शेयर मार्केट में डिविडेंड क्या होता है?

Updated on: August 31, 2022 13:00 IST
Dividend से कमाई का मौका: इन 5 स्टॉक्स में शेयरधारकों को अगले पांच दिन में मिलेगा बंपर डिविडेंड
Dividend: बाजार विशेषज्ञों का कहना है कि अच्छी कंपनी की पहचान में एक ट्रिगर डिविडेंड भी होता है।
Edited By: Alok Kumar @alocksone
Updated on: August 31, 2022 13:00 IST
Photo:INDIA TV Dividend Opportunity
Highlights
- अच्छी कंपनी की पहचान में एक ट्रिगर डिविडेंड भी होता है
- अच्छी डिविडेंड देने वाली कंपनियों में निवेश करना चाहिए
- पावर फाइनेंस कॉर्पोरेशन ने 2.25 रुपये प्रति इक्विटी शेयर के अंतरिम लाभांश देने की सिफारिश की
Dividend: स्टॉक मार्केट निवेशक केवल शेयरों में तेजी आने से ही पैसा नहीं कमाते बल्कि कुछ और तरीकों से भी पैसा कमाया जाता है। उनमें से एक है कि डिविडेंड यानी लाभांश से होने वाली कमाई। कंपनी जब मुनाफा कमाती हे तो वह अपने शेयरधारकों को शेयर की फेस वैल्यू पर प्रति शेयर के हिसाब से एक निश्चित रिटर्न देती है। उसे डिविडेंड कहा जाता है। कई बार कंपनियां अपने शेयरधारकों को मोटा डिविडेंड देती है। इससे शेयरधारको को अच्छी कमाई हो जाती है। बाजार विशेषज्ञों का कहना है कि अच्छी कंपनी की पहचान में एक ट्रिगर डिविडेंड भी होता है। ऐसे में निवेशक को अच्छी डिविडेंड देने वाली कंपनियों में निवेश करना चाहिए। हम आपको ऐसी ही पांच कंपनियों की सूची दे रहे हैं। ये कंपनियां अगले पांच दिन में डिविडेंड देने की घोषणा कर सकती हैं। ऐसे में अगर आपने इनमें निवेश किया है तो आपको अच्छी आमदनी हो सकती है।
1. Power Finance Corporation: पावर फाइनेंस कॉर्पोरेशन के निदेशक मंडल ने 2.25 रुपये प्रति इक्विटी शेयर के अंतरिम लाभांश देने की सिफारिश की है। बोर्ड शेयर मार्केट में डिविडेंड क्या होता है? ने लाभांश देने के लिए 2 सितंबर 2022 की तारीख तय की है। ऐसे में अगर आपने इस कंपनी के शेयर में निवेश किया है तो 2 सितंबर को लाभांश की रकम आपके खाते में जमा हो सकती है।
2. Lakshmi Mills Company: कंपनी के निदेशक मंडल ने 2 सितंबर 2022 को लाभांश भुगतान के लिए तारीख तय की है। कंपनी ने वित्तीय वर्ष 2021.22 के लिए 25 रुपये प्रति इक्विटी शेयर के अंतिम लाभांश की घोषणा की है। कंपनी ने सितंबर 2021 में अपने शेयरधारकों को पहले ही 15 रुपये अंतरिम लाभांश देने की घोषणा कर दी है। इसलिए, कंपनी द्वारा दिया गया कुल वार्षिक लाभांश वित्त वर्ष 22 में 40 रुपये, 25 रुपये और 15 रुपये है।
3. APL Apollo Tubes: कंपनी के निदेशक मंडल ने लाभांश भुगतान के लिए 3 सितंबर 2022 की तिथि तय की है। कंपनी बोर्ड ने 3.50 प्रति इक्विटी शेयर के अंतिम लाभांश की घोषणा की है। कंपनी ने सितंबर 2021 में अपने शेयरधारकों को 1;1 बोनस शेयर दिए थे। इसलिए, एपीएल अपोलो ट्यूब्स के शेयरधारकों के लिए वित्त वर्ष 22 एक अच्छा साल रहा है।
4. GIC Housing Finance: हाउसिंग फाइनेंस कंपनी के निदेशक मंडल ने वित्तीय वर्ष 2021.22 के लिए 4.50 रुपये प्रति इक्विटी शेयर के अंतिम लाभांश की घोषणा की है। कंपनी सितंबर 2021 में पहले ही 4.0 प्रति इक्विटी शेयर का अंतरिम लाभांश दे चुकी है। इसलिए, कंपनी द्वारा घोषित शुद्ध लाभांश 8.50 प्रति इक्विटी शेयर हो जाता है। कंपनी बोर्ड ने 2 सितंबर 2022 को लाभांश भुगतान के लिए तारीख तय की है।
5. TVS Srichakra Limited: कंपनी के निदेशक मंडल ने वित्तीय वर्ष 2021-22 के लिए 16.30 रुपये प्रति इक्विटी शेयर अंतिम लाभांश की घोषणा की है जो कि अगस्त 2021 में दिया गया अंतरिम लाभांश 30 रुपये प्रति इक्विटी शेयर के अतिरिक्त है।
Dividend का अर्थ,
आज के इस टॉपिक में हम जानेंगे कि डिविडेंड क्या होता है ? ये कैसे काम कर सकता है ? और डिविडेंड के क्या क्या फायदे है ?
