क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज क्या हैं

सावधान! फर्जी क्रिप्टो एक्सचेंज से भारतीय निवेशकों के 1000 करोड़ रुपये हुए स्वाहा, जानें पूरा मामला
Fake Crypto Exchange CloudSEK को एक विक्टिम ने संपर्क किया था जिसने फर्जी क्रिप्टोकरेंसी में 50 लाख रुपये (64000 डॉलर) का नुकसान उठाया है। क्लाउडसेक के संस्थापक और सीईओ राहुल ससी ने बताया कि क्रिप्टो घोटालों की संख्या में इजाफा दर्ज किया गया है।
नई दिल्ली, आइएएनएस। Fake Crypto Exchange : अगर आप क्रिप्टोकरेंसी मार्केट में निवेश का प्लान बना रहे हैं, तो आपको सावधान रहने की जरूरत है। वरना आपको भारी नुकसान उठाना पड़ सकता है। ऐसा इसलिए है, क्योंकि हाल ही में एक फर्जी क्रिप्टोकरेंसी का मामला सामने आया है, जहां फर्जी क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज में निवेश के नाम पर धोखाधड़ी की गई है। एक रिपोर्ट के मुताबिक इस तरह के फर्जी क्रिप्टो एक्सचेंज के मामले में अब तक भारतीयों के करीब 128 मिलियन डॉलर (करीब 1,000 करोड़ रुपये) स्वाहा हो गए हैं।
फर्जी वेबसाइट पर निवेश का दिया जा रहा लालच
साइबर सिक्योरिटी कंपनी CloudSEK ने बताया कि फर्जी क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज के कई डोमेन्स और एंड्रॉइड बेस्ड फेक क्रिप्टो एप्लीकेशन की पहचान क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज क्या हैं की गई है। जहां इस तरह फर्जी कैंपेन में बड़े पैमाने पर धोखाधड़ी को अंजाम दिया जाता है। क्रिप्टो एक्सचेंज के नाम पर एक नई फर्जी वेबसाइट CoinEggg बनाई गई है, जो कि यूके बेस्ट क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज है। निवेशको को इस प्लेटफॉर्म पर निवेश के लिए तरह-तरह के लालच दिए जाते हैं।
फर्जी क्रिप्टो वेबसाइट में निवेश पर इनाम
CloudSEK को एक विक्टिम ने संपर्क किया था, जिसने फर्जी क्रिप्टोकरेंसी में 50 लाख रुपये (64,000 डॉलर) का नुकसान उठाया है। क्लाउडसेक के संस्थापक और सीईओ राहुल ससी ने बताया कि क्रिप्टो घोटालों की संख्या में इजाफा दर्ज किया गया है। इन मामलों क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज क्या हैं में नकली डोमेन के जरिए बिल्कुल असली जैसी वेबसाइट बनाई जाती है। इसके बाद क्रिप्टो ट्रेडिंग के लिए आमंत्रित किया जाता है। इस तरह के मामलों में हमलावर पीड़ित से संपर्क करता है। इसके बाद दोस्ती का मैसेज भेजा जाता है और फिर क्रिप्टो मार्केट में निवेश के लिए प्रोत्साहित किया जाता है।क्रिप्टो मार्केट में निवेश के लिए लालच के तौर पर 100 डॉलर का इनाम भी मिलता है। इस तरह से फर्जी क्रिप्टो मार्केट में निवेश की सलाह दी जाती है। वही विक्टिम को शुरुआती फायदे के बाद बेहतर रिटर्न का वादा करके बड़े निवेश कराया जाता है। इसके बाद फ्रॉड को अंजाम दिया जाता है।
क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज क्या हैं
Published date: December 12, 2021
“Cryptocurrency क्या है?” का उत्तर संक्षिप्त में दे; तो कह सकते हैं. कि Cryptocurrency एक आभासी मुद्रा (Virtual Currency) है. यह एक डिजिटल कैश (Digital Money) प्रणाली है, जो कम्प्यूटर एल्गोरिदम पर बनी है.यह फिजिकल रूप में नहीं होती है।
Cryptocurrency भी अन्य currency (जैसे रुपया, डॉलर, यूरो) तरह एक करेंसी ही होती हैं। इसे Digital Money का नाम भी दिया गया है।
भौतिक (फिजिकल) रूप से मतलब ” किसी खास मुद्रा (जैसे रूपया) के छपे नोटों से, तथा सिक्कों से है। उदाहरण के लिए, 100 रुपये का नोट, 5 रुपये का सिक्का आदि भौतिक मुद्रा या Physical currency हैं.इस पर किसी एक व्यक्ति या ग्रुप का नियंत्रण नहीं होता है
क्रिप्टोकरेंसी शब्द के बारे में
यह जानने के लिए कि “Cryptocurrency क्या है?” इसके इतिहास को जानना चाहिए। Cryptocurrency, यह शब्द क्रिप्टोग्राफ़ी (Cryptography) से जुड़ा हुआ है. क्रिप्टोग्राफ़ी की शुरुआत सन 1983 में एक अमेरिकन क्रिप्टोग्राफर David Chaum के साथ हुई थी.
