉर्म में होते हैं. ये एक तरीके की वर्चुअल मुद्रा होती है, जिसका फिजिकल एक्सिस्टेंस नहीं होता है. डिजिटल मुद्रा को ब्लॉकचेन नामक एक बही प्रणाली द्वारा विकेंद्रीकृत किया जाता है और यह किसी बैंक या केंद्रीय प्राधिकरण द्वारा नियंत्रित नहीं होता.

मदद के लिए कई डिजिटल प्लैटफॉर्म उपलब्ध

क्रिप्टोकरेंसी के उदय और इसके नए युग के ब्लॉकचेन-आधारित तंत्र ने व्यापारियों, निवेशकों और वित्तीय संस्थानों को शुरुआत में ही अपनी ओर आकर्षित कर लिया था. हालांकि, वर्चुअल मीडियम से पैसे खर्च करने में उन लोगों को थोड़ी परेशानी आती है जो खर्चे के लिए नकद या नोट का इस्तेमाल करना पसंद करते हैं. हाल के दिनों में, लोगों को बिटकॉइन और ऐसे अन्य डिजिटल सिक्कों को दिन-प्रतिदिन इस्तेमाल में मदद करने के लिए नई सेवाओं और प्लेटफार्मों की शुरुआत की गई है.

क्या है क्रिप्टोकरेंसी बैंकिंग

क्रिप्टोकरेंसी बैंकिंग को लेकर लोगों के मन में कई संशय होते हैं, क्योंकि डिजिटल सिक्के केंद्रीय प्राधिकरण द्वारा विनियमित नहीं होते हैं. एक्सचेंज कंपनियां और फर्म जो डिजिटल मुद्रा के प्रबंधन की सेवाएं प्रदान करती हैं, तकनीकी रूप से बैंक की तरह काम नहीं करती. क्रिप्टोकरेंसी बैंकिंग ज्यादातर लोगों को अपने फंड को डिजिटल वॉलेट में रखने या इसे पारंपरिक पैसे खर्च करने की तरह खर्च करने की अनुमति देती है. लोग एक्सचेंज प्लेटफॉर्म पर अपने क्रिप्टोकरेंसी बैलेंस का प्रबंधन कर सकते हैं.

क्रिप्टो डेबिट कार्ड के जरिये कर सकते हैं खरीदारी

क्रिप्टोकरेंसी बैंकिंग का मुख्य लाभ यह है कि एक्सचेंज प्लेटफॉर्म उपभोक्ताओं को किसी भी अन्य मुद्रा की तरह डिजिटल कॉइन बैलेंस का उपयोग करने की अनुमति देता है. आप चाहें तो इसे निवेश के रूप में रखने के बजाय, दिन-प्रतिदिन निकासी और खरीदारी करने के लिए नकद की तरह इस्तेमाल में लाया जा सकता है. क्रिप्टो डेबिट कार्ड जिसे आमतौर पर बिटकॉइन डेबिट कार्ड के रूप में जाना जाता है क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज प्लेटफॉर्म द्वारा जारी किए जाते हैं. ये प्रीपेड डेबिट कार्ड की तरह काम करते हैं.

यूजर का वेरिफिकेशन जरूरी

इन कार्ड्स में क्रिप्टोकरेंसी डाल कर ऑनलाइन और इन-स्टोर खरीदारी में इस्तेमाल में लाया जा सकता है. आमतौर पर क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंजों पर क्रिप्टो कार्ड के लिए आवेदन करने के लिए व्यक्तियों को एक खाता या डिजिटल वॉलेट बनाने की आवश्यकता होती है. कुछ प्लेटफॉर्म के लिए उपयोगकर्ताओं को अपने केवाईसी(Know Your Customer) वेरिफिकेशन प्रक्रिया का उपयोग करके अपनी पहचान को वैलिडेट करने की आवश्यकता होती है.

CoinDCX समेत 11 क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज सरकार के रडार पर, कार्रवाई शुरू

ब्याज और जुर्माने को जोड़ दें तो इन क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंजों से कुल 95.86 करोड़ रुपए वसूलने हैं- पंकज चौधरी

CoinDCX समेत 11 क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज सरकार के रडार पर, कार्रवाई शुरू

वित्त राज्य मंत्री पंकज चौधरी (Pankaj Chaudhary) ने सोमवार को कहा कि सरकार ने 81.54 करोड़ रुपए की टैक्स चोरी के लिए देश में CoinDCX और CoinSwitch Kuber सहित 11 क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंजों (Cryptocurrency Exchanges) के खिलाफ कार्रवाई शुरू की है.

लोकसभा में एक सवाल के लिखित जवाब में पंकज चौधरी ने कहा कि ब्याज और जुर्माने की राशि को जोड़ दें तो इन क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंजों से कुल 95.86 करोड़ रुपए वसूलने हैं.

सरकार ने यह भी कहा कि क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंजों को लेकर वो कोई डेटा इकठ्ठा नहीं करती.

ब्लॉकचेन इकोसिस्टम 5ireChain के फाउंडर प्रतीक गौरी ने कहा कि सरकार नियमों के लागू होने के बाद इसके इेप्लिमेंटेशन में आने वाली अलग-अलग चुनौतियों को समझने के लिए ये सब कर रही है."

पंकज चौधरी ने बताया कि टैक्स चोरी के कारण कुल 11 क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंजों की जांच की गई और ब्याज और जुर्माना शुल्क सहित 95.86 करोड़ रुपये इकटठ्ठा किए गए.

CoinDCX के मामले में 15.7 करोड़ रुपए की टैक्स चोरी की जांच चल रही थी जिसमें से करीब 17.1 करोड़ रुपए की वसूली की गई है. 'बाय अनकॉइन' 1.05 करोड़ रुपए की टैक्स चोरी के मामले में शामिल था और 1.1 करोड़ रुपए की वसूली की गई है. कॉइनस्विच कुबेर के मामले में 13.76 करोड़ रुपए की टैक्स चोरी शामिल है और 16.07 करोड़ रुपए की वसूली की गई है. उधर Awlencan Innovations India (Zebpay) 2.01 करोड़ रुपए की टैक्स चोरी में शामिल था और इससे 2.5 करोड़ रुपए की वसूली की गई है. यूनोकॉइन 2.97 करोड़ रुपये की टैक्स चोरी से संबंधित जांच के दायरे में है और इससे 4.44 करोड़ रुपए की वसूली की गई है.

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