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ट्रेडिंग में फ्लैग पैटर्न

ट्रेडिंग में फ्लैग पैटर्न
घरेलू बेंचमार्क इंडेक्स सेंसेक्स व निफ्टी में एक कारोबारी दिन पहले शानदार तेजी दिखी थी लेकिन आज बैंकिंग शेयरों में बिकवाली ने मार्केट का मूड बिगाड़ दिया. (Image- Pixabay)

Technical Analysis- 1st Post (Introduction & Basics – In Hindi)

टेक्निकल एनालिसिस पर पहली पोस्ट में आपका स्वागत है 🙂 । मेरे हिसाब से, ट्रेडिंग के लिए यह सबसे अच्छा टूल है। आज मैं आपके साथ टेक्निकल एनालिसिस के बारे में एक बुनियादी विचार साझा करुँगी। उदाहरण के लिए: – टेक्निकल एनालिसिस क्या है? आपको यह क्यों इस्तेमाल करना चाहिए? ट्रेडिंग में इसका इस्तेमाल कैसे करना चाहिए? और टेक्निकल एनालिसिस की मूल बातें (प्राइस, वॉल्यूम, ओपन इंटरेस्ट)। तो चलिए शुरू करें!!

टेक्निकल एनालिसिस क्या है?

यह अतीत मार्केट के डेटा, मुख्य रूप से प्राइस और वॉल्यूम के अध्ययन के द्वारा प्राइसिस की दिशा की भविष्यवाणी की विधि है।

आपको यह क्यों इस्तेमाल करना चाहिए?

आपको इसका इस्तेमाल प्राइसिस के पूर्वानुमान लगाने के लिए करना चाहिए। यह प्राइस मूवमेंट के संदर्भ में भविष्य में क्या होने जा रहा है, के बारे में एक स्पष्ट तस्वीर देता है, क्योंकि-

  • एक मार्केट के वर्तमान ट्रेंड की चलते रहने की ज़्यादा संभावना है और रिवर्स होने की कम → प्राइसिस हमेशा डायरेक्शनली मूव करते हैं, जैसे, अप, डाउन, या साइडवेज़ (फ्लैट) और कुछ कॉम्बिनेशंस।
  • इतिहास खुद को दोहराता है → अतीत में जो हुआ वह फिर से होगा क्योंकि मानव व्यवहार और साथ ही मानव साइकोलॉजी कभी नहीं बदलती।

ट्रेडिंग में इसका इस्तेमाल कैसे करें?

यह ट्रेडिंग में बहुत सी विधि लगा कर प्रयोग किया जाता है, साथ ही टूल्स और तकनीक लगाकर, जिनमे से एक टेक्निकल इंडीकेटर्स(लीडिंग और लैगिंंग), ओवेरलेज़ और कॉन्सेप्ट्स के साथ चार्ट का इस्तेमाल होता है। चार्ट के प्रयोग से हम प्राइस पैटर्न और मार्केट ट्रेंड की पहचान, टेक्निकल इंडीकेटर्स और मूविंग एवरेज के अध्ययन और कुछ संरचनाओं जैसे लाइन ऑफ़ सपोर्ट, रेजिस्टेंस, चैनल्स और अधिक अस्पष्ट संरचनाओं जैसे फ्लैग इत्यादि को देख सकते हैं और उनका फायदा उठा सकते हैं। इन इंडीकेटर्स का प्रयोग एक एसेट(शेयर) ट्रेंडिंग है या नहीं इसके आँकलन की मदद करने के लिए इस्तेमाल किया जाता है, और अगर ऐसा है, तो इसकी दिशा और निरंतरता की संभावना पता लगाने के लिए ट्रेडिंग में फ्लैग पैटर्न किया जाता है। हम प्राइस/वॉल्यूम इनडाईसिस और मार्केट इंडीकेटर्स के बीच संबंधों को भी देखते हैं।

