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क्या आपका निवेश सुरक्षित हाथ में है?

क्या आपका निवेश सुरक्षित हाथ में है?

स्थिर आय निवेश में विविधता तो ही अच्छा

भारतीय स्टेट बैंक सितंबर, 2016 में अपनी एक साल की स्थिर जमा (एफडी) योजना पर 7.15 फीसदी ब्याज दे रहा था। लेकिन 12 मई, 2020 को ब्याज दर में हुए बदलाव के बाद इसी एफडी पर केवल 5.50 फीसदी की दर से ब्याज मिल रहा था। भारतीय रिजर्व बैंक ने हाल ही में रीपो दर में 40 आधार अंक की कटौती की है, जिसके बाद बुधवार को स्टेट बैंक ने भी एफडी पर ब्याज दर 40 आधार अंक घटा दिया। दूसरे बैंक भी ऐसा ही कदम उठा सकते हैं। जाहिर है कि एफडी जैसी स्थिर आय योजनाओं में निवेश करने वालों के लिए यह बुरी खबर है मगर अलग-अलग परिपक्वता अवधि वाली कई योजनाएं चुनी जाएं तो ब्याज दरों में गिरावट से कुछ हद तक महफूज रहा जा सकता है।

अगर आप बैंकों की योजनाओं में ही पैसा लगाना चाहते हैं तो निवेश का कुछ हिस्सा लघु वित्त बैंकों में भी लगाया जा सकता है। पैसाबाजार डॉट कॉम के मुख्य कार्य अधिकारी और सह-संस्थापक नवीन कुकरेजा इसका फायदा बताते हैं। वह कहते हैं, 'कुछ लघु वित्त बैंकों में एफडी पर ब्याज की अधिकतम दर सरकारी बैंकों और निजी क्षेत्र के बड़े बैंकों में एफडी पर मिलने वाली अधिकतम ब्याज दर से कम से कम 200 से 300 आधार अंक यानी 2-3 फीसदी तक ज्यादा है।' कुकरेजा के हिसाब से इसमें कोई नुकसान भी नहीं है क्योंकि लघु वित्त बैंकों में एफडी के तहत जमा रकम भी जमा बीमा एवं ऋण गारंटी निगम के जमा बीमा कार्यक्रम के तहत सुरक्षित है। निगम रिजर्व बैंक की सहायक संस्था है और अनुसूचित बैंकों में रकम जमा करने वाले प्रत्येक व्यक्ति की 5 लाख रुपये तक की राशि का यह बीमा करती है। प्रतिफल किसे नहीं क्या आपका निवेश सुरक्षित हाथ में है? भाता मगर आपको ऊंचे प्रतिफल और सुरक्षा के बीच संतुलन का भी ध्यान रखना चाहिए। इक्विरस वेल्थ मैनेजमेंट के मुख्य कार्य अधिकारी अंकुर माहेश्वरी कहते हैं, 'पंजाब ऐंड महाराष्ट्र को-ऑपरेटिव बैंक और येस बैंक में हुई घटनाओं को ध्यान में रखते हुए आपको अलग-अलग जगह एफडी करानी चाहिए। कई एफडी कराएं, जिनमें एक मजबूत स्थिति वाले सरकारी बैंक में, एक निजी क्षेत्र के बेहतरीन बैंक में और एक लघु वित्त बैंक में रखें। एफडी में निवेश के लिए जो भी रकम आपके पास है, उसमें से 40-40 फीसदी सरकारी और निजी बैंक में रखें और 20 फीसदी रकम की एफडी लघु वित्त बैंक में कराएं।'

