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विदेशी मुद्रा मुद्रा स्वैप

विदेशी मुद्रा मुद्रा स्वैप

भारत विश्व में 5वां सबसे बड़ा विदेशी मुद्रा भंडार धारक बना

चीन, जापान, स्विटजरलैंड और रूस के बाद भारत विश्व का 5वां सबसे बड़ा विदेशी मुद्रा भंडार धारक बना।25 जून, 2021 को भारत का विदेशी मुद्रा भंडार लगभग 609 बिलियन डॉलर था और यह 18 महीने से अधिक के आयात कवर के मामले में सुखद है और अप्रत्याशित बाहरी नुकसान से बचाता है।2020-21 में, चालू खाते और पूंजी खाते दोनों में भारत के भुगतान संतुलन में अधिशेष दर्ज किया गया।

श्रीलंका का सबसे बड़ा ऋणदाता बना भारत, अब तक दिए 37.69 करोड़ डॉलर; चीन ने मुंह फेरा

श्रीलंका अपने सबसे खराब आर्थिक संकट से जूझ रहा है। विदेशी मुद्रा की कमी के चलते 2.2 करोड़ आबादी वाले श्रीलंका की हालत खराब है। भोजन, दवा विदेशी मुद्रा मुद्रा स्वैप और पेट्रोल डीजल की भारी कमी से जनजीवन अस्त व्यस्त है।

श्रीलंका का सबसे बड़ा ऋणदाता बना भारत, अब तक दिए 37.69 करोड़ डॉलर; चीन ने मुंह फेरा

भारत साल 2022 के पहले चार महीनों में श्रीलंका के सबसे बड़े ऋणदाता के रूप में उभरा है। भारत ने श्रीलंका को इन चार महीनों में 37.69 करोड़ डॉलर का ऋण दिया। वहीं चीन ने केवल 6.790 करोड़ डॉलर का कर्ज श्रीलंका को दिया है। द्वीप राष्ट्र श्रीलंका अपने सबसे खराब आर्थिक संकट से जूझ रहा है। विदेशी मुद्रा की कमी के चलते 2.2 विदेशी मुद्रा मुद्रा स्वैप करोड़ की आबादी वाले श्रीलंका की हालत खराब है। भोजन, दवा और पेट्रोल डीजल की भारी कमी से जनजीवन अस्त व्यस्त है।

पिछले महीने, श्रीलंका विदेशी कर्ज चुकाने से चूक गया था और इसकी मुद्रास्फीति में लगभग 50% की वृद्धि हुई है। आर्थिक स्थिति बिगड़ने से बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन शुरू हुआ जिसके कारण राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे देश छोड़कर भाग गए और उन्होंने अपने पद से इस्तीफा दे दिया।

समाचार पत्र डेली मिरर की रिपोर्ट के मुताबिक, 2022 के पहले चार महीनों यानी 30 अप्रैल तक दिए गए पैसों के अनुसार, भारत ऋणदाताओं की सूची में सबसे ऊपर है। एशियाई विकास बैंक (ADB) इस अवधि में 35.96 करोड़ डॉलर के साथ दूसरा सबसे बड़ा ऋणदाता विदेशी मुद्रा मुद्रा स्वैप था। इसके बाद विश्व बैंक है जिसने श्रीलंका को 6.73 करोड़ डॉलर का कर्ज दिया है।

चीन द्वारा दिए गए कर्ज को अखबार ने "मामूली" बताया है। रिपोर्ट में कहा गया है कि जब श्रीलंका ने इस साल की शुरुआत में विदेशी मुद्रा की भारी कमी का सामना करना शुरू किया तो भारत इसके बचाव में आया था। 2022 के पहले चार महीनों में, श्रीलंका को 96.81 करोड़ डॉलर का विदेशी ऋण मिला है जिसमें 0.7 मिलियन डॉलर का अनुदान भी शामिल है।

2022 की शुरुआत से श्रीलंका के लिए भारत की विदेशी सहायता का पूरा पैकेज शामिल है। भारत ने इस दौरान श्रीलंका को ईंधन, भोजन और दवाओं की आपातकालीन खरीद के लिए विदेशी मुद्रा मुद्रा स्वैप ऋण दिया, एशियाई समाशोधन संघ के भुगतान को आगे बढ़वाया और एक करेंसी स्वैप भी है। भारत ने श्रीलंका के साथ 3.8 बिलियन डॉलर की करेंसी स्वैप की थी।