टेक्निकल एनालिसिस की मूल बातें (प्राइस, वॉल्यूम और ओपन इंटरेस्ट)

प्राइस– यह किसी शेयर के लिए भुगतान की सबसे अधिक राशि, या इसे खरीदने के लिए दी जाने वाली सबसे न्यूनतम राशि है।

वॉल्यूम– वॉल्यूम एक कारोबारी दिन में ट्रेडिंग गतिविधियों और कॉन्ट्रैक्ट्स की कुल मात्रा के आदान-प्रदान को दर्शाती है। वॉल्यूम जितनी अधिक होगी उतना ही हम मौजूदा ट्रेंड के रिवर्स होने की बजाय जारी रहने की उम्मीद कर सकते हैं। वॉल्यूम हमेशा प्राइस से आगे चलती है।

ओपन इंटरेस्ट– ओपन इंटरेस्ट प्रत्येक दिन के अंत में मार्केट पार्टिसिपेंट्स द्वारा आयोजित बकाया ठेके की कुल संख्या है। यह वायदा बाजार में धन का प्रवाह मापती है। ओपन इंटरेस्ट बढ़ने का मतलब है की नया पैसा मार्केट में आ रहा है। परिणामस्वरुप जो भी वर्तमान ट्रेंड है (अप, डाउन, साइडवेज़), वह जारी रहेगा। ओपन इंटरेस्ट में गिरावट का मतलब है कि मार्केट ट्रेंड समाप्त हो रहा है, और दर्शाता है कि वर्तमान प्राइस ट्रेंड (अप, डाउन, साइडवेज़) बदलने की संभावना है या खत्म होने की संभावना है।

प्रचलित प्राइस ट्रेंड, वॉल्यूम और ओपन इंटरेस्ट के बीच के रिश्ते को निम्न तालिका द्वारा संक्षेप किया जा सकता है: –

short sale (Page 125)

जब खबरों का ज़ोर चलता है तो टेक्निकल एनालिसिस कतई कोई काम नहीं करती। मगर, हमारे अधिकांश ट्रेडर ट्रेडिंग के लिए इसी का ही सहारा लेते हैं। ऐसे में खबरों को अपनी ट्रेडिंग रणनीति में कैसे शामिल किया जाए? खबरें दो तरह की होती है। एक का आना पहले से तय होता है। जैसे, कल रिजर्व बैंक मौद्रिक नीति समीक्षा पेश करेगा या कंपनियों के तिमाही नतीजे। दूसरी, जो अचानक टपक पड़ती हैं। अब मंगलवार की दृष्टि…और और भी

खबरों से परहेज़, करें मगर कब तक?

यूं तो शेयरों के भाव मुख्यतः कंपनी से जुड़ी खबरों से प्रभावित होते हैं। लेकिन अपने यहां खबर सब तक पहुंचते-पहुंचते इतनी जूठी हो चुकी होती है कि उसमें कोई दम नहीं बचता। ऐसा न भी हो तो उस पर खेलनेवाले इतने ज्यादा ताकतवर हैं कि रिटेल ट्रेडर के पास खेलने को कुछ बचता नहीं। इसीलिए नियम है कि आम ट्रेडर को खबरवाले दिन बाज़ार से दूर रहना चाहिए। लेकिन आखिर कब तक? अब सोमवार का व्योम…और और भी

भावना की पूंजी पर आए न कोई आंच

अचानक बाज़ार के गिर जाने पर सारी सावधानी के बावजूद दिल बैठ जाता है। जब अच्छी-खासी मजबूत कंपनियों के शेयर भी गोता लगाने लगते हैं और सारी पूंजी उड़ने लगती है, तब किसी का भी आहत होना स्वाभाविक है। लेकिन हम बराबर कहते रहे हैं कि अगर बुद्ध नहीं बन सकते तो आपको वित्तीय बाज़ार की ट्रेडिंग से दूर रहना चाहिए। आपको अपना भावनात्मक संतुलन किसी भी हाल में नहीं टूटने देना चाहिए। अब शुक्र का अभ्यास…और और भी