क्रिप्टोग्राफ़ी एक अध्ययन का ऐसा क्षेत्र होता है; जिसमे इनफार्मेशन को सुरक्षित करने के बारे में अध्ययन किया जाता है. ताकि कोई तीसरा व्यक्ति किसी सूचना को न पढ़ सके।
हालांकि, Cryptocurrency शब्द का चलन मुख्य धारा में Bitcoin की खोज के साथ हुआ. बिटकॉइन, की खोज एक Satoshi Nakamoto नाम के डेवलपर ने की थी. बिटकॉइन की खोज जनवरी 2009 में की गयी थी।
क्रिप्टोकरेंसी का इतिहास
वर्ष 1983 में, एक अमेरिकी क्रिप्टोग्राफर ने वर्चुअल मनी के बारे परिकल्पना की; जिसे eCash का नाम दिया। बाद में 1995 में, इसे डिजीकैश का नाम दिया गया.
1996 में, नेशनल सिक्योरिटी एजेंसी ने हाउ टू मेक टू मिंट: एनक्रिप्टेड इलेक्ट्रॉनिक कैश की क्रिप्टोग्राफ़ी का एक पेपर प्रकाशित किया, जिसमें एक क्रिप्टोक्यूरेंसी प्रणाली का वर्णन किया गया।
पहली Decentriliced Cryptocurrency का विकास Bitcoin के रूप में 2009 में हुआ. Bitcoin की खोज एक Satoshi Nakamoto नाम के डेवलपर ने की थी. हालांकि डेवलपर के नाम के अलावा और अधिक जानकारी नहीं प्राप्त हो सकी.
बिटकॉइन मुख्य रूप से Blockchain पर आधारित होता है. “Blockchain” एक क्रिप्टोग्राफ़ी के माध्यम से सुरक्षित किया गया Ledger होता है. इसमें बिटकॉइन के सभी लेन देन को सुरक्षित रखा जाता है। ब्लॉकचैन में बिटकॉइन के प्रथम धारक से लेकर अंतिम धारक तक का डेटा सुरक्षित होता है. यह encrpt फॉर्म में होता है. बिटकॉइन के किसी ट्रांजेक्शन को Blockchain Explorer के माध्यम से क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज क्या हैं वेरीफाई भी किया जा सकता है।
क्रिप्टोकरेंसी कैसे काम करती है?
क्रिप्टोकरेंसी एक डिजिटल वॉलेट में रखी जाती है; जिसको इंटरनेट के माध्यम से एक्सेस किया जाता है. यह साधारण मुद्रा जैसे रुपया, डॉलर आदि से अलग होती है. चूंकि इसका कोई सेन्ट्रल एडमिनिस्ट्रेशन पॉइन्ट नहीं होता है.