आइए सबसे पहले बात करते है –
Dividend Kya Hota hai ? (लाभांश क्या होता है)
डिविडेंड किसी कंपनी के द्वारा उसके शेयर होल्डर को दिया जाने वाला कम्पनी के NET PROFIT (शुद्ध लाभ) का एक हिस्सा होता है,
कम्पनी को जो भी लाभ होता है, उसमे टैक्स और सभी तरह के दुसरे ADJUSTMENT करने के बाद बची NET PROFIT (शुद्ध लाभ) को कम्पनी के शेयर होल्डर में बराबर बराबर बाटा जाता है, और जिस व्यकित के पास जितने शेयर होते है, उस व्यक्ति को उसी अनुपात में डिविडेंड का लाभ प्राप्त होता है,
जैसे – अगर मेरे पास TCS के 100 शेयर है, जिस पे TCS ने 5 रूपये प्रति शेयर का डिविडेंड दिया, इसका मतलब मुझे कुल डिविडेंड मिलेगा : 100 X 5 = 500 रूपये,
DIVIDEND देने का फैसला
ध्यान देने वाली बात है कि डिविडेंड देना है या नहीं, ये पूरी तरह कम्पनी के बोर्ड ऑफ़ डायरेक्टर्स के ऊपर निर्भर करता है, अगर Board of Directors चाहे तभी कम्पनी डिविडेंड देने की घोषणा करती है,
डिविडेंड देने का फैसला कंपनी की Annual General Meeting (AGM) में बोर्ड ऑफ़ डायरेक्टर द्वारा किया जाता है,
ध्यान देने वाली बात ये है कि – ज्यादातर कंपनी जो मार्केट में नए होते है, या जो इस पालिसी पर चलते है कि वे लाभ को वापस बिज़नस में ही लगा कर बिज़नस को और बढ़ाएंगे, ऐसी कंपनी डिविडेंड बहुत कम देती है, या नहीं देती है,
DIVIDEND का कैलकुलेशन
इस बात को खास ध्यान रखे कि डिविडेंड हमेशा शेयर के FACE VALUE पर दिया जाता है, और इसका कैलकुलेशन भी FACE VALUE पर ही किया जाता है,
जैसे किसी स्टॉक का करंट मार्केट price है – 500 रूपये,
लेकिन उस स्टॉक का फेस वैल्यू अगर 10 रूपये है, और कम्पनी 100 % डिविडेंड देने का फैसला करती है,
तो इसका मतलब है शेयर का फेस वैल्यू है 10 रुपये, तो 100% डिविडेंड का मतलब है प्रति शेयर 10 रूपये का डिविडेंड मिलेगा,
ध्यान रहे डिविडेंड का current MARKET PRICE से कोई लेना देना नहीं होता है,
DIVIDEND निवेशक को किस ACCOUNT में दिया जाता है,
डिविडेंड उस BANK ACCOUNT में CREDIT होता है, जो हमारे DEMAT ACCOUNT में LINKED होता है, जिसमे शेयर होल्डिंग्स पड़ी हुई होती है,
जैसे अगर मेरा आईसीआईसीआई बैंक का अकाउंट DEMAT ACCOUNT के साथ लिंक्ड है, और मेरे इस DEMAT ACCOUNT में TCS के शेयर क्रेडिटेड है,
और अगर TCS, कंपनी डिविडेंड देने कि घोषणा करती है, तो मुझे मेरे आईसीआईसीआई बैंक के अकाउंट में डिविडेंड डायरेक्टली क्रेडिट हो जायेगा,
DIVIDEND कितने तरह के होते है –
- INTERIM DIVIDEND – जब कंपनी फाइनेंसियल इयर के भीतर ही quarterly डिविडेंड की घोषणा करती है, तो इसे INTERIM DIVIDEND कहा जाता है,
- FINAL DIVIDEND – जब कंपनी Financial Year के अंत में Annual डिविडेंडकी घोषणा करती है, तो इसे FINAL DIVIDEND कहा जाता है,
DIVIDEND के फायदे
डिविडेंड के कुछ प्रमुख फायदे इस प्रकार है
- डिविडेंड TAX FREE INCOME होता है, इसलिए अगर आपको किसी स्टॉक/शेयर/म्यूच्यूअल फण्ड पर जब डिविडेंड मिलता है, तो डिविडेंड पर कोई टैक्स नहीं लगता है,
- डिविडेंड एक पूरी तरह PASSIVE INCOME है, और एक बैलेंस्ड निवेश पोर्टफोलियो में डिविडेंड इनकम को भी शामिल क्या जाता है.