स्टॉप-लॉस के साथ ही लगाएं ट्रिगर

बाज़ार का मूड बड़ा अस्थिर है। ऐसे में मान लीजिए, आपने 5-10 दिन की ट्रेडिंग के लिए कोई शेयर खरीदा है तो उसमें स्टॉप-लॉस उठाते जाने के साथ आपको उसका ट्रिगर भी लगाना चाहिए। जैसे, ‘एबीसी’ कंपनी का शेयर आपने 120 पर 132 के लक्ष्य के साथ खरीदा। पहला स्टॉप-लॉस 118 का। बढ़कर 128 तक पहुंचा तो आपने स्टॉप-लॉस 125 का कर दिया। लेकिन साथ ही स्टॉप-लॉस ट्रिगर 125.45 का रख देना चाहिए। अब गुरु की दशा-दिशा…और और भी

ट्रेडिंग में 5% धन लगाना ही सुरक्षित

हमारा बाज़ार बराबर उस कगार तक खिसकता जा रहा है, जहां पर कोई नकारात्मक खबर आते ही निफ्टी व सेंसेक्स 10% से ज्यादा टूट सकते हैं। ऐसा होना लंबे समय के निवेशकों के लिए बड़ा सुखद होगा। लेकिन ट्रेडरों का क्या होगा? तब तो सारे स्टॉप-लॉस टूट जाते हैं। बाज़ार निकलने का मौका नहीं देता। इसीलिए नियम है कि शेयर बाजार में लगाने के लिए रखे धन का 5% ही ट्रेडिंग में लगाएं। अब बुधवार की बुद्धि…और और भी

कुछ दम है या यूं ही फूल रहा गुब्बारा

अर्थव्यवस्था जब जमकर बढ़ रही हो, तब शेयर बाज़ार चढ़ता जाए तो उसके टिके रहने पर काफी हद तक भरोसा किया जा सकता है। लेकिन अंतरराष्ट्रीय रेटिंग एजेंसियां जब देश की रेटिंग को निवेश के सबसे निचले पायदान से उठाने को तैयार न हों, तब बाज़ार की दशा-दिशा को लेकर हमेशा चौकन्ना रहना चाहिए। बता दें कि पिछले दस सालों में निफ्टी छह बार एक दिन में 10% से ज्यादा गिर चुका है। अब मंगलवार की दृष्टि…और और भी

सरकार, अर्थव्यवस्था, चढ़ता बाज़ार

भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने केंद्र में अपनी सरकार के तीन साल पूरे होने पर इसे बड़ी उपलब्धि बताया कि शेयर बाज़ार ने ऐतिहासिक ऊंचाई छू ली है। सेंसेक्स 31,000 और निफ्टी 9600 के पार जा चुका है। लेकिन पिछले के पिछले गुरुवार को ब्राज़ील का शेयर बाज़ार जिस तरह अचानक 10% से ज्यादा गिर गया था, वैसा अपने यहां हो गया तो! सोचिए कि क्या ट्रेडिंग में फ्लैग पैटर्न तब इसे सरकार की नाकामी माना जाएगा? अब सोमवार का व्योम…और और भी

बाज़ार के तरीके, योजना चले आपकी

शेयर बाज़ार में अगर आप यह सोचकर आते हैं कि मैं दस लाख रुपए लगा रहा हूं और मुझे साल के अंत 400% रिटर्न चाहिए तो पक्का समझें कि बाज़ार आपको निचोड़ डालेगा। दरअसल, उसमें लाखों लोग, हज़ारों शक्तियां सक्रिय हैं। बाज़ार को अपने तरीके से काम करने दें। आप अपनी योजना के हिसाब से चलें। अगले आधे समय भी आपकी योजना सही बैठ गई तो आप ट्रेडिंग से ठीकठाक मुनाफा कमा लेंगे। अब शुक्रवार का अभ्यास…और और भी