छोटी बचत की बात करें तो कई योजनाएं अच्छा प्रतिफल दे रही हैं। लेकिन उनमें से अधिकतर में आपके हाथ से तरलता खत्म हो जाती है। मिसाल के तौर पर सार्वजनिक भविष्य निधि (पीपीएफ) को ही लें। इसमें सालाना 7.1 फीसदी ब्याज मिलता है, जिस पर किसी तरह का कर नहीं लगता। प्रमाणित वित्तीय योजनाकार और लैडर7 फाइनैंशियल एडवाइजरी के संस्थापक सुरेश सदगोपन कुछ और योजनाएं गिनाते हैं। वह कहते हैं, 'वरिष्ठ नागरिक बचत योजना और प्रधानमंत्री वय वंदना योजना बुजुर्गों के लिहाज से शानदार योजनाएं हैं।' वरिष्ठ क्या आपका निवेश सुरक्षित हाथ में है? नागरिक बचत योजना में सालाना 7.4 फीसदी प्रतिफल मिल रहा है, जिस पर कर वसूला जाता है। प्रधानमंत्री वय वंदना योजना की अवधि इसी महीने बढ़ा दी गई है। इस योजना में चालू वित्त वर्ष के लिए 7.40 फीसदी की दर से ब्याज मिलेगा। इसके प्रतिफल पर भी कर वसूला जाता है और हर साल 1 अप्रैल को इसकी ब्याज दर बदल दी जाती है।

यदि आप बेटी के माता-पिता हैं और आपकी बेटी की उम्र 10 साल से कम है तो आप सुकन्या समृद्धि योजना के तहत उसके लिए खाता खोल सकते हैं। इस योजना में 7.6 फीसदी सालाना ब्याज मिल रहा है और योजना परिपक्व होने पर किसी तरह का कर नहीं वसूला जाता। 7.75 फीसदी सालाना ब्याज देने वाले स्वर्ण बॉन्ड का विकल्प भी अच्छा है मगर इसके ब्याज पर भी कर चुकाना पड़ता है। निवेशक डेट फंड पर भी विचार कर सकते हैं क्योंकि उसमें तरलता बनी रहती है और तीन साल से अधिक समय के लिए निवेश किया जाए तो कर की चिंता भी नहीं होती। इसमें ओवरनाइट फंड सबसे सुरक्षित विकल्प हैं क्योंकि उनमें एक दिन के लिए सरकारी प्रतिभूतियों में निवेश किया जाता है। अगले दिन आप 91 दिन में परिपक्व होने वाली सरकारी प्रतिभूति में निवेश कर सकते हैं। अगर आप इससे कुछ अधिक समय में परिपक्व होने वाले फंडों में निवेश करना चाहते हैं तो आपके पास 1 साल तक की अवधि वाले फंडों का विकल्प है, जिनमें अवधि से जुड़ा जोखिम कम होता है। सदगोपन कहते हैं, 'कम अवधि वाली कई फंड योजनाओं ने पिछले कुछ समय में अपने निवेश पोर्टफोलियो में बदलाव किया है और अच्छी गुणवत्ता वाली प्रतिभूतियों में निवेश शुरू कर दिया है।'

जिन निवेशकों को जोखिम लेने से परहेज नहीं है, वे 2-3 साल की अवधि वाले फंडों का दामन थाम सकते हैं। फंड्सइंडिया डॉट कॉम में शोध प्रमुख अरुण कुमार कहते हैं, 'अगर आप इस समय इन फंडों में निवेश करते हैं और ब्याज दर आगे जाकर लुढ़क जाती हैं तो आपको रिटर्न किकर मिलेगा, जो अगले कुछ महीनों या साल तक मिलने वाले कम प्रतिफल की भरपाई करेगा।'

भारत बॉन्ड एक्सचेंज ट्रेडेड फंड को भी अच्छे खासे लिवाल मिल रहे हैं। एडलवाइस म्युचुअल फंड की मुख्य कार्य अधिकारी राधिका गुप्ता कहती हैं, 'इसमें क्रेडिट से जुड़ा कोई जोखिम नहीं है क्योंकि यह सार्वजनिक उपक्रमों के एएए रेटिंग वाले बॉन्डों में ही निवेश करता है। साथ ही इसमें तरलता होती है और आप समूची अवधि के लिए निवेश कर अवधि से जुड़े जोखिम को भी किनारे कर सकते हैं।' 2023 ईटीएफ में इस समय 5.68 फीसदी प्रतिफल मिल रहा है और 2030 ईटीएफ 6.69 फीसदी प्रतिफल दे रहा है। 2025 और 2031 ईटीएफ जुलाई में आएंगे। इन सबके बाद भी आप निवेश के विकल्प खंगाल रहे हैं तो आपके लिए बैंकिंग और पीएसयू फंड भी हैं। जो फंड 3 साल तक की परिपक्वता अवधि के लिए सरकारी प्रतिभूतियों में निवेश करते हैं, आप उन पर विचार कर सकते हैं।