- किसी कंपनी के मार्केट में शेयर भाव का उसके डिविडेंड पर कोई फर्क नहीं होता है, कम्पनी अगर डिविडेंड देना चाहती है, तो शेयर के फेस वैल्यू पर दे देती है,
- डिविडेंड एक फिक्स्ड इनकम की तरह होता है, बड़ी बड़ी स्थापित और वर्षो पुरानी कंपनी अक्सर निश्चित समय पर डिविडेंड देती रहती है,
DIVIDEND YIELD क्या होता है ?
DIVIDEND YIELD एक फाइनेंसियल RATIO है, जो स्टॉक के डिविडेंड कमाने की क्षमता को दिखाता है,
और इस तरह डिविडेंड यील्ड निवेशक को किसी स्टॉक के डिविडेंड कमाने की क्षमता और उसके शेयर के मार्केट प्राइस के बीच सम्बन्ध को बताता है,
जैसे – मान लीजिए अगर INFOSYS कंपनी जिसके स्टॉक का FACE VALUE 5 रूपये, और मार्केट वैल्यू है 800 रूपये प्रति शेयर ,
और INFOSYS 200 % डिविडेंड शेयर मार्केट में डिविडेंड क्या होता है? की घोषणा करती है,
इसका मतलब इनफ़ोसिस से मिलने वाला डिविडेंड होगा, शेयर के फेस वैल्यू का 200 % = 10 रूपये,
और अगर DIVIDEND YIELD की बात की जाये तो, हमें शेयर के डिविडेंड वैल्यू को मार्केट वैल्यू से भाग देना होगा,
INFOSYS के शेयर का डिविडेंड यील्ड होगा = (10/800)*100 = .0125 X 100 = 1.25%
और इस तरह INFOSYS का डिविडेंड यील्ड होगा = 1.25 %
DIVIDEND ANNOUNCEMENT DATES
जब कोई कंपनी DIVIDEND देने की घोषणा करती है, तो डिविडेंड तुरंत ही नहीं दे दिया जाता है, बल्कि डिविडेंड की घोषणा और डिविडेंड के पेमेंट के बीच चार प्रमुख DATES होते है, और अंतिम Date पर ही डिविडेंड का पेमेंट होता है,
ये चार Date इस प्रकार है –
- Dividend declaration date- यह वो Date होता है, जिस दिन कंपनी डिविडेंड देने की घोषणा अपने शेयर होल्डर को करती है,
- Last Cum-dividend date/.Ex-Dividend date – यह वो Date है, जो Last date होता है, इस Date के बाद अगर किसी ने स्टॉक या शेयर ख़रीदा है, तो उसे डिविडेंड नहीं मिलेगा, अगर आपको किसी स्टॉक का डिविडेंड पाना है, तो आपको इस Last Cum-dividend date से पहले उस स्टॉक को खरीदना होगा,
- Date of record या Record date – यह वो Date होता है, जिस दिन कंपनी अपने रिकॉर्ड बुक्स में ये देखती है, अभी उसके शेयर किन किन लोगो के पास है, इस Date पर कंपनी के रिकॉर्ड बुक में जिन लोगो का नाम रहता है, वही शेयर का डिविडेंड पाने के हक़दार होते है,
- Date of डिविडेंड Payment. – यह वो Date होता है, जब कंपनी द्वारा वास्तव में डिविडेंड का पेमेंट किया जाता है,
डिविडेंड देने वाली कंपनी कैसे चेक करे
आप इसे इन्टरनेट पर सर्च करके या कंपनी की वेबसाइट या फिर MONEY CONTROL की वेबसाइट पर नीचे दिए गए लिंक से पर जाकर डिविडेंड चेक कर सकते है –
क्या टाटा डिविडेंड यील्ड NFO में पैसा लगाना चाहिए, जानें क्या कहते हैं एक्सपर्ट्स
Dividend Yield Fund: डिविडेंड देने वाले शेयरों पर बुलिश निवेशकों के लिए मार्केट में टाटा डिविडेंड यील्ड फंड लॉन्च हुआ है. कैसा रहा है इस कैटेगरी के फंड्स का प्रदर्शन?
