क्रिप्टोक्यूरेंसी ट्रेडिंग

Stock Market में ट्रेडिंग कितने प्रकार से होती है?

Stock Market में ट्रेडिंग कितने प्रकार से होती है?
शेयर मार्केट के बड़े-बड़े दिग्गज इस तरह के ट्रेडिंग करना पसंद करते हैं. इस प्रकार के ट्रेडिंग में तुरंत बहुत बड़ा फायदा होने के चांसेस होते हैं किंतु उतना ही चांस होता है कि इतना बड़ा नुकसान हो जाए. यही कारण है कि इस तरह के ट्रेडिंग में स्टॉक मार्केट के दिग्गज खिलाड़ी ही भाग लेते हैं.

Stock Market Investment: What is Money Market Fund

ट्रेडिंग क्या होती है? | ट्रेडिंग कैसे करें?

Trading kya hai in hindi

दोस्तों आप में से बहुत से लोग स्टॉक मार्केट में शेयर्स को खरीदने और बेचने का काम Stock Market में ट्रेडिंग कितने प्रकार से होती है? करते होंगे लेकिन क्या आपको पता है कि ट्रेडिंग क्या होती है और इसके बारे में पूरी जानकारी है अगर नही?, तो आइये आज हम आपको ट्रेडिंग के बारे में पूरी जानकारी देते है तो जो कैंडिडेट इसके बारे में पूरी जानकारी चाहते है वो हमारे इस आर्टिकल को पूरा जरुर पढ़े.

Trading kya hai in hindi

Image Credit: Shutterstock

ट्रेडिंग क्या है (What is Trading in Hindi)

ट्रेडिंग एक तरह का बिज़नस होता है किसी भी चीज़ को कम दाम में खरीदना और उसके दाम बढ़ जाने पर उसे बेच देना ट्रेडिंग कहलाता है. ट्रेडिंग का मुख्य उद्देश्य किसी भी चीज़ को खरीद कर कम समय में लाभ कमाना होता है, इसीलिए ट्रेडिंग सबसे ज्यादा शेयर मार्किट में की जाती है और लोग डेली शेयर पर ट्रेडिंग करके हजारों और लाखों रूपये कमाते है.

Stock Market Trading भी इसी तरह का होता है जहाँ हम किसी वस्तु को खरीदते और बिक्री में फायदा लेते हैं ठीक उसी तरह स्टॉक मार्केट में वस्तु की जगह कंपनियों के शेयर को खरीद और बिक्री करके प्रॉफिट कमाया जाता है, ट्रेडिंग का समय 1 साल होता है यानि कि 1 साल के अंदर शेयर को खरीदना और बेचना होता है लेकिन अगर एक साल के बाद खरीदे गये शेयर्स को बेचते हैं तो इसे निवेश कहा जाता है यह एक तरह का ऑनलाइन बेस्ड बिजनेस होता है.

ट्रेडिंग कैसे करें?

ट्रेडिंग करना बहुत ही आसान होता है, ट्रेडिंग करने के लिए आपके पास ट्रेडिंग अकाउंट एवं डिमैट अकाउंट होना चाहिए, क्युकी ट्रेडिंग अमाउंट एवं डिमैट अकाउंट के बिना आप ट्रेडिंग नही कर सकते हैं. उसके बाद आपको ट्रेडिंग अकाउंट की मदद से शेयर मार्केट से शेयर को कम दामों में खरीदना होता है और उस शेयर की कीमत बढ़ जाने पर उसे ज्यादा दाम में बेच कर मुनाफा कमाना होता है.

शेयर मार्केट ट्रेडिंग मुख्यतः 4 तरह की होती है?

इंट्राडे ट्रेडिंग (Intraday trading)

इंट्राडे ट्रेडिंग एक ऐसी ट्रेडिंग होती है जो एक ही दिन के अंदर की जाती Stock Market में ट्रेडिंग कितने प्रकार से होती है? है, इसमें एक ही दिन के अंदर शेयर्स को मार्केट में खरीदा और बेचा जाता हैं. एक ही दिन के अंदर की जाने वाली इस ट्रेडिंग को हम इंट्राडे ट्रेडिंग या फिर डे ट्रेडिंग भी कह सकते है.

आज आपने क्या सीखा?Stock Market में ट्रेडिंग कितने प्रकार से होती है?