कोरोनाकाल ने बढ़ाई सुरक्षित विकल्पों में निवेश की मांग, इन्वेस्टमेंट से पहले चेक करें रेटिंग

निश्चित आय वाली प्रतिभूतियों पर केन्द्रित म्यूचुअल फंड (डेट फंड) में जुलाई के दौरान निवेश बढ़कर 91,392 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। इस साल जून के मुकाबले यह निवेश 30 गुना से ज्यादा है। इस निवेश में.

कोरोनाकाल ने बढ़ाई सुरक्षित विकल्पों में निवेश की मांग, इन्वेस्टमेंट से पहले चेक करें रेटिंग

निश्चित आय वाली प्रतिभूतियों पर केन्द्रित म्यूचुअल फंड (डेट फंड) में जुलाई के दौरान निवेश बढ़कर 91,392 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। इस साल जून के मुकाबले यह निवेश 30 गुना से ज्यादा है। इस निवेश में अल्पावधि योजनाओं में निवेशकों का रुझान ज्यादा रहा। एसोसिएसन ऑफ म्यूचुअल फंड्स इन इंडिया के आंकड़ों के मुताबिक कर्ज जोखिम वाले कोषों को छोड़कर अन्य सभी व्यक्तिगत श्रेणियां जो कि निर्धारित आय प्रतिभूतियों अथवा ऋण पत्र कोषों में निवेश करती हैं उन सभी में प्रवाह बढ़ा है।

उपलब्ध आंकड़ों के मुताबिक तय आय वाली प्रतिभूतियों में निवेश करने वाली म्यूचुअल फंड योजनाओं में जुलाई माह के दौरान निवेश प्रवाह बढ़कर 91,392 करोड़ रुपये तक पहुंच गया जबकि जून माह में यह प्रवाह 2,862 करोड़ रुपये का रहा था। इससे पहले मई में इन योजनाओं में 63,665 करोड़ रुपये और अप्रैल में 43,431 करोड़ रुपये का निवेश प्रवाह हुआ था।

जोखिम लेने से परहेज
मौजूदा ब्याज दरों के परिदृश्य को ध्यान में रखते हुए निवेशकों का रुझान कम अवधि की सुनिश्चित आय वाली योजनाओं में निवेश की तरफ बढ़ा है। इसके अलावा निवेशकों का ध्यान सुरक्षित विकल्पों में निवेश करने वाली म्युचूअल फंड योजनाओं की तरफ भी बढ़ा है। खासतौर से मुद्रा बाजार, अल्पावधि, कापोरेट बॉन्ड और बैंकिंग एवं सार्वजनिक उपक्रमों में निवेश करने वाली योजनाओं में आकर्षण देखा गया।

क्या कहते हैं विशेषज्ञ
एमके वेल्थ मैंनेजमेंट के शोध प्रमुख जोसफ थॉमस ने कहा कि ऋणपत्रों से जुड़े कोषों में निवेश प्रवाह बढ़ना स्वस्थ स्थिति को दर्शाता है। इसमें भी एक बड़ा हिस्सा अल्पावधि वाले कोषों की तरफ गया है। यह साफ है कि निवेशक लंबी अवधि की योजनाओं में निवेश करने से बच रहे हैं शायद इसकी वजह यह है कि लंबे समय में उतार चढ़ाव आ सकता है। खासतौर से गिल्ट की प्राथमिक नीलामी में लंबी अवधि के पत्रों के क्या आपका निवेश सुरक्षित हाथ में है? जारी होने से इसमें उतार-चढ़ाव हो सकता है।