ब्लॉकचैन के माध्यम से इसके लेन देन का रिकार्ड रखा जाता है. Blockchain एक ledger के रूप में कार्य करती है. कुछ छोटे छोटे ट्रांजेक्शन से मिलकर एक ब्लॉक बनता है. ये ब्लॉक आपस में जुड़े होते हैं. इसी लिए इसे ब्लॉक चैन कहा जाता है।
बिना किसी सेंट्रल बैंक या सेंट्रल administraation के यह काम क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज क्या हैं करती है. इसका डाटा अलग अलग कम्प्यूटर्स पर होता है. बिटकॉइन के P2P नेटवर्क के जरिये के यूजर दूसरे यूजर तक क्रिप्टोकरेंसी भेज सकता है।
यदि क्रिप्टोकरेंसी में कोई लेन देन किया जाता है. तो यह जानकारी blockchain पर दर्ज हो जाती है. किसी ट्रांजेक्शन की वैलिडिटी चेक करने का काम Miner करता है. इस प्रक्रिया को Mining कहते हैं।
क्रिप्टोकरेंसी में निवेश कैसे?
Cryptocurrency Exchange या मार्केट, एक ऐसा स्थान होता है. जहां पर कोई व्यक्ति क्रिप्टो करेंसी को खरीद व् बेच सकता है। क्रिप्टो एक्सचेंज अलग अलग क्रिप्टो जैसे Bitcoin, Ethereum, Binance coin, Solana, Doge coin आदि को रखने तथा ट्रेडिंग की सुविधा देते हैं.
इन एक्सचेंज के माध्यम से staking भी की जाती है. कुछ समय से क्रिप्टो future Contract ट्रेडिंग भी होने लगी है.
स्टैकिंग एक क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज क्या हैं प्रक्रिया होती है जिसमे यूजर अपनी क्रिप्टो एसेट कुछ पहले से निश्चित समय के लिए एक्सचेंज के पास रखते हैं, जिसके बदले यूजर को कुछ ब्याज दिया जाता है।
टॉप 10 क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज (Top 10 Cryptocurrency Exchange)
क्रिप्टोकरेंसी के प्रयोग (Use)
- बहुत से लोग इसका उपयोग केवल निवेश के तरीके के रूप में करते हैं।
- ऐसा माना जाता है, कुछ गलत लोग इसका प्रयोग टेरर फंडिंग में करते हैं।
- कुछ Metaverse वेबसाइट इन Crypto Token को अपने क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज क्या हैं मेटावर्स में Virtual Land, Non fungible Token (NFT) खरीदने के लिए करते हैं। जैसे की Decetraland में Mana टोकन का प्रयोग होता है।
- Sandbox गेम में भी Sand नाम के टोकन का प्रयोग गेम मेटावर्स में Virtual चीजे खरीदने में होता है।
बिटकॉइन (Bitcoin)
बिटकॉइन को सबसे पहली क्रिप्टोकरेंसी कहा जाता है. आज सबसे ज्यादा कीमत की यदि कोई क्रिप्टोकरेंसी है, तो वह बिटकॉइन ही है. बिटकॉइन की कीमत 50,000 अमेरिकी डॉलर तक जा चुकी है. बिटकॉइन को प्राइमरी क्रिप्टोकरेंसी भी माना जाता है.
ऑल्टकॉइन (Altcoin)
जैसा की ऊपर बताया जा चूका है की बिटकॉइन को प्राइमरी क्रिप्टोकरेंसी कहा जाता है. इसी रेफरेन्स से बिटकॉइन के आलावा अन्य सभी क्रिप्टोकरेंसी को ऑल्टकॉइन (Altcoin) कहा जाता है.
मार्केट केपेटलाइजेसन के हिसाब से बिनान्स कॉइन (Binance Coin), टीथर (Tether), सोलाना (Solana), यु एस डी कॉइन (USDC), कार्डेनो (Cardano), रिपल (XRP), पोल्काडॉट (PolkaDot), डोजकॉइन (Dogecoin), एवेलांचे (Avalanche), लाइटकॉइन (Litecoin) आदि ऑल्टकॉइन (Altcoin) के उदाहरण हैं.
Cryptocurrency के फायदे
- क्रिप्टोकरेंसी को अब तक सबसे सुरक्षित माना गया है.