हमे उम्मीद है कि हमारा ये (Trading kya hai in hindi) आर्टिकल आपको काफी पसन्द आया होगा और आपके लिए काफी यूजफुल भी होगा क्युकी इसमे हमने आपको ट्रेडिंग से रिलेटेड पूरी जानकारी दी है.

हमारी ये (Trading kya hai in hindi) जानकारी कैसी लगी कमेंट करके जरुर बताइयेगा और ज्यादा से ज्यादा लोगो के साथ Stock Market में ट्रेडिंग कितने प्रकार से होती है? भी जरुर शेयर कीजियेगा.

Stock Market में कितने तरह के Sector होते हैं? ऐसे समझें

Stock Market Investment नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) में 1900 से अधिक कंपनियां लिस्टेड हैं। शेयर बाजार में इन कंपनियों को 11 प्रमुख सेक्टर में बांटा गया है। तो आइए जानते है शेयर बाजार में विभिन्न सेक्टर्स कौन-कौन से हैं।

नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क। आपके शहर को अलग-अलग सेक्टर में रखा जाता है, किसी सेक्टर में आवासीय घर होते हैं, तो किसी में इंडस्ट्रीज। इसी तरह शेयर मार्केट में भी विभिन्न सेक्टर होते हैं जिनमें उस क्षेत्र से जुड़ी कई कंपनियां होती हैं। जैसे कि FMCG सेक्टर में हिंदुस्तान यूनिलीवर लिमिटेड, ITC आदि कंपनियां हैं तो वहीं IT सेक्टर में TCS, विप्रो जैसी कई कंपनियां होती हैं। उन्हें अलग-अलग सेक्टर में रखने का आधार होता है कि, वे किस सेक्टर से संबध रखते हैं। निवेशकों के मन में यह सवाल अक्सर होता है कि स्टॉक मार्केट में कितने सेक्टर होते है?

स्टॉक मार्केट Stock Market में ट्रेडिंग कितने प्रकार से होती है? में सेक्टर के प्रकार

अब बात आती है स्टॉक मार्केट में कितने सेक्टर होते है। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) में 1900 से अधिक कंपनियां लिस्टेड हैं। शेयर बाजार में इन कंपनियों को 11 प्रमुख सेक्टर में बांटा गया है। तो आइए जानते है शेयर बाजार में विभिन्न सेक्टर्स कौन-कौन से हैं?

●कृषि और कमोडिटी (Agriculture and Commodity)

●बैंक और वित्तीय सेवाएं (Banks and Financial Services)

●इलेक्ट्रिकल्स और इलेक्ट्रॉनिक्स (Electricals & Electronics)

●फास्ट मूविंग कंज्यूमर गुड्स (FMCG)

●गैस और पेट्रोलियम (Gas and Petroleum)

●सूचना प्रौद्योगिकी (Information Technology infrastructure)

●रियल एस्टेट (Real Estate)

सेक्टर को छोटे हिस्सों में बांटना

शेयर बाजार (Stock Market) में कई सेक्टर होते हैं और ये सेक्टर भी कई और छोटे हिस्सों में विभाजित होते हैं। सेक्टर समान व्यवसाय मॉडल के आधार पर कई शेयरों का समूह होता है। इससे निवेशकों को विशेष स्टॉक की पहचान करने में आसानी होती है। जरूरत से ज्यादा जानकारी लेने के फेर में कई बार निवेशकों का समय बर्बाद होता है। ऐसे में ये सेक्टर्स निवेशकों को सही स्टॉक चुनने में काफी मदद करते हैं। कई बार उस सेक्टर में छिपे हुए ऐसे क्षेत्रे के बारे में भी पता चलता है, जिसे अब तक हम नहीं जानते है।

स्टॉक मार्केट एक्सचेंजों में लिस्टेड सभी कंपनियों को अलग-अलग सेक्टर में बांटना भी उन्हें एक अलग पहचान देता है और इंवेस्टर्स के लिए इसे पहचानना आसान होता है। अक्सर ऐसा देखा गया है कि मार्केट में आने वाले उतार चढ़ाव पूरे सेक्टर को प्रभावित करते हैं। इस वजह से उस सेक्टर के अंतर्गत आने वाली लगभग सभी कंपनियों पर भी मार्केट के उतार चढ़ाव का असर दिखता है। इसीलिए निवेश के पहले एवरग्रीन सेक्टर व विभिन्न सेक्टर में निवेश करने की सलाह दी जाती है, जिससे मार्केट के उतार चढ़ाव का आपके पोर्टफोलियो पर बुरा असर न पड़े। शेयर मार्केट में निवेश करने के लिए सही सेक्टर का चुनाव बेहद जरूरी होता है।