क्या है डेट फंड
यह म्यूचुअल फंड की स्कीम है। म्यूचुअल फंड कंपनियां डेट फंड की पूंजी का ज्यादा हिस्सा बॉन्ड, कमर्शियल पेपेर (सीपी) और सर्टिफिकेट क्या आपका निवेश सुरक्षित हाथ में है? ऑफ डिपॉजिट (सीडी) जैसे सरकारी निवेश माध्यमों में निवेश करती हैं। इसकी वहज से इसमें जोखिम कम होता है। इसमें निवेश की अवधि सामान्यत: तीन माह से लेकर तीन साल तक होती है। मनी मार्केट फंड, इनकम फंड, छोटी अवधि के फंड (शॉट टर्म फंड),अपॉच्र्यूनिटी फंड, गिल्ट फंड और बेहद छोटी अवधि के (अल्ट्रा शॉर्ट टर्म) फंड डेट फंड की श्रेणी में आते हैं।

निवेश से पहले रेटिंग देखें
म्यूचुअल फंड की स्कीम बाजार में आती है तो उनकी रेटिंग भी जारी की जाती है। इससे निवेश पर जोखिम का पता चलता है। किसी भी ऐसे निवेश उत्पाद पर एएए (ट्रिपल ए) रेटिंग सबसे सुरक्षित मानी जाती है। क्रेडिट रेटिंग एजेंसी क्रिसिल, केयर और इक्रा सहित अन्य एजेंसियां कई मानकों के आधार पर रेटिंग जारी करती हैं। इसमें कंपनी की वित्तीय स्थिति, उसका प्रबंधन, विस्तार योजनाएं और पुराना रिकॉर्ड आदि देखा जाता है। हालांकि, वित्तीय सलाहकारों का कहना है कि रेटिंग के अलावा पिछले तीन या पांच साल का औसत रिटर्न भी देखना चाहिए। साथ ही उस फंड का चुनाव करना चाहिए जिसके प्रदर्शन में उतार-चढ़ाव का अंतर सबसे कम हो।
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वर्ल्ड फाइनेंशियल प्लानिंग डे: जितने जल्दी शुरू करेंगे निवेश उतना सुरक्षित होगा भविष्य, तनाव से भी रहेंगे मुक्त

हर साल अक्टूबर के पहले बुधवार को लोगों को फाइनेंशियल प्लानिंग के प्रति जागरुक करने के लिए वर्ल्ड फाइनेंशियल प्लानिंग डे मनाया जाता है। कोरोना काल ने लोगों को सही फाइनेंशियल प्लानिंग का महत्व समझाया है। इस तरह की समस्या से आसानी से निपटने के वित्तीय अनुशासन बहुत जरूरी है। आज हम आपको वर्ल्ड फाइनेंशियल प्लानिंग डे के मौके पर फाइनेंशियल प्लानिंग से जुड़ी कुछ खास बातें बता रहे हैं।

निवेश करना जरूरी
अपनी पहली नौकरी शुरू करने के साथ ही निवेश के बारे में सोचना चाहिए। खर्च के बाद आपके हाथ में जो पैसे बचते हैं उन्हें अपने हिसाब से सही जगह निवेश करना चाहिए। इस वक्त शुरू किया गया निवेश आपका भविष्य सुरक्षित बना सकता है। आप पब्लिक प्रोविडेंट फंड (PPF), म्यूचुअल फंड या RD सहित अन्य जगह निवेश करके आसानी से बड़ा फंड तैयार कर सकते हैं।
हालांकि एक्सपर्ट्स का मानना है कि अगर आप कम उम्र में निवेश करते हैं तो आपको इक्विटी लिंक स्कीम्स में निवेश करना चाहिए ताकि आपको अपने निवेश पर बेहतर रिटर्न मिल सके। इसके लिए आप फाइनेंशियल एक्सपर्ट की सलाह भी ले सकते हैं।

इमरजेंसी फंड क्या आपका निवेश सुरक्षित हाथ में है? बनाना है जरूरी
रिटायरमेंट के लिए पैसा जोड़ने के अलावा नौकरी जाने जैसी आपातकालीन स्थितियों के लिए भी आपको तैयार रहना चाहिए। यह इमरजेंसी फंड आपके कम से कम 5 से 6 महीने के वेतन के बराबर होना चाहिए। इससे आपको कोरोना काल जैसे बुरे वक्त से निपटने में मदद मिलेगी।

