सामूहिक निवेश क्या है?

यह प्रयास (अनीमिया-मुक्त भारत) डिनोमिनेटर - आधारित एचएमआईएस रिर्पोटिंग,आयरन एवं फॉलिक एसिड आपूर्ति की पूर्व तैयारी रखने,अनीमिया के लिए राष्ट्रीय एवं राज्य स्तर पर उत्कृष्टता और उन्नत अनुसंधान केंद्र स्थापित करने पर ज़ोर देता है।
Mutual Fund क्या है? What is Mutual Fund in Hindi?
आप अबतक Mutual Fund के बारे में काफी जान चुके होंगे. फिर भी एकबार संक्षिप्त से म्युच्युअल फंड के बारे में जान लेते है.
Mutual Fund यह एक अंग्रेजी शब्द है. जिसे हिंदी में “पारस्परिक निधि” भी कहा जाता है. Mutual Fund में अलग अलग निवेशकों के पैसो को इकट्ठा किया जाता है. इसीलिए हम इसे सामूहिक निधि भी कह सकते है. इकट्ठा किये हुए सभी रकम को Professional Fund Manager द्वारा अलग अलग Funds के माध्यम से Stocks, Bonds और Bank Securities में निवेश किया जाता है.
तो चलिए वह अलग अलग funds कौनसे है और वह funds हमारे पैसो को कहा कहा invest करते है ये जान लेते है.
Mutual Fund किस किस प्रकार के होते है ? What are the types of Mutual Funds in Hindi?
Mutual Fund के कई सारे प्रकार है. पर इन सभी को हम दो हिस्सों में बाट सकते है- 1. संरचना के आधार पर 2. Assets के आधार पर
A. संरचना के आधार पर
1. ओपन एंडेड म्युच्युअल फंड (Open Ended Mutual Fund)
यह mutual fund का का ऐसा प्रकार है जिसमे entry और exit का कोई लिमिट नहीं होता. इसमें आप कभी भी funds को खरीद सकते है और बेच भी सकते है. याने की fund को खरीदने या बेचने के लिए कोई निश्चित तारीख या समय नहीं होता है.
इसीलिए म्युच्युअल फंड के इस प्रकार को investors द्वारा बहुत पसंद किया जाता है.
2. क्लोज एंडेड म्युच्युअल फंड (Close Ended Mutual Fund)
म्युच्युअल फंड की यह योजना ओपन एंडेड म्युच्युअल फंड की बिलकुल विरुद्ध है. इस प्रकार में Entry और Exit हम सिर्फ निर्धारित समय पर ही कर सकते हैं. याने की Fund सामूहिक निवेश क्या है? को सिर्फ निर्धारित समय पर ही खरीद सकते है या बेच सकते है. इस तरह के फंड का यूज शेअर मार्किट में इन्वेस्ट करने के लिए किया जाता है. इन फंड का यूज trading के लिए भी किया जाता है.
500 रुपये से शुरुवात करे (Start with Rs.500)
हां, ये सच है. आप म्युच्युअल फंड में केवल 500 रुपये हर महीने निवेश कर सकते है. आम इंसान की mutual fund के बारे में एक सोच बन चुकी है. की यह म्युच्युअल फंड सिर्फ बड़े लोगो के लिए होता है. mutual fund में निवेश करने के लिए कई सारे पैसो जरुरत होती है. पर ऐसा कुछ नहीं है, म्युचुअल फंड आम आदमी से बड़े याने आमिर तक सभी के लिए है. और कोई भी इसमें निवेश कर सकता है. सबसे पहले आप कम पैसो को निवेश सामूहिक निवेश क्या है? कर सकते हो और यह लिमिट धीरे धीरे बढ़ा सकते हो.
अबतक आपने Mutual Fund kya hai? Mutual Fund ke types के बारे में भी जानकारी हासिल की है. साथ ही साथ आप ये भी समज गए होंगे की Mutual Fund में सामूहिक निवेश क्या है? निवेश करने के लिए ज्यादा पैसो की जरुरत नहीं होती. सिर्फ 500 रुपये प्रतिमहीना से भी आप निवेश करना शुरू कर सकते है.
पर आपको Mutual Fund mai nivesh kaise karana hai इसकी बिलकुल जानकारी नहीं होंगी. तो चलिए म्युच्युअल फंड में इन्वेस्टमेंट कैसे करना है ये भी जान लेते है.
