एक्सपोनेंशियल मूविंग एवरेज

स्टॉक मार्केट में एक कांसेप्ट है – Market Price of Stock Discounts Everything,
एक्सपोनेंशियल मूविंग एवरेज
इस अंक में तकनीकी विश्लेषक सुनील मिंगलानी बता रहे हैं मूविंग एवरेज के बारे में, जो सूचकांक, शेयर या किसी भी अन्य चार्ट में दिशा को समझने में मददगार होते हैं।
जब बाजार ऊपर या नीचे की ओर किसी रुझान के साथ के चल रहा हो तो इनसे पता चलता है कि वह रुझान जारी है या दिशा पलट रही है।
मूविंग एवरेज व्यापक रूप से इस्तेमाल होने वाला एक बहुमुखी संकेतक है। यह भाव के अत्याधिक उतार-चढ़ाव को सीधा करके मौजूदा रुझान की सही दिशा बताता है। इसका इस्तेमाल अन्य कई संकेतक बनाने में भी किया जाता है।
मूविंग एवरेज के दो मुख्य प्रकार हैं - सिंपल मूविंग एवरेज (एसएमए) और एक्सपोनेंशियल मूविंग एवरेज (ईएमए)। सिंपल मूविंग एवरेज एक तय अवधि में भाव के औसत मूल्य से बनता है। गणना के लिए समापन मूल्य यानी बंद भाव का उपयोग किया जाता है।
उदाहरण के तौर पर, पाँच दिनों का सिंपल मूविंग एवरेज निकालने के लिए पिछले पाँच दिनों के बंद भाव को पाँच से विभाजित किया जाता है। इसके बाद हर एक दिन बीतने पर उस नये दिन के भाव को गणना में शामिल करके छह दिन पुराने मूल्य को हटा दिया जाता है। इस प्रक्रिया को बार-बार दोहराने से एक चलती हुई एक्सपोनेंशियल मूविंग एवरेज औसत (मूविंग एवरेज) रेखा बन जाती है।
मूविंग एवरेज ऐसा संकेतक है, जो हमेशा मूल्य के पीछे-पीछे चलता है। इस कारण सिंपल मूविंग एवरेज मूल्य में अचानक परिवर्तन का असर कुछ समय बाद ही दिखा पाता है। इस दोष को दूर करने के लिए एक्सपोनेंशियल मूविंग एवरेज (ईएमए) का उपयोग किया जाता है। ईएमए सबसे हाल के मूल्य परिवर्तन को अधिक मान्यता देकर मूल्य और औसत की दूरी को कम करता है। इस प्रकार यह औसत एसएमए से तेज चलता है। विश्लेषक अपनी सुविधानुसार सिंपल या एक्सपोनेंशियल औसत का प्रयोग करते हैं।
औसत की अवधि कितनी होनी चाहिए, इसका कोई एक उत्तर नहीं दिया जा सकता। कम अवधि के लिए कारोबार करने वाले निवेशक 5, 10 और 20 की अवधि के औसत का इस्तेमाल करते हैं। लंबी अवधि के लिए काम करने वाले निवेशकों के लिए 50, 100 और 200 अवधि के औसत उपयुक्त हैं। आम तौर पर 5 दिनों के कार्य-काल का एक सप्ताह बनता है, 10 दिनों का दो सप्ताह, 20 दिनों का एक महीना, 50 दिनों की एक तिमाही, 100 दिनों का आधा वर्ष और 200 दिनों का एक वर्ष बनता है. ऐसा भी देखा गया है कि किसी खास शेयर के लिए कोई खास औसत ज्यादा प्रभावी होता है। ऐसे औसत का पता बार-बार प्रयास करके ही लगाना पड़ता है।
मूविंग एवरेज किसी रुझान रेखा की तरह ही काम करती है। मूल्य को इन पर समर्थन और प्रतिरोध दोनों मिलता है। सौदे करने का एक तरीका यह हो सकता है कि जब मूल्य किसी खास मूविंग एवरेज की बाधा को पार कर ले तो उसे खरीद लें और जब उसके समर्थन को तोड़ दे तो उसे बेच दें।
दूसरा तरीका यह है कि जब छोटी अवधि की औसत रेखा बड़ी अवधि की रेखा को ऊपर की दिशा में काट दे तो खरीदारी करें और जब यह नीचे की दिशा में काटे तो बिकवाली करें।
जब भी किसी शेयर के मूल्य का रुझान ऊपर या नीचे, किसी भी एक तरफ बना हुआ है तो उपरोक्त पद्धति अत्यंत ही लाभदायक है। लेकिन निवेशक ध्यान रखें कि जब मूल्य दिशाहीन हो जाता है तो यह पद्धति कारगर नहीं हो पाती है।
(निवेश मंथन, मार्च 2013)
EMA – Exponential Moving Average क्या है?