हेल्थ इंश्योरेंस लेना रहेगा सही
कोरोना ने लोगों को हेल्थ इंश्योरेंस की अहमियत समझा दी है। ये आपके बुरे समय में काम आता है और बीमारी होने पर आपकी सेविंग्स को इलाज पर खत्म होने से बचाता है। हेल्थ इंश्योरेंस आपको सही इलाज दिलाने में मदद करेगा। कम उम्र क्या आपका निवेश सुरक्षित हाथ में है? में हेल्थ इंश्योरेंस लेने पर आपको इसके लिए कम प्रीमियम चुकाना पड़ेगा।

कम खर्च करें ज्यादा बचाएं
जितना हो सके पैसा बचाने की कोशिश करना चाहिए। क्योंकि बुरे समय में ये पैसा ही आपके काम आएगा। आपको केवल जरूरी कामों पर ही पैसा खर्च करना चाहिए। किसी भी तरह की वित्तीय समस्या से निपटने के लिए वित्तीय अनुशासन बहुत जरूरी है।
वित्तीय अनुशासन के लिए आपको अपने मासिक खर्चों के लिए एक बजट तैयार करना चाहिए और महीने के अंत में वास्तविक खर्चों के साथ बजट की तुलना करनी चाहिए। यह तुलना आपको एहसास कराएगी कि आपने उस महीने में कितना फिजूल खर्च किया है।

जितना जल्दी हो सके कर्ज को निपटाएं
अगर आपने अपनी पढ़ाई या अन्य किसी काम के लिए कोई लोन या कर्ज ले रखा है तो जितनी जल्दी हो सके उसे निपटा दें। क्योंकि आपको उस पर ब्याज देना होता है। इनकम के शुरू होने के साथ ही लोन खत्म करके की कोशिश करना चाहिए।

जरूरत पड़ने पर कम रिटर्न देने वाले निवेश से पैसा निकालें
अगर आपको पैसों की जरूरत पड़ती है तो आपको अपने उस निवेश से पैसा निकालना चाहिए जहां से आपको कम रिटर्न मिल रहा है। कभी भी ज्यादा रिटर्न देने वाले निवेश को नहीं छेड़ना चाहिए।

जितना जल्दी हो सके शुरू करें रिटायरमेंट के लिए निवेश
रिटायरमेंट के लिए बचत शुरू करने का सही समय वह है जब आपको पहली सैलरी मिलती है। ध्यान रखें लंबे क्या आपका निवेश सुरक्षित हाथ में है? समय में बचत में कम्पाउंडिंग की ताकत होती है। जितना देर से बचत शुरू करेंगे तय रकम जोड़ने के लिए उतनी अधिक रकम निवेश करनी होगी।
मान लीजिए आप यदि कोई 25 साल का व्यक्ति 60 की उम्र में रिटायरमेंट तक 1 करोड़ रुपए जोड़ने की प्लानिंग करता है, मान लें निवेश पर 12% सालाना दर रिटर्न मिल रहा हो तो उसे प्रतिमाह करीब 2 हजार रुपए निवेश करने होंगे। जबकि 45 साल की उम्र से निवेश शुरू करने वाले को प्रतिमाह 12 हजार रुपए निवेश करने होंगे।

एक बार की निवेश योजना: प्रभावित करने वाले कारक, पेशेवरों और विपक्ष

One time investment plan

जो लोग म्यूचुअल फंड में पैसा लगाते हैं, वे आमतौर पर एसआईपी के लिए जाते हैं, जिसमें किसी के नाम पर एक निश्चित राशि जमा की जाती है। नियमित छोटे भुगतानों का उपयोग करके धन का निर्माण करना उनके लिए आसान हो जाता है। जानें कि म्यूचुअल फंड और एसआईपी में बुनियादी अंतर क्या है । लेकिन कुछ मामलों में, अनुभवी निवेशक प्रत्यक्ष योजना में एक बड़ी राशि का निवेश करने का विकल्प चुनते हैं, जब यह अच्छा प्रदर्शन नहीं कर रहा है, लेकिन भविष्य में बढ़ेगा। वे प्रत्यक्ष योजनाओं में निवेश करते हैं जहां उन्हें उच्च रिटर्न की बड़ी संभावना दिखाई देती है। इसे एकमुश्त निवेश या एकमुश्त निवेश योजना के रूप में जाना जाता है। जानें कि क्या म्यूचुअल फंड में एकमुश्त निवेश करना आपके लिए सही विकल्प है । जहां एक व्यक्ति एक योजना में धन का निवेश करता है जो लंबे समय में सबसे अधिक संभावना होगी।