रिपोर्ट में कहा गया है, "जब श्रीलंका साल की शुरुआत से ही डॉलर की कमी से जूझ रहा था तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की 'पड़ोस पहले नीति' के तहत भारत उसका सबसे बड़ा मददगार बनकर आगे आया। श्रीलंका को अन्य सभी द्विपक्षीय भागीदारों ने डॉलर की कमी से बाहर निकलने के लिए कर्ज नहीं दिया तो भारत विदेशी मुद्रा मुद्रा स्वैप आगे आया।”

रिपोर्ट में कहा गया है, "व्यापक उम्मीदों के बावजूद, चीन ने श्रीलंका के बचाव में आने की अनिच्छा दिखाई।" चीन ने इस्तेमाल के लिए श्रीलंका के सेंट्रल विदेशी मुद्रा मुद्रा स्वैप बैंक के साथ अपनी 1.5 बिलियन डॉलर के बराबर युआन की स्वैप लाइन को भी अनलॉक नहीं किया है। यानी श्रीलंका चीन के साथ मुद्रा स्वैप नहीं कर पाया। चीन हाल तक श्रीलंका का सबसे बड़ा द्विपक्षीय फंडिंग पार्टनर था।

RBI ने विदेशी मुद्रा स्वैप के माध्यम से रुपये की तरलता को इंजेक्ट करने का निर्णय लिया

14 March 2019 Current Affairs: भारतीय रिज़र्व बैंक ( RBI) ने लंबी अवधि के विदेशी
मुद्रा खरीद / बिक्री स्वैप के माध्यम से प्रणाली में रुपये की तरलता को इंजेक्ट करने
का निर्णय लिया है, जो पहला इस प्रकार
का उपकरण है, जिसका उपयोग तरलता
प्रबंधन के लिए किया जाता है। RBI 26 मार्च को तीन-वर्ष
के कार्यकाल के लिए विदेशी मुद्रा मुद्रा स्वैप $ 5 बिलियन की स्वैप
नीलामी / डॉलर की नीलामी का आयोजन करेगा। इस नीलामी के माध्यम से जुटाई गई अमेरिकी
डॉलर की राशि आरबीआई के विदेशी मुद्रा भंडार में स्वैप को दर्शाते हुए आरबीआई की आगे
की देनदारियों में भी दर्शाएगी। आरबीआई का यह कदम खुले बाजार के संचालन (ओएमओ) पर निर्भरता
को कम कर सकता है जो कि समग्र उधार की एक महत्वपूर्ण राशि रही विदेशी मुद्रा मुद्रा स्वैप है क्योंकि उच्च ओएमओ
दरों में गिरावट को बिगाड़ सकते हैं।

डॉलर के मुकाबले रुपया आज: रुपया 14 पैसे गिरकर 69.68 पर खुला

रिजर्व बैंक ने कहा है कि विदेशी मुद्रा विनिमय व्यवस्था के जरिए वह बैकिंग प्रणाली में 5 अरब डॉलर की पूंजी डालेगा

100 rupee

रिजर्व बैंक ने कहा है कि विदेशी मुद्रा विनिमय व्यवस्था के जरिए वह बैकिंग प्रणाली में 5 अरब डॉलर की पूंजी डालेगा

बुधवार को डॉलर के मुकाबले रुपया लगातार तीसरे सत्र मजबूती के साथ बंद विदेशी मुद्रा मुद्रा स्वैप हुआ है. बुधवार को डॉलर के मुकाबले रुपया 17 पैसे की तेजी के साथ दो महीने के उच्चतम स्तर विदेशी मुद्रा मुद्रा स्वैप 69.54 पर बंद हुआ.

मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज के अनुसार, आरबीआई की घोषणा से आगे रुपया कमजोर होने की उम्मीद है. ब्रोकरेज का कहना है कि 'करेंसी स्वैप' का रुपये पर नकारात्मक असर दिख सकता है.आरबीआई ने बैंकों को लंबी अवधि के लिए फंड की सप्लाई जारी रखने की बात कही है. आज डॉलर और रुपये की विनिमय दर 69.50 और 70.20 की सीमा में रहने की उम्मीद है.

आरबीआई की 26 मार्च को डॉलर-रुपए की खरीद-बिक्री नीलामी आयोजित करने की योजना है. इसका असर आरबीआई के विदेशी मुद्राभंडार पर भी दिखाई देगा. इस कदम से घरेलू मुद्रा में भारी उतार-चढ़ाव पर रोक लगेगी.

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