- Vijay Parmar
- Publish Date - May 13, 2021 / 07:42 PM IST
टाटा म्यूचुअल फंड ने टाटा डिविडेंड यील्ड फंड (Tata Dividend Yield Fund) लॉन्च किया है. ये ओपन-एन्डेड इक्विटी स्कीम है, जो डिविडेंड देने वाले शेयरों में निवेश करेगी. 3 मई से शुरू हुआ ये NFO (न्यू फंड ऑफर) 17 मई को बंद होगा. NFO का बेंचमार्क निफ्टी डिविडेंड ऑपर्च्युनिटीज 50 TRI है. इसमें TCS, ITC, इन्फोसिस, शेयर मार्केट में डिविडेंड क्या होता है? HUL, L&T जैसे प्रमुख शेयर शामिल हैं.
फंड हाउस ने जानकारी दी है कि टाटा डिविडेंड यील्ड फंड का उद्देश्य मुख्य रूप से डिविडेंड देने वाली कंपनियों के शेयरों और इससे जुड़े प्रोडक्ट के डाइवर्सिफाइड पोर्टफोलियो में पैसा लगाके निवेशकों को अच्छे रिटर्न के साथ-साथ रेगुलर डिविडेंड इनकम कराने का है.
फंड चुनने से पहले जानें बारीकियां
मार्केट में 10 से ज्यादा डिविडेंड यील्ड फंड्स हैं. डिविडेंड यील्ड फंड्स बेहतर है या नहीं ये समझने के लिए ऐसे फंड्स की तुलना सेंसेक्स और S&P BSE 500 से की जाती है.
सेंसेक्स का 3 साल का CAGR (कंपाउंड एन्वल ग्रोथ रेट) 11.5 फीसदी है और S&P BSE 500 का 3 साल का CAGR 9.94 फीसदी है. इसकी तुलना में डिविडेंड यील्ड फंड की कैटेगरी का 3 साल का औसत रिटर्न 8.36 फीसदी है — सबसे ज्यादा 10.71 फीसदी और सबसे कम 4.35 फीसदी रिटर्न मिला है.
रिस्क के नजरिए से तुलना करें तो, डिविडेंड फंड (Dividend Yield Fund) कैटेगरी का एवरेज बीटा 0.66 है, जबकि मार्केट का बीटा 1 है. बीटा रिस्क और रिटर्न की तुलना का मापदंड है.
एक्सपर्ट्स की राय
इन्वेस्टर पॉइंट (Investor Point) के फाउंडर जयदेवसिंह चुडासमा के मुताबिक, “टाटा के इस डिविडेंड यील्ड फंड में निवेश करने से बेहतर है आप किसी डेट फंड से एग्रेसिव इक्विटी फंड में STP (सिस्टेमैटिक ट्रांसफर प्लान) शुरू करें. टाटा ने ये प्लान अपनी यील्ड कैटेगरी को बैलेन्स करने के लिए लॉन्च किया है. इसके अलावा कई सारे विकल्प हैं जो निवेशक को अच्छा रिटर्न दे सकते हैं.”
फाइनेंशियल प्लानर निपुण भट्ट सलाह देते हैं, “डिविडेंड यील्ड फंड्स (Dividend Yield Funds) का पिछले 3 साल का सालाना प्रदर्शन 8.5 फीसदी से 10.50 फीसदी रहा है. इस आधार पर, टाटा के डिविडेंड यील्ड फंड में निवेश करने से बेहतर है किसी बैलेंस्ड एडवांटेज फंड में निवेश करें, क्योंकि ऐसे फंड्स में स्थिर बाजार या गिरावट के माहौल में भी अच्छा रिटर्न मिला है. मैं निवेशकों को ऐसे फंड्स से दूर रहने की सलाह दूंगा.”