कुछ कारक जो एकमुश्त निवेश योजना के निर्णय को प्रभावित करते हैं

बाजार का मूल्यांकन

आपको बाजार में उतार-चढ़ाव के बारे में पता होना चाहिए और इसके लिए, आप पी / ई अनुपात (कमाई के लिए मूल्य) का उपयोग कर सकते हैं। इन गणनाओं के लिए, पिछली 4 तिमाहियों के आंकड़ों पर विचार करें। आप इसके लिए बेंचमार्क पर भी विचार कर सकते हैं, जैसे निफ्टी । निफ्टी पी / ई चाहे निचले या ऊपरी छोर के करीब हो। यदि पी / ई कम है (14 के करीब) से अधिक होने पर लाभ उत्पन्न करने का एक बेहतर मौका है, जब यह उच्च (22 के करीब) है।

निवेश से पहले संभावित रिटर्न और लिक्विडिटी उम्मीदों का अनुमान लगाना

यदि निवेशकों की आवश्यकताएं अल्पावधि के लिए हैं, तो कोई कम अस्थिरता वाले डेट फंड या लिक्विड फंड में निवेश कर सकता है । डेट म्यूचुअल फंड बनाम फिक्स्ड डिपॉजिट के बीच की गई तुलना पर पढ़ें । इसके अलावा, जानें कि 2019 में निवेश करने के लिए बेस्ट डेट फंड क्या हैं । इन फंडों की कम अस्थिरता के कारण, शॉर्ट टर्म परिप्रेक्ष्य के लिए इक्विटी फंडों की तुलना में ये फंड अधिक सुरक्षित हैं। 2019 में निवेश करने के लिए सर्वश्रेष्ठ लघु अवधि के निवेश की योजना के बारे में जानकारी रखें । इसलिए, हम मानते हैं कि लंबी अवधि के लिए इक्विटी फंड में निवेश फलदायी होना चाहिए। सर्वश्रेष्ठ इक्विटी म्यूचुअल फंड का मूल्यांकन करना सीखें । इन फंडों को प्रदर्शन करने के लिए 5 साल या उससे अधिक की अवधि की आवश्यकता होती है।

धैर्य रखें

निवेश के बाद, आपको घबराहट नहीं करनी चाहिए और यदि बाजार लंबे समय में बेहतर किराया नहीं देता है तो एक जल्दबाज़ी में निर्णय लें। यह ध्यान में रखा जाना चाहिए कि समय के साथ प्रदर्शन में सुधार होगा। जैसे, यदि आप Apple Inc. में अभी कुछ पैसे डालते हैं और क्या आपका निवेश सुरक्षित हाथ में है? उम्मीद करते हैं कि यह तुरंत रिटर्न देगा, तो यह आपके लिए अच्छा नहीं होगा। लेकिन अगर आप इस निवेश के साथ धैर्य रखते हैं और इसे बनाए रखते हैं, तो लंबे समय में, यह निश्चित रूप से एक बुद्धिमान विकल्प होगा।

लिप्स को SIP करें

पहली बार निवेशक या निवेशक जो बाजार के उतार-चढ़ाव के बारे में निश्चित नहीं हैं, उन्हें निवेश के इस विकल्प पर विचार करना चाहिए। इस मामले में, निवेश एसआईपी का उपयोग करते हुए लिक्विड फंड या अल्ट्रा-शॉर्ट टर्म फंड में होते हैं । पर पढ़ते रहें कैसे एसआईपी में निवेश करने की है कि आप के लिए सर्वश्रेष्ठ है । इसके अलावा, आपको 2019 में निवेश करने के लिए सबसे अच्छी घूंट योजना के बारे में पढ़ना चाहिए । फिर आप महीनों के दौरान इक्विटी क्या आपका निवेश सुरक्षित हाथ में है? फंड स्कीम में धीरे-धीरे पैसा ट्रांसफर कर सकते हैं। इस तरह, आपको बैंक में निवेश की तुलना में बेहतर रिटर्न मिलेगा और आपको बाजार में समय नहीं लगाना होगा।