- इसे किसी अन्य व्यक्ति के पास भेजने में बहुत ही कम फीस लगती है. अपेक्षाकृत पुराने माध्यम के।
- यदि इसे साक्षी तरीके से रखा जाये तो इसे कोई चोरी नहीं कर सकता।
- एक संस्था या व्यक्ति का नियंत्रण नहीं होने के कारण, बाजार में अधिक नहीं आ सकती इसलिए मॅहगाई से लड़ सकती है।
Cryptocurrency की कमियां
- किसी व्यक्ति के पास अगर क्रिप्टोकरेंसी भेजते समय Crypto Wallet का एड्रेस सही नहीं भरा जाये, तो यह आपके वॉलेट से कट जाएगी और उस व्यक्ति को नहीं मिलेगी।
- यदि किसी वॉलेट की आई दी खो जाये, तो उसे दोबारा पाना बहुत मुश्किल होता है.
- इसका लेन देन केवल इंटरनेट के माध्यम से ही किया जा सकता है, इसलिए हर कोई लेन देन नहीं कर सकता।
- इसकी कोई फिक्स्ड कीमत नहीं होती, उतार चढाव अधिक होने के कारण नुकसान भी हो सकता है।
निष्कर्ष
ये क्रिप्टोकरेंसी एक बहुत ही कम की चीज है. यदि इसको सही तरीके से प्रयोग किया जाये, तो यह बहुत ही अच्छी है. अंत में, हम सक्षेप में दोबारा याद करते हैं.
क्रिप्टोकरेंसी एक Digital Currency होती है, जो ब्लॉकचैन पर काम करती है. यह एक Digital Wallet में स्टोर की जाती है.
कारोबार बढ़ाने को देश के सबसे बड़े क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज लिस्ट होगी फेसचेन
नई दिल्ली। दुनिया में क्रिप्टोकरेंसी को लेकर काफी क्रेज बढ़ गया है। भारत में भी इसके निवेशकों में इजाफा देखने को मिल रहा है। ऐसे में कई कंपनियां भी सामने आ रही हैं। अब देश की नामी कंपनी फ़ेसचेन (FESSChain) अपने कारोबार बढ़ा रही है। बाययूक्वाइन (BuyUCoin) को अपने लिस्टिंग पाइपलाइन में रखते हुए एक्सटी.कॉम (Xt.com) और इंडोएक्स.कॉम पर लिस्ट किया, और फ़ेसचेन का मेननेट (Mainnet) जल्द ही लैटोकन एक्सचेंज (Latoken Exchange) पर लांच होगा।
कंपनी ने घोषणा करते हुए कहा कि फ़ेसचेन (FESSChain), एक्सचेंज पार्टनर्स को अपने नवीनतम समूह में सुरक्षित करने में सक्षम रहा। नवीनतम घटनाक्रम के अनुसार, फेस (FESS) को एक्सटी.कॉम (Xt.com) और इंडोएक्स.कॉम पर सूचीबद्ध किया जा रहा है और कंपनी जल्द ही बाययूक्वाइन (BuyUCoin) पर भी सूचीबद्ध होंगे, जो भारत की सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज में से एक है।
वास्तव में, बाययूक्वाइन (BuyUCoin) फेस (FESS) टोकन को सूचीबद्ध करने वाला पहला भारतीय एक्सचेंज होगा, और यहाँ FESS का INR पेयर भी उपलब्ध कराया जाएगा । इसके अलावा, लैटोकन एक्सचेंज (Latoken Exchange) भी फेस (FESS) टोकन को समर्थन प्रदान करने के लिए सहमत है , और जल्द ही हमारा मेननेट (Mainnet) उनके प्लेटफॉर्म पर लाइव होगा ।