स्टॉक कितने प्रकार के होते हैं (How many types of stocks are there)

इस तरह की कंपनी लगातार अपने प्रॉफिट को मैनेज करने में सफल होती है इस तरह की कंपनी में Dividend स्टॉक कम होता है या नहीं होता है इस तरह की कंपनी अपने स्टॉक होल्डर को Dividend देगी या नहीं देगी यह निश्चित नहीं होता है और इस तरह के स्टॉक सबसे ज्यादा रिस्की होते हैं मतलब Growth स्टॉक में सबसे ज्यादा रिस्क होता है

Types of Stock

2. मूल्य स्टॉक (Value stock) = वैल्यू स्टॉक में डिस्काउंट अवेलेबल होते हैं जो प्राइस उसका निश्चित होता है उसमें भी वह डिस्काउंट कर देते हैं और कभी कभी Value स्टॉप पर कंपनी अपने प्रॉफिट पर डिस्काउंट भी देती है मतलब अपने प्रॉफिट का कुछ हिस्सा अपने शेयर होल्डर को Dividend के रूप में बांट देती है उसे Value स्टॉक कहते हैं

अन्य दो प्रकार और भी है स्टॉक के

1.ब्लू चिप स्टॉक (Bluechip stock)

ब्लू चिप स्टॉक उन कंपनी के स्टॉक होते है जो अपने सेक्टर में लीडर होती है और इनकी लार्ज कैपिटल होती है। ब्लू चिप स्टॉक भरोसेमंद और इन्वेस्टर की पहली पसंद होते है। क्योकि यह स्टॉक नियमित रूप से प्रॉफिट कमाने में सक्षम है। यदि ब्लू चिप स्टॉक में अधिक समय के लिए निवेश किया जाए तो यह अधिक लाभकारी हो सकता है।

2.पैनी स्टॉक (Penny stock)

Penny का अर्थ है- पैसे । वह स्टॉक जिनकी वैल्यू बहुत कम (यानी 1 रुपये से 25 रुपये तक) होती है और मार्किट कैपिटल 100 करोड़ से अधिक नही होती है उन्हें पैनी स्टॉक कहते है। पैनी स्टॉक में निवेश करना सुरक्षित नही माना जाता है यह स्टॉक में बहुत जोखिम होता है।

Stock Market Trading कैसे करते हैं?

जब कई शेयरों को एक साथ रखा जाता है, तो इसे स्टॉक कहते हैं. मार्केट वह प्लेस होता है, जहां पर शेयर या स्टॉक को बेचेया खरीदे जाते हैं. ट्रेडिंग का सीधा सा मतलब होता है कि मुनाफा लेकर के खरीद-फरोख्त करना होता है.

भारत में दो Stock Market मार्केट है जिसका नाम मुंबई स्टॉक एक्सचेंज है दूसरा नाम नेशनल स्टॉक एक्सचेंज है जहां पर आप ऑनलाइन Trading कर सकते हैं.

स्टॉक मार्केट ट्रेडिंग कितने प्रकार के होते हैं? स्टॉक मार्केट ट्रेडिंग मुख्य तौर पर तीन प्रकार से कर सकते हैं, जिनका विवरण निम्नलिखित है.

Intra-day Trading

इंट्राडे ट्रेडिंग एक प्रकार का स्टॉक या शेयर खरीदने और बेचने की प्रक्रिया है जो 1 दिन के ऑफिशियल आवर में पूरा कर लिया जाता है.

इंट्राडे ट्रेडिंग को ही सबसे ज्यादा लोग पसंद करते हैं. हर लोग इन दिनों जल्दी पैसा कमाना चाहते हैं वह सुबह सुबह कुछ शेयर को खरीद करके 3:00 बजे से पहले बेच करके बड़ा मुनाफा कमाने के चक्कर में रहते हैं.

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