EMA एक टेक्निकल एनालिसिस का एक टूल है, जिसकी मदद से हमें स्टॉक मार्केट में स्टॉक के भाव के बारे में एनालिसिस करने में मदद मिलती है, जैसा हमने देखा इसका पूरा एक्सपोनेंशियल मूविंग एवरेज नाम है – Exponential Moving Average, (एक्सपोनेंशियल मूविंग एवरेज)
और वास्तव में EMA एक मूविंग एवरेज का प्रकार है, इससे पहले मूविंग एवरेज के बारे में देखा था, समझा था,
EMA – मूविंग एवरेज का एक प्रकार
मूविंग एवरेज मुख्य रूप से दो प्रकार एक्सपोनेंशियल मूविंग एवरेज के होते है –
पहला – SIMPLE MOVING AVERAGE (सिंपल मूविंग एवरेज ) जिसे short में SMA कहा जाता है, और SIMPLE MOVING AVERAGE के कैलकुलेशन में सभी DATA POINT को एक समान महत्व दिया जाता है,
दूसरा – Exponential Moving Average (एक्सपोनेंशियल मूविंग एवरेज) जिसे short में EMA कहा जाता है, और Exponential MOVING AVERAGE के कैलकुलेशन में DATA POINT के शुरुआत के DATA को कम महत्व दिया जाता है और LATEST DATA POINT को ज्यादा महत्व दिया जाता है,
SMA और EMA में अंतर
- SMA और EMA में सबसे बड़ा अंतर DATA के महत्व का है, जहा SMA में सभी DATA POINT एक बराबर माना जाता है, और SMA का कैलकुलेशन काफी हद तक सामान्य औसत के कैलकुलेशन जैसा होता है, जबकि EMA में DATA POINT के शुरुआत के DATA एक्सपोनेंशियल मूविंग एवरेज को कम महत्व दिया जाता है और LATEST DATA POINT को ज्यादा महत्व दिया जाता है,
- SMA का कैलकुलेशन काफी आसान है, और हम इसे आसानी से कर सकते है, जबकि EMA का कैलकुलेशन करना कठिन हो जाता है, क्योकि DATA POINT के महत्व को कैलकुलेट करने में दिक्कत आती है,
हालाँकि SMA या फिर EMA दोनों के कैलकुलेशन किसी भी टेक्निकल एनालिसिस के चार्ट सॉफ्टवेयर में बड़ी आसानी से की जा सकती है, हमें इस मैन्युअली कैलकुलेट करने की जरुरत नहीं होती,
EMA – Exponential Moving Average का क्या इस्तेमाल है?
स्टॉक मार्केट में एक कांसेप्ट है – Market Price of Stock Discounts Everything,
यानि किसी स्टॉक का मार्केट price उस स्टॉक से जुडी सभी तरह के जानकारी को बता देता है, और इस कारण से स्टॉक का लेटेस्ट price सबसे महत्वपूर्ण पॉइंट बन जाता है, Latest price Point में उस स्टॉक की सभी तरह की जानकारी शामिल मानी जाती है,
और इसी कारण से टेक्निकल एनालिसिस के समय सिंपल मूविंग एवरेज जो सभी data point को एक समान महत्व देता है, उसे उतना इफेक्टिव नहीं माना जाता है,
और मूविंग एवरेज के बेहतर इस्तेमाल के लिए Exponential Moving Average (EMA) को इस्तेमाल में लिया जाता है, क्योकि जैसा हमने पहले देखा EMA के कैलकुलेट करने के लिए हम LATEST DATA POINT को ज्यादा महत्व देते है,
और इसी कारण से EMA का इस्तेमाल करके हम स्टॉक के Price movement और stock के bullish या bearish trend को कन्फर्म करते है,
EMA – Exponential Moving Average का कैलकुलेशन
दूसरी तरफ अगर बात की जाये Exponential Moving Average (EMA) को कैलकुलेट करने की तो EMA को कैलकुलेट करना थोडा MATHEMATICAL हो सकता है,
लेकिन चार्टिंग सॉफ्टवेयर की मदद से इस आसानी से कैलकुलेट किया जा सकता है,
चार्टिंग सॉफ्टवेयर में बस आपको EMA नाम के TOOLS को सेलेक्ट करना होगा, और बाद में आपको सॉफ्टवेयर में ये INPUT लिखना होगा कि आप कितने समय (TIME FRAME) के अनुसार EMA कैलकुलेट करना चाहते है,
जैसे – 5 DAYS, 10 DAYS, 15 DAYS, 20 DAYS, 50 DAYS,
और इस तरह आप बड़ी आसानी से आपको चार्ट पर एक EMA की लाइन मिल जाएगी,
इसके अलावा अगर बात बात की जाये कि EMA को कैलकुलेट करने के पीछे क्या PROCCESS है तो वो कुछ इस प्रकार है –
अगर किसी स्टॉक का १ से 20 तारीख का DATA दिया हुआ है, और हमें 5 DAYS का EMA निकालना है तो सबसे लेटेस्ट DATA यानि पांचवे और चौथे दिन के DATA को महत्वपूर्ण मानते हुए LATEST DATA POINT को एक खास WEIGHTAGE (भार) दिया जाता है , और फिर उसके अनुसार EMA कैलकुलेट किया जाता है,
जैसे मैंने पहले कहा ,
EMA को मैन्युअली कैलकुलेट करने में काफी समय लग सकता है, लेकिन सॉफ्टवेर की मदद से इस आसानी से 2 सेकंड में किया जा सकता है,
EMA – Exponential Moving Average के ऊपर कैसे TRADE लिया जाये?