एकमुश्त निवेश योजना के पेशेवरों

  • इस तरह से पैसा निवेश करना या तो नकदी को हाथ में रखने या बैंक खाते में सहेजने और कम ब्याज अर्जित करने से बेहतर है।
  • एक बार की निवेश योजना निवेशकों के लिए सुविधा प्रदान करती है क्योंकि निवेशकों को भविष्य में किश्तों का भुगतान करने या निवेश की तारीखों की चिंता करने की आवश्यकता नहीं है।
  • निवेश का उद्देश्य लंबा है। यह बच्चों की शिक्षा, शादी, अचल संपत्ति या अन्य खरीदने के मामले में हो सकता है।
  • निवेश उन परिसंपत्तियों में होते हैं जो लंबे समय में बेहतर किराया देने की गारंटी देते हैं और इसलिए जल्दी शुरू करना महत्वपूर्ण है। पहले आप शुरू करते हैं, दीर्घकालिक वित्तीय लाभ। आप 2019 में निवेश करने के लिए सर्वश्रेष्ठ निवेश योजनाओं या भारत में सर्वश्रेष्ठ निवेश विकल्पों पर भी पढ़ सकते हैं
  • अगर एक बार इक्विटी मार्केट में निवेश किया जाए तो एकमुश्त निवेश योजना की लेनदेन लागत बहुत कम होती है। अगर आप Rs। एकमुश्त निवेश योजना में 10 लाख, तो रु। 100 का होगा शुल्क आयोग लेकिन अगर आप इसे 10 अलग-अलग लेन-देन में विभाजित करते हैं, तो आपको इसके लिए कुल 1,000 रुपये का भुगतान करना होगा। हालांकि SIP निवेश के मामले में, कोई लेनदेन लागत (इकाइयों की खरीद या बिक्री दोनों में) नहीं है। लेकिन 2019 में निवेश करने के लिए सबसे अच्छी एसआईपी योजना क्या है ?

एकमुश्त निवेश योजना की विपक्ष

  • एकमुश्त निवेश योजना के मामले में निवेश किया गया धन, निवेश अनुशासन की कोई भागीदारी नहीं है। इसके अलावा, एकमुश्त सुविधा उपलब्ध होने पर निवेशक को कम रिटर्न जनरेट करने वाले निवेश विकल्पों में निवेश करना पड़ सकता है।
  • बाजार की अस्थिरता के कारण, निवेशक ऐसे समय में उच्च इकाइयां खरीद सकता है जब कीमत अधिक हो और फिर कीमतों में गिरावट देखी जाए क्योंकि निवेश एक बार में होता है। इस मामले में, बीच या नियमित रूप से इकाइयों को खरीदने का कोई विकल्प नहीं है। ऑनलाइन म्युचुअल फंड में निवेश करना सीखें ।
  • लोग आमतौर पर इस प्रकार के निवेशों पर विचार नहीं करते हैं, खासकर इक्विटी योजनाओं में। इसके अतिरिक्त, यदि आपके पास निकट भविष्य में धन की आवश्यकता होगी तो एकमुश्त निवेश सबसे अच्छा विकल्प नहीं हो सकता है। जैसे कि अगर रिटर्न लंबी अवधि के लिए है तो रिटर्न जेनरेट होता है। फिर, अल्ट्रा-शॉर्ट-टर्म फंड या लिक्विड फंड में पैसा निवेश करना बेहतर विकल्प होगा।

WealthBucket में क्या आपका निवेश सुरक्षित हाथ में है? हमारी विशेषज्ञ सेवाएं म्युचुअल फंड में आपके निवेश को परेशानी मुक्त बनाती हैं। जब आप इक्विटी फंड , लार्ज-कैप फंड , लिक्विड फंड या मल्टी-कैप फंड और कई और अधिक निवेश करना चाहते हैं, तो हमारी टीम केवल हमारे ग्राहकों को ओवर-डिलीवरी करने में विश्वास करती है । आप या तो हमसे +91 8750005655 पर संपर्क कर सकते हैं या हमसे [email protected] पर ईमेल कर सकते हैं

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