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प्रसार कम है

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25. आवेदन :- समाचार-पत्र अथवा समाचार एजेन्सी का सम्पादक या पत्र- प्रतिनिधि जिले में मान्यता के लिए प्रस्तावित पत्र-प्रतिनिधियों के नाम निर्धारित फार्म ( परिशिष्ट-2 ) पर पासपोर्ट आकार की फोटो सहित अधिशासी निदेशक को भेजेंगे। अधिशासी निदेशक पत्र-पत्रिकाओं की सूची अपनी टिप्पणी और जिलाधिकारियों से उपलब्ध सूचनाओं को मान्यता समिति के समक्ष प्रस्तुत करेंगे। सम्पादक जिला पत्र-प्रतिनिधियों की सूची के साथ उनके पत्रकारिता संबंधी अनुभव आदि का उल्लेख प्रसार कम है करेंगे। मान्यता पत्र अधिशासी अधिकारी जारी करेंगे। यदि समिति किसी आवेदक को मान्यता न देने का निर्णय करती है तो उस दशा में ऐसे निर्णय की सूचना आवेदक को तथा संबंधित समाचार माध्यम/संगठन को दी जायेगी।

27. विचारणीय बिन्दु :- समाचार एजेन्सियों के प्रतिनिधियों को मान्यता प्रदान करने के लिए निम्नलिखित बातों पर विचार किया जायेगा-

दिल्ली-NCR के निवासियों में ‘Covid-19 का प्रसार’ पिछले 15 दिन में 500% बढ़ा: सर्वे

Edited by: IndiaTV Hindi Desk
Published on: April 17, 2022 19:50 IST

Covid Test- India TV Hindi News

Image Source : PTI (FILE PHOTO) Covid Test

नई दिल्ली: दिल्ली-एनसीआर में अपने करीबी सोशल नेटवर्क में किसी को कोविड होने की सूचना देने वाले लोगों की संख्या में पिछले 15 दिनों में 500 प्रतिशत प्रसार कम है की वृद्धि हुई है। एक सर्वेक्षण में यह दावा किया गया है। दिल्ली और एनसीआर के कम से कम 19 प्रतिशत लोगों ने सर्वेक्षण में बताया कि उनके करीबी नेटवर्क के एक या एक से अधिक व्यक्ति पिछले 15 दिन में संक्रमण की चपेट में आए हैं।

यह सर्वेक्षण ‘लोकलसर्किल्स’ नामक कंपनी ने कराया है और इसमें सामने आया कि ‘कोविड नेटवर्क प्रिवलेंस’ पिछले 15 दिन में 500 प्रतिशत तक बढ़ा है। कंपनी ने बताया कि सर्वेक्षण में दिल्ली और एनसीआर के सभी जिलों के 11,743 लोगों से पूछताछ की गई। इसमें लोगों से पूछा गया,‘‘आपके करीबी सोशल नेटवर्क (परिवार,मित्र,पड़ोसी,सहकर्मी) में प्रसार कम है बच्चों समेत कितने लोग हैं, जिन्हें पिछले 15 दिन में कोविड हुआ है?’’ उत्तर देने वालों में से करीब 70 प्रतिशत ने कहा,‘‘ पिछले 15 दिन में कोई भी नहीं’’,11 प्रतिशत लोगों ने कहा ‘‘एक या दो’’,आठ प्रतिशत लोगों ने कहा,‘‘तीन से पांच’,’ वहीं 11प्रतिशत अन्य लोगों ने कहा ‘‘नहीं बता सकते।’’

गर्मी हो प्रसार कम है या सर्दी, कोविड-19 के प्रसार में मौसम प्रभावी भूमिका नहीं निभाता : रिसर्च

गर्मी हो या सर्दी, कोविड-19 के प्रसार में मौसम प्रभावी भूमिका नहीं निभाता : रिसर्च

‘इंटरनेशनल जर्नल ऑफ इनवायरमेंटल रिसर्च ऐंड पब्लिक हेल्थ’ में प्रकाशित शोधपत्र से संकेत मिलता है कि कोरोना वायरस के संक्रमण का एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में प्रसार पूरी तरह से मानवीय व्यवहार पर निर्भर करता है, न कि गर्मी या सर्दी के मौसम पर।

ह्यूस्टन, भारतीय-अमेरिकी अनुसंधानकर्ता के नेतृत्व में किए गए एक अध्ययन में दावा किया गया है कि कोरोना वायरस के प्रसार प्रसार कम है में तापमान या आर्द्रता की कोई प्रभावी भूमिका नहीं है।

‘इंटरनेशनल जर्नल ऑफ इनवायरमेंटल रिसर्च ऐंड पब्लिक हेल्थ’ में प्रकाशित शोधपत्र से संकेत मिलता है कि कोरोना वायरस के संक्रमण का एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में प्रसार पूरी तरह से मानवीय व्यवहार पर निर्भर करता है, न कि गर्मी या सर्दी के मौसम पर।

भारत में 1 लाख नए COVID-19 मामले सामने आए, जो दो महीने में सबसे कम है

COVID प्रसार पर अंकुश लगाने के लिए जयपुर

भारत में 1 लाख नए COVID-19 मामले प्रसार कम है सामने आए, जो दो महीने में सबसे कम है- यहां कोरोनावायरस पर शीर्ष 10 अपडेट प्रसार कम है प्रसार कम है दिए गए हैं: दिल्ली में अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) आज से बच्चों पर कोवैक्सिन का क्लीनिकल परीक्षण करेगा। विशेषज्ञों की चिंताओं के बीच नैदानिक ​​परीक्षण हो रहे हैं कि प्रसार कम है वायरस की संभावित तीसरी लहर में बच्चे प्रमुख रूप से प्रभावित हो सकते हैं।

इस बीच दिल्ली सरकार – जिसके पास कोवैक्सिन का स्टॉक खत्म हो गया है – ने निजी अस्पतालों और नर्सिंग होम से भारत बायोटेक के COVID-19 वैक्सीन को उन लोगों को नहीं देने के लिए कहा है जो अपनी पहली जाब के लिए आ रहे हैं। शहर में अब तक 56,51,226 खुराकें दी जा चुकी हैं, जिनमें से 12,84,000 लोगों को पूरी तरह से टीका लगाया प्रसार कम है गया है।

देशभर में लगभग पांच हजार महिलाओं ने कुपोषण पर जागरूकता प्रसार किया

swach bharat

ग्रामीण महिलाओं में उचित पोषण के अभाव, खून की कमी और कम वजन वाले बच्चों के जन्म के बारे में जागरूकता फैलाने के लिये दीन दयाल उपाध्याय ग्रामीण कौशल्य योजना (डीडीयू-जीकेवाई) तथा ग्रामीण स्वरोजगार प्रशिक्षण संस्थानों (आरएसईटीआई-आरसेटी) की पांच हजार से अधिक प्रशिक्षुओं ने देशभर में 100 से अधिक रैलियों का आयोजन किया। “ कुपोषण से आजादी ” रैलियों का आयोजन आजादी के अमृत महोत्सव के क्रम में ग्रामीण विकास मंत्रालय द्वारा प्रतीक-सप्ताह के अंग के रूप में किया गया।

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