ध्यान देने वाली बात ये है कि सिर्फ MOVING AVERAGE चाहे SMA हो या EMA, इन के आधार पर भी आप स्टॉक खरीद और बेच सकते है,
जैसा आपको पता है कि SMA या EMA चार्ट में कैलकुलेट करने पर हमें एक MOVING AVERAGE LINE मिल जाती है,
अब इस LINE को ध्यान में रखते हुए हम TRADE ले सकते है,
आइए जानते है कैसे ?
- CURRENT PRICE अपने AVERAGE PRICE से ऊपर होने पर – अगर स्टॉक का करंट प्राइस अपने मूविंग एवरेज की लाइन से ऊपर जा रहा है, इसका मतलब मार्केट BULLISH है और इसलिए हम भी स्टॉक खरीद सकते और बुलिश ट्रेंड का लाभ उठा कर प्रॉफिट बुक कर सकते है,
- CURRENT PRICE अपने AVERAGE PRICE से नीचे होने पर – अगर स्टॉक का करंट प्राइस अपने मूविंग एवरेज की लाइन से नीचे जा रहा है, इसका मतलब मार्केट BEARISH है और इसलिए हम भी स्टॉक में SHORT SELLING के मौके की तलाश करना चाहिए, ताकि BERAISH TREND का लाभ उठाया जा सके,.
- SIDEWAYS MARKET – ध्यान देने वाली बात ये है कि MOVING AVERAGE SIDEWAYS TREND में सही तरह से काम नहीं करता है, और इसलिए SIDEWAYS MARKET के समय आपको इसका इस्तेमाल करते समय बहुत सावधानी रखनी चाहिए,
EMA का SWING ट्रेडिंग में इस्तेमाल
अगर आप SWING TRADING करते है, तो आप EMA के ऊपर ट्रेड ले सकते है, EMA के ऊपर बहुत POPULAR स्ट्रेटेजीज है, जिसे 50 DAYS EMA की स्ट्रेटेजीज कहा जाता है,
इसके आधार पर TRADE का SET UP कुछ इस तरह से हो सकता है –
1 . BUY and HOLD POSITION – जब CURRENT MARKET PRICE, 50 DAYS के EMA से ऊपर जा रहा तो हमें अपनी POSITION को LONG रखना है, यानि स्टॉक खरीदना है और उसे तब तक HOLD करना है जब तक BULLISH TREND चलता जा रहा है,
जैसे ही TREND के REVERESAL का संकेत मिले तो प्रॉफिट बुक करके स्टॉक से बाहर निकाल जाना है,
2. SELL AND EXIT– इस तरह 50 DAYS का EMA जब करंट मार्केट प्राइस से नीचे जाने लगे तो हमें उस स्टॉक को बेच कर स्टॉक से बाहर हो जाना चाहिए
आशा करता हु कि TECHNICAL ANALYSIS के ये टॉपिक, आपको जरुर पसंद आया होगा, साथ ही अपने सुझाव, सवाल और कमेंट को निचे जरुर लिखे,
मूविंग एवरेज एस्प्लेनेड - मूविंग एवरेज क्या है
मूविंग एवरेज समय का एक दिया अवधि औसत कीमत पता चलता है कि एक तकनीकी विश्लेषण उपकरण है, जो प्रयोग किया जाता है मूल्य के उतार चढ़ाव करने के लिए और इसलिए प्रवृत्ति दिशा और ताकत को निर्धारित करने के लिए .
औसत की विधि के आधार पर, सिंपल मूविंग एवरेज (SMA), स्मूथेड मूविंग एवरेज (SMMA) and एक्सपोनेंशियल मूविंग एवरेज (EMA).