स्टॉक का स्वभाव तय करे स्टॉप-लॉस

स्टॉप-लॉस का मकसद है सौदा उल्टा पड़ने पर नुकसान को न्यूनतम रखना। लेकिन इसे तय करने का कोई पक्का फॉर्मूला नहीं। हालांकि हम वही सौदे चुनते हैं जिनमें 1.5-2% घाटे की आशंका होती है। लेकिन हकीकत में स्टॉप-लॉस का स्तर अलग-अलग स्टॉक के स्वभाव पर निर्भर करता है। भावों में ज्यादा उछलकूद या वॉलैटिलिटी होती है तो उनमें इसका स्तर ज्यादा होता है। पर हम ऐसे स्टॉक्स से दूर भी रह सकते हैं। अब गुरु की दशा-दिशा…और और भी

सदमा नहीं, लगते रहते हैं स्टॉप-लॉस

स्टॉप-लॉस हिट हुआ तो हुआ। आपको अगले बीस साल ट्रेडिंग में फ्लैग पैटर्न तक बाज़ार में रहना है। इस दौरान स्टॉप-लॉस लगते रहेंगे। आपको उसकी परवाह नहीं करनी चाहिए। पैसा बना तो बना, नहीं तो बाज़ार गया तेल लेने। ज़िंदगी आगे बढ़ती रहती है। आपको इस मनोविज्ञान के साथ ट्रेडिंग करनी चाहिए। इस धारणा के साथ बाज़ार में आते हैं तो खोएंगे कुछ नहीं, पाकर जाएंगे। याद रखें, ट्रेडिंग में सफलता का पैसे से कोई लेनादेना नहीं। अब बुधवार की बुद्धि…और और भी

निवेश – तथास्तु

भारत में शेयर बाज़ार से कमाने की कारगर रणनीति यही है कि ट्रेडर मौका देखे तो निवेशक बन जाए तो निवेशक को ज़रूरत पड़े तो ट्रेडिंग में फ्लैग पैटर्न ट्रेडर बन जाए। वैसे, दोनों के बीच बड़ी साफ विभाजन रेखा है। ट्रेडर हमेशा सटोरिया होता है। वह बहुत कम जानकारी जुटाकर अनजाने में छलांग लगाता है। वहीं, निवेशक कतई सटोरिया नहीं होता। वह जितना संभव है, उतना जानकर ही दांव लगाता है। वह जो भी शेयर खरीदे, उसके पीछे निष्पक्ष व […]

पेड सेवा

क्या आप जानते हैं?

जर्मन मूल की ग्लोबल ई-पेमेंट कंपनी वायरकार्ड ट्रेडिंग में फ्लैग पैटर्न ने बैंकिंग और इसके नजदीकी धंधों में अपने हाथ-पैर पूरी दुनिया में फैला रखे थे। फिर भी उसका कद ऐसा नहीं है कि इसी 25 जून को उसके दिवाला बोल देने से दुनिया के वित्तीय ढांचे पर 2008 जैसा खतरा मंडराने लगे। अलबत्ता, जिस तरह इस मामले में …

अपनों से अपनी बात

भारतीय अर्थव्यवस्था बढ़ रही है और आगे भी बढ़ेगी। लेकिन कहा जा रहा है कि इसका लाभ आम आदमी को पूरा नहीं मिलता। अमीर-गरीब की खाईं बढ़ रही है। बाज़ार को आंख मूंदकर गालियां दी जा रही हैं। लेकिन बाज़ार सचेत लोगों के लिए आय और दौलत के सृजन ही नहीं, वितरण का काम भी …

एटीएम में पिन जनरेशन

ग्रीन पिन- बैंक ऑफ बड़ौदा के एटीएम के माध्यम से डेबिट कार्ड पिन का जनरेशन. हरित पहल एवं बेहतर ग्राहक सेवा उपलब्ध कराने की दिशा में बैंक ऑफ बड़ौदा ने एक अन्य ग्राहक केंद्रित पहल की शुरुआत की है जिसके अंतर्गत कार्ड धारक बैंक ऑफ बड़ौदा के किसी भी एटीएम का उपयोग करके अपना डेबिट कार्ड पिन जनरेट कर सकता है. यह काफी आसान और सुविधाजनक है.

