क्रिप्टो करेंसी

जमा गुणक अर्थ

जमा गुणक अर्थ
इसके विपरीत यदि बैंक को अपने पास अधिक नकद मुद्रा रखनी पड़ती है तो उनकी साख निर्माण शक्ति कम हो जाती है । उदाहरणार्थ यदि बैंक अपने पास 5 प्रतिशत नकद कोष रखती है तो वह 95 प्रतिशत धन साख के रूप में दे सकता है । ऐसी दशा में उसकी साख निर्माण क्षमता बहुत अधिक होगी । इसके विपरीत, यदि बैंक 20 प्रतिशत नगद धन रखता है तो साख निर्माण क्षमता घटकर 80 रह जाती है ।

बैंकों द्वारा साख निर्माण की सीमाएं | Limitations of Credit Creation by Banks | Hindi

Read this article in Hindi to learn about the fifteen major limitations of credit creation by banks. The limitations are:- 1. मुद्रा की मात्रा (Volume of Currency in Circulation) 2. मुद्रा जमा गुणक अर्थ स्फीति एवं संकुचन (Inflation and Deflation) 3. मुद्रा को नकद रखने की प्रवृत्ति (Habit to Keep Money in Cash) 4. नकद कोष अनुपात (Cash Reserve Ratio) and a Few Others.

बैंक गुणक रीति से साख का निर्माण करते है, अर्थात् बैंक के पास जितनी जमायें होती है उसके तुलना में कई गुना अधिक साख का निर्माण करते हैं किन्तु इसका अर्थ यह नहीं कि बैंक असीमित मात्रा में साख का निर्माण कर सकते हैं । वास्तव में बैंक एक सीमा तक साख का निर्माण कर सकते है, उससे अधिक नहीं ।

प्रो. बेनहम ने साख निर्माण की तीन सीमायें बताई हैं:

साख निर्माण की प्रक्रिया - credit building process

साख निर्माण की क्रिया का अध्ययन दो भागों में किया जा सकता है -

(1) एक बैंकिंग प्रणाली तथा

(2) बहु-बैंकिंग प्रणाली ।

एक बैंकिंग प्रणाली में साख का निर्माण

एक बैंकिंग प्रणाली वाली अर्थव्यवस्था में केवल एक ही बैंक कार्य जमा गुणक अर्थ करता है। सभी प्रकार के लेन-देन इसी बैंक द्वारा किए जाते है। इस प्रणाली में बैंक के साख निर्माण की क्रिया को दो प्रकार से स्पष्ट किया जा सकता है:

(i) साख गुणक का आधार

बैंक प्रायः अपनी प्राथमिकता जमा के आधार पर ही साख का निर्माण (अर्थात् गौण जमा का निर्माण) करते हैं। इसे एक उदाहरण द्वारा भी स्पष्ट किया जा सकता हैं। मान लीजिए कोई व्यक्ति बैंक में 1,000 रु. जमा करवाता है बैंक के लिए यह 1,000 रू प्राथमिक जमा अथवा नकद जमा है। बैंक अपने अनुभव के आधार पर यह जानता है कि सभी जमाकर्ता अपनी जमाओं को एक ही समय में नहीं निकलवाएंगे मान लीजिए बैंक कुल जमा की 10 प्रतिशत नकद रूप में रखकर बाकी राशि ऋण के रूप में दे देता है। इस उदाहरण में बैक 100 जमा गुणक अर्थ रू. बैंक कोष में रखकर बाकी 900 रू. किसी अ' व्यक्ति को उधार दे देता है। बैंक यह 900 रू. की राशि नकदी के रूप में नहीं देता बल्कि उसके नाम 900 रू. का जमा खाता चालू कर देता है। बैंक द्वारा 'अ' व्यक्ति को जमा गुणक अर्थ 900 रू. की राशि के चैक देने की अनुमति दे दी जाती है।

जमा गुणक अर्थ

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मुद्रा गुणक क्या है? इसका मूल्य आप कैसे निर्धारित करेंगे? मुद्रा गुणक के मूल्य के निर्धारण में किस अनुपातों की महत्त्वपूर्ण भूमिका होती है?