मूविंग एवरेज का उपयोग कैसे करें
आम तौर पर चलती औसत घटता विश्लेषण निम्नलिखित सिद्धांतों में शामिल :
- दिशा चलती औसत वक्र की अवधि से अधिक प्रचलित रुझान को दर्शाता है ;
- बड़ी अवधि औसत ठंड हो जाते हैं, जबकि कम-अवधि के औसत और अधिक झूठे संकेतों, दे सकता है ;
- (कमी) को बढ़ाने के लिए संवेदनशीलता की एक अवस्था (वृद्धि) अवधि के औसत के कम होना चाहिए ;
- एवरेज कर्व्स अरे मोरे उसेफुल इन ट्रेंडिंग एनवायरनमेंट .
कपरिंग मूविंग एवरेज विथ प्राइस मूवमेंट्स :
- एक मजबूत खरीदें (बेचना) संकेत पैदा अगर कीमत नीचे से अपनी बढ़ती (गिरते) चलती औसत वक्र (ऊपर से) पार ;
- एक कमजोर खरीदें (बेचना) संकेत अगर कीमत नीचे से पार करती चलती औसत वक्र (बढ़ती) इसके गिरने (ऊपर से) उत्पन्न होती हैं .
कपरिंग मूविंग एवरेज कर्व्स ऑफ़ डिफरेंट पीरियड्स :
- एक बढ़ती (गिरते) निचले-अवधि वक्र नीचे से एक और बढ़ती (गिरते) लंबी अवधि वक्र (ऊपर) पार कर एक मजबूत खरीदें (बेचना) संकेत देता है ;
- एक बढ़ती (गिरते) निचले-अवधि के नीचे से एक और लंबी अवधि की अवस्था (बढ़ती) देता है (ऊपर) गिरने पार वक्र एक कमजोर सिग्नल (बेचें) खरीदें .
मूविंग एवरेज (MA) इंडिकेटर
मूविंग एवरेज ट्रेडिंग स्ट्रेटेजी
चलती औसत रणनीति अनिवार्य रूप से मतलब है निम्नलिखित एक प्रवृत्ति है। इसका उद्देश्य एक नई प्रवृत्ति या एक प्रवृत्ति उत्क्रमण की शुरुआत का संकेत है। इस के साथ साथ, अपने मुख्य उद्देश्य प्रवृत्ति की प्रगति को ट्रैक करने के लिए और एक ही अर्थ है कि तकनीकी विश्लेषण करने का प्रयास करता बाजार कार्रवाई नहीं की भविष्यवाणी करने के लिए है। अपने स्वभाव से, चलती औसत अनुयायी है; यह कह रही है कि एक नया चलन शुरू हो गया है या उलट केवल इस तथ्य के बाद बाजार इस प्रकार .
मूविंग एवरेज फार्मूला (कैलकुलेशन)
कैसे उपयोग करें मार्किट फैसिलिटेशन इंडेक्स व्यापार मंच में
फोरेक्स संकेतकFAQ
क्या विदेशी मुद्रा संकेतक है?
फोरेक्स तकनीकी विश्लेषण संकेतकों का उपयोग नियमित रूप से व्यापारियों द्वारा विदेशी मुद्रा बाजार में मूल्य आंदोलनों की भविष्यवाणी करने के लिए किया जाता है और इस प्रकार विदेशी मुद्रा बाजार में पैसा बनाने की संभावना बढ़ जाती है। विदेशी मुद्रा संकेतक वास्तव में आगे बाजार पूर्वानुमान के लिए एक विशेष ट्रेडिंग इंस्ट्रूमेंट की कीमत और मात्रा को ध्यान में रखते हैं.
जठी तकनीकी संकेतक क्या हैं?
टेक्निकल विश्लेषण, जो अक्सर विभिन्न व्यापारिक रणनीतियों में शामिल होता है, को तकनीकी संकेतकों से अलग नहीं माना जा सकता है। कुछ संकेतकों का उपयोग शायद ही कभी किया जाता है, जबकि अन्य कई व्यापारियों के लिए लगभग अपूरणीय हैं। हमने 5 सबसे लोकप्रिय तकनीकी विश्लेषण संकेतकों पर प्रकाश डाला: मूविंग एवरेज (MA), एक्सपोनेंटियल मूविंग एवरेज (EMA), स्टोचस्टिक ऑसिलेटर, बोलिंगर बैंड, मूविंग एवरेज कन्वर्जेंस फर्क (MACD).
तकनीकी संकेतकों का उपयोग कैसे करें?