पिछले दो वर्षों में, कंपनी अपनी परियोजना के साथ महत्वपूर्ण प्रगति की है। कंपनी ने शुरुआत में ब्लॉकचेन को मुख्यधारा में लाने की दृष्टि से स्केलेबिलिटी जैसे प्रमुख मुद्दों को हल किया । इसके साथ ही कंपनी एआई-पावर्ड ब्लॉकचैन फ्रेमवर्क बनाया है जो उच्च स्तर की सुरक्षा प्रदान करता है और 125K का उत्कृष्ट टीपीएस प्रदान करने में सक्षम है। जोकि, कंपनी अपने सिस्टम को कई वास्तविक जीवन के उपयोग के मामलों में लागू करने की अनुमति देता है।
जैसा कि हमने अपनी पेशकशों में सुधार करना हमेशा से जारी रखा हैं और वास्तविक उपयोग के मामलों को प्रस्तुत करते हैं, इसकी वजय से पार्टनर एक्सचेंजों के साथ मजबूत सहयोग में एक बड़ा बढ़ावा मिला है, और यह फेस (FESS) को एक्सचेंजों के माध्यम से और अधिक यूजर्स तक पहुंचने की अनुमति देता है जिन पर लोग भरोसा करते हैं और नियमित रूप से उपयोग करते हैं। इसी के साथ, हम अपने प्लेटफॉर्म को इसकी विशेषताओं, मापनीयता, गति और सुरक्षा के मामले में और बेहतर बनाने की योजना बना रहे हैं, और यह एक्सचेंज लिस्टिंग हमें और अधिक यूजर्स तक पहुंचने में, और उनसे परिचित होने का अवसर प्रदान करेगा । साथ ही हम चाहते हैं कि यदि आप सब के पास कोई सुझाव हो तो अवश्य दें।
साथ ही भविष्य के इलेक्ट्रॉनिक सेटलमेंट का निर्माण जारी रखते हुए और अपने रचनात्मक अनुप्रयोगों को तराशते हुए, कंपनी अपने उपयोगकर्ताओं के निरंतर समर्थन की सराहना करता हूं। इसी के साथ - साथ मैं फेसचेन को ब्लॉकचेन-आधारित इलेक्ट्रॉनिक सेटलमेंट का स्वर्ण मानक बनाने के हमारे दृष्टिकोण को साकार करने की दिशा में उनके निरंतर प्रयासों के लिए फेसचेन टीम के सभी सदस्यों को आभार व्यक्त करना चाहता हूं।
कंपनी के पास पाइपलाइन में कई विकास और अपडेट हैं जिन्हें जल्द ही जारी करने की योजना बनाई जा रही है। हम चाहते हैं कि आप अपडेट रहने के लिए हमारे सोशल मीडिया हैंडल पर हमें फॉलो करते रहें।
Cryptocurrency: निजी डिसेंट्रलाइज्ड एक्सचेंज खोलने की तैयारी में WazirX
WazirX निजी डिसेंट्रलाइज्ड एक्सचेंज लाने की तैयारी में है, ये पीयर-टू-पीयर मार्केटप्लेस है, जो cryptocurrency खरीदारों और विक्रेताओं को जोड़ता है.
- Teena Jain Kaushal
- Publish Date - July 29, 2021 / 12:02 PM IST
image: pixabay, ये कदम उन ट्रेडर्स को प्लेटफॉर्म देने का है, जहां वो बैंकों की नियम शर्तों से बिना प्रभावित हुए क्रिप्टो में व्यापार करना चाहते हैं.
WazirX वॉल्यूम के हिसाब से देश क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज क्या हैं का सबसे बड़ा क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज (cryptocurrency exchange) है, जो अगले महीने अपने निजी डिसेंट्रलाइज्ड एक्सचेंज को लाने की तैयारी कर रहा है. ये एक पीयर-टू-पीयर मार्केटप्लेस होगा जहां खरीदार और विक्रेता सीधे क्रिप्टोकरेंसी (cryptocurrency) का लेनदेन कर सकते हैं. डिसेंट्रलाइज्ड एक्सचेंज नॉन-कस्टोडियल होते हैं, जहां स्मार्ट कॉन्ट्रैक्ट के जरिए ब्लॉकचेन ट्रांजेक्शन्स को अंजाम दिया जा सकता है.