ठगी के खिलाफ
जनसत्ता 24 सितंबर, 2014: अपने ढाई दशक के इतिहास में भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड यानी सेबी को कई तरह की वित्तीय अनियमितताओं से जूझना पड़ा है और इन अनुभवों के कारण उसके अधिकार बढ़ाए गए हैं। अब एक बार फिर इस नियामक संस्था की ताकत में इजाफा किया गया है ताकि लाखों छोटे निवेशकों को धोखाधड़ी से बचाया जा सके। इस मकसद से लाए गए विधेयक को संसद की मंजूरी मिल गई है। सेबी को नए अधिकार देने का कानूनी उपाय और पहले हो जाना चाहिए था। अब देर से ही सही, एक जरूरी कदम उठाया गया है। संशोधित कानून के जरिए सामूहिक निवेश वाली विभिन्न स्कीमों को सेबी के नियमन के दायरे में लाया गया है। सेबी को संदिग्ध निकाय या कंपनी से देश और देश के बाहर सूचना मांगने और तलाशी लेने की शक्ति दी गई है। उसे जांच के सिलसिले में कॉल डाटा रिकार्ड मंगाने का अधिकार दिया गया है। अलबत्ता फोन टैप करने का अधिकार उसे नहीं होगा, यह केवल टेलीग्राफ कानून के प्रावधानों के मुताबिक ही हो सकता है। सेबी कोई भी तलाशी मुंबई स्थित निर्धारित अदालत से मंजूरी के बाद ही कर सकेगा।
किशोरावस्था में पोषण
भारत 25.30 करोड़ किशोर-किशोरियों (10 से 19 वर्षों तक) का घर है।हम एक चौराहे पर खड़े हैं जहाँ दोनों संभावनाएँ है - हम एक पूरी पीढ़ी की क्षमता खो सकते है,या उनको पोषित करके समाज में बदलाव ला सकते हैं।जैसे-जैसे किशोर बड़े होते हैं, उनके आस-पासकावातावरण भी बदलता है और हम सबकोमिलकर किशोरावस्था की उम्र में अवसरोंकोसुनिश्चित करने की जरूरत है ।
किशोरावस्था पोषण की दृष्टि से एक संवेदनशीलसमय होता है, जब तेज शारीरिक विकास के कारण पौष्टिक आहार की माँग में वृद्धि होती है। किशोरावस्था के दौरान लिए गए आहार सम्बन्धीआचरणपोषणसम्बन्धीसमस्याओं में योगदान कर सकते हैं, जिसका स्वास्थ्य एवं शारीरिक क्षमता पर आजीवन असर रहता है।
फोरम में चार यूनियन हैं शामिल
फोरम में चार यूनियन शामिल हैं – अखिल भारतीय रिजर्व बैंक कर्मचारी संघ (AIRBEA), अखिल भारतीय रिजर्व बैंक श्रमिक संघ (AIRBWF), भारतीय रिजर्व बैंक अधिकारी संघ (RBIOA) और अखिल भारतीय रिजर्व बैंक अधिकारी संघ (AIRBOA).
गवर्नर को लिखी चिट्ठी में फोरम ने इस बात पर प्रकाश डाला कि बैंक के कर्मचारियों के सभी वर्गों का प्रतिनिधित्व करने वाले बैंक और मान्यता प्राप्त संघों/महासंघ की वेतन वार्ता जुलाई 2021 के मध्य में शुरू हुई, लेकिन प्रगति धीमी रही है. पत्र में फोरम की ओर से यह भी कहा गया- हालांकि, 27 सितंबर 2021 को अस्पष्ट कारणों से बातचीत की प्रक्रिया अचानक रुक गई। मुंबई में तब डेरा डाले AIRBEA प्रतिनिधियों को वापस जाने के लिए कहा गया और एआईआरबीडब्ल्यूएफ के प्रतिनिधि जो बैंक के आह्वान पर मुंबई जा रहे थे, उनकी यात्रा समाप्त करने की सलाह दी गई.
पत्र के मुताबिक, RBIOA, AIRBOA और एआईआरबीओए को आगे नहीं बुलाया गया. आगे इसमें कहा गया- तब से लेकर अब तक डेढ़ महीने से अधिक समय बीत चुका है। बैंक के कर्मचारी तड़प-तड़प कर बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं. नवंबर 2017 से निपटान होने के बाद से चार लंबे साल बीत चुके हैं.