ट्रेडिंग रणनीतियों को आमतौर पर पूर्वानुमान सटीकता बढ़ाने के लिए कई तकनीकी विश्लेषण संकेतकों की आवश्यकता होती है। तकनीकी संकेतकों में पिछड़ने से पिछले रुझान दिखाई देते हैं, जबकि प्रमुख संकेतक आगामी चालों की भविष्यवाणी करते हैं। ट्रेडिंग संकेतकों का चयन करते समय, विभिन्न प्रकार के चार्टिंग टूल्स जैसे वॉल्यूम, गति, अस्थिरता और ट्रेंड इंडिकेटर पर भी विचार करें.
दो संकेतक विदेशी मुद्रा में काम करते हैं?
2 प्रकार के संकेतक हैं: पिछड़ और अग्रणी। पिछले आंदोलनों और बाजार उलटफेर पर आधार संकेतकों का आधार है, और अधिक प्रभावी होते हैं जब बाजार दृढ़ता से रुझान कर रहे होते हैं। प्रमुख संकेतक भविष्य में मूल्य चालों और रिवर्सल की भविष्यवाणी करने की कोशिश करते हैं, उनका उपयोग आमतौर पर रेंज ट्रेडिंग में किया जाता है, और चूंकि वे कई झूठे संकेतों का उत्पादन करते हैं, इसलिए वे ट्रेंड ट्रेडिंग के लिए उपयुक्त नहीं हैं
What Is Moving Average | How To Calculate Moving Average | Moving Average Ke Fayede
मूविंग एवरेज क्या होता है और ये कैसे काम करता है - WHAT IS MOVING AVERAGE & HOW IT WORKS - अगर आप ट्रेडिंग करते है या सीखना चाहते हैं तो ये नाम आपको सुना - सुना सा अवश्य लगेगा जब आप स्टॉक ट्रेडिंग के लिए स्टॉक का चुनाव करते हैं तो ये कुछ पैरामीटर की आपको काफी आवश्यकता पड़ेगी तभी आप सही और अच्छे स्टॉक का चुनाव कर पाएंगे
जैसा मैंने आपसे पहले भी बताया था कि स्टॉक के चुनाव के वक़्त जितने ज्यादा इंडिकेटर और पैरामीटर मिलते हैं उतना हमारा स्टॉक के प्रति विश्वास बढ़ता है वो हमारी उम्मीदों पर खरा उतरता है तो चलिए शुरू करते हैं कि मूविंग एवरेज क्या होता है
मूविंग एवरेज का अर्थ हिंदी में गतिशील औसत होता है यानि कि इसको हम ऐसा औसत कह सकते हैं जो गतिशील है मतलब कि समय के साथ आगे बढ़ना मतलब मूव होना और हर औसत, पिछले औसत से आगे चलना जबकि टाइम फ्रेम निश्चित रहता है मूविंग एवरेज को टेक्निकल एनालिसिस में अलग - अलग टाइम फ्रेम के सामान्य एवरेज को चार्ट में एक साथ अलग - अलग लाइन के साथ भी देखा जाता है
मूविंग एवरेज ( MA ) & सिंपल मूविंग एवरेज ( SMA ) में अंतर
कुछ लोग इन दोनों को अलग - अलग मानते हैं जबकि वास्तव में ये एक ही होते हैं मूविंग एवरेज ( MA ) की बात होती है तो ये वास्तव में सिंपल मूविंग एवरेज ( SMA ) की ही बात हो रही होती है बस कुछ लोग इसे मूविंग एवरेज ( MA ) कहते हैं तो कुछ लोग इसे सिंपल मूविंग एवरेज ( SMA ) इसीलिए शेयर मार्किट में नये लोग कंफ्यूज हो जाते हैं
टेक्निकल एनालिसिस में मूविंग एवरेज को उपयोग में लिया जाता है और इसे चार्ट में एक लाइन के द्वारा प्रदर्शित किया जाता है और यह लाइन वास्तव में कई औसत के बिंदुओं को मिला करके बनाया जाता है उदाहरण के तौर पर अगर हम पर १० दिन के औसत की बात करें तो जिस दिन से मूविंग एवरेज कैलकुलेट करने की बात की जा एक्सपोनेंशियल मूविंग एवरेज रही है
तो पिछले १० दिन का औसत फिर अगले दिन से पिछले १० दिन का औसत इन्ही बिंदुओं को मिला के मूविंग एवरेज की लाइन खींची जाती है वैसे आपको बतादूँ कि आपको इतनी मेहनत और कैलकुलेशन करने की कोई आवश्यकता नहीं हैं