मुद्रा गुणक से अभिप्राय अर्थव्यवस्था में मुद्रा के स्टॉक और शक्तिशाली मुद्रा के स्टॉक के अनुपात से हैं। इसे निम्नलिखित सूत्र द्वारा निर्धारित किया जाता हैं:

मुद्रा गुणक = M/H
यहाँ,
M = मुद्रा का स्टॉक
H = शक्तिशाली मुद्रा
चूँकि मुद्रा का स्टॉक सामान्यता शक्तिशाली मुद्रा के मूल्य से अधिक होता है, इसलिए मुद्रा गुणक का मूल्य 1 से अधिक होता है।
मुद्रा गुणक के मूल्य के निर्धारण में निम्नलिखित अनुपातों की महत्वपूर्ण भूमिका होती है:
1. करेंसी जमा अनुपात: करेंसी जमा अनुपात का सूत्र निम्नलिखित है:
करेंसी जमा गुणक अर्थ जमा अनुपात = CU/DD
यहाँ, CU = लोगों के पास रखी हुई करेंसी
DD = व्यवसायिक बैंक की कोष्ठ नकदी

उच्च शक्तिशाली मुद्रा

सूची उच्च शक्तिशाली मुद्रा

उच्च शक्तिशाली मुद्रा वह है जो जनता के पास करेंसी (C) के रूप में,बैंकों के सुरक्षित कोष (R) के रूप में तथा केंद्रीय बैंक के पास अन्य जमाओं के रूप में सुरक्षित होती है.