हम अगले महीने के शुरुआत में इस डिसेंट्रलाइज्ड एक्सचेंज को लॉन्च कर सकते हैं, जो अभी टेस्टिंग फेज में चल क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज क्या हैं रहा है. एक सेंट्रलाइज्ड सेटअप के उलट जहां एक एक्सचेंज ग्राहक के क्रिप्टो का संरक्षक होता है, एक DEX बिना किसी मध्यस्थ संस्था के ट्रांजेक्शन क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज क्या हैं की निकासी और फंड्स की कस्टडी रखता है. इसमें लेनदेन स्वयं स्मार्ट कॉन्ट्रैक्ट्स के जरिए होते हैं. ये एक सॉफ्टवेयर बनाने जैसा है, जहां कंप्यूटर नेटवर्किंग के जरिए जुड़े क्रिप्टो के खरीदार और विक्रेता सीधे आसानी के साथ लेनदेन कर सकते हैं क्योंकि DEX के पास उनका कोई डेटा नहीं है. एक बार लॉन्च होने के बाद, इसे वापस नहीं लिया जा सकता है. इसलिए आपके फंड्स भविष्य में तब भी सुरक्षित रहेंगे, जब फ्यूचर में संगठन हो या न हो.
हाल में यूनीस्वैप और पैनकेकस्वैप जैसे डिसेंट्रलाइज्ड एक्सचेंज्स की मांग में इजाफा देखने को मिला है.
वर्तमान में, बैंकों ने क्रिप्टो एक्सचेंजों (cryptocurrency exchange) को सेवाएं देना बंद कर दिया है जिसके कारण एक्सचेंज की संख्या में 60% तक की गिरावट दर्ज की गई है. ये कदम क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज क्या हैं उन ट्रेडर्स को प्लेटफॉर्म देने का है, जहां वो बैंकों की नियम शर्तों से बिना प्रभावित हुए क्रिप्टो में व्यापार करना चाहते हैं.
WazirX के फाउंडर और चीफ एग्जिक्यूटिव ऑफिसर निश्चल शेट्टी ने मनी9 को बताया कि “मई की तुलना में ट्रेडिंग वॉल्यूम में 60 फीसदी से ज्यादा गिरावट दर्ज की गई है क्योंकि बैंकों की सपोर्ट सिस्टम के बिना बड़े ट्रांजेक्शन प्रभावित हुए हैं. दूसरा बड़ा कारण क्रिप्टोकरेंसी (cryptocurrency) में दर्ज हुई गिरावट भी है. ये ट्रेंड किसी एक जगह नहीं बल्कि तमाम एक्सचेंज में देखने को मिल रही है.”
पीयर-टू-पीयर ट्रांसफर
जब भारतीय रिजर्व बैंक ने साल 2018 में क्रिप्टो करेंसी एक्सचेंजों से निपटने के लिए बैंकों पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगा दिया, तो कई एक्सचेंजों को अपनी दुकान समेटनी पड़ी थी. इसी दौरान WazirX ने एक ऑटो मैचिंग पी 2 पी इंजन बनाया था. इस मॉडल में क्रिप्टोकरेंसी के खरीदार सीधे क्रिप्टो-मुद्रा के विक्रेता को पैसा ट्रांसफर कर सकते हैं.
पारंपरिक क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज क्या हैं तौर पर, आप बैंक अकाउंट से पैसा एक्चेंज को भेजते हैं और उसके जरिए क्रिप्टो करेंसी खरीदी जाती है. अब पी2पी सिस्टम के तहत कोई सीधे विक्रेता से जुड़ता है तो पैसा सीधे खरीदार के बैंक खाते में ट्रांसफर हो जाता है. और जब आप ऐसा करते हैं तो हम आपके क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज क्या हैं बैंक खाते में क्रिप्टो ट्रांसफर कर देते हैं. यह एक थ्री पार्टी सिस्टम है.
बैंकों की अनिच्छा
4 मार्च 2020 में, सुप्रीम कोर्ट ने RBI के सर्कुलर को साइड करते हुए 6 अप्रैल 2018 को आदेश जारी करते हुए भारत में क्रिप्टो करेंसी (cryptocurrency) ट्रेडिंग पर लगा बैन हटा दिया. सुप्रीम कोर्ट के ऑर्डर के बाद कई एक्सचेंज ने दोबारा से क्रिप्टो करेंसी की ट्रेडिंग भारत में शुरू कर दी. लेकिन हाल ही में सभी बैंकों ने अपनी API सेवाओं को क्रिप्टो एक्सचेंजों (cryptocurrency exchange) के लिए बंद कर दिया, RBI के स्पष्टीकरण के बावजूद, जिसने एक्सचेंजों के कारोबार को प्रभावित किया है.