हम जो भी चार्ट इस्तेमाल कर रहे होते हैं उसमे हमें ये सुविधा दी गयी होती है यहां मै सिर्फ आपको इसका मतलब समझाने की कोशिश कर रही थी वैसे नीचे मैंने एक चित्र दिखाया है आपको समझाने के लिए जिसमे लाल और हरी लाइन MA और EMA की हैं यहां हम सिर्फ MA की बात कर रहे हैं EMA को हम अगले अध्याय में समझेंगे
हम जो भी अपनी जिंदगी में औसत शब्द का इस्तेमाल करते हैं उसमे औसत सिर्फ एक होता है जैसे कोई व्यक्ति कार से कहीं घूमने जाता है तो पहले दिन 8 Km. दूसरे दिन 14 Km. तीसरे दिन 12 Km. चौथे दिन 18 Km. तो अगर आपको एवरेज निकलना आता है तो आप स्वयं निकाल सकते हैं नहीं तो मै आपको बताती हूँ कुल घूमने की संख्या / दिनों की संख्या
तो इस प्रकार एवरेज 13 आया तो ये कहा जायेगा की उस व्यक्ति ने औसत कार 13 Km. चलायी तो चलिए अब देखते हैं कि मूविंग एवरेज कैसे बनता है और ये कैसे काम करता है
मूविंग एवरेज कैसे बनता है और ये कैसे काम करता है
जैसा कि हमने अभी तक आपको बताया कि मूविंग एवरेज एक लाइन होती है और ये कई अलग - अलग बिंदुओं को मिला करके बनाई जाती है लेकिन जब औसत संख्याओं कि एक सीरीज को आगे बढ़ता हुआ दिखाया जाता है तो उसी को मूविंग एवरेज कहा जाता है मूविंग एवरेज निकालने के लिए जो आवश्यक डाटा की जरुरत पड़ती है वो निम्न हैं
1. टाइम फ्रेम : माना अगर 10 दिन का मूविंग एवरेज निकलना है आपको तो पिछले 10 दिन का पहला पॉइंट ही आपके मूविंग एवरेज का पहला पॉइंट होगा
2. अगला एवरेज : अब ऐसे ही अगले 10 दिन के लिए भी पिछले बिंदुओं को मिलाया जाता है जैसे ऊपर मैंने कार का उदाहरण भी दिया था
ये तो एक टेक्निकल बात थी हो सकता है कि इसमें आपको काफी सारी चीजें समझ में ना आयी हों तो चिंता की कोई बात नहीं ये सिर्फ आपको इसका मतलब समझाने के लिए था बाकी आप जब चार्ट बनाएंगे तो आप उसमे मूविंग एवरेज को दिन के हिसाब से खुद सेट कर सकते हो लेकिन समझाना इसलिए जरूरी होता है कि हर एक चीज का बेसिक समझना बेहद जरूरी होता है मै इसको एक चार्ट के माध्यम से आपको दिखाती हूँ
अधिकतर चार्ट में हम दो या तीन मूविंग एवरेज को रखते हैं किन्तु अभी मैंने आपको केवल एक मूविंग एवरेज के बारे में बताया है अब मै आपको अगले अध्याय में अगले मूविंग एवरेज के बारे में बताउंगी जिसको एक्सपोनेंशियल मूविंग एवरेज कहा जाता है दोस्तों ये आपको ट्रेड लेने के लिए जानना बेहद जरुरी है क्योंकि इसके बिना आपका चार्ट अधूरा है तो अब मिलते हैं
आपको मेरा ये लेख कैसा लगा ये आप कमेंट करके अवश्य बताएं और कोई सवाल हो तो भी पूछें आपको आपके हर सवाल का जवाब अवश्य मिलेगा और मुझे फॉलो करलें ताकि मेरी अगली पोस्ट का नोटिफिकेशन आपको मिल जाये - धन्यवाद्
घातीय मूविंग एवरेज (EMA)
एक घातीय मूविंग एवरेज (ईएमए) एक प्रकार का मूविंग एवरेज ( एमए ) है जो सबसे अधिक डेटा पॉइंट पर अधिक वजन और महत्व रखता है। घातीय चलती औसत को घातीय रूप से भारित चलती औसत भी कहा जाता है । एक घातीय रूप से भारित चलती औसत एक साधारण चलती औसत ( SMA ) की तुलना में हाल के मूल्य परिवर्तनों के लिए काफी अधिक प्रतिक्रिया करता है, जो कि अवधि में सभी टिप्पणियों के लिए एक समान भार लागू होता है।
चाबी छीन लेना
- ईएमए एक चलती औसत है जो सबसे हालिया डेटा बिंदुओं पर अधिक वजन और महत्व रखता है।
- सभी चलती औसत की तरह, इस तकनीकी संकेतक का उपयोग ऐतिहासिक औसत से क्रॉसओवर और डायवर्जेंस के आधार पर सिग्नल खरीदने और बेचने के लिए किया जाता है।