टाटा AMC के फंड मैनेजर क्या कहते हैं
टाटा डिविडेंड यील्ड फंड का संचालन टाटा एसेट मैनेजमेंट के फंड मेनेजर शैलेश जैन के पास है. जैन के मुताबिक, उनका फंड ज्यादा डिविडेंड देने वाली कंपनियों में निवेश करेगा और इस तरह से मार्केट के ग्रोथ एवं वैल्यू सेगमेन्ट्स का अच्छा मिक्स का फायदा उठाएगा. जैन कहते हैं कि, तगड़ा शेयर मार्केट में डिविडेंड क्या होता है? डिविडेंड देने वाली कंपनियां उतार-चढ़ाव भरे बाजार के दौरान ज्यादा सुरक्षा प्रदान करती हैं और जब मार्केट स्थिर होता है तो ब्रॉडर मार्केट से ज्यादा रिटर्न देती हैं.
टाटा एसेट मैनेजमेंट के CEO (इक्विटी) और डिविडेंड यील्ड फंड (Tata Dividend Yield Fund) के सह-फंड मैनेजर राहुल सिंह का कहना है कि, “मीडियम टर्म में कंपनियों के नतीजों में दिखी अच्छी रिकवरी और कम इंटरेस्ट रेट को ध्यान में रखकर हम ये फंड लाए हैं. अर्थव्यवस्था की हालात और मार्केट का मौजूदा वैल्यूएशन देखते हुए शेयर बाजार में बड़े उतार-चढ़ाव की आशंका बनी हुई है.”
क्या होता है डिविडेंड?
डिविडेंड यील्डिंग कंपनियों के पास अच्छा कैश-फ्लो होता है, बिजनेस में स्थिरता होती है. इसलिए शेयर का प्रदर्शन भी स्टेबल रहता है. कंपनी के कुल मुनाफे में से निवेशकों को दिया गया हिस्सा डिविडेंड कहलाता है. डिविडेंड प्रति शेयर के हिसाब से दिया जाता है. यानी जिस निवेशक के पास जितने अधिक शेयर होंगे उसकी डिविडेंड रकम उतनी ही अधिक होगी. लगातार बेहतर डिविडेंड का रिकॉर्ड रखने वाली कंपनी में निवेश सुरक्षित माना जाता है.
डिविडेंड यील्ड क्या है?
डिविडेंड यील्ड से शेयर में सुरक्षित रिटर्न का अंदाजा मिलता है. यानी डिविडेंड यील्ड जितना ज्यादा होगी, निवेश उतना ही सुरक्षित होगा. 4% से ज्यादा डिविडेंड यील्ड वाली कंपनियां ही डिविडेंड के आधार पर बेहतर मानी जाती है. शेयर के भाव के अनुपात में कंपनी निवेशक को कितना डिविडेंड दे रही है यही है डिविडेंड यील्ड.
शेयर मार्किट में डिविडेंड क्या होता है | Dividend dene wale share list 2022
दोस्तो पैसा investing के सबसे popular platform में से एक शेयर मार्केट, जहां पर आप पैसा invest करके काफी अच्छा profits कमा सकते हो बशर्ते आपके पास शेयर मार्केट का अच्छा अनुभव और नॉलेज होना चाहिए। शेयर मार्केट money investing का ऐसा platform है जहाँ आपको कोई भी शारीरिक मेहनत करने की जरूरत नहीं पड़ती है बस आपको दिमाग का उपयोग करना होता है तो आज के इस आर्टिकल में हम आपको बताने वाले हैं कि शेयर मार्केट से हमे पैसा कैसे मिलता है और शेयर मार्किट में डिविडेंड क्या होता है (share market me dividend kya hota hai) और Dividend dene wale share list 2022 .