ग्रीन पिन

ग्रीन पिन – बैंक ऑफ़ बड़ौदा एटीएम के माध्यम से डेबिट कार्ड पिन जनरेट करना

बेहतर ग्राहक सेवा और ग्रीन पहल की तरफ आगे बढ़ते हुए बैंक ऑफ़ बड़ौदा ने एक और ग्राहक केन्द्रित पहल की शुरूआत की है जिससे कार्ड धारक बैंक ऑफ़ बड़ौदा एटीएम का प्रयोग करके डेबिट कार्ड पिन जनरेट कर सकते हैं. यह आसान और सुगम है.

बैंक ऑफ़ बड़ौदा एटीएम का प्रयोग करके डेबिट कार्ड पिन जनरेट करने के लिए निम्नलिखित तरीके का अनुसरण करें :
  • बैंक ऑफ़ ट्रेडिंग में फ्लैग पैटर्न बड़ौदा के किसी भी एटीएम में अपना डेबिट कार्ड डालें और स्क्रीन पर “सेट/रि-जनरेट पिन” विकल्प का चयन करें.
  • अगली स्क्रीन पर, आपको क्रेडेन्शियल और आपके पंजीकृत मोबाइल नंबर पर प्राप्त हुए एक्टिवेशन पास कोड / ओटीपी प्रविष्ट करने के लिए कहा जाएगा.
  • उक्त विवरण की सफलता पूर्वक प्रविष्टि के पश्चात, आपको अगली स्क्रीन पर वांछित डेबिट कार्ड पिन डालने के लिए कहा जाएगा. सफलतापूर्वक सेट होने पर, आपका डेबिट कार्ड प्रयोग हेतु तैयार है.
  • बैंक ऑफ़ बड़ौदा एटीएम में डेबिट कार्ड पिन को सेट/रि-सेट करने के लिए आपका मोबाइल नंबर बैंक के साथ पंजीकृत होना चाहिए. यदि मोबाइल नंबर पंजीकृत नहीं है, तो कृपया इसके लिए अपनी बैंक ऑफ़ बड़ौदा शाखा से संपर्क करें.
  • यदि आप डेबिट कार्ड पिन जनरेट नहीं कर पाते हैं, तो हार्ड कॉपी पिन मेलर के लिए कृपया शाखा या कॉल सेंटर हेल्पलाइन 1800 102 44 55 पर संपर्क करें.
  • डेबिट कार्ड के सभी प्रकार ग्रीन पिन के लिए सक्षम नहीं हैं. डेबिट कार्ड के जो प्रकार ग्रीन पिन के लिए सक्षम नहीं हैं उनके लिए हार्ड कॉपी पिन मेलर जारी रहेंगे.

ग्रीन पिन – बैंक ऑफ़ बड़ौदा संपर्क केन्द्रि के माध्यम से डेबिट कार्ड पिन जनरेट करना

बेहतर ग्राहक सेवा और ग्रीन पहल की तरफ आगे बढ़ते हुए बैंक ऑफ़ बड़ौदा ने एक और ग्राहक केन्द्रित पहल की शुरूआत की है जिससे ग्राहक बैंक ऑफ़ बड़ौदा के संपर्क केन्द्र आईवीआर में टोल फ्री संख्यान 1800 258 4455/1800 102 4455 पर कॉल करके डेबिट कार्ड पिन जनरेट कर सकते हैं.