- व्यापारी अक्सर कई अलग-अलग ईएमए लंबाई का उपयोग करते हैं, जैसे कि 10-दिन, 50-दिन और 200-दिवसीय चलती औसत।
ईएमए के लिए सूत्र है
जबकि चौरसाई कारक के लिए कई संभावित विकल्प हैं, सबसे आम विकल्प है:
यह सबसे हालिया अवलोकन को अधिक वजन देता है। यदि चौरसाई कारक को बढ़ाया जाता है, तो हाल ही के अवलोकन का ईएमए पर अधिक प्रभाव पड़ता है।
ईएमए की गणना
ईएमए की गणना एसएमए की तुलना में एक अधिक अवलोकन की आवश्यकता है। मान लीजिए कि आप ईएमए के लिए टिप्पणियों की संख्या के रूप में 20 दिनों का उपयोग करना चाहते हैं। फिर, आपको एसएमए प्राप्त करने के लिए 20 वें दिन तक इंतजार करना होगा। 21 वें दिन, आप फिर पिछले दिन से एसएमए का उपयोग कल के लिए पहले ईएमए के रूप में एक्सपोनेंशियल मूविंग एवरेज कर सकते हैं।
SMA के लिए गणना सीधी है। यह केवल एक समयावधि के दौरान स्टॉक के समापन मूल्यों का योग है, उस अवधि के लिए टिप्पणियों की संख्या से विभाजित। उदाहरण के लिए, एक 20-दिवसीय एसएमए पिछले 20 व्यापारिक दिनों के लिए समापन मूल्यों का योग है, जिसे 20 से विभाजित किया गया है।
अगला, आपको ईएमए को चौरसाई (भार) के लिए गुणक की गणना करनी चाहिए, जो आमतौर पर सूत्र का अनुसरण करता है: [2 of (टिप्पणियों की संख्या + 1)]। 20-दिवसीय चलती औसत के लिए, गुणक [2 / (20 + 1)] = 0.0952 होगा।
अंत में, वर्तमान ईएमए की गणना के लिए निम्न सूत्र का उपयोग किया जाता है:
- EMA = समापन मूल्य x गुणक + EMA (पिछला दिन) x (1-गुणक)
ईएमए हाल की कीमतों के लिए एक उच्च वजन देता है, जबकि एसएमए सभी मूल्यों को समान वजन प्रदान करता है। सबसे हाल की कीमत के लिए दिया गया भार एक छोटी अवधि के ईएमए की तुलना में लंबी अवधि के ईएमए के लिए अधिक है। उदाहरण के लिए, एक 18.18% गुणक को 10-अवधि ईएमए के लिए सबसे हाल के मूल्य डेटा पर लागू किया जाता है, जबकि 20-अवधि ईएमए के लिए वजन केवल 9.52% है।
ईएमए की थोड़ी भिन्नताएं भी हैं, जो समापन मूल्य का उपयोग करने के बजाय खुले, उच्च, निम्न, या औसत मूल्य का उपयोग करके आती हैं।
घातीय मूविंग औसत आपको क्या बताता है?
12- और 26-दिवसीय घातीय मूविंग एवरेज (ईएमए) अक्सर सबसे अधिक उद्धृत और विश्लेषण किए जाने वाले अल्पकालिक औसत होते हैं। 12- और 26-दिन का उपयोग चलती औसत अभिसरण विचलन ( एमएसीडी ) और प्रतिशत मूल्य दोलक ( पीपीओ ) जैसे संकेतक बनाने के लिए किया जाता है । सामान्य तौर पर, लंबी अवधि के रुझानों के संकेतक के रूप में 50- और 200-दिवसीय ईएमए का उपयोग किया जाता है। जब एक शेयर की कीमत अपने 200-दिवसीय चलती औसत को पार करती है, तो यह एक तकनीकी संकेत है जो एक उलट हुआ है।
तकनीकी विश्लेषण को नियोजित करने वाले व्यापारी सही ढंग से लागू होने पर चलती औसत को बहुत उपयोगी और व्यावहारिक पाते हैं। हालांकि, उन्हें यह भी पता चलता है कि एक्सपोनेंशियल मूविंग एवरेज अनुचित या गलत तरीके से इस्तेमाल किए जाने पर ये संकेत कहर ढा सकते हैं। तकनीकी विश्लेषण में आमतौर पर उपयोग किए जाने वाले सभी मूविंग एवरेज, उनके स्वभाव से, लैगिंग संकेतकों द्वारा होते हैं ।
नतीजतन, किसी विशेष बाजार चार्ट में एक चलती औसत को लागू करने से निकाले गए निष्कर्षों को बाजार की चाल की पुष्टि करने या अपनी ताकत का संकेत देने के लिए होना चाहिए। बाजार में प्रवेश करने का इष्टतम समय अक्सर एक चलती औसत से पहले गुजरता है जिससे पता चलता है कि प्रवृत्ति बदल गई है।