शेयर मार्किट में डिविडेंड क्या होता है (what is dividend in share market in hindi )
दोस्तो शेयर मार्केट से हमे पैसे कैसे मिलते हैं इसके मुख्य दो तरीके है पहला है जब शेयर price बढ़ता है और दूसरा है डिविडेंड जो कंपनियां देती है इन दोनों तरीकों से हमे इनकम होती है।
दोस्तो पहला जो तरीका है इन दोनों तरीकों में से मुख्य तरीका है शेयर मार्केट से पैसे कमाने का, इसमें होता क्या है –
तो दोस्तों इसका simple फंडा है इसमें जब किसी कंपनी का शेयर प्राइस कम होता है तब आप उसे खरीदते हो और जब प्राइस बड़ जाता है तब आप उसे बीच देते हो ये जो buying prices(जिस मूल्य पर शेयर खरीदा जाता है) और selling prices ( जिस मूल्य पर शेयर बेचा जाता है) के बीच का जो मार्जिन होता है वो आपका income होता है।
दूसरा जो तरीका है वो है डिविडेंड , dividend का हिन्दी मे अर्थ होता है लाभांश , लाभ + अंश या लाभ का हिस्सा।
तो शेयर मार्किट में डिविडेंड क्या होता है ,डिविडेंड का क्या मतलब होता है –
Dividend (लाभांश) कंपनी द्वारा कमाए गये लाभ(profit) के कुछ हिस्से को अपने शेयर होल्डर को वितरित करना डिविडेंड कहलाता है।
example – माना x कोई company है उसको 10 करोड़ profits होता है तो वह 10 करोड़ में से कुछ हिस्सा,माना 5 करोड़ अपने शेयर होल्डर को dividend के रूप मे देना का decide करती है ताकि कंपनी के जो shareholders हैं जिन्होने कंपनी पर अपना पैसा लगाया शेयर मार्केट में डिविडेंड क्या होता है? है उनका company पर विश्वास, भरोसा बना रहे।
डिविडेंड पॉलिसी क्या है (what is dividend policy in hindi )
किसी कंपनी की डिविडेंड पॉलिसी कंपनी द्वारा अपने शेयरधारकों को दिए गए डिविडेंड की राशि और उस आवृत्ति को निर्धारित करती है जिसके साथ डिविडेंड का भुगतान किया जाता है। जब कोई कंपनी लाभ कमाती है, तो उन्हें यह निर्णय लेने की आवश्यकता होती है कि इसके साथ क्या करना है। वे या तो कंपनी में मुनाफे को बरकरार रख सकते हैं (बैलेंस शीट पर कमाई बरकरार रख सकते हैं), या वे डिविडेंड के रूप में शेयरधारकों को पैसा वितरित कर सकते हैं।
किसी कंपनी द्वारा उपयोग की जाने वाली डिविडेंड पॉलिसी कंपनी के मूल्य को प्रभावित कर सकती है। चुनी गई डिविडेंड पॉलिसी को कंपनी के लक्ष्यों के साथ संरेखित करना चाहिए। जबकि शेयरधारक कंपनी के मालिक हैं, यह निदेशक मंडल है जो यह तय करता है कि लाभ वितरित किया जाएगा या नहीं।
निदेशकों को यह निर्णय लेते समय कई कारकों को ध्यान में रखना होगा, जैसे कि कंपनी की विकास संभावनाएं और भविष्य की परियोजनाएं। डिविडेंड पॉलिसी अलग -अलग प्रकार की होती हैं जिनका कंपनी अनुसरण कर सकती है जैसे:
डिविडेंड पॉलिसी के प्रकार (Types of dividend policy in hindi )
1. नियमित लाभांश नीति (regular dividend policy)
नियमित लाभांश नीति के तहत, कंपनी हर साल अपने शेयरधारकों को डिविडेंड का भुगतान करती है। यदि कंपनी असामान्य लाभ (बहुत अधिक लाभ) बनाती है, तो अतिरिक्त लाभ शेयरधारकों को वितरित नहीं किया जाएगा, लेकिन कंपनी द्वारा प्रतिधारित आय के रूप में रोक दिया जाता है। अगर कंपनी को नुकसान होता है, तब भी शेयरधारकों को पॉलिसी के तहत लाभांश का भुगतान किया जाएगा।
2. स्थिर लाभांश नीति (stable dividend policy)