संपर्क केन्द्र का प्रयोग करके डेबिट कार्ड पिन जनरेट करने के लिए निम्नलिखित तरीके का अनुसरण करें :

स्टेरप 1 – अपने पंजीकृत मोबाइल नंबर से टोल फ्री संख्यान 1800 258 4455/1800 102 4455 डायल करें.

स्टे प 2 - ‘बैंकिंग सेवा और अन्यस जानकारी’ के अंतर्गत ‘रिइश्यू2 डेबिट कार्ड पिन’ विकल्पर का चयन करें.

स्टे प 3 – अपने डेबिट कार्ड के अंतिम 4 अंक और डेबिट कार्ड की समाप्ति विवरण दर्ज करें. यदि दर्ज किया गया विवरण सही है, तो पंजीकृत मोबाइल नंबर पर ओटीपी भेजा जाएगा.

स्टे प 4 – अपने पंजीकृत मोबाइल नंबर पर प्राप्तज ओटीपी दर्ज करें.

उपरोक्त विवरण की सफल प्रविष्टि करने पर, आपको वांछित डेबिट कार्ड पिन सेट करने के लिए कहा जाएगा.

कृपया अपना पिन, ओटीपी या डेबिट कार्ड विवरण कभी भी किसी के साथ भी साझा न करें.

Stock Tips: HDFC Bank, कोल इंडिया समेत इन 4 शेयरों में मुनाफा कमाने का मौका, एक्सपर्ट ने बताए ये टारगेट प्राइस

घरेलू बेंचमार्क इंडेक्स सेंसेक्स व निफ्टी में एक कारोबारी दिन पहले शानदार तेजी दिखी थी लेकिन आज बैंकिंग शेयरों में बिकवाली ने मार्केट का मूड बिगाड़ दिया.

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घरेलू बेंचमार्क इंडेक्स सेंसेक्स व निफ्टी में एक कारोबारी दिन पहले शानदार तेजी दिखी थी लेकिन आज बैंकिंग शेयरों में बिकवाली ने मार्केट का मूड बिगाड़ दिया. (Image- Pixabay)

Stock Tips: सेंसेक्स और निफ्टी में एक कारोबारी दिन पहले दिखी शानदार तेजी को बैंकिंग शेयरों की बिकवाली ने बिगाड़ कर रख दिया. दिन भर के उतार-चढ़ाव के बीच कारोबार के अंतिम मिनटों में बैंकिंग और फाइनेंशियल शेयरों की बिकवाली ने आज यानी 16 फरवरी को भारी दबाव बनाया. ब्रोकरेज फर्म कोटक सिक्योरिटीज के इक्विटी रिसर्च (रिटेल) प्रमुख श्रीकांत चौहान ने निवेशकों को टेक महिंद्रा, कोल इंडिया, डिविस लैब और एचडीएफसी बैंक में निवेश की सलाह दी है. वहीं बेंचमार्क इंडेक्स की बात करें तो चौहान के मुताबिक निफ्टी/सेंसेक्स 17200/57800 के ऊपर ट्रेडिंग में फ्लैग पैटर्न बने रहते हैं तो यह 17450-17550/58500-58750 की ऊंचाई तक पहुंच सकते हैं.

Tech Mahindra: BUY (मौजूदा भाव: 1,440.40 रुपये)

  • इस शेयर में रिकॉर्ड ऊंचाई को छूने के बाद करेक्शन देखने को मिला. इसके बाद यह महत्वपूर्ण सपोर्ट एरिया के समीप एकम्युलेशन फेज में प्रवेश किया. आखिरकार मजबूत रिवर्सल कैंडलस्टिक फॉर्मेशन से इसे आने वाले कारोबारी दिनों में बुलिश रूझान के संकेत दिख रहे हैं.
  • निवेशक टेक महिंद्रा में मौजूदा भाव पर 1525 रुपये के टारगेट प्राइस पर 1,415 रुपये के स्टॉप लॉस पर पैसे लगा सकते हैं.