एक ईएमए कुछ हद तक लैग के नकारात्मक प्रभाव को कम करने का काम करता है। क्योंकि ईएमए गणना नवीनतम डेटा पर अधिक भार डालती है, इसलिए यह मूल्य कार्रवाई को थोड़ा अधिक कसकर “अधिक” करता है और अधिक तेज़ी से प्रतिक्रिया करता है। यह तब वांछनीय है जब ईएमए का उपयोग ट्रेडिंग एंट्री सिग्नल प्राप्त करने के लिए किया जाता है।
सभी चलती औसत संकेतकों की तरह, ईएमए ट्रेंडिंग बाजारों के लिए बेहतर अनुकूल हैं । जब बाजार एक मजबूत और निरंतर अपट्रेंड में होता है, तो ईएमए संकेतक लाइन एक डाउनट्रेंड के लिए एक अपट्रेंड और इसके विपरीत भी दिखाएगी। एक सतर्क व्यापारी ईएमए लाइन की दिशा और एक बार से दूसरे में परिवर्तन की दर के संबंध पर ध्यान देगा । उदाहरण के लिए, मान लीजिए कि एक मजबूत अपट्रेंड की कीमत कार्रवाई समतल और रिवर्स शुरू होती है। एक से अवसर लागत की दृष्टि से, यह एक और अधिक तेजी से निवेश करने के लिए स्विच करने के लिए सही समय है।
ईएमए का उपयोग कैसे करें के उदाहरण
ईएमए आमतौर पर महत्वपूर्ण बाजार चालों की पुष्टि करने और उनकी वैधता का आकलन करने के लिए अन्य संकेतकों के साथ संयोजन में उपयोग किया जाता है। उन व्यापारियों के लिए जो इंट्राडे और तेजी से बढ़ते बाजारों में व्यापार करते हैं, ईएमए अधिक लागू होता है। बहुत बार, व्यापारी ईएमए का उपयोग व्यापारिक पूर्वाग्रह निर्धारित करने के लिए करते हैं। यदि एक दैनिक चार्ट पर एक ईएमए एक मजबूत ऊपर की ओर रुझान दिखाता है, तो इंट्राडे ट्रेडर की रणनीति केवल लंबे समय तक व्यापार करने की हो सकती है।
ईएमए और एसएमए के बीच अंतर
एक ईएमए और एक एसएमए के बीच प्रमुख अंतर यह है कि प्रत्येक व्यक्ति अपनी गणना में उपयोग किए गए डेटा में परिवर्तन दिखाता है।
अधिक विशेष रूप से, ईएमए हाल की कीमतों को अधिक वजन देता है, जबकि एसएमए सभी मूल्यों को समान भार प्रदान करता है। दो औसत समान हैं क्योंकि उन्हें एक ही तरीके से व्याख्या की जाती है और दोनों का आमतौर पर तकनीकी व्यापारियों द्वारा मूल्य में उतार-चढ़ाव को सुचारू करने के लिए उपयोग किया जाता है। चूंकि ईएमए पुराने डेटा की तुलना में हालिया डेटा पर अधिक भार डालते हैं, इसलिए वे एसएमएएस की तुलना में नवीनतम मूल्य परिवर्तनों के लिए अधिक उत्तरदायी हैं । यह ईएमए के परिणामों को अधिक सामयिक बनाता है और बताता है कि वे कई व्यापारियों द्वारा क्यों पसंद किए जाते हैं।
ईएमए की सीमाएं
यह स्पष्ट नहीं है कि समय अवधि में हाल के दिनों में अधिक जोर दिया जाना चाहिए या नहीं। कई व्यापारियों का मानना है कि नया डेटा सुरक्षा के मौजूदा रुझान को बेहतर ढंग से दर्शाता है। इसी समय, दूसरों को लगता है कि हाल की तारीखों में अधिक वजन एक पूर्वाग्रह बनाता है जो अधिक झूठे अलार्म की ओर जाता है।
इसी तरह, ईएमए ऐतिहासिक आंकड़ों पर पूरी तरह निर्भर करता है। कई अर्थशास्त्रियों का मानना है कि बाजार कुशल हैं, जिसका मतलब है कि बाजार की मौजूदा कीमतें पहले से ही सभी उपलब्ध सूचनाओं को दर्शाती हैं। यदि बाजार वास्तव में कुशल हैं, तो ऐतिहासिक डेटा का उपयोग करके हमें संपत्ति की कीमतों की भविष्य की दिशा के बारे में कुछ भी नहीं बताना चाहिए।