स्थिर लाभांश नीति के तहत लाभांश के रूप में भुगतान किए गए लाभ का प्रतिशत निश्चित होता है। उदाहरण के लिए, यदि कोई कंपनी भुगतान दर को 6% पर सेट करती है, चाहे कोई कंपनी $ 1 मिलियन या $ 100,000 बनाती है, एक निश्चित लाभांश का भुगतान किया जाएगा। ऐसी नीति का पालन करने वाली कंपनी में निवेश करना निवेशकों के लिए जोखिम भरा होता है क्योंकि लाभांश की राशि मुनाफे के स्तर के साथ बदलती रहती है। शेयरधारकों को बहुत अनिश्चितता का सामना करना पड़ता है क्योंकि वे सुनिश्चित नहीं हैं कि उन्हें कितना लाभांश मिलेगा।
3. अनियमित लाभांश नीति(irregular dividend policy)
अनियमित लाभांश नीति के तहत, कंपनी अपने शेयरधारकों को भुगतान करने के लिए बाध्य नहीं है और निदेशक मंडल यह तय कर सकता है कि मुनाफे का क्या करना है। यदि वे एक निश्चित वर्ष में असामान्य लाभ कमाते हैं, तो वे इसे शेयरधारकों को वितरित करने या किसी भी लाभांश का भुगतान नहीं करने का निर्णय ले सकते हैं और इसके बजाय व्यापार विस्तार और भविष्य की परियोजनाओं के लिए लाभ रख सकते हैं।
4. कोई लाभांश नीति नहीं (no dividend policy)
लाभांश नहीं नीति के तहत, कंपनी शेयरधारकों को लाभांश वितरित नहीं करती है। ऐसा इसलिए है क्योंकि अर्जित किसी भी लाभ को बरकरार रखा जाता है और भविष्य के विकास के लिए व्यवसाय में पुनर्निवेश किया जाता है। कंपनियां जो लाभांश नहीं देती हैं वे लगातार बढ़ रही हैं और विस्तार कर रही हैं, और शेयरधारक उनमें निवेश करते हैं क्योंकि कंपनी के स्टॉक के मूल्य की सराहना होती है। निवेशक के लिए, लाभांश भुगतान की तुलना में शेयर की कीमत में वृद्धि अधिक मूल्यवान है।
क्या सभी कंपनियां डिविडेंड देती है
दोस्तो इसमें कोई कानून नहीं बना है कि company को डिविडेंड देना ही है ये company decided करती है कि उसे अपने profits को कहाँ invest करना है। मुख्य तय कंपनी अपने प्रॉफिट को शेयरहोल्डर में बाँट देती है जिसे हम डिविडेंड कहते हैं या कंपनी अपने प्रॉफिट को reinvest कर देती या future के लिए retain कर देती है।
क्या कंपनी लॉस होने पर भी डिविडेंड देती है
company loss होने पर भी devidend दे सकती है अगर उसके पास reserve profit है तो reserve profit पिछला profits का कुछ हिस्सा होता है जो company future के लिए save रखती है।
Dividend कैसे आपको मिलता है
चरण 1 – सार्वजनिक रूप से सूचीबद्ध कंपनियां पर्याप्त आय उत्पन्न करती हैं और प्रतिधारित आय का एक महत्वपूर्ण हिस्सा जमा करती हैं।
चरण 2 – कंपनी का प्रबंधन तय करता है कि क्या उन्हें अपनी बरकरार रखी गई कमाई का पुनर्निवेश करना चाहिए या शेयरधारकों के बीच वितरित करना चाहिए।
चरण 3 – प्रमुख शेयरधारक की स्वीकृति प्राप्त करने पर बोर्ड के सदस्य कंपनी के शेयरों पर लाभांश की घोषणा करते हैं।
चरण 4 – लाभांश घोषणा से संबंधित महत्वपूर्ण तिथियों की घोषणा की जाती है।
चरण 5 – लाभांश अर्जित करने के लिए शेयरधारक की पात्रता की जांच की जाती है।
चरण 6 – शेयरधारकों को लाभांश का भुगतान किया जाता है।
अगर डिविडेंड कैश के फॉम में मिलता है तो वह सीधे शेयरहोल्डर के बैंक अकाउंट में क्रेडिट कर दिया जाता है।
डिविडेंड देने वाले शेयर लिस्ट (Dividend dene wale share list 2022)
दोस्तों ये थे कुछ डिविडेंड देने वाले शेयर लिस्ट इन इंडिया। आज के आर्टिकल में हमने जाना शेयर मार्किट में डिविडेंड क्या होता,डिविडेंड पॉलिसी क्या होती है और टॉप डिविडेंड देने वाले शेयर। उम्मीद है आपको यह आर्टिकल पसंद आया होगा अपनी प्रतिकिर्या कमेंट बॉक्स में जरूर लिखे।