समष्टि अर्थशास्त्र की शब्दावली

; एडम स्मिथ (1723-1790); समस्त मुद्रा संसाधन; आभ्यंतरिक स्थिरक; स्वायत्त परिवर्तन; स्वायत्त व्यय गुणक; अदायगी-संतुलन; संतुलित बजट; वस्तु विनिमय; आधार वर्ष; बंधपत्र; व्यापक मुद्रा; पूँजी; पूँजी लाभ/हानि; पूँजीगत वस्तुएँ; पूँजीवादी देश अथवा अर्थव्यवस्था; पूँजीवादी फर्म; नकद आरक्षित अनुपात; आय का वर्तुल प्रवाह; टिकाऊ उपभोक्ता वस्तएँ; उपभोक्ता कीमत सूचकांक; उपभोग वस्तुएँ; निगम कर; करेंसी जमा अनुपात; केंद्रीय बैंक से ऋण लेने के माध्यम से घाटे की वित्त व्यवस्था; मूल्यह्रास; अवमूल्यन; आवश्यकताओं का दुहरा संयोग; आर्थिक एजेंट अथवा इकाइयाँ; प्रभावी माँग का सिद्धांत; उद्यमवृति; प्रत्याशित उपभोग; प्रत्याशित निवेश; प्रत्याशित; यथार्थ; राष्ट्रीय आय गणना की व्यय विधि; निर्यात; बाह्य क्षेत्रक; बाह्य; आदेश मुद्रा; अंतिम वस्तुएँ; फर्म; राजकोषीय नीति; स्थिर विनिमय दर; नम्य/तिरती विनिमय दर; प्रवाह; विदेशी विनिमय; विदेशी विनिमय आरक्षित; उत्पादन के चार कारक; सकल घेरलू उत्पाद अवस्फीतक; सरकारी खर्च गुणक; सरकार; महामंदी; सकल घरेलू उत्पाद; सकल राजकोषीय घाटा; सकल निवेश; सकल राष्ट्रीय उत्पाद; सकल प्राथमिक घाटा; उच्च शक्तिशाली मुद्रा; परिवार; आयात; राष्ट्रीय आय की गणना की आय विधि; ब्याज; मध्यवर्ती वस्तुएँ; माल-सूची; जॉन मेनार्ड कीन्श (1883-1946); श्रम; भूमि; वैध मुद्रा; अंतिम ऋण-दाता; तरलता फंदा; समष्टि अर्थशास्त्रीय मॉडल; प्रबंधित तिरती; सीमांत उपभोग प्रवृति; विनिमय माध्यम; मुद्रा गुणक; संकुचित मुद्रा; राष्ट्रीय प्रयोज्य आय; निवल घरेलू उत्पाद; परिवारों द्वारा किये गए निवल ब्याज अदायगी; निवल निवेश; निवल राष्ट्रीय उत्पाद (बाशार कीमत पर); निवल राष्ट्रीय उत्पाद (कारक लागत पर) अथवा राष्ट्रीय आय; नाममात्र विनिमय दर; नाममात्र सकल घरेलू उत्पाद; गैर-कर अदायगियाँ; खुली बाशार क्रिया; मितव्ययिता का विरोधाभास; प्राचल शिफ्रट; वैयक्तिक प्रयोज्य आय; वैयक्तिक आय; वैयक्तिक कर अदायगी; माल-सूची में योजनागत परिवर्तन; वर्तमान मूल्य (बंधपत्र का); वैयक्तिक आय; राष्ट्रीय आय की गणना की उत्पाद विधि; लाभ; सार्वजनिक वस्तु; क्रय-शक्ति समता; वास्तविक विनिमय दर; वास्तविक सकल घरेलू उत्पाद; लगान; आरक्षित जमा अनुपात; पुनर्मूल्याँकन; राजस्व घाटा; रिकार्डो समतुल्यता; सट्टेबाजी के लिए माँग; सांविधिक तरलता अनुपात; स्थिरीकरण; स्टॉक; मूल्य का संचय; लेन-देन माँग; सरकार और फर्मों से परिवारों को अतंरण भुगतान; अवितरित लाभ; बेरोज़गारी दर; लेखांकन इकाई; माल-सूची में अनियोजित परिवर्तन; मूल्यवर्द्धन; उत्पादन का मूल्य; मज़दूरी; थोक कीमत सूचकांक श्रेणी:अर्थशास्त्र.

मुद्रा एवं बैंकिंग अर्थशास्त्र कक्षा 12 ।। Class 12th Chapter 2 Arthshastr mudraevm banking Notes Upcoming Exam

व्यवसायिक बैंक का अर्थ :- व्यवसायिक बैंक वह वित्तीय संस्था है जो मुद्रा तथा साख में व्यापार करती है। व्यवसायिक बैंक ऋण प्रदान करने के उद्देश्य से जनता से जमाई स्वीकार करते हैं तथा अपने लिए लाभ का सृजन करती है।

व्यवसायिक बैंकों द्वारा साख निर्माण /मुद्रा निर्माण

साख निर्माण से तात्पर्य बैंकों की उस शक्ति से है जिसके द्वारा भी प्राथमिक जमाव का विस्तार करते हैं। बैंकों द्वारा साख सृजन की प्रक्रिया तथा वैधानिक आरक्षित अनुपात(LRR) में विपरीत संबंध होता है।
जमा गुणक किया शाख गुणांक =1/LRR

जमा सृजन= प्रारंभिक जमा × जमा गुणांक

शुद्ध/निवल साख का सृजन= जमा सृजन - प्रारंभिक जमा।

केंद्रीय बैंक:- एक देश की बैंकिंग व वित्तीय प्रणाली में सर्वोच्च संस्था है जो देश के मौद्रिक व बैंकिंग ढाँचे का संचालन, नियंत्रण, निर्देशन एवं नियमन जमा गुणक अर्थ करती है तथा देश के हित में मौद्रिक नीति का निर्माण करती है।

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