Coal India: BUY (मौजूदा भाव: 163.ट्रेडिंग में फ्लैग पैटर्न 85 रुपये)

  • डेली चार्ट पर हायर लो सीरीज के साथ इस स्टॉक में तेजी दिख रही है. इसके अलावा इसने बेहतर वॉल्यूम एक्टिविटी के साथ कप व हैंडल चार्ट पैटर्न बनाया है. ऐसे में नियर टर्म में इसके आसार दिख रहे हैं कि यह स्टॉक मौजूदा रेंज को ब्रेकआउट कर ऊपर उछल सकता है.
  • निवेशक कोल इंडिया के शेयरों में मौजूदा भाव पर 175 रुपये के टारगेट प्राइस पर पैसे लगा सकते हैं. इसमें निवेश के लिए 160 रुपये का स्टॉप लॉस रखना बेहतर रणनीति होगी.

Divis Laboratories: BUY (मौजूदा भाव: 4,458.00 रुपये)ट्रेडिंग में फ्लैग पैटर्न

  • निचले लेवल से रिकवरी के बाद अब डिविस लैब एक सीमित रेंज में ऊपर-नीचे हो रहा है. इसके चलते डेली स्केल पर एक फ्लैग चार्ट पैटर्न बना है जिससे आने वाले कारोबारी दिनों में इसमे बुलिश मूवमेंट के संकेत मिल रहे हैं.
  • निवेशक इस स्टॉक में मौजूदा भाव पर 4560 रुपये के टारगेट प्राइस पर 4240 रुपये का स्टॉप लॉस रखकर निवेश कर सकते हैं.

Mcap of Top 10 Firms: टॉप 10 में से 8 कंपनियों का मार्केट कैप 42,173 करोड़ बढ़ा, ICICI बैंक, Infosys को सबसे ज्यादा फायदा

Demat Accounts: अक्टूबर में 41% बढ़ी डीमैट अकाउंट की संख्या, लेकिन घट रही है वृद्धि की रफ्तार, क्या है वजह?

Market Outlook This Week: ग्लोबल ट्रेंड से तय होगी बाजार की चाल, डेरिवेटिव एक्सपायरी की वजह से रहेगा उतार-चढ़ाव

HDFC Bank: ट्रेडिंग में फ्लैग पैटर्न BUY (मौजूदा भाव: 1,512.50 रुपये)

  • पिछले कुछ कारोबारी दिनों से यह शेयर आयताकार रेंज में ट्रेड हो रहा है. मजबूत बुलिश कैंडलस्टिक पैटर्न के चलते यह संकेत मिल रहा है कि नियर टर्म में मौजूदा ट्रेडिंग रेंज की ऊपरी सीमा को ब्रेक कर सकता है.
  • निवेशक इस स्टॉक में 1500 रुपये के स्टॉप लॉस पर 1620 रुपये का टारगेट प्राइस रखकर पैसे लगा सकते हैं.

(मौजूदा भाव एनएसई पर 16 फरवरी के कारोबारी दिन क्लोजिंग प्राइस हैं.)

(स्टोरी में दिए गए स्टॉक रिकमंडेशन संबंधित रिसर्च एनालिस्ट व ब्रोकरेज फर्म के हैं. फाइनेंशियल एक्सप्रेस ऑनलाइन इनकी कोई जिम्मेदारी नहीं लेता. पूंजी बाजार में निवेश जोखिमों के अधीन हैं. निवेश से पहले अपने सलाहकार से जरूर परामर्श कर लें.)

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मानचित्रण कैसे सोलाना सफलतापूर्वक $200 का फिर से उल्लंघन कर सकता है

मानचित्रण कैसे सोलाना सफलतापूर्वक $200 का फिर से उल्लंघन कर सकता है

रिकॉर्ड स्तर से ठंडा होने के बाद सोलाना ने मध्यम रिट्रेसमेंट क्षेत्र में प्रवेश किया। इस बिंदु से, खरीदार अगले चरण को ऊपर की ओर गति प्रदान करने के लिए आकर्षक मूल्य स्तरों की तलाश में होंगे। एसओएल के साप्ताहिक पैटर्न पर बुल फ्लैग की उपस्थिति ने केवल तेजी से ब्रेकआउट की संभावना की पुष्टि की।

लेखन के समय, SOL पिछले 24 घंटों में 1.5% की वृद्धि के साथ $138.5 पर कारोबार कर रहा था।

सोलाना डेली चार्ट

स्रोत: एसओएल/यूएसडी, ट्रेडिंग व्यू

जुलाई के अंत में 22 डॉलर के निचले स्तर तक पहुंचने के बाद से सोलाना में काफी तेजी आई है। डेफी स्पेस और न्यूफाउंड प्रोजेक्ट्स में प्लेटफॉर्म की प्रगति ने एसओएल को कई स्तरों पर चढ़ने की अनुमति दी मील के पत्थर और सितंबर की शुरुआत में $216 का सर्वकालिक उच्च स्तर दर्ज करें।

तब से, एक सुधारात्मक चरण सक्रिय हो गया है क्योंकि कीमत एक डाउन-चैनल की सीमा के भीतर चली गई है। फाइबोनैचि टूल ने पहचाना कि एसओएल 38.2% और 50% फाइबोनैचि स्तरों के बीच मौजूद मध्यम रिट्रेसमेंट क्षेत्र में चला गया था। यदि यह क्षेत्र खरीदारी के दबाव को फिर से जीवंत करने में सक्षम है, तो $ 200 से ऊपर की तत्काल रैली कार्ड पर होगी।

अब, यदि व्यापक बाजार की कमजोरी से धारणा पर अंकुश लगता है, तो एसओएल 50% फाइबोनैचि स्तर से नीचे खिसक जाएगा और ‘गोल्डन रिट्रेसमेंट ज़ोन’ में चला जाएगा। वहां से, मजबूत वॉल्यूम पर 61.8% फाइबोनैचि स्तर से बाउंसबैक अगली रैली की नींव रखेगा।

तेजी थीसिस को समाप्त करने के लिए, एसओएल को $ 78.6 फाइबोनैचि स्तर से नीचे कटौती करने की आवश्यकता है। इससे शॉर्ट-सेलर्स को बाजार में प्रवेश करने की अनुमति मिलेगी।

विचार

एमएसीडी के मुताबिक पिछले कुछ दिनों से बिकवाली का दबाव कम हो रहा है। यदि एक तेजी से क्रॉसओवर अमल में आता है तो खरीदारों के झुंड में आने की अपेक्षा करें। इस बीच, डायरेक्शनल मूवमेंट इंडेक्स और रिलेटिव स्ट्रेंथ इंडेक्स में तटस्थ टिप्पणियों को नोट किया गया।

यहाँ पर, यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि SOL अपने साप्ताहिक चार्ट पर एक बुल फ्लैग पैटर्न के भीतर आकार ले रहा था। आने वाले ट्रेडिंग में फ्लैग पैटर्न दिनों में ब्रेकआउट की उम्मीद की जा सकती है।

निष्कर्ष

SOL के मध्यम रिट्रेसमेंट ज़ोन में बिकवाली का दबाव कम होने की उम्मीद की जा सकती है। $ 130-समर्थन से एक उलट $ 200-अंक से ऊपर की वृद्धि में तब्दील हो जाएगा, बशर्ते खरीदार सापेक्ष आसानी से $ 152.3 से ऊपर बढ़ने में सक्षम हों।

भले ही एसओएल का रुझान कम हो, खरीदारों के पास 61.8% फाइबोनैचि स्तर पर एक और शॉट होगा। एसओएल के साप्ताहिक चार्ट पर भी तेजी के पैटर्न के साथ, विक्रेताओं को बाजार की गतिशीलता को बदलने में एक बड़ी चुनौती का सामना करना